पटना : हंदवाड़ा में शनिवार रात हुए एनकाउंटर में सेना की 21 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा समेत 5 जवान शहीद हो गए थे। मुठभेड़ के दौरान सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया था। इसमें से एक लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर हैदर था। इस बीच पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य पप्पू वर्मा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के हंदवाड़ा में पाक प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में हमारे पांच जवानों का बलिदान देश के लिए एक बड़ा आघात है। जिसे आसानी से भुलाया नहीं जा सकता। लेकिन हमारे साहसी सैनिकों के पराक्रम एवं शहादत को भी कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
पूरा देश एकजुट होकर महामारी से मुकाबला कर रहा
इस वैश्विक महामारी में एक तरफ पूरा देश एकजुट होकर महामारी से मुकाबला कर रहा है। वही जेहादी मानसिकता के लोगों द्वारा लगातार वायरस को देश के आम नागरिकों में फैलाने का प्रयास निरंतर किए जा रहा है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है एवं वैश्विक आपदा के इस दौर में भी आतंकवादियों को घुसपैठ कराने एवं संघर्ष विराम का उल्लंघन करने में लगा हुआ है ऐसी स्थिति में भारत को भी सभी मर्यादाओं को छोड़ते हुए उसके साथ आतंकी राष्ट्र के रूप में ही व्यवहार करना चाहिए ऐसे समय में उसकी हरकतों पर करारा बार करते हुए पाकिस्तान प्रेरित एवं पोषित आतंकवाद को समूल नष्ट करने का दृढ़ संकल्प लेना होगा। यह संकल्प ऐसा होना चाहिए कि पाकिस्तान के होश ठिकाने आ जाए और अपने पाले पोसे आतंकवादियों को घुसपैठ कराने से भी घबराए।
वीरों का बलिदान व्यर्थ ना जाए
वर्मा ने कहा कि हमें सुनिश्चित करना होगा राष्ट्र रक्षा में अपने शौर्य का परिचय देते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीरों का बलिदान व्यर्थ ना जाए उन्होंने बहादुरी से आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने के लिएअपनी जान दे दी परंतु किसी भी आम नागरिक की जान जाने नहीं दी हमारे नायकों का यही चरित्र है। जिसके कारण पूरा देश उनके नमन में सिर झुका देता है। हमारे वीर सैनिकों ने यह साबित कर दिया है कि वे अपनी जान दे देंगे लेकिन हमें हर हाल में बचाएंगे।