नवादा : जिले में दो दिनों से तापमान में गिरावट दर्ज की जाने लगी है। बावजूद लू से मरने और बीमार पड़ने का सिलसिला जारी है। हालांकि संख्या में काफी कमी आई है। गुरुवार को भी लू से पीड़ित स्वतंत्रता सेनानी समेत तीन लोगों की मौतें हुईं।
मिली जानकारी के अनुसार, हिसुआ प्रखंड क्षेत्र के छतिहर गांव निवासी स्वतंत्रता सेनानी परमेश्वर सिंह 16 जून को लू से पीड़ित हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने गुरुवार को अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। वहीं रोह प्रखंड के पचंबा गांव निवासी मो. कलाम और काशीचक प्रखंड के सरकट्टी गांव की शांति देवी की मौत हो गई। बताया जाता है कि मो. कलाम की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। जिसके बाद परिजन उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं शांति देवी ने बिहारशरीफ स्थित एक निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं गुरुवार की देर शाम तक नौ नए मरीजों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
बता दें कि पिछले पांच दिनों में जिले में प्रचंड गर्मी व लू के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक और गैर-आधिकारिक आंकड़ा मिलाकर मृतकों की संख्या 60 के आसपास पहुंच गई है तो 140 लोगों का इलाज सदर अस्पताल में किया जा चुका है।
मरीजों की मदद को नित्य उठ रहे हाथ
सदर अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों व उनके परिजनों की मदद के लिए स्वयंसेवी संगठनों के लोग लगातार आगे आ रहे हैं। सदर पीएचसी के लिपिक विजय कुमार की ओर से सदर अस्पताल में मिनरल वाटर की व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि अभी यह सेवा जारी रहेगी। उनके साथ नीरज कुमार, मनोज मिश्रा, अशोक झा आदि भी सहयोग में जुटे रहे।
बरनवाल समाज से जुड़े कई लोगों ने अस्पताल पहुंच कर मरीजों व उनके परिजनों के बीच भोजन का वितरण किया। समाज की कई महिलाएं भी लोगों की सेवा में जुटी रहीं। आपसी सहयोग से समाज के लोगों ने भोजन इकट्ठा किया और मरीजों के बीच वितरण किया। साथ ही मिनरल वाटर की भी व्यवस्था की गई। दवा विक्रेता संघ के अध्यक्ष ब्रजेश राय समेत संगठन के अन्य सदस्यों ने मरीजों के बीच ओआरएस का वितरण किया।
लू लगने से भीम आर्मी के सक्रिय सदस्य आदित्य की मौत
नवादा : जिले के हिसुआ प्रखंड गुरूचक निवासी भीम आर्मी के सक्रिय सदस्य आदित्य राजवंशी कि लू से मौत हो गयी।भीम आर्मी के हिसुआ प्रखंड अध्यक्ष धमेंद्र राजवंशी ने बताया कि शोषित, पीड़ित और दलितों के लिए(आरसीडी रोड डिवीजन) सरकारी सेवा में कार्यरत रहते हुए भी उनकी मदद करते थे। साथ ही बाबा साहब अम्बेडकर के आदर्शो को मानकर समाज में लोगो को आपसी भाईचारा बना कर रहते थे साथ ही अपने समाज के लोगो को पढ़ने लिखने के लिए हमेशा प्रेरित करते थे।
हिसुआ के गुरूचक शोका कुल परिवार से मिलने नवादा भीम आर्मी के पूर्व जिलाध्यक्ष चन्दन कुमार चौधरी पहुंचे और उनके परिवार बालों को डाडस दिए साथ ही भीषण गर्मी से बचने के लिए दोपहर में घर से नहीं निकलने को कहा। पांच दिनों तक सतर्क रहने को कहा एवं लू लगने पर तुरन्त अस्पताल जाने को कहे, प्राकृतिक के इस मार से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है।
चमकी बुखार पर माले, आइसा, इनौस व एपवा ने मंत्री का फूंका पुतला
नवादा : चमकी बुखार एवं लू से बिहार में सैकड़ों बच्चों व बुजुर्गो की हुई मौत के खिलाफ भाकपा माले, आइसा, इनौसा तथा एपवा के संयुक्त तत्वाधान में नवादा शहर में विरोध मार्च निकाला गया। तथा स्वास्थ्यमंत्री मंगल पाण्डेय के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रजातंत्र चौक पर पुतला दहन किया। नगर के अम्बेडकर पार्क से निकाली गई विरोध मार्च शहर के मुख्य मार्गा का भ्रमण करते हुए प्रजातंत्र चौक पहुंचा। जहां स्वास्थ्यमंत्री का पुतला दहन किया। पुतला दहन पश्चात नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए माले के जिला सचिव नरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से सैकड़ों बच्चे तथा नवादा लू से दर्जनों लोगों की हुई मौत नीतीष कुमार की कलई खोलकर रख दी है।
बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग नकारा साबित हुआ। उन्होंने कहा कि बच्चों के प्रति इस प्रकार की लापरवाही घोर अपराध है। तथा इसके लिए भाजपा जदयू की सरकार जवाबदेह है। उन्होंने राज्य सरकार से चमकी बुखार को आपदा घोषित करते हुए युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाने और गांव-गांव में समक्ष चिकित्सकों की टीम भेजने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि नवादा, गया और औरंगाबाद में लू लगने से सैकड़ों लोगों की हुई मौत के बाद सरकार को जहां बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था करनी चाहिए वहीं सरकार अपने बचाव में धारा 144 लगा रही है।
मौके पर सुदामा देवी, भोला राम, सावित्री देवी, दीपक कुमार, मंटू कुमार, अनुज प्रसाद, अजित कुमार मेहता, मालो देवी, सरस्वती देवी तथा अर्जून पासवान सहित दर्जनों की संख्या में लोग मौजूद थे।