उमानाथ-मंदिर व घाट के मुख्य मार्ग नरक में तब्दील
बाढ़ : बिहार का बनारस(काशी) के नाम से सुविख्यात ‘उमानाथ-मन्दिर व घाट’ के मुख्य मार्ग नरक में तब्दील हो गया है। जिसके कारण भक्तों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर उमानाथ मंदिर एवं घाट पर पूजा-अर्चना करने बाले श्रध्दालुओं को नारकीय स्थिति से गुजरना पड़ता है। उमानाथ मंदिर एवं घाट के निकट रोड के किनारे नाले नहीं होने से घरों और दुकानों का गंदा पानी सड़कों पर जमा रहता है तथा गंदे पानी का निकास नहीं होने से उसमें जमे कूड़े-कचरें काफी दुर्गंध करता है। जिससे लोगों बहां रहना काफी दूभर सा हो गया है और रोग फैलने की आशंका भी है।
उमानाथ मन्दिर के महंथ विश्वनाथ भारती, निगमानन्द भारती एवं जयमंगल भारती, पूजारी विजय पांडेय, मुन्ना पांडेय तथा बहां के निवासी सोमनारायण तिवारी, उपेंद्र भारती, मृत्युंजय भारती उर्फ कारू बाबा, पं०प्रवीण तिवारी, वासुदेव बाबा, पं०राधेकांत द्विवेदी, चन्द्रशेखर, अमरनाथ, विवेक, रोहित, विनोद मालाकार, उमाशंकर पांडेय उर्फ फिटटी बाबा, गुरुदेव, अन्नू, विकास, राजेश, मनोज, शिवम, बबलू सिध्दार्थ गुप्ता सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि यहां चातुर्य मास यानी आषाढ़ पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक काफी दूर-दराज से श्रध्दालुओं का गमनागमन हुआ करता है फिर भी उमानाथ मन्दिर एवं घाट पर आवाजाही करने बाले आमजनों या पूजा-अर्चना के लिये आवाजाही करने वाले श्रध्दालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी जया ने बताया कि उमानाथ मन्दिर तथा घाट के आसपास खुद निरीक्षण करके आवश्यक कार्रवाई करूंगी। नगर परिषद के मुख्य पार्षद शकुंतला देवी ने बताया कि जल निकासी एवं साफ-सफाई के लिये कारगर कदम उठाये जायेंगे।
सत्यनारायण चतुर्वेदी