Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

Featured पटना बिहार अपडेट

आतंकवादियों और उग्रवादियों पर कांग्रेस का स्टैंड सॉफ्ट : सुशील मोदी

पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही वोट बैंक की पॉलिटिक्स करती रही है। एक समुदाय विशेष के लोगों को दूसरे समुदाय को उकसाकर उनका वोट हासिल करती रही है। वोट पाने के चक्कर मे कांग्रेस देश और देश की संप्रभुता का भी ख्याल नहीं रखती है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जितने भी बड़े-बड़े आतंकवाद की घटना हुई है उस समय कांग्रेस ही सत्ता में होती है। उन्होंने कहा जब मुम्बई में 1993 में सीरियल बम ब्लास्ट हुए थे तो उस समय भी कांग्रेस ही महाराष्ट्र में सत्ता में थी और जब तक कांग्रेस सत्ता में रही तब तक उसकी जांच प्रक्रिया इतनी ढीली और लंबी थी कि वैसे करवाई किये जाने और न किए जाने का कोई महत्व नहीं होता है। उपमुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र का उदाहरण देते हुए कहा कि जब टाडा जैसा मजबूत कानून लाया गया, जिससे आतंकवाद पर काबू पाया जा सकता था, कांग्रेस ने उसका भी विरोध किया। बाद में केंद्र में नरसिम्हा राव की सरकार ने इसे मुस्लिम विरोधी कहकर निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐसे-ऐसे काम किये हैं जिसको सोचकर देखने पर कांग्रेस को फिर से सत्ता में लाने की कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे और पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था ऑर खालिस्तान बनाने की मांग उथ रही थी। उस समय टाडा जैसे कानून को निरस्त करके कांग्रेस ने दिखा दिया था कि उसे देश की कोई चिन्ता नहीं है। उसे सिर्फ सत्ता चाहिए और सत्ता पाने के लिए वोट का जुगाड़ करना ही उसकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि ये वही कांग्रेस है जिसने अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार में पारित होने जा रहे पोटा जैसे आतंक विरोधी कानून का विरोध किया था और कांग्रेस के विरोध के चलते ही वाजपेयी सरकार ने संयुक्त अधिवेशन बुलाकर इसे पास किया था। फिर बाद में कांग्रेस  ने सत्ता में आकर खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के काले चिट्ठे यदि खोलना शुरू कर दिया जाए तो  उसका असली चेहरा सामने निकलकर आ जाता है। उन्होंने कहा कि संसद पर हुए आतंकी हमले के आरोपी अफ़ज़ल गुरु को बचाने के लिए कांग्रेस ने उसके लिए मुकदमा लड़ने से भी पीछे नही हटे। सशील कुमार मोदी ने कहा कि राहुल गांधी भी अपने पूर्वजों की भांति उन्हीं के पद चिन्हों पर चल रहे हैं और आतंकवादियों के पक्ष में खड़े रहते हैं।

मधुकर योगेश