कोरोना पर बिहार में ‘चमत्कार’ की खुशफहमी, विशेषज्ञों ने चेताया
नयी दिल्ली/पटना : भारत में अब तक कोरोना के 206 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 32 विदेशी हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में देशभर में 22 नए मामले सामने आए हैं। लेकिन खुशी की बात है कि बिहार जैसा पिछड़ा राज्य अभी तक इससे बचा हुआ है। यह किसी चमत्कार की तरह है क्योंकि यहां एक तो गरीबी, दूसरे यहां की एक बड़ी आबादी दूसरे राज्यों और विदेशों में रोजगार पाती है।
ऐसे में कोरोना के सामुदायिक संक्रमण की मार को देखते हुए अभी यह कहा जा सकता है कि इस मामले में बिहार का प्रदर्शन बेहतर है।
देश में कोरोना मरीजों की संख्या हुई 206
लेकिन इस खुशफहमी के बीच ही डब्ल्यूएचओ और अन्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि कोरोना का सबसे बुरा दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। ऐसे में बिहार को अभी और सतर्क रहने की जरूरत है। बेहतर होगा कि हम जहां तक हो सके घरों से कम ही बाहर निकलें और साफ—सफाई का विशेष ध्यान रखें। इससे हम सामुदायिक संक्रमण को ज्यादा कारगर तरीके से रोक सकते हैं।
सबसे ध्यान देने वाली बात यह है कि बिहार में कोरोना टेस्टिंग की सुविधा काफी कम है। जांच के लिए भी हम नमूनों को या तो कोलकाता भेजते हैं या फिर पुणे। इन हालात में राज्य सरकार का भी फोकस लोगों में जागरुकता फैलाने पर ज्यादा है। इसके अलावा सरकार अभी कोरोना प्रभावित देशों से आने वालों के लिए क्वारंटाइन पर भी फोकस कर रही है।