रांची : नार्थ-ईस्ट के साथ ही बिहार के पड़ोसी राज्य झारखंड में भी आज एनडीए का जलवा सिर चढ़कर बोला। झारखंड की रामगढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी सुनीता चौधरी ने महागठबंधन उम्मीदवार को बड़ी और करारी शिकस्त दी। सुनीता चौधरी यहां एनडीए के घटक दल आजसू की ओर से चुनाव मैदान में उतरी थी। आज हुई काउंटिंग में उन्होंने अपने नजदीकी कांग्रेस प्रत्याशी बजरंग महतो को 40 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से हराया।
रामगढ़ उपचुनाव में एनडीए की बड़ी जीत
रामगढ़ में एनडीए की जीत ने राज्य की सत्तारूढ़ हेमंत सोरेन सरकार के लिए भी खतरे की घंटी बजा दी है। वहीं भाजपा और एनडीए के लिए रामगढ़ की जीत 2024 लोकसभा चुनाव के लिहाज से काफी अहम और बूस्टर डोज की मानिंद है। रामगढ़ में कांग्रेसी विधायक के एक आपराधिक मामले में सजा के बाद यहां उपचुनाव कराना पड़ा। यहां गिरिडीह सांसद और आजसू नेता चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता चौधरी को एनडीए ने उम्मीदवार बनाया।
हेमंत सरकार के लिए खतरे की घंटी
रामगढ़ की हार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और सत्तारूढ़ गठबंधन के लिए एक झटके से कम नहीं। जहां मुख्यमंत्री सोरेन को भ्रष्टाचार के आरोपों में केंद्रीय जांच एजेंसियों की रोज—रोज की कार्रवाइयां और अनुसंधान परेशान कर रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी के अंदर से भी विरोधी स्वर मुखर होने लगे हैं। उधर सहयोगी कांग्रेस भी अपना कुनबा एकजुट रखने में काफी मशक्कत कर रही है। ऐसे में रामगढ़ उपचुनाव का नतीजा सत्तारूढ़ यूपीए महागठबंधन के लिए काफी निराशाजनक चुनावी घटना है।