मुंबई : कोरोना वायरस ने विश्व भर में हाहाकार मचा रखा है। एक सर्वे के अनुसार इस वायरस से अब तक 472,884 मरीज संक्रमित हो चुके हैं। वहीं अब तक पूरे विश्व भर में इस संक्रमण से 21,315 लोगों की मौत भी हो चुकी है।वही बात करें भारत की तो अब तक 694 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं। वहीं 17 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि संक्रमित लोगों के आंकड़े में कुछ गिरावट भी देखने को मिल रही है ।इसका मुख्य वजह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने जनता से किया गया अपील भी है। संपूर्ण भारत में लॉक डाउन है। यहां की जनता बिना किसी अत्यधिक आवश्यक कामों के घर से बाहर नहीं निकल रही है। इस कारण भारत में संक्रमण थोड़ा कम है। वही डब्ल्यूएचओ ने भी भारत की यह सराहनीय काम का तारीफ किया है।
आरबीआई ने दी लोगों को राहत
देशभर में 21 दिन का लॉक डाउन होने के मद्देनजर देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को 1.70 करोड़ रुपए का राहत पैकेज का ऐलान किया था। जिसके मात्र 21 घंटे बाद शुक्रवार की सुबह आरबीआई गवर्नर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह बताया कि आरबीआई ने रेपो रेट घटा दिया है। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि ईएमआई पेमेंट में भी 3 महीने का छुट दिया जाएगा।
बुजुर्गों की आबादी को सोशल डिस्टेंसिंग का ज्यादा रखना होगा ध्यान
जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी और द सेंटर फॉर डिजीज़ डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी (CDDEP) कि माने तो यह वायरस अभी तीन महीने तक और असर करने वाला है।साथ ही साथ जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी की स्टडी में बताया गया है कि बुजुर्गों की आबादी को सोशल डिस्टेंसिंग का ज्यादा ध्यान रखना होगा।जितना ज्यादा लॉकडाउन होगा उतने ही ज्यादा लोग बचे रहेंगे।सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा इससे बचने का फिलहाल कोई रास्ता नहीं है।
तेजप्रताप शर्मा