पटना : राजधानी के किदवईपुरी में आज सुबह हुई एक घटना ने सारे पटना को हिला कर रख दिया है। कपड़े के बड़े व्यवसायी निशांत सर्राफ ने पहले अपनी पत्नी, बेटी और बेटे को गोली मारी फिर खुद को भी गोली मारकर खुदकुशी कर ली। लेकिन यहां सवाल उठ रहा है कि क्या वाकई यह मर्डर और खुदकुशी की मामला है? या फिर परिवार के ही किसी अन्य सदस्य का कारनामा? जो परिस्थितियां बयां कर रही हैं वह तो यही इशारा करती हैं कि जब पूरा परिवार हाल ही में खुश—खुश गर्मी की छुट्टी मनाकर लौटा, रात में साथ खाना खाया, कोई विवाद जैसी बात नहीं। ऐसा क्या हो गया कि अचानक सभी एक सुबह खून से लथपथ और मृत पाए गए?
मर्डर खुदकुशी, या फिर विशुद्ध मर्डर
व्यवसायी निशांत के परिवार में पिछले कुछ दिनों की गतिविधियों पर नजर डालें तो यह साफ हो जाएगा कि पिवार में आपसी टेंशन जैसी कोई बात नहीं थी। हाल ही में मृतक व्यवसायी निशांत ने पटना के खेतान मार्केट में रिटेल टेक्सटाइल दुकान की लॉन्चिंग की थी। इस लॉन्चिग में बॉलीवुड की मशहूर हिरोईन अमीषा पटेल पहुंची थीं, जिनकी तस्वीरें भी पटना के अखबारों में प्रमुखता से छपी थी। इसके बाद समूचा परिवार गर्मी की छुट्टियां मनाने बाहर गया। दो—तीन दिन पहले ही निशांत अपने परिवार समेत छुट्टियां मनाकर खुश—खुश लौटे थे। यानी, सब ठीक—ठाक था।
मामले में तीसरे शख्स की भूमिका!
मामला तब और उलझा प्रतीत हुआ जब व्यवसायी निशांत के घर दूध देने वाले राजू राय का बयान सामने आया। उसके अनुसार जब वह सुबह घर पर दूध देने गया तो देखा कि निशांत उनकी पत्नी तथा दोनों बच्चे डायनिंग टेबल पर बैठकर नाश्ता कर रहे थे। सभी खुश दिखाई पड़ रहे थे। उधर करीब बीस साल से व्यवसायी के साथ काम कर रहे गार्ड रामेश्वर ने बताया कि घटना सुबह करीब नौ बजे की है। उसके मुताबिक निशांत के बड़े भाई विक्की को पत्नी ने आवाज लगाई थी। उसने कहा था जल्दी ऊपर आ जाओ, लगता है गैस सिलेंडर फट गया है। जब विक्की तीसरी मंजिल पर पहुंचा तो माजरा कुछ और था।
सुसाइड नोट की जांच होना बाकी
अब इन बातों से इतना तो साफ है कि निशांत ने इस घटना को अंजाम दिया या किसी और ने यह स्पष्ट नहीं है। जहां तक बात मौके से मिले सुसाइड नोट की है, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि यह लिखावट निशांत की ही है या किसी और की। इसकी जांच अभी पुलिस को करवानी है। ऐसा भी हो सकता है कि हत्यारे ने पुलिस को मिसगाइड करने के लिए यह खत खुद ही लिखकर वहां डाल दिया हो। हालांकि पुलिस सभी एंगल से जांच कर रही है। अब आइए उन परिस्थितियों पर विचार करते हैं जिनके तहत यह परिवार रह रहा था।
भाइयों से जमीन विवाद की जांच जरूरी
किदवईपुरी में निशांत के साथ उसके दो भाइयों का परिवार भी रहता है। परिजनों ने बताया कि निशांत सोमवार रात अपनी दुकान से लौटा और परिवार ने साथ बैठकर डिनर किया। आज सुबह जब निशांत के कमरे से कोई नहीं निकला तो दूसरी चाबी से दरवाजा खोला गया। परिजनों ने देखा कि बिस्तर पर खून बिखरा है और निशांत, अल्का और बेटी अन्या का खून से लथपथ शव पड़ा हुआ था। वहीं, बेटा ईशांत तड़प रहा था। पूछताछ में पुलिस को परिवार में जमीन को लेकर विवाद की जानकारी मिली है। स्पष्ट है कि निशांत का अपने खुद के परिवार में विवाद नहीं था, लेकिन जमीन के मामले को लेकर उसका अपने भाइयों से विवाद को खारिज नहीं किया जा सकता। ऐसे में इस मामले को सीधे—सीधे निशांत की हरकत करार देना जल्दबाजी होगी। किसी तीसरे शख्स के एंगल की बारीकी से जांच होने के बाद ही मामला दूध का दूध और पानी का पानी की तरह सामने आ पाएगा।