हर्षवर्धन को WHO के कार्यकारी बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त होना स्वास्थ्य के क्षेत्र में उभरते हुए भारत का प्रमाण- पप्पू वर्मा
पटना : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन विश्व स्वास्थ्य संगठन एग्जीक्यूटिव बोर्ड के अध्यक्ष चुने गए हैं। वे इस नए पद की जिम्मेदारी कल 22 मई को संभाल लेंगे। इस बीच पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त होना स्वास्थ्य के क्षेत्र में उभरते हुए भारत की शक्ति को दर्शाता है।
कोरोना जैसे खतरनाक महामारी से बचने के लिए भारत सरकार ने नहीं छोड़ी कोई कमी
वर्मा ने कहा कि भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश मैं भारत सरकार ने जिस सूझबूझ से वैश्विक महामारी को बड़े पैमाने पर आम जनता में वायरस को फैलने से रोका है वह निश्चित ही सरकार की दूरदर्शिता का ही नतीजा है । जब आज दुनिया में अपने आप को महाशक्ति मानने वाले देश इस वैश्विक महामारी से अपने आप को बचा नहीं पाया और उनके यहां बड़े पैमाने पर वहां के नागरिकों की जान-माल की क्षति हुई है। वहीं भारत स्वास्थ्य एवं अन्य सुविधाओं से इन देशों से काफी पीछे होते हुए भी ऐसे समय में भारत की जनता को इस खतरनाक महामारी से बचाने का प्रयास किया है और इसे काफी संख्या में फैलने से रोका है ।
इस महामारी के काल में भी दूसरे देशों के मदद के साथ खुद की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी किया सुदृढ़
वहीं स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कई देशों को मदद करते हुए देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ किया है और दुनिया के सामने स्वास्थ्य के क्षेत्र में महाशक्ति के रूप में उभर कर आया। उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार ने भारत में स्वास्थ्य सुविधाओं को जिस कुशलता पूर्वक रास्ते पर लाने का प्रयास किया है उसका लाभ विश्व समुदाय को भी मिले इसके लिए अति महत्वपूर्ण पद पर एक भारतीयों को बैठाया जाना विश्व में बदलते हुए शक्ति समीकरण की ओर इशारा करता है। इस गंभीर पद पर एक भारतीय को नियुक्त होना पूरे देश के लिए बहुत ही सम्मान की बात है।