ऑनलाइन लेक्चर मॉनिटरिंग समिति की हुई ऑनलाइन बैठक
दरभंगा : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ ऑनलाइन लेक्चर मॉनिटरिंग समिति की ऑनलाइन बैठक आज 11.30 बजे पूर्वाह्न कुलपति प्रो राजेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में कुलपति प्रो सिंह ने विभागाध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिवेश में हम लोगों को थोड़ा अलग हटकर सोचने की जरूरत है ।
शिक्षा को एक नया आयाम मिलने जा रहा है। हमें एक अच्छा प्लेटफार्म सृजन करना चाहिए। ऑनलाइन लेक्चर को रिभ्यू करने की आवश्यकता है। एक लेक्चर बैंक बनाये जायेंगे जिसमें अच्छे लेक्चरों का चयन कर उस बैंक में रखे जाने का प्रस्ताव है। एक ओर जहां पूरा विश्व , देश एवं राज्य अनिश्चितता की दौर से गुजर रहा है, हमें सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर विभागों से अच्छी संख्या में आनलाईन पाठ्य सामग्री विश्वविद्यालय वेबसाइट पर अपलोड किये गए हैं जो सराहनीय है।
उन्होंने विभागाध्यक्षों से अपेक्षा की कि प्रत्येक विभाग से कम से कम एक- एक पी-एच डी कोर्स वर्क एवं पीजी द्वितीय /चतुर्थ सेमेस्टर का ऑनलाइन वर्ग संचालित होना चाहिए जिसका समय पूर्व से निर्धारित हो। विभागाध्यक्ष अपने विभाग के शिक्षकों से विमर्श कर शिक्षक का नाम , विषय का टापिक, एवं लेक्चर का समय अ़ध्यक्ष छात्र कल्याण को प्रेषित करेंगे तथा वहां से समेकित रूप में इसके सिड्यूल जारी किये जाएंगे। सिड्यूल छात्रों की जानकारी के लिए वेबसाइट पर दिये जायेंगे । यह भी निर्णय लिया गया कि पी-एच डी कोर्स वर्क के कामन सिलेबस के लिए एक संकाय के सभी विभागों का संयुक्त वर्ग आयोजित किए जा सकते हैं।
विभागाध्यक्षों द्वारा कुलपति की इस प्रकार का दूरदर्शी सोच के प्रति आभार व्यक्त किया गया। अध्यक्ष छात्र कल्याण प्रो रतन कुमार चौधरी के धन्यबाद ज्ञापन के बाद अध्यक्ष की अनुमति से बैठक समाप्त की गई। बैठक में संकायाध्यक्ष प्रो शीला, प्रो गोपी रमण प्रसाद सिंह, विभागाध्यक्षों में प्रो चंद्र भानु प्रसाद सिंह,प्रो बी एस झा ,प्रो एन एन चौधरी, प्रो एन के अग्रवाल, डा अयोध्या नाथ झा, प्रो जितेंद्र नारायण, प्रो एल के सिंह काव्या , प्रो प्रभास कुमार मिश्र, प्रो ए के बच्चन, प्रो हिमांशु शेखर, प्रो जीवानंद झा, डा दिव्या रानी हांसदा, डा संतोष कुमार, कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय, विकास पदाधिकारी प्रो के के साहू तथा वेब मैनेजर श्री नयन मित्तल उपस्थित थे।
अल्जेब्रिक समीकरण को हल करने में जिओ जेब्रा एक कारगर सॉफ्टवेयर : डॉ डीके यादव
दरभंगा : स्नातकोत्तर गणित विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा एवं गणित विभाग ,आर के कॉलेज , मधुबनी के संयुक्त प्रयास से सुदूर प्रशिक्षण मोड के माध्यम से गणितीय सॉफ़्टवेयर ‘जिओ जेब्रा ‘ पर एक सप्ताह के संकाय विकास कार्यक्रम का आज चौथा दिन है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे द्वारा विकसित स्पोकन-ट्यूटोरियल सॉफ्टवेयर ट्रेनिंग प्रोजेक्ट के सहयोग से यूनिवर्सिटी को-ऑर्डिनेटर-स्पोकन ट्यूटोरियल की प्रेरणा, जो भारत सरकार ,मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संचालित आईसीटी के माध्यम से शिक्षा पर राष्ट्रीय मिशन की एक परियोजना है।
कार्यक्रम विभिन्न बिंदुओं के लिए बिंदु, रेखा, विमान, घूर्णी, अनुवाद, पैमाने आदि के संबंध में गणितीय शब्दों समरूपता की शुरुआत के साथ शुरू हुआ। समन्वयक डॉ डी के यादव ,असिस्टेंट प्रोफेसर , गणित विभाग ने गणितीय आंकड़ों और अनुप्रयोग के विभिन्न मामलों में आंकड़ों के लिए समरूपता को समझाया। समरूपता आंकड़े को कई भागों में विभाजित करने का तरीका है जिसमें सभी गुण समान भागों में हैं। इसके लिए वीडियो -6 में बताई गई तकनीकें सहायक होती हैं।
सातवें ऑडियो-वीडियो विश्वविद्यालय के दूसरे सत्र में स्नातकोत्तर गणित विभाग के विभागध्यक्ष प्रो नवीन कुमार अग्रवाल ने बहुपद के शेष प्रमेय की व्याख्या करने के बाद बहुपद, इसकी डिग्री, इसके शून्य, इसके कारक, इसकी ढलान आदि के बारे में बताया। स्पोकन ट्यूटोरियल ट्रेनिंग को-ऑर्डिनेटर सुश्री ज़ाहिरा शेख और यूनिवर्सिटी स्पोकन ट्यूटोरियल को-ऑर्डिनेटर सह विकास पदाधिकारी प्रो के के साहू ने इंटरफ़ेस का उपयोग करने की तकनीक बताई। सभी प्रतिभागियों ने दिन का आनंद लिया और आज के पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा किया। इसमें प्रतिभागियों ने समरूपता, बहुपद और इसके संबंधित अवधारणाओं के बारे में सीखा।
अंतिम सत्र एक संदेह सत्र के साथ समाप्त हुआ जिसमें जटिल चर बहुपद के बहुपदों को हल करने में सॉफ्टवेयर के अनुप्रयोग पर चर्चा हुई। डॉ एन.के. अग्रवाल और डॉ डी के यादव ने विषयगत प्रश्नों का उत्तर दिया। डॉ के साहू और सुश्री ज़ाहिरा शेख द्वारा सॉफ्टवेयर तकनीकीताओं को समझाया गया । राम कृष्ण कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार मंडल ने ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम और स्पोकन ट्यूटोरियल में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए चौथे दिन प्रतिभागियों और टीम के सदस्यों को धन्यवाद किया।
मुरारी ठाकुर