पटना: बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि लालू यादव ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने फायदे के लिए कुछ भी कर सकते हैं। किसी के पांव भी पकड़ सकते हैं। किसी के सामने गिड़गिड़ा भी सकते हैं। सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव यद्यपि बीजेपी और आरएसएस को सार्वजनिक रूप से कोसते रहते हैं, लेकिन जरूरत पड़ने पर अपने स्वार्थ के लिए भाजपा का साथ लेने से भी उन्हें कोई गुरेज नहीं। अपने खिलाफ चल रहे मामलों को कमतर कराने के लिए उन्होंने कई दफे वित्त मंत्री अरुण जेटली को परेशान किया। आज भाजपा मुख्यालय में बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। संवाददाताओं से बातचीत करते हुए सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव भले ही जेल में बंद हों, लेकिन जेल से ही अपनी पार्टी और महागठबंधन के सारे फैसले ले रहे हैं। सुशील कुमार मोदी ने लालू यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि रांची हाइकोर्ट ने एक केस में उनके पक्ष में फैसला सुनाया था, जिससे लालू को राहत मिली थी। लेकिन उस फैसले के खिलाफ सीबीआई सुप्रीम कोर्ट चली गई। लालू ने अपनी तरफ से पूरा प्रयास किया कि सीबीआई केस फ़ाइल ही नहीं कर सके। लेकिन इसमें असफल होने के बाद उन्होंने प्रेम गुप्ता को अरुण जेटली के पास भेजा और ये कहलवाया कि यदि आप हमारा साथ देंगे तो 24 घंटे के अंदर हम नीतीश कुमार को धूल चटा देंगे और जेडीयू को तोड़कर उनकी सरकार को गिरा देंगे। प्रेम गुप्ता ने उनसे एक बार नहीं कई बार मिलकर उनसे मदद मांगी लेकिन अरुण जेटली ने साफ-साफ मदद करने से मना कर दिया। सुशील मोदी ने कहा कि ये बात खुद मुझे जेटली जी ने व्यक्तिगत रूप से बताई थी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ये बात तब की है जब कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू की महागठबंधन की सरकार बिहार में बन चुकी थी। उन्होंने कहा लालू प्रसाद ने जानबूझकर शहाबुद्दीन से नीतीश कुमार पर बयान दिलवाया था कि नीतीश कुमार “परिस्थितियों के मुख्यमंत्री हैं”। आगे सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद का चरित्र कैसा है, उस पर भी खुलकर बात की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में मैं और लालू दोनों चुनाव लड़ रहे थे। उस छात्रसंघ के चुनाव में जितने के बाद लालू ने संघ कार्यालय जाकर धन्यवाद भी दिया था। उन्होंने लालू पर आरोप लगाते हुए कहा कि 1974 में एवीवीपी और आरएसएस के सहयोग से आंदोलन में शामिल हुए। 1977 के चुनाव में संघ का समर्थन भी लिया। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू यादव को अपना स्वार्थ पूरा करने में भाजपा का साथ लेने से भी गुरेज नहीं है। लेकिन भाजपा कभी भी लालू प्रसाद यादव जैसे शख्स का साथ नहीं देगी। सुशील मोदी ने कहा कि 1990 में भी यदि लालू प्रसाद यादव को भाजपा का साथ नहीं मिला होता तो कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाते। 1990 में परिस्थितियां अलग थी।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के चरित्र को इन उदाहरणों से अच्छी तरह समझा जा सकता है। लालू अपने स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
मधुकर योगेश