बिहार की बेटी ज्योति के घर पहुंचे DEO, 9वीं में एडमिशन और नई साइकिल दी
दरभंगा/पटना : देश में कोरोना लॉकडाउन लगने के ठीक पहले अपने बीमार पिता की सेवा करने दरभंगा से गुड़गांव गई बिहार की बेटी ज्योति कुमारी के अदम्य साहस ने उसे पूरी दुनिया में मशहूर कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान अपने बीमार पिता को साइकिल पर पीछे बैठाकर दिल्ली से दरभंगा तक का 1200 किमी का सफर 8 दिनों में तय करने वाली ज्योति को आज शनिवार को बिहार के शिक्षा विभाग ने न सिर्फ उसे नई साइकिल दी, बल्कि खुद दरभंगा के डीईओ रजिस्टर लेकर उसके घर पहुंच गए और उसका एडमिशन प्लस टू विद्यालय में 9वीं कक्षा में किया।
लॉकडाउन में पिता को साइकिल पर बिठा तय किया 1200 किमी सफर
जानकारी के अनुसार राज्य के शिक्षा विभाग की पहल पर ज्योति का 9वीं कक्षा में दाखिला कराया गया है। इस काम के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी खुद ज्योति के घर पहुंचे। शनिवार को पिंडारुछ के प्लस टू स्कूल में ज्योति का एडमिशन हुआ। साथ ही डीईओ ने उसे नई साइकिल, दो सेट ड्रेस, बैग और किताबें भी दी।
इंवाका ट्रंप ने भी ज्योति के हौसले को सराहा, शेयर की तस्वीर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप ने ज्योति के हौसले को सराहा है और उसकी संघर्षपूर्ण कहानी को अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा करते हुए इसे कोरोना से पस्त अमेरिकियों का हौसला बढ़ाने वाली बेटी का कर्तव्य करार दिया है। दरभंगा के सिरहुल्ली गांव की ज्योति लॉकडाउन के दौरान अपने बीमार पिता को लेकर साइकिल से गुड़गांव से दरभंगा पहुंच गई थी। ज्योति को साइकिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से भी अगले महीने ट्रायल के लिए बुलाया गया है। ज्योति जनवरी में अपने बीमार पिता की सेवा के लिए गुड़गांव गई थी। इसी बीच मार्च में लॉकडाउन हो गया और वह गुड़गांव में ही फंस गई थी।