Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured चम्पारण देश-विदेश बिहार अपडेट मनोरंजन

ब्रेकिंग : प्रकाश झा इलेक्शन से आउट, लेकिन चुनाव पर बना रहे फिल्म

मुंबई/दिल्ली/पटना : राजनीतिक-सामाजिक जीवन के विद्रुप चेहरे को सुनहले पर्दे पर दिखा कर इंटरनेशनल सिने-वर्ल्ड में हिट रहे फिल्म निर्माता, निर्देशक और स्क्रिप्ट राइटर प्रकाश झा लगातार तीन बार इलेक्शन में पिट जाने के बाद अब चुनाव से आउट हो गये हैं। अर्थात इलेक्शन से उन्होंने तौबा कर लिया।
लेकिन राजनीति उनकी रगों में है और समाज उनके मन-मस्तिष्क में रचा-बसा है। यही कारण है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से आउट होने के बाद भी उन्होंने राजनीतिक-सामाजिक जीवन को नहीं छोड़ा। छोड़ते भी कैसे, इसी विषय ने तो उनको हिट बनाया है। दामुल हो या मृत्युदण्ड, या फिर अपहरण अथवा राजनीति। सबमें उन्होंने नेता—माफिया गठजोड़ को दिखाया। उसका फिल्मों में ऐसा नाट्य रूपान्तरण हुआ कि लोगों को एहसास हुआ कि उनके आसपास की ही घटना है। उनकी ही घटना है। किरदार सामने है। लेकिन, इस बार किरदार का कैरेक्टर बदला रहेगा। अभी जो वे फिल्म बना रहे हैं, उसका नाम नहीं रखा है। पटकथा लिखनी शुरू कर दी है।
पटकथा में मतदाताओं के कुत्सित मनोविज्ञान को उन्होंने केन्द्र में रखा है। मिली जानकारी के अनुसार सिनेमा में उन्होंने वैसे नेता को दिखाया है जो समाज के उत्थान के लिए बहुत कुछ करना चाह रहा है। लेकिन, जनता है कि माफियाओं के लकदक और ग्लैमर में फंस कर उत्थान की भावना से आये नेता को वोट नहीं देता है। उल्टे उससे धनराशि भी ऐंठता है।
आने वाली फिल्म के बारे में उनके निकट के लोगों का मानना है कि यह उनकी जिंदगी का भोगा हुआ यथार्थ भी हो सकता है, क्योंकि लगातार तीन बार उन्होंने पश्चिमी चम्पारण अर्थात बेतिया से क्रमशः 2004, 2009 और 2014 में अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़ा और हारा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मित्र रहे प्रकाश झा के बारे में सूत्रों ने बताया कि सीएम ने उन्हें 2019 में टिकट देने के लिए केसी त्यागी सहित कई नेताओं को लगाया। पर वे स्वास्थ्य का हवाला देते हुए इन्कार करते रहे। बहरहाल, देखना अब यह है कि जनता के मनोविज्ञान और संसदीय राजनीति को उन्होंने आने वाली फिल्म में कैसा दर्शाया है।