100 साल बाद सीतामढ़ी से दिखने लगा हिमालय, बिहार को लॉकडाउन का गिफ्ट
पटना : लॉकडाउन ने बिहार समेत पूरे भारत की आबोहवा को निर्मल बना दिया है। वायु प्रदूषण इतना कम हो गया है कि सैंकड़ों वर्षों बाद बिहार के सीतामढ़ी से सुदूर नेपाल में स्थित हिमालय की बर्फीली चोटियां साफ दृष्टिगोचर होने लगी हैं। भारतीय वन सेवा के एक वरिष्ठ आईएफएस अफसर ने आज अपने ट्विटर पर सीतामढ़ी के एक गांव से ली गई हिमालय की खूबसूरत तस्वीर साझा की है। कोरोना की वजह से पिछले 45 दिनों से भारी मुसीबत झेल रहे हम बिहारियों के लिए यह काफी अद्भूत और सुकून भरा दृश्य है।
IFS ने शेयर की दुर्लभ तस्वीर
बड़े—बुजुर्ग बताते हैं कि करीब सौ साल पहले तक यानी 1920—30 के आसपास तक बिहार के सीतामढ़ी से हिमालय की चोटियां साफ दिखती थीं। लेकिन अनियंत्रित विकास के कारण बढ़े प्रदूषण ने हवा को इतना गंदा कर दिया कि हमारी दृष्टि की पहुंच से हिमालय ओझल हो गया। लेकिन अब लॉकडाउन की वजह से कामकाज ठप और औ़द्योगिक प्रदूषण भी बंद। यहां तक कि सड़कें भी सूनी पड़ी जिसके चलते आबोहवा साफ हो गई। नतीजा वर्षों पहले बिहार की नजरों से प्रदूषण के चलते ओझल हो गया सागर सम्राट फिर प्रगट हो गया।
भारतीय वन सेवा के अधिकारी प्रवीण कांसवां ने बिहार के सीतामढ़ी स्थित एक गांव से हिमालय की चोटियों के देखे जाने की तस्वीरें कैद की और उसे अपने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया। उन्होंने इसके साथ कैप्शन में लिखा कि जब बिहार के सिंहवाहिनी गांव के लोगों ने एवरेस्ट को अपने घरों से देखा। वे कहते हैं कि यह दशकों के बाद हुआ।
When people of Singhwahini village, Bihar saw Everest from their own houses. They say this happened after decades. Courtesy @activistritu. pic.twitter.com/X0SQtZe22T
— Parveen Kaswan, IFS (@ParveenKaswan) May 5, 2020
विदित हो कि सीतामढ़ी का वायु प्रदूषण सूचकांक नवंबर माह मे 400 तक खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था। आज यह घटकर 75 पर आ गया है, लिहाजा हिमालय की चोटियों के दिखने की बात कोई आश्चर्य नहीं है। कई रिहायशी इलाकों में मोर, हिरण, बाघ तथा अन्य जंगली जीव-जंतु देखे जा रहे हैं। मानवीय गतिविधियां बंद होने, वाहनों का परिचालन घटने और उद्योग धंधों के बंद होने व व्यक्तिगत-सार्वजनिक जीवन में साफ-सफाई बढ़ने से पर्यावरण को बहुत लाभ हो रहा है।