नयी दिल्ली : कांग्रेस छोड़ने के एक दिन बाद आज बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में उन्होंने बजाप्ता पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया। माना जा रहा है कि उन्हें अपने कोटे से भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा भेजेगी और बाद में वे केंद्र में मंत्री बनेंगे। सिंधिया ने होली के दिन अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
इसी मुलाकात के बाद सिंधिया ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस्तीफा भेज दिया था। मप्र के कांग्रेसी सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से नाराज चल रहे सिंधिया अपने गृह राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही अपनी उपेक्षा से आहत थे। अपने पिता माधव राव सिंधिया की 75वीं जन्मतिथि पर ज्योतिरादित्य ने बड़ा कदम उठाते हुए कांग्रेस को अलविदा कह दिया।
सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में अब तक 22 कांग्रेसी विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। वहीं, कांग्रेस का दावा है कि कमलनाथ सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘इसमें चिंता की बात नहीं है, हम बहुमत साबित करेंगे। हमारी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।’
उधर सिंधिया के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने कहा था कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते सिंधिया को निष्कासित किया गया है। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण सिंधिया को सोनिया गांधी ने तत्काल प्रभाव से निष्कासित करने का आदेश दिया है।