दरभंगा : संस्कृत विश्वविद्यालय में रविवार को आयोजित 44वीं सीनेट की बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए तीन अरब 27 करोड़ 17 लाख 62 हजार 822 रुपये के घाटे के वार्षिक बजट को अनुमोदित कर दिया गया।बजट में कुल प्रस्तावित खर्चे का अनुमान तीन अरब 29 करोड़ दो लाख 57 हजार 322 दर्शाया गया है। उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि बजट अधिकारी डॉ. नवीन कुमार झा के अनुसार विश्वविद्यालय की क अनुमानित आय महज एक करोड़ 84 लाख94 हजार पांच सौ ही है।
इसमें स्ववित्त पोषित संस्थान एवम आंतरिक श्रोतों से होने वाली आय भी शामिल है। प्रशासनिक खर्चे में कमी , सरकारी अनुदान की प्राप्ति तथा आंतरिक श्रोतों में बृद्धि करके इसकी पूर्ति करने का प्रयास किया जायेगा।वहीं, बजट में वेतन मद में कुल 86 करोड़ 21 लाख 79 हजार चार रुपये खर्चे का अनुमान है.
जिसमें शिक्षक कोटि के लिए 66 करोड़ नौ लाख 58 हजार 867 रुपये तथा शिक्षकेतर कोटि में 20 करोड़ 12 लाख 20 हजार 137 रुपये शामिल है। जबकि कुल सेवांत लाभ देने में 61 करोड़ 36 लाख 72 हजार 328 रुपये के खर्चे का अनुमान लगाया है। इसी तरह वेतन व पेंशन के बकाये मद में एक अरब 51 करोड़ 84 लाख 47 हजार 14रुपये दिखाया गया है।इस तरह गैर योजना मद में कुल तीन अरब सात करोड़ 55 लाख 21 हजार 246 रुपये खर्च होने का अनुमान है।अब घाटे की क्षति पूर्ति के लिए अनुमोदित बजट को राज्य सरकार के समक्ष भेजा जाएगा।