बिहार समेत देश के 7 राज्यों में लॉकडाउन में छूट नहीं देना चाहिए था: WHO
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए who ने कहा
कोरोना संकट से निपटने के लिए देशभर में चौथे चरण का लॉकडाउन जारी है। लेकिन, चौथे चरण के लॉक डाउन में राज्य सरकार सख्ती या छूट का निर्धारण करने के लिए स्वतंत्र है। इसी कड़ी में बहुत सी राज्य सरकारें अपने- अपने राज्यों में जनजीवन को सामान्य करने के लिए छूट प्रदान की है।
बिहार सरकार ने भी राज्य के अंदर दुकानें, परिवहन इत्यादि में छूट को लेकर दिशा-निर्देश जारी की है। लेकिन, दूसरी ओर बिहार में कोरोना के मामले आसमान को छू रहे हैं। बिहार में अब तक कोरोना के 2310 मामले सामने आ चुके हैं। बीते कुछ दिनों में पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
इसको लेकर वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (WHO) ने कहा कि लॉकडाउन होने के बाद देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले चिंताजनक हैं। डब्ल्यूएचओ ने इन हालात को खतरनाक बताते हुए कहा कि बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, तेलंगाना, चंडीगढ़ और तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से कोरोना वायरस के मामले सामने आए हैं वो चिंता की बात है। WHO ने कहा कि तेजी से मामले आने के बाद इन सभी प्रदेशों के अंदर लॉकडाउन के प्रतिबंधों में छूट नहीं दी जानी चाहिए थी। इन सभी राज्यों में डब्ल्यूएचओ (WHO) के मानक से ज्यादा कोरोना मरीज पाए गए हैं।