अभिषेक हत्याकांड का उद्भेदन, तीन गिरफ्तार
सिकरहना, पूर्वी चंपारण : विगत सप्ताह ढाका कोर्ट में पेशी के दौरान हुए बहुचर्चित अभिषेक झा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने का दावा पुलिस ने किया है। डीएसपी आलोक कुमार सिंह के नेतृत्व मेें गठित टीम ने इस सिलसिले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
कोर्ट परिसर में हुई थी हत्या
दबोचे गए लोगों में शिवहर जिले के डुमरी कटसरी से मृतक अभिषेक झा के भाई बाल मुकुंद झा, श्यामपुर भटहा के कुंदन कुमार झा एवं मुजफ्फरपुर के औराई निवासी रौनक कुमार उर्फ बिट्टू को उसके घर से पुलिस ने हिरासत में लिया। पकड़े गए अपराधियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि अपने सात साथियों के साथ इस घटना को उन्होंने अंजाम दिया था। वहीं डीएसपी आलोक सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों के ऊपर कई संगीन मामले दर्ज हैं। जेल में बंद कुख्यात अपराधी मुकेश पाठक के दाहिना हाथ अभिषेक झा को ढाका कोर्ट से छुड़ा ले भागने का साजिश अभिषेक झा के घर पर रची गयी थी। योजना को सात अपराधियों की टीम को अंजाम देना था। लेकिन योजना को अमलीजामा पहनाने के दौरान अपराधी अपने मंसूबे में विफल हो गए। इस दौरान अपराधियों द्वारा पुलिस पर फायरिंग की गयी। लेकिन गलती से गोली अभिषेक झा को लग गई। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मालूम हो कि तब घटनास्थल से एक देसी पिस्टल तथा तीन जिंदा कारतूस और तीन खोखा बरामद किया गया था। उक्त घटना के संबंध में स्थानीय थाने में कैदी एसकॉर्ट हवलदार वशिष्ठमुनि तिवारी के द्वारा अभिषेक झा एवं तीन अज्ञात के विरुद्ध कांड दर्ज हुआ था। यह घटना पिछले 16 जुलाई को हुई थी।
मुकेश पाठक का राइट हैंड था अभिषेक
अभिषेक झा उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों के 17 कांडों में अभियुक्त था जिसमें उसे सजा भी हो गई थी। डीएसपी श्री सिंह ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों पर भी कई संगीन मामले विभिन्न थानों में लंबित हैं। उन्होंने बताया कि यह सभी अपराधी मुकेश पाठक के लिए काम करते थे। अभिषेक झा मुकेश पाठक का दाहिना हाथ था। अभिषेक के जेल में रहने के कारण मुकेश पाठक की पकड़ अंडरवल्र्ड पर कम होने लगी। इसे लेकर अभिषेक झा को छुड़ाने के लिए यह योजना रची गई थी। जिसका शिकार अभिषेक खुद हो गया।
(रंजीत तिवारी)