डॉक्टरों की लापरवाही से जिंदगी में भरा अंधेरा,65 का मोतियाबिंद ऑपरेशन, 26 को इन्फेक्शन, 4 की निकालनी पड़ी आंखें

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मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर से एक बहुत बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां एक कैंप में फ्री मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने गए कई लोगों के आंख की रोशनी चली गई।

मिली जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में फ्री मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप रखा गया था। 22 नवंबर को सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक विशेष मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें 300 से अधिक मरीजों की आंख का इलाज हुआ, जिसमें 26 से अधिक की एक आंख की रोशनी चली गई। वहीं, इस तरह के मामला सामने आने के बाद सिविल सर्जन ने जांच का आदेश दिया है।

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26 मरीजों की एक आंख की रोशनी गई

दूसरी तरफ, आई हॉस्पिटल में 26 मरीजों की एक आंख की रोशनी चले जाने के मामले में जब परिजनों ने उग्र रूप अख्तियार किया तो अस्पताल प्रबंधन ने सभी रोगियों को आनन-फानन में बेहतर इलाज के नाम पर पटना भेज दिया। यहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने इंफेक्शन की बात बताते हुए 26 में से 4 रोगियों की एक आंख निकाल दिया। शेष रोगियों के लिए भी यही आखिरी इलाज बताया है। वहीं, अब इस बात को लेकर परिजनों में नाराजगी है।

वहीं, पीड़ितों ने सिविल सर्जन और जिलाधिकारी से इस संबंध में शिकायत की जिसके बाद जांच टीम बनाकर अब पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है। वहीं आई अस्पताल में भर्ती मरीजों को एसकेएमसीएच में भर्ती करवाया गया है।

जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन कराने आए मुजफ्फरपुर की सावित्री देवी, मीना देवी, कौशल्या देवी और वैशाली के हरेंद्र रजक की आंख निकाली जा चुकी है। वहीं, अस्पताल के सहायक प्रबंधक दीपक कुमार ने कहा कि सभी लोगों का ऑपरेशन यहां हुआ था। इनमें से चार लोगों की आंखों में इंफेक्शन हुआ था जिसके बाद उनकी आंख निकालनी पड़ी है। उधर, मामला बढ़ता देख और अन्य मरीजों के आने के बाद कार्यालय बंद हो गया और अस्पताल के सभी कर्मी भी गायब हो गए।

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