शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में की गई आवासन की व्यवस्था
मधुबनी : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के आलोक में राज्य के शहरी क्षेत्रों में आवासन एवं सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गयी है। कोविड-19 के कारण बिहार राज्य के बाहर से आए अप्रवासी मजदूर/अन्य लोगों के लिए विभिन्न प्रखंडों के विद्यालयों में क्वारंटाइन कैंप संचालित किया जा रहा है।
मधुबनी के विवाह भवन में आवासित व्यक्तियों की संख्या-8 तथा भोजन करने वालों की संख्या-50 है। वहीं नगर पंचायत, जयनगर के द्वारा संचालित नगर पंचायत के पुराने कार्यालय भवन में 8.मई तक आवासितों की संख्या-42 तथा भोजन करने वालों की संख्या-128 है।
वही विभिन्न अंचलों के पंचायतों में भी कोविड-19 के कारण बिहार से बाहर से आये लोगों के लिए क्वारंटाइन में आवासन की व्यवस्था की गयी है। जिसमें रहिका प्रखंड में प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन केन्द्र में आवासित व्यक्तियों की संख्या-53 तथा विभिन्न पंचायतों के विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-20 है।
खजौली प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-50 तथा विभिन्न पंचायतों के विद्यालयों में आवासित कुल व्यक्तियों की संख्या-25 है। पंडौल प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में कुल-170 व्यक्ति आवासित है।
बाबूबरही प्रखंड स्तरीय क्वारंटीन कैंप हाईस्कूल, बाबूबरही में कुल-178 तथा विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-65 है। राजनगर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-180 है।
कलुआही प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में आवासीत व्यक्तियों की संख्या-44 तथा विभिन्न पंचायतों में अवस्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-31 है।
बेनीपट्टी प्रखंड स्तरीय क्वारंटीन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-94 है तथा विभिन्न पंचायतों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-113 है।हरलाखी प्रखंड क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-135 तथा विभिन्न पंचायतों में अवस्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-163 है। मधवापुर प्रखंड क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-29 तथा विभिन्न पंचायतों के विद्यालयों में अवस्थित व्यक्तियों की संख्या-41 है।
बिस्फी प्रखंड क्वारंटाइन में आवासित व्यक्तियों की संख्या-113 तथा विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-95 है। झंझारपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-102 है। अंधराठाढ़ी प्रखंड के प्रखंड क्वारंटाइन में आवासित व्यक्तियों की संख्या-106 तथा अंधराठाढ़ी प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-29 है। मधेपुर प्रखंड के प्रखंड क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-235 है। लखनौर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-72 है।
जयनगर के उच्च विद्यालय, जयनगर में आवासित व्यक्तियों की संख्या-150 तथा नगर पंचायत, जयनगर स्थित अनुमंडल अस्पताल, जयनगर में आवासित व्यक्तियों की संख्या-34 तथा मध्य विद्यालय, दुर्गीपट्टी में 15 व्यक्ति आवासित है।
बासोपट्टी प्रखंड स्थित प्रखंड क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-153 तथा विभिन्न पंचायत स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-180 है। लदनियां प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-104 तथा विभिन्न पंचायतों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-167 है।
फुलपरास प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-25 तथा अन्य पंचायतों में स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-60 है। लौकही प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की कुल संख्या- है।
घोघरडीहा प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन कैंप में आवासित व्यक्तियों की संख्या-31 तथा विभिन्न पंचायतों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-31 है। नगर पंचायत, घोघरडीहा के आई0टी0आई0, घोघरडीहा में आवासित व्यक्तियों की संख्या-1 है।
खुटौना प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में स्थित विद्यालयों में कुल आवासितों की संख्या-274 है। जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्थित क्वारंटाइन कैंप में दिनांक-08.05.20 तक आवासित कुल व्यक्तियों की संख्या-1351 है तथा विभिन्न पंचायतों के विद्यालयों में आवासित व्यक्तियों की संख्या-2211 है।
भाकपा की प्रखंड कमिटी की हुई बैठक
मधुबनी : भाकपा (माले)प्रखंड कमिटी की बैठक प्रखंड पार्टी कार्यालय में आयोजित किया गया। इस बैठक में भूखमरी, बेकारी व बिमारी से जूझते जनता के सबालो पर बिचार बिमर्श व समीक्षा किया गया। राशन बितरण में पाया गया है, कि गरीबों की अच्छी खासी संख्या ऐसी है। जिसके पास राशन कार्ड नहीं है,इस कारण वे राशन से बंचित हो जा रहें है। जीविका दीदी के जरिए राशन कार्ड से बंचित परिवारों का फार्म भड़ाया है, हालांकि इसमें भी कुछ जगहों से अनियमितता की शिकायत आ रही है। वैसे राशन कार्ड धारकों को राशन मिल रहा है।
मनरेगा के तहत जाब कार्ड के लिए प्रखंड भर से पार्टी के द्धारा 2000 दो हजार से अधिक मजदूरों का आवेदन करवाया गया था, जिसका जाब कार्ड बनवाने की शुरुआत हो चूका है। जिनके पास जाब कार्ड है, उससे काम मांगने का आवेदन दिलवाने की योजना बनाई गई।
बाहर से आने वाले प्रबासी मजदूरों का अधिकांश क्वारेंटाइन सेंटर में देखभाल,रहन-सहन और खाना पीना का हालत दयनिय है। इस मामले में चिंता ब्यक्त किया गया।
इस बैठक में सभी गरीब परिवारों को राशन कार्ड एवं नियमित राशन की गारंटी करने, सभी मजदूरों को जाब कार्ड एवं जाब कार्डधारी को काम की गारंटी करने, क्वारेंटाइन सेंटर में उचित देखभाल,रहन-सहन व खान-पान की ब्यबस्था के लिए प्रशासन पर दबाव बनाने और लाक डाउन के नियम का पालन करते हुए जन जागरण अभियान चलाने का निर्णय लिया।
भाकपा(माले) के प्रखंड सचिव अनिल कुमार सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी के जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण ने कहा कि अमीरों को बिदेश से घर वापसी के लिए हवाई जहाज व पनिया जहाज चलाये जा रहें है, वहीं प्रवासी मजदूरों को घर वापसी के राह में भाजपा सरकार तरह तरह के रोड़े अटका रही है। मजदूरों के साथ गुलाम और बंधूआ की तरह ब्यबहार हो रहा है। आम तौर पर उसे अपने भरोसे जीने व मरने को छोड़ दिया गया है। अब पूंजीवाद का अमानिय चरित्र इस महामारी के समय में बेनकाब हुआ है। श्रमिकों के लिए समाजवाद की कितनी जरूरत है,अब एहसास हो रहा है।
पूंजीवाद का अगुवा अमेरिका पूरी दुनिया में बेनकाब हुआ है। भारत के गोदी मिडिया जो कारपोरेट घरानों का दलाल है, वह अब ट्रंप जैसे पगलाये अमेरिकी राष्ट्रपति की निर्लज्ज भक्ति करने पर उतर आए है।
इस बैठक को किसान महासभा के जिला सचिव प्रेम कुमार झा, खेग्रामस के जिला सचिव बेचन राम, कृपा नंद झा, गणेश यादव, दीपक पासवान, मनीष मिश्रा, बिजली राम, संतोष साह, मधुकांत मंडल, गुड्डू मंडल, लषण पासवान, जीबछ राम, फूलबाबू राम ने भी संबोधित करते हुए अपनी बातों को रखा।
कोरोना वायरस से बचाव को ले प्रशासन ने बैंक,रजिस्ट्री ऑफिस को किया सैनिटाइज
मधुबनी : कोरोना वायरस संकट से बचाव को ले जयनगर नगर पंचायत प्रशासन ने कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार के नेतृत्व कर्मियों द्वारा विभिन्न बैंकों,रजिस्ट्री कार्यालय के बाहरी व भीतरी परिसर को सेनेटाइज किया। श्री कुमार ने बताया कि सेनेटाइज का कार्य निरंतर चलाया जाऐगा, ताकि पब्लिक क्षेत्र में कोरोना वायरस के संकट से बचाव हो।
बता दें कि बैकों व रजिस्ट्री कार्यालय समेत लोगों की भीड़ भाड़ इलाकों को सेनेटाइज किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त शहर के विभिन्न प्रमुख जगहों व शहर,सब्जीमंडियों के पास सेनेटाइज किया जा रहा है।
घर में घुस नाबालिग़ दो बहनों के भरे मांग
मधुबनी : झंझारपुर के आरएस ओपी में जो कुछ हुआ वह पूरी तरह फिल्मी लगा। इससे किसी भी मामले में कम नहीं। नगर के एक मोहल्ला में दो युवक बुधवार की रात अचानक एक घर में घुस गए, जहां दो किशोरियां अपनी मां के साथ रहती थीं। घर में घुसे युवकों के हाथ में सिंदूर था। इससे पहले कि कोई कुछ पूछता युवकों ने बलपूर्वक दोनों बहनों की मांग में सिंदूर भर दिया। जबकि घटना के समय उनकी मां वहीं मौजूद थीं। इसके बाद तो सभी हक्का-बक्का रह गए। घटना यही खत्म नहीं हुई।
नाबालिगों की मांग भरने के बाद दोनों युवक उन्हें लेकर अपने-अपने घर चले गए। इसके बाद मामला पुलिस तक पहुंची। पुलिस ने छानबीन आरंभ किया। गुरुवार को दोनों लड़कियों को बरामद करने में पुलिस सफल रही। हालांकि जब दोनों लड़कियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने किसी भी तरह की जबरदस्ती से इंकार किया। उनका कहना था कि उनलोगों ने अपनी मर्जी से शादी रचाई है। वे अपने पति के साथ ही रहना चाहते हैं। इसके बाद उनके आधार कार्ड की जांच की गई। इसके अनुसार दोनों बहनें नाबालिग हैं।
दोनों को मेडिकल जांच में भेजा गया
इस संबंध में लड़की की मां के आवेदन पर हरेकांत मंडल के पुत्र पूरन मंडल एवं स्व. सुरेश मंडल के पुत्र राजेश कुमार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। शुक्रवार को दोनों को मेडिकल जांच में भेजा गया है। इसी तरह का एक मामला सामने आया है। यह स्थानीय आइबी के नजदीक से जुड़ा है। एक अनुसूचित परिवार की नाबालिग लड़की घर से गायब हुई। उसने लौकही थाना के बेलगामा गांव के युवक श्रवण धनकार से शादी रचा ली। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो उसे भी बरामद कर लिया गया है। उक्त तीनों मामले में शादी रचाने वाले युवक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। वहीं, थानाध्यक्ष केपी सिंह ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच चल रही है।
फ़र्जी पता बता मुंबई से मधुबनी पहुंचे 12 नेपाली छात्र
मधुबनी : लॉकडाउन के बीच सरकार ने प्रवासियों के लिए जो छूट दी उसका गलत फायदा भी उठाया जा रहा। ताजा मामला नेपाल के 12 मदरसा छात्रों से जुड़ा है। वे फर्जी पता बताकर महाराष्ट्र से मधुबनी पहुंच गए। इसके पीछे उनकी सोच यह रही होगी कि यहां से नेपाल जाने में सुविधा होगी। मगर, नेपाल पुलिस के रोक दिए जाने के बाद इनका सच सामने आ गया है। फिलहाल सभी को खुटौना के क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।
स्पेशल ट्रेन से दरभंगा आए
बताया जा रहा कि महाराष्ट्र के जिला नन्दुआर के अक्लकुआ स्थित मदरसा इस्लामियां इसातुल उलूम में पढ़ रहे 12 नेपाली छात्र श्रमिक स्पेशल ट्रेन से दरभंगा आए। बस से मधुबनी होते हुए गुरुवार को स्थानीय प्लस टू उच्च विद्यालय स्थित क्वारंटाइन केंद्र पर पहुंचे। यहां पंजीयन के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद उनसे घोषणा पत्र लेकर उन्हें होम क्वारंटाइन में 21 दिनों तक रहने के निर्देश देकर उन्हें घर जाने को कहा गया।
वास्तव में वे नेपाली नागरिक मगर, वे प्रखंड के निवासी नहीं थे। उन्होंने पहचान छिपाकर फर्जी पता लिखवा दिया था। वास्तव में वे नेपाली नागरिक थे। क्वारंटाइन सेंटर से निकल वे आराम से सीमावर्ती लौकहा से पूरब लक्ष्मीपुर पहुंचे। वहां से सीमा पार कर नेपाली क्षेत्र के बेलही गांव में घुसने का प्रयास किया। सीमा के उस पार नेपाली क्षेत्र में तैनात नेपाल शस्त्र प्रहरी बल के अधिकारियों व जवानों में उन्हें प्रवेश करने की कतई इजाजत नही दी। छात्रों ने नेपाली नागरिकता के कागजात भी दिखाए।
मगर, अधिकारी टस से मस नहीं हुए। थक हारकर सभी 12 छात्र भारतीय क्षेत्र में बन्दरभुल्ली चौक पर आ गए। कंधों पर बैग लटकाए अजनवी चेहरों को देखकर अलग बगल के लोग उनसे पूछताछ करने लगे। लोगों को जब पता चला कि वे महाराष्ट्र से आए हैं, जो भयंकर रूप से कोरोना संक्रमित राज्य है। लोग इन छात्रों से दूर रहने को कहने लगे। उनकी कहानी जानकर कुछ लोगो को दया आ गई। लोग उन्हें मझोड़ा के पंचायत सरकार भवन में ले गए। खाना खिलाया और वहां रहने का बंदोबस्त किया। खबर फैलते ही प्रशासन हरकत में आया। बीडीओ पंचायत सरकार भवन तक गए, उनके संबंध में जानकारी ली। बीडीओ ने बताया कि वे उन्हें दुबारा प्लस टू उच्च विद्यालय स्थित प्रखंड क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने मधुबनी एवं सीतामढ़ी के जदयू प्रखंड अध्यक्षों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया संवाद
मधुबनी : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ज़ूम ऐप के जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीतामढ़ी, दरभंगा ,मधुबनी और समस्तीपुर के प्रखंड जदयू अध्यक्ष और पंचायत अध्यक्षों को संबोधित किया।
उन्होंने सभी प्रखंड अध्यक्ष अध्यक्षों से कहा कि सभी लोग अपने अपने क्षेत्रों में ध्यान दें ,सरकार के तरफ से हर राशन कार्ड धारी को एक एक हजार रुपैया मुहैया कराया गया हैं।इसकी जानकारी आप सभी लोग अपने अपने क्षेत्र में दें, एवं जनता का सहयोग करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका जैसा विकसित देश भी इस बीमारी से त्रस्त हैं। इस बार मौसम अनुकूल नहीं हैं। ब्रजपात से दर्जनों लोगों की जान चली गई हैं, जो काफी दुखद हैं। हम सभी परिवार वालो के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं। फसलों की क्षति हुई हैं, सरकार ने तुरंत फसल क्षति का ऐलान कर दिया है। लोग घर में रहें सोशल डिस्टेंस और लॉक डाउन का सख्ती से पालन करें, क्योंकि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं हैं, बचाव ही एक मात्र उपाय हैं।
बिहार सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही हैं, एवं नीतीश कुमार ने सभी प्रखंड अध्यक्ष अध्यक्षों से कहा कि बिहार में इस वर्ष चुनाव हैं। इस विभीषिका को देखते हुए ऐसी उम्मीद हैं, कि इसबार कार्यकर्ता सम्मेलन या फिर रैली कम मात्रा में ही हो सकेगी। इसीलिए सभी अखंड अध्यक्ष अपने-अपने प्रखंड स्तर पर एक व्हाट्सएप ग्रुप बनवाएं एवं इस ग्रुप में सभी जदयू कार्यकर्ता को जोड़ें एवं सरकार के द्वारा जो कार्य किया जा रहा है। उसको सोशल मीडिया के जरिए जनता तक पहुंचाएं।
इस दौरान रहिका प्रखंड अध्यक्ष प्रभु झा जी ने कहा कि प्रवासी मजदूर जो जिला मुख्यालय से प्रखंड मुख्यालय आते हैं, उसको प्रखंड मुख्यालय से कोड कवैरांटिने सेंटर तक ले जाने के लिए कोई साधन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। क्वारेंटाइन सेंटर में भोजन की कोई समुचित व्यवस्था उपलब्ध नहीं हैं। कृपया मुख्यमंत्री महोदय से आग्रह हैं, की इस मामले को गंभीरता से लिया जाएं। साथ ही प्रभु जी झा ने आगे कहते हुए कहा कि रहिका प्रखंड के किसी भी पंचायत में नल-जल योजना की स्तिथि चौपट है, जबकि यह योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल हैं।
मधुबनी जिला में पार्टी का कोई जिलाध्यक्ष नहीं हैं, जिसकी कमी हम लोगों को महसूस हो रही हैं एवं हम लोग नेतृत्व विहीन हैं। इस मौके जदयू जिला उपाध्यक्ष राज किशोर साफी राजू, जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ प्रखंड अध्यक्ष देव नारायण शाह , जदयू जिला सचिव प्रभात रंजन, रामभरोस राय, जदयू युवा नेता गोपाल भारद्वाज सहित दर्जनों जदयू कार्यकर्ता मौजूद रहें।
क्वारंटाइन सेंटर से बाहर घूम रहे लोग, विरोध में किया सड़क जाम
मधुबनी : ललित नारायण जनता कॉलेज के सामने शनिवार को लोगों ने सड़क जाम कर दिया, जाम करने वाले सभी लोग स्थानीय थे। इनका कहना था कि कॉलेज में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर से लोग बाहर निकल रहे हैं, चाय पी रहे हैं, साबुन व तेल खरीद रहे हैं। वे जिस दुकान पर जा रहे है, वहाँ मोहल्ले के लोगों को जाने में अब डर लग रहा है। सघन बस्ती में मौजूद लोगों को संक्रमण का खतरा उत्पन्न हो गया है, लगभग दो घंटे तक सड़क जाम चलता रहा।
स्थानीय लोगों के आक्रोश को देख क्वारंटाइन कैम्प से बाहर निकले लोग वापस सेंटर में चले गए। जाम की सूचना पर स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन पहुंच लोगों को समझाया। क्वारंटाइन सेंटर में गए लोगों का कहना था कि वे लोग रात में पहुंचे हैं। नाश्ता व भोजन की व्यवस्था नहीं की गई है। भूख से बिलबिला रहे है। ना साबुन,ना तेल दिया गया। सुबह में भूख भी बहुत लगी थी। कुछ खाने और स्नान करने की इच्छा थी। साबुन तेल खरीदने और चाय पीने कैंप से बाहर निकले तो लोगों का विरोध शुरू हो गया।
वहीं, बीडीओ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि रात 11 बजे के आसपास 20 लोग पहुंचे थे, जिन को भोजन नहीं मिला था। हमारे कर्मी पहुंच चुके हैं, सभी को सुविधा दी जा रही है। लोग सहयोग करें तभी हम सेवा दे पाएंगे। यहां क्वारंटाइन सेंटर में गए लोग खुद परेशान हैं। वहीं, स्थानीय लोग डर से हलकान हैं।
कैंप पर नियुक्त कर्मी ने बताया कि उन लोगों के लिए भी बैठने का जगह नही है, बरामदे पर बैठाया गया है। जहां पर लोगों के नजदीक आने से भय बना रहता है। इस बाबत एसडीओ शैलेश कुमार चौधरी ने कहा समस्या विभिन्न प्रकार की है, सभी को मिलकर धैर्य के साथ इससे निपटना होगा।
क्वारंटाइन केंद्रों पर कुव्यवस्था पर जमकर किया हंगामा, फेका खाना
मधुबनी : विस्फी प्रखंड क्षेत्र के नूरचक पंचायत स्थित मध्य विद्यालय वसवरिया परिसर में प्रखण्ड मुख्यालय के द्वारा बने क्वारेटाइन सेंटर में 3 से 4 दिनों से विभिन्न शहरों से सौ अधिक रह रहे प्रवासी मजदूरों के द्वारा कुव्यवस्था को लेकर शनिवार को कर हो हंगामा किया। वहीं जमकर सोशल डिस्टेंस को भी धज्जियां उड़ाई गई।
प्रवासियों ने प्रशासन के द्वारा बनाए गए खाने को भी फेक दिया तथा प्रवासियों ने जमकर प्रशासन के विरोध में नारेबाजी किया। प्रवासियों को कहना था कि दो से तीन दिनों से हम लोग खाने-पीने, चाय-नाश्ता, बिछावन, साफ-सफाई, सैनिटाइजर, साबुन, मास्क, बिजली, शौचालय सहित कई बुनियादी सुविधाओं को लेकर हम लोग परेशान हैं। लेकिन प्रशासन के द्वारा 3 दिन बाद भी कोई व्यवस्था नहीं किए जाने से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने प्रशासन के द्वारा बनाए गए खाने मे गंदगी के साथ नमक तेल मसाला नही होने खाना बनाने वाले एवं परोसने वाले के द्वारा सोशल डिस्टेंस मास्क हाथ नही धोने के विरोध में भी जमकर नारेबाजी किया।
इस घटना की सूचना मिलते ही प्रखंड विकास पदाधिकारी अहमर अबदाली बिस्फी थानाध्यक्ष उमेश पासवान, एसआई माया शंकर सिंह अपने दल बल के साथ पहुंचकर हंगामा कर रहे प्रवासियों को समझाने का प्रयास किया और उन्होंने वादा किया कि 1 से 2 दिनों में प्रशासन के द्वारा कीट उपलब्ध करा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अविलंब खाने की व्यवस्था में भी सुधार की जाएगी, लेकिन प्रवासी मजदूर मानने के लिए तैयार नहीं थे और सभी ने अपने अपने प्लेट में लिए खाना फेंक को फेक दिया। वहीं अन्य जगह बनाये गये क्वारेंटाइन से प्रवासियों द्वारा बहार घूमने की बात लोगो द्वारा बताई गई, जिससे आस-पास के लोगों में भय का माहौल हैं।
बिहार के प्रथम अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल संगोष्ठी का कल होगा आगाज
मधुबनी : “कोविद- 19 का सामाजिक-आर्थिक और राजनैतिक प्रभाव” शीर्षक अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल संगोष्ठी का कल होगा आयोजन। डीबी. कालेज व इंडियन एशोसिएशन फाॅर मैनेजमेंट डेवलपमेंट (पटना चैप्टर) के संयुक्त तत्वावधान में 10-11मई, 2020 को डिजिटल प्लेटफार्म जूम पर कोविद-19 का सामाजिक आर्थिक और राजनैतिक प्रभाव* शीर्षक अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल संगोष्ठी का आनलाईन आयोजन किया जाएगा। जिसमें इरान, नेपाल, बांग्लादेश सहित भारत के विभिन्न राज्यों से सैकड़ों प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे।
इस संगोष्ठी के उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में बांग्लादेश के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर एस गोम्स व विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला विधिक प्राधिकरण देवरिया के सचिव न्यायमूर्ति श्री शिवेन्द्र मिश्रा जी व महर्षि सूचना प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एच के सिंह जी उपस्थित रहेंगे। इंडियन एशोसिएसन फाॅर मैनेजमेंट डेवलपमेंट के मुख्य सम्पादक सह आयोजक डाॅ. शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ सांयकाल 3 बजे ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह जी व कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय के द्वारा संयुक्त रुप से आनलाईन किया जाएगा।
प्रथम तकनीकी सत्र के मुख्य वक्ता प्रख्यात राजनैतिक विशेषज्ञ व इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, प्रयागराज के शिक्षाविद डाॅ. विवेकानंद पाठक जी व अध्यक्ष ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के प्रोफेसर मुनेश्वर यादव जी होंगे। वही द्वितीय तकनीकी सत्र में अध्यक्ष के रुप में श्री श्री विश्वविद्यालय कटक के कुलपति प्रोफेसर अजय कुमार सिंह जी व मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर एच के सिंह जी व श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर प्रभात श्रीवास्तव जी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के अंत में समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में आई. ए. विश्वविद्यालय, ईरान के कुलपति प्रोफेसर हामीद सेरेनी जी व विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तराखंड के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर ए के विधार्थी जी एवं पूर्णिया विश्वविद्यालय के वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर टी एन झा जी उपस्थित रहेंगे।
वहीं, महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डाॅ नंद कुमार ने बताया कि , उपरोक्त संगोष्ठी के आयोजन के साथ ही डी.बी. कॉलेज, जयनगर को सम्पूर्ण बिहार में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय डिजिटल संगोष्ठी के आयोजन का गौरव प्राप्त होगा। आयोजन सचिव डाॅ. मो. मिनहाजुद्दीन ने कहा कि, अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में इरान, नेपाल, बांग्लादेश सहित भारत के विभिन्न राज्यों से प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे। आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि उक्त आयोजन आम जनमानस को संक्रामक बिमारी कोविद -19 के आगामी दुश्परिणाम व चुनौती से मुकाबला करने में साहस और संबल प्रदान करेगा।
संगोष्ठी की आयोजन की तैयारी में आयोजक डाॅ शैलेश कुमार सिंह, सह आयोजक डाॅ. संजय कुमार पासवान व डाॅ. बुद्धदेव प्रसाद सिंह व आयोजन सचिव डाॅ मो. मिनहाजुद्दीन, सह आयोजन सचिव डाॅ. अनंतेश्वर यादव व डाॅ. ओम कुमार सिंह सहित वरिष्ठ शिक्षाविद प्रोफेसर विमलेंदू मिश्रा, डाॅ उमेश सिंह, डाॅ सुनील कुमार सुमन, डाॅ रमन कुमार ठाकुर, डाॅ आनंद कुँवर, डाॅ रंजना, डाॅ कुमार सोनू शंकर, डाॅ मदन पासवान, डाॅ शंकर जय किशन, डाॅ अखिलेश कुमार सिंह सहित समस्त शिक्षकगण व स्टाॅफ सफल आयोजन की तैयारी में लगे हुए है।
आयुष चिकित्सक लगातार तीन दिनों से काला बिल्ला लगा कर रहें ड्यूटी
मधुबनी : राष्टयव्यापी कोविड 19 कोरोना वायरस जो जानलेवा बीमारी है, उसके बचाव के के लिए लगातार आयुष चिकित्सकों ने ड्यूटी की जारी है। इस संक्रमण काल मे भी अपनी जान की बाजी लगाकर ड्यूटी पर कर रहे है। इस बाबत काला बिल्ला लगाकर 10 अप्रैल को सिविल सर्जन प्रकोष्ट में बैठने का निर्णय लिया गया कि बिहार सरकार के आदेश अनुसार जो की कैबीनेट से भी पास हो चुका है, सिर्फ मधुबनी जिले के आयुष चिकित्सको नही दिया गया गया है। जबकि तीन दिनों में भुगतान एव सात दिनो की अंदर उपयोगिता प्रमाणपत्र भेज ने का आदेश था। आज इस आदेशो का महीनों बीत जाने पर कोई विचार तक भी नही किया गया।
कोविड-19 महामारी आपदा प्रबन्धन कानून धारा 144 लगने के बाबजूद मधुबनी जिले के सभी आयुष चिकित्सक दिन-रात निष्ठा एव लग्न से कोरोना वारियर्स के रूप में कार्य कर रहे है। आयुष चिकित्सक सीधा सीधा प्रहार उच्च अधिकारी नियंत्रता अधिकारी और प्रसाशिक अधिकारी पर आरोप लगाते हुए।
उन्होंने कहा अप्रैल 2020 के मानदेय लॉक डाउन में परिवार को चलाने के लिए परिवार की भरपोशन के लिए जरूरी है। इसके बाबजूद संज्ञान नही लिए निवेदन आग्रह किए, फिर भी आदेशो पालन करते आ रहे है। चिकित्सकों के द्वारा मानदेय के मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन प्रारम्भ कर दिया गया है, जिसका आज तीसरा दिन है। इस विरोध में शामिल चिकित्सक ने मांग की है कि उन्हें बकाए मानदेय का भुगतान करने के साथ ही 20 अप्रैल से बढ़े हुए ₹44000 मानदेय का भुगतान भी की जाय।
इन मांगों को लेकर मधुबनी जिले के सभी प्रखंड क्षेत्र के जैसे राजनगर, बाबूबरही, खुटौना, लदनिया, कलुआही, बासोपट्टी, पंडौल, बिस्फी एव जिले के सभी आयुष चिकित्सकों ने पीएचसी प्रभारी को माँग पत्र देते हुए। सात से नो अप्रैल तक काला बिल्ला लगा कर कार्य करने का निर्णय लिया था, साथ ही बताया गया कि माँगे पूरी नही की गई तो 10 अप्रैल से कार्य बहिष्कार करते हुए वे सभी चिकित्सक सदर अस्पताल में जाकर बैठेंगेकाला बिल्ला लगाकर। कोरोना ड्यूटी सम्भाल रहे चिकित्सक डॉ0 मदन प्रसाद अध्यक्ष, राजनगर डॉ0 डी के राय, संजोजक डॉ0 रामरूप कोषाध्यक्ष अमशा सचिव सुनीता झंझारपुर, पवन कुमार परवीन, खजौली डॉ0 रमेश प्रसाद अध्यक्ष, डॉ0 जितेंद्र कुमार, डॉ0 प्रभाकर, लौकही डॉ0 अब्दुल गफार, बासोपट्टी डॉ0 तम्मना, डॉ0 गणेश प्रसाद, बिस्फी डॉ0हैदर अली, बेनीपट्टी डॉ0 पीएन शर्मा, डॉ0 मंजर आलम, लदनिया डॉ0 गजेंद्र पाण्डेय, डॉ0 अनोज कुमार, रहिका डॉ0 आ प्रवीण, डॉ0सम्भु पंडित आदि आयुष चिकित्सक शामिल हैं।
सुमित राउत