कोरोना से जस्टिस अजय त्रिपाठी की मौत, पटना हाईकोर्ट में शोक की लहर
नयी दिल्ली : पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीश रह चुके न्यायमूर्ति अजय त्रिपाठी का कोरोना संक्रमण से नयी दिल्ली के एम्स अस्पताल में ईलाज के दौरान निधन हो गया। अप्रैल के शुरू में ही वे कोरोना संक्रमित हो गए थे जिसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। तीन दिनों पूर्व उनकी स्थिति खराब हो गयी थी। इसके बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। कल रात वे जिंदगी की जंग हार गए।
रविशंकर प्रसाद, मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया शोक
न्यायमूर्ति त्रिपाठी ने पटना उच्च न्यायालय से एक अधिवक्ता के रूप में अपना कैरियर षुरू किया था। पटना उच्च न्यायालय में ही वे न्यायाधीश हुए। इसके बाद वे छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने थे। फिलहाल वे लोकपाल के न्यायिक सदस्य थे। न्यायमूर्ति त्रिपाठी के निधन की सूचना मिलते ही पटना के अधिवक्ताओं में शोक की लहर फैल गयी। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद उनके मित्र थे। रविशंकर प्रसाद ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट कर कहा कि जस्टिस अजय त्रिपाठी के निधन से उन्हें गहरा आघात पहुंचा है। उन्होंने पटना में उनके साथ वकालत की थी। केंद्रीय मंत्री ने जस्टिस अजय त्रिपाठी की पत्नी अलका त्रिपाठी और उनके परिवार के साथ संवेदना जताई है।
अश्विनी चौबे ने अपना गहरा मित्र खो दिया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी उनकी मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हमने एक प्रमुख मित्र खोया है। चारा घोटाला मामले में एक अधिवक्ता के रूप में उनका महत्वपूर्ण सहयोग मिला था। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अष्विनी कुमार चौबे ने कहा कि देश ने एक प्रखर न्यायविद् को खोया है। न्यायमूर्ति त्रिपाठी हमारे पारिवारिक मित्र थे। समाजसेवी अभिजीत कष्यप ने कहा कि अपने मित्र न्यायमूर्ति अजय त्रिपाठी के निधन की खबर सुनकर मैं स्तब्ध रह गया।
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