राष्ट्रपति को लेकर किस खबर पर भड़के दलित, पीसीआई ने लिया संज्ञान
दिल्ली : सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई को राज्यसभा का सदस्य मनोनीत करने के मामले से संबंधित टेलीग्राफ अखबार द्वारा प्रकाशित खबर का भारत में विभिन्न स्थानों पर विरोध हो रहा है। कबीर के लोग नामक संगठन के बैनर तले दिल्ली स्थित टेलीग्राफ के कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया। विरोध करने पहुंचे सैकड़ों युवक अखबार के विरोध में नारे लगा रहे थे।
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे डा.गुरु प्रकाश ने कहा कि नए भारत का नया दलित ये अपमान नहीं सहेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी को कोविड वायरस से जोड़कर टेलीग्राफ अखबार ने देश के दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ भद्दा मजाक किया है। इस अखबार ने दलितों का ही नहीं बल्कि संपूर्ण भारत को अपमानित करने की हिम्मत दिखायी है। इस प्रकार की मानसिकता वाले लोग दलितों को ऊंचे स्थानों पर देखना नहीं चाहते हैं। यह सबको विदित है कि भारत केे राष्ट्रपति का जन्म दलित परिवार में हुआ है। इस मानसिकता का सड़क से लेकर संसद तक हम लोग विरोध करेंगे। यह आंदोलन तब तक जारी रखेंगे जब तक टेलीग्राफ अखबार माफी नहीं मांगेगा।
मालूम हो कि इस खबर पर भारतीय प्रेस परिषद् (PCI) ने संज्ञान लेते हुए अंग्रेजी अखबार THE TELEGRAPH को नोटिस भेजा है।