नवादा : नवादा सदर अस्पताल में उस समय अजीबोगरीब स्थिति हो गई जब बुखार से पीड़ित एक युवक हेलमेट और चेहरे पर मास्क लगाकर इलाज कराने पहुंचा। उसके बाद कोरोना वायरस की आशंका से स्वास्थ्यकर्मी सहम उठे। अस्पताल में अफरातफरी मच गई। सभी लोगों ने अपने-अपने चेहरे पर मास्क लगा लिए।
कई लोग मरीज के नजदीक जाने से कतराने लगे। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विमल प्रसाद ने उस युवक से बातचीत की और बीमारी से संबंधित जानकारी ली।
रजौली प्रखंड के मोहनपुर गांव निवासी बुखार पीड़ित दीपक कुमार ने उन्हें बताया कि वह अबुधाबी में नौकरी करता था। वहां से तीन मार्च को घर लौटा है। उसके बाद से सिरदर्द और बुखार है। उपाधीक्षक ने पीड़ित युवक का इलाज कर दवा देकर घर भेजा।
बावजूद सदर अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी सहमे दिखे और पूरे दिन चेहरे पर मास्क लगाकर काम करते रहे। उपाधीक्षक डॉ. विमल प्रसाद ने बताया कि अबुधाबी में कोरोना वायरस का प्रकोप नहीं है, अबुधाबी से लौटने और बुखार की शिकायत पर कुछ लोगों ने युवक को डरा दिया था।
अबुधाबी में कोरोना वायरस का कोई प्रकोप नहीं है। इसलिए स्वदेश वापस लौटने के क्रम में न तो अबुधाबी में उसकी जांच की गई और न ही मुंबई में। युवक में कोरोना का कोई लक्षण नहीं है।
राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों से बात की गई है। दो सप्ताह तक दवा लेने को कहा गया है। इस बीच कोई परेशानी होगी तो विशेष जांच कराई जाएगी।