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विमान क्रैश की अफवाह पर रातभर परेशान रही पुलिस, होगी जांच

नवादा : कोलकाता से दिल्ली के लिए उड़ान भरी एक यात्री विमान के क्रैश होने की सूचना के बाद रात प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। रातभर कई जिलों के प्रशासनिक अधिकारी से लेकर खुपिया विभाग और एयरपोर्ट अथॉरिटी तक परेशान रही। घंटों बाद तक किसी स्तर से इसकी पुष्टि नहीं होने से अधिकारीगण रातभर जागरण करते रहे। सुबह होने के बाद यह साफ हो गया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई। सिर्फ अफवाह थी। हालांकि, यह अफवाह कहां से उड़ी और किसने उड़ाई, इसके पीछे का मकसद क्या था, यह साफ नहीं हो सका है। जांच के बाद ही तथ्य सामने आ सकेगा।

क्या है पूरा मामला?

शनिवार की रात 10 बजे के करीब अचानक खबर उड़ी कि कोलकाता से इंडिगो की फ्लाइट दिल्ली के लिए उड़ी थी, जो डेलवा में क्रैश कर गई। डेलवा रजौली थाना क्षेत्र का हिस्सा है जो पूर्णतया नक्सल प्रभावित है। सूचना नवादा और झारखंड के कोडरमा एसपी से लेकर एयरपोर्ट आथॉरिटी तक पहुंच गई। मीडिया कर्मी भी अपने सूत्रों से संपर्क साधने में जुटे थे। नवादा एसपी हरि प्रसाथ एस से रात करीब 12 बजे जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि पिछले दो घंटे से सूचना का सत्यापन कराने का प्रयास कर रहा हूं। कोडरमा एसपी से बात की गई तो उन्होंने भी इसकी पुष्टि नहीं की।
हालांकि नवादा एसपी इस निष्कर्ष पर थे कि विमान के राडार से मिस करने के चंद मिनटों बाद ही एयरपोर्ट ऑथरिटी को इसका पता चल जाता। क्रैश होने की स्थिति में आग की लपटें उठती, लेकिन ऐसी कुछ सूचना कहीं से नहीं मिली है। फिर भी जबतक पूरी तरह से बातें साफ न हो जाए, अलर्ट रहना जरूरी था।
सुबह भी इलाके में जानकारी प्राप्त की गई। सूचना गलत पाए जाने पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

आखिर किसने फैलाई अफवाह

विमान क्रैश की सूचना गलत साबित होने के बाद अब यह जानकारी जुटाई जा रही है कि आखिर किसने यह अफवाह फैलाई और इसके पीछे क्या मकसद था।
बता दें कि जिस जगह पर विमान के दुर्घटना होने की अफवाह फैलाई गई, वह स्थान रजौली थाना क्षेत्र के हरदिया पंचायत की नक्सल प्रभावित इलाके में शुमार है। यह इलाका लाल आतंक का गढ़ माना जाता है। चर्चा है कि कहीं यह नक्सलियों की चाल तो नहीं थी। ताकि पुलिस इलाके में घुसे और सुरक्षाबलों पर हमला किया जा सके।
यह भी कहा जा रहा है कि शनिवार की शाम गया-औरंगाबाद की सीमा पर कोबरा और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें एक हार्डकोर नक्सली को मारा गया था। उसका बदला लेने के लिए यह साजिश रची गई।