बैंक अधिकारी की सतर्कता से करोड़ों के फर्जीवाड़े से बचा नवादा का कल्याण विभाग
नवादा : जिला कल्याण विभाग के बैंक खाते से करोड़ों रुपये निकासी के प्रयास का मामला सामने आया है। इस बाबत जिला कल्याण कार्यालय के नाजिर अशोक कुमार दास ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें कार्यालय के चपरासी शंभू कुमार सिंह की संलिप्तता की आशंका जताई गई है। चपरासी 21 मार्च से ही कार्यालय से गायब बताया गया है।
बताया जाता है कि यूपी के मेरठ में दो अलग-अलग बैंकों में तीन अलग-अलग फर्जी चेक के जरिए 3 करोड़ 31 लाख रुपये की निकासी का प्रयास किया गया था। जिस बैंक खाते से राशि की निकासी होनी थी, वह नवादा के जिला कल्याण विभाग का था। जो कि केनरा बैंक में है। मेरठ के जिस बैंक में चेक डाला गया था, वहां के अधिकारी ने केनरा बैंक के अधिकारी से बात की। इसके बाद केनरा बैंक के अधिकारी ने जिला कल्याण कार्यालय में संपर्क किया तो पता चला कि विभाग द्वारा कोई चेक निर्गत नहीं किया गया है।
पूरी छानबीन में पता चला कि जिस चेक को बैंक में डाला गया है, वह कार्यालय के चपरासी का है। 10 व 17 फरवरी को तीनों चेक बैंक में डाले गए थे। हालांकि चपरासी ने 26 फरवरी को चेक को बैंक में सरेंडर कर दिया था।
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