नाली सफाई के बक्त खुली जिले में शराबबंदी की पोल
गया : जिले में बिहार सरकार की शराबबंदी की क्या स्थिति है इसकी पोल नगर निगम द्वारा की जा रही नाली सफाई में खुल गई। विष्णुपद थाना क्षेत्र स्थित नवागढ़ी मोड के पास जब नाली की सफाई के लिए मजदुर नाले में उतरा तो नाले से कचरे की जगह शराब की खाली बोतलें निकालनी सुरु हुई और घंटो निकलती रहीं। नाले की इस सफाई से जिले में शराबबंदी का असर साफ़ झलक रहा है। यह खाली बोतलों को जिस तरह से नाले में फेंका गया है ,इसको देखने के बाद ,गया शहर में शराब बंदी का असर कहना मूर्खता से कम नहीं होगा। ज्ञात हो की शराबबंदी के मामले में प्रसाशन पर लापरवाही बरतने के आरोप पहले भी लगते रहे है लेकिन यह वाकया किसी आरोप प्रत्यारोप का मोहताज नहीं है ।
इस मामले का दर्दनाक पहलु ये भी हैकिनाले में मिल रही इन खतरनाक वस्तुओं से सफाई करने वालों को सुरक्षित करने का कोई प्रबंध नहीं । उन्हें यूं ही घुसा दिया जा रहा है नाले में, कभी भी कांच की बोतलें इन सफाई कर्मियों को कर सकतीं है परेशान।
लोगों ने लगाया राशन डीलर पर अनियमितता का आरोप
गया : जिले के बोधगया प्रखंड के बशाढी पंचायत स्थित हथियार गांव के ग्रामीणों अपने जन वितरण प्रणाली के डीलर के से उनके हिस्से का राशन दिलाने की गुहार प्रशासनसे कर रहे है। ये ग्रामीणइतने अशक्षित हैं की इन्हें पता तक नहीं की इसकी शिकायत कहाँ करनी है ।ग्रामीण का कहना है कि इस लाकडान मे वहां की जनता को दोहरी मार झेलनी पड़ रहा है। एक तरफ कोरोना जैसे भयानक स्थिति में किए गए लॉकडान की वजह से लोग अपने घरों से नहीं निकल पाते हैं रोजगार पर भी नहीं जा प् रहे। तो दूसरी ओर हथियार ग्राम के डीलर सुदामा पासवान उन्हें साथ इस महामारी में भी अंतोदय ससमय नहीं दे रहे है ।इसके अलावा महामारी में बक्त मिलने वाला मुफ्त वाला राशन भी डीलर के द्वारा बहुत लोगों को नहीं दी गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि एक ओर जनधन योजना के तहत हम लोगों को खाते में रुपया नहीं मिला है। और इधर डीलर भी हम लोगों के साथ दुर्व्यवहार कर रहा है। अंतोदय नहीं दे रहा है और मुफ्त वाला अनाज भी नहीं मिला है।ग्रामीणो ने कहा कि अगर राशन में 6 परिवारों का नाम है।तो उसमें से 4 ही परिवार का राशन दिया जा रहा है। मिटी तेल तो 2 महिने पर भी नही मिल पाता। महिलाओं ने बताया कि हमेशा हम गरीब पर ही अत्याचार क्यों किया जाता है। जिन लोगों को इस राशन की जरूरत नहीं है उन्हें घर से बुलाकर बोडे के बोड़े में भर के दिया जाता है ।जो बाजार में ले जाकर बेच देते हैं। उन्हें इसलिए दिया जाता है कि वह अधिकारियों को चाटुकारित करने में आगे होते हैं। ताकि वह किसी से शिकायत ना करें ।लेकिन हम लोगों को राशन कार्ड होते हुए भी पूरी तरह राशन नहीं दिया जाता। इस संबंध में ग्रामीणों ने प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाया है कि मामले की उचित जांच कर उन्हें न्याय दिलाएं ।
विदेशी यात्रियों के लिए कोषांगों का हुआ गठन
गया : कोविड-19 वैश्विक महामारी कोरोना से सुरक्षा व बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन के दौरान विदेश में फंसे बिहार वासियों को वंदे भारत मिशन के अंतर्गत बिहार लाने की तैयारी चल रही है। बिहार के लिए गया एयरपोर्ट का चयन लैंडिंग पॉइंट के लिए किया गया है। यह संपूर्ण अभियान आयुक्त मगध प्रमंडल, गया श्री असंगबा चुबा आओ की देखरेख में संपन्न होगा।
इस अभियान की मुकम्मल तैयारी के लिए प्रमंडलीय आयुक्त द्वारा विभिन्न कोषांगों का गठन कर वरीय पदाधिकारियों की बैठक की गयी। बैठक में आयुक्त द्वारा बताया गया कि विदेश में रहने वाले बिहार के इच्छुक लोगों को बिहार के गया एयरपोर्ट पर ही लाया जाएगा तथा 21 दिनों तक उनका क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके लिए भारत सरकार के विभिन्न एजेंसियों से समन्वय स्थापित करना होगा। सुरक्षा व्यवस्था करनी होगी। उनका मेडिकल ग्राउंड देखना होगा। आवासन स्थलों पर निगरानी रखनी होगी।
स्वागत एवं निबंधन कोषांग के वरीय पदाधिकारी उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मगध प्रमंडल मो0 नौशाद आलम को बनाया गया है तथा उनके सहयोग के लिए जिला सांख्यिकी पदाधिकारी मो0 सलीम अंसारी को प्रतिनियुक्त की गई है। आयुक्त महोदय ने उन्हें निर्देश दिया कि विदेश से आने वाले सभी लोगों के द्वारा आधारभूत औपचारिकता कोविड-19 के लिए जैसे सभी व्यक्तियों को मास्क व ग्लब्स पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्णतः पालन करना। इस पर विशेष ध्यान रखना होगा।
उन्होंने कहा कि गया हवाई अड्डा पर कार्यरत जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आवासन कोषांग के पदाधिकारी एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी से समन्वय स्थापित रखेंगे। परिवहन कोषांग के वरीय पदाधिकारी आयुक्त के सचिव मो0 अफजालूर रहमान को बनाया गया है वे जिला परिवहन पदाधिकारी से समन्वय स्थापित रखेंगे एवं उनके कार्यों का पर्यवेक्षण करेंगे।
आवासन कोषांग के वरीय पदाधिकारी संयुक्त निदेशक शष्य, मगध प्रमंडल गया आभांशु कुमार जैन को बनाया गया है तथा इनके सहयोग के लिए उप निदेशक एग्रो सामान्य, मगध प्रमंडल गया के श्री महेंद्र प्रताप सिंह को प्रतिनियुक्त किया गया है। ये दोनों पदाधिकारी जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के आवासन कोषांग के पदाधिकारियों एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत बोधगया से संबंध स्थापित रखेंगे एवं कोषांगों के कार्यों का निष्पादन कराएंगे। आवश्यकता के अनुसार अन्य सामग्रियों की भी उपलब्धता सुनिश्चित रखेंगे तथा कोरेंटिन स्थल के लिए मानक एस.ओ.पी के अनुसार सभी आवासन स्थलों की प्रतिदिन साफ सफाई सुनिश्चित कराएंगे।
स्वास्थ्य संबंधी कोषांग के वरीय पदाधिकारी अपर निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं, मगध प्रमंडल डॉ बृजेश कुमार सिंह को बनाया गया है तथा इनके सहयोगी अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिव नारायण सिंह को प्रतिनियुक्त किया गया है। बैठक में आयुक्त ने सिविल सर्जन निर्देश दिया कि आवासन कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी से समन्वय बनाते हुए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों का पर्यवेक्षण करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरेंटिन स्थलों में भी समय-समय पर आवश्यकतानुसार सभी यात्रियों की स्वास्थ्य जांच तथा उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन स्थलों का सैनिटाइजेशन एवं आवश्यकतानुसार दवाइयों की उपलब्धता भी रखेंगे।
सुरक्षा कोषांग के वरीय पदाधिकारी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बोधगया इंदु शेखर सिंह को बनाया गया है तथा इनके सहयोग के लिए अपर अनुमंडल पदाधिकारी सदर गया राजीव रौशन को प्रतिनियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन स्थल पर ठहराए गए यात्रियों की सुरक्षा पुख्ता रखनी होगी। सभी यात्रियों को हवाई अड्डा से आवासन स्थलों तक ले जाने के क्रम में पूर्णता सुरक्षा प्रदान करना होगा। यात्री वाहन की सुरक्षा हेतु एस्कॉर्ट की व्यवस्था रखेंगे। आयुक्त ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बोधगया को विदेश से आ रहे बिहारियों के लिए एक कंट्रोल रूम संस्थापित करने का निर्देश दिया। एवं कंट्रोल रूम में यदि कोई सूचना प्राप्त होता है या कंप्लेन मिलता है तो उसे त्वरित रिस्पांस दिया जाए। बैठक में आयुक्त के सचिव, उप निदेशक जन संपर्क, सिविल सर्जन, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बोधगया, अपर अनुमंडल पदाधिकारी सदर एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
पंकज कुमार सिन्हा