नालंदा : नालंदा के इसलामपुर प्रखंड में बड़े पैमाने पर मगही पान की फसल को ठंड से नुकसान पहुंचा है। प्रखंड के अर्जुन सेरथुआ, बौरी, मैदीकला, डौरा, इमादपूर, कोचरा, मदुद, दलनविगहा, मदारगंज सहित एक दर्जन गांवों में लगभग 100 एकड़ भूमि पर कृषकों द्घारा पान की खेती की जाती है। लेकिन ठंड की बजह से 50 प्रतिशत पान की फसल नष्ट होने की आंशका कृषक व्यक्त कर रहे हैं। कृषकों ने वताया कि ठंड से पान का पत्ता दागदार होकर पीला पड़ जाता है और फिर पत्ता गलकर गिरने लगता है। इसके कारण कृषकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अर्जुन सेरथुआ गांव के पान कृषक सोनी चौरसिया, अवधेश चौरसिया, सिद्धनाथ चौरसिया, कामलेश चौरसिया, श्यामबाबू चौरसिया, रवि चौरसिया, प्रमोद चौरसिया, सत्येन्द्र चौरसिया आदि ने वताया कि कर्ज लेकर कड़ी मेहनत कर पान की फसल उपजाते हैं। लेकिन प्रकृति का दंश झेलने को विवश हैैैं। उन्होंने वताया कि हालत यह है कि कुछ किसान इस पुश्तैनी धंघे को छोडकर बाहर पलायन कर गये हैं। पलायन करने वालों में मेघन चौरसिया, गुडू चौरसिया, नीपु चौरसिया, शैलेंद्र चौरसिया, पंकज चौरसिया आदि शामिल हैं। पीडित कृषकों ने पान की फसल को राष्ट्रीय फसल घोषित करने के साथ ही नष्ट हुई फसल का उचित मुआवजा देने की सरकार से मांग की है।
कुमुद रंजन सिंह