हार्ट रोगियों को मिला होली का उपहार बेहतर होगी स्वास्थ्य व्यवस्था : मंगल पांडेय

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पटना : बिहार विधानसभा में बिहार राज्य स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कहा कि राज्य में अब 33 जिला अस्पतालों को हृदय रोगियों के इलाज के लायक विकसित किया जाएगा। इस अस्पताल में हार्ट रोग की जांच कर सामान्य उपचार किया जाएगा। इस अस्पताल में इसीजी करने के लिए विशेष प्रशिक्षित नर्स की भी व्यवस्था होगी। हलाकि इसीजी के बाद यहाँ डॉक्टर सिर्फ मरीज को स्टेबेलाइज करेंगे और फिर मेडिकल कॉलेज अस्पतालाें में रेफर करेंगे।

7 मेडिकल कॉलेज अस्पतालाें में रोगियों के उपचार के लिए होगी कैथ लैब कि व्यवस्था

Image result for cath labबिहार में सबसे पहले हार्ट रोगियों के उपचार की बढ़िया व्यवस्था आईजीआईसी और आईजीआईएमएस में पहले से है। इन दोनों अस्पतालों में कैथ लैब भी है। गौरतलब है कि इन 33 जिलों में कैमूर, खगड़िया, किशनगंज, नालंदा और पश्चिमी चंपारण जिला अस्पताल शामिल नहीं हैं।साथ ही साथ हार्ट रोगियों के लिए 7 मेडिकल कॉलेज अस्पतालाें में रोगियों के उपचार के लिए कैथ लैब कि व्यवस्था की गयी है।

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24 घंटे खुले रहेंगे हार्ट रोगियों के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल

Image result for medicical college hospitalमंगल पांडेय ने कहा कि सात अन्य पुराने मेडिकल कॉलेजों में से पटना ,बेतिया ,पावापुरी ,दरभंगा,मुजफ्फरपुर , भागलपुर और गया है। गौरतलब है कि इन में चार क्रमश दरभंगा, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और गया में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना से कैथ लैब लगाये जा रहे हैं। साथ ही साथ इन अस्पतालों में 24 घंटे इमरजेंसी, एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की सुविधा बहाल हो जाएगी। वहां इसीजी, इकोकार्डियोग्राफी, होल्टर और ट्रेडमिल टेस्ट समेत हर प्रकार के हृदय संबंधी रोगों की स्क्रीनिंग होगी।

तेजप्रताप शर्मा

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