9 अगस्त : नवादा की मुख्य ख़बरें

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छात्र, अधिकारी और आम नागरिकों ने पृथ्वी बचाने का लिया संकल्प

नवादा : पृथ्वी दिवस के अवसर पर आज कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर वन विभाग, नवादा प्रशासन और कई निजी स्कूलों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

नगर के टाउन हॉल में जिला प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में डीएम कौशल कुमार, एसपी हरि प्रसाथ एस, एसडीओ अनु कुमार, जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा देवी आदि समेत बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी मौजूद रहें। सभी ने इस मौके पर जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए पौधरोपण करने और पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प लिया।

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वहीं मॉडर्न इंग्लिश स्कूल में आयोजित कार्यकर्म में शामिल होने पहुंचे डीएफओ ने कहा कि बच्चों को बताया कि पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन को लेकर विभाग के द्वारा 9 अगस्त बिहार पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

उन्होंने बच्चों को संकल्प दिलाते हुए कहा कि पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा देखभाल करें जल का उपयोग बर्बादी के रूप में ना करें। जल को भी बचाना की जरूरत है। जीव जंतु पशु पक्षियों की प्रेम का भाव रखें उसके के लिए भी अपने छत पर अनाज की व्यवस्था करें। खुले में शौच ना करें।

वही मॉडर्न इंग्लिश स्कूल के निदेशक डॉ अनुज कुमार ने बच्चों के साथ खड़ा होकर संकल्प लिया उन्होंने कहा कि अपने घर के आस पास पड़ोस को स्वच्छ रखें प्लास्टिक पॉलिथीन का उपयोग बंद करें। अपने घर विद्यालय आदि जगह पर पौधा लगाएं उसकी सुरक्षा करें।

बच्चों ने संकल्प लेते हुए कहा कि आज से हम लोग इस पौधे की सुरक्षा करेंगे। सभी बातों को ध्यान पूर्वक सुनते हुए सुरक्षा करने का संकल्प लेते हैं। वह बच्चों ने कहा कि अपने आस-पास के लोगों को भी इसकी जानकारी देंगे।

जेब पर भारी पड़ने लगी हरी सब्जी का स्वाद

नवादा : बरसात के मौसम में जिला मुख्यालय में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। इसके चलते गृहणियों का बजट गड़बड़ा गया है। नगर के सब्जी मंडी में आसपास के गांव के व्यापारी भी सब्जी लेने आ रहे हैं। जिले में सब्जी की व्यापक पैमाने पर खेती होती है। क्षेत्र में काफी संख्या में सब्जी की खेती होने के बावजूद अचानक दामों में बढ़ोत्तरी से आम लोगों की जेब पर सब्जी का स्वाद भारी पड़ने लगा है। ग्रामीण क्षेत्र में भी मौसम के कारण सब्जी की खेती प्रभावित हुई है।

क्या कहते हैं आमजन?

नगर के गणेश सिंह, संतोष सिंह, गोरे सिंह कहते हैं कि 10 रुपये बिकने वाली सब्जी का दाम 50 से 60 रुपये हो जाने से आर्थिक बोझ बढ़ गया है। संजू कुमारी का कहना है कि सावन माह में अधिकांश लोग शाकाहारी भोजन ही करते हैं। इसी के चलते हरी सब्जियों के दाम में उछाल होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गृहणियों की मानें तो कई सब्जी प्रतिदिन बनाने के बदले एक ही सब्जी बनाकर इस महंगाई में काम चलाना पड़ रहा है।

क्या कहते हैं सब्जी व्यापारी?

इकराम अंसारी सब्जी व्यापारी कहते हैं कि सब्जी की खेती पर मौसम का अत्यधिक असर पड़ रहा है। इसी के चलते स्थानीय स्तर पर सिर्फ कद्दू व नेनुआ आ रहा है। जबकि गोभी झारखंड से, टमाटर व अन्य सब्जी कर्नाटक तथा बनारस से मंगाया जा रहा है। इसके चलते सब्जियों के भाव अचानक आसमान छूने लगे हैं।

सब्जी का भाव प्रति किलो

भिडी –   40 रुपये

परवल –  60 रुपये

गोभी –   70 रुपये प्रति पीस

बैगन –   60 रुपये

टमाटर –  60 रुपये

कद्दू –    30-40 रुपये

करैला –  60 रुपये

मटर –   200 रुपये

बंधा गोभी –  60 रूपये

केएलएस कॉलेज में सात हजार छात्रों पर महज दस प्रोफेसर

नवादा : जिले में उच्चतर शिक्षण संस्थानों की स्थिति ठीक नहीं है। मगध यूनिवर्सिटी के टॉप टेन महाविद्यालयों में नवादा जिले का ख्यातिप्राप्त केएलएस कॉलेज चौथे नंबर पर है। लेकिन यहां नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या की तुलना में प्रोफेसर की कमी रहने के चलते छात्रों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ता है। यहां अलग-अलग विषयों में महज 10 प्रोफेसर कार्यरत हैं। जबकि यहां सभी कक्षाओं में नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 7 हजार है। इसके साथ ही यहां नामांकित छात्रों में भी नियमित रूप से कॉलेज पहुंचकर क्लास करने में रुचि नहीं दिखाई पड़ती है। एडमिशन, परीक्षा फॉर्म भरने, रिजल्ट लेने के समय जो भीड़भाड़ छात्रों की दिखती है वैसी सामान्य दिनों में नहीं दिखती। वोकेशनल कोर्स को छोड़ दें तो इंटर या डिग्री के नामांकित छात्र-छात्राओं की वर्ग कक्षाएं सुनी ही रहती हैं। बहुत ही कम संख्या में छात्र पढ़ने के लिए यहां पहुंचते हैं। वोकेशनल कोर्स खासकर बीसीए की पढ़ाई को लेकर संचालित होने वाली कक्षा में छात्र-छात्राओं की तादात अच्छी खासी दिखती है। कंप्यूटर पर प्रैक्टिकल के लिए भी छात्रों में जबर्दस्त उत्सुकता रहती है। लेकिन डिग्री कक्षाओं की बात करें तो स्थिति बहुत ही चिताजनक है। जरूरत है छात्रों में इस बात की जागरूकता पैदा करने की ताकि वह नियमित रूप से पढ़ने के लिए कॉलेज आ सकें। इस बात को लेकर उन छात्रों के अभिभावकों को भी ध्यान देना होगा। छात्रों को भी सकारात्मक मानसिकता के साथ पढ़ाई करने के लिए विद्यालय आना चाहिए।

19 सालों से बंद है पीजी की कक्षाएं

केएलएस कॉलेज कभी पीजी की बेहतरीन कक्षा संचालन के लिए पूरे मगध विश्वविद्यालय में जानी जाती थी। आज इस कॉलेज की बात तो छोड़ दिजीए पूरे जिले के किसी भी डिग्री कॉलेज में पीजी की पढ़ाई नहीं होती। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पीजी की पढ़ाई के लिए नवादा के नौजवान छात्र-छात्राओं को दूसरे जिला में जाना पड़ता है। इसका सबसे ज्यादा असर लड़कियों पर पड़ता है। कईयों की पढ़ाई ग्रेजुएशन के बाद ही पूरी तरह से रूक जाती है। केएलएस कॉलेज में साल 1986 से 2000 तक पीजी की पढ़ाई की व्यवस्था रही। तब हिन्दी, तर्कशास्त्र, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, रसायन शास्त्र में पीजी की पढ़ाई की व्यवस्था थी। साल 200 के बाद से यहां पीजी की पढ़ाई बंद है।

अभिभावक मीटिग से लेकर पत्र भी भेजा फिर भी क्लास नहीं करते छात्र

विद्यालय के कई प्रोफेसर बताते हैं कि बच्चे नियमित रूप से पढ़ने के लिए कॉलेज आएं इसके लिए अनेकों बार जागरूकता कार्यक्रम किए गए। लेकिन इसका बहुत अच्छा परिणाम नहीं मिला। नियमित रूप से कक्षाओं में छात्र पहुंचे इसके लिए करीब 7 हजार पत्र उन अभिभावकों तक डाक विभाग के माध्यम से भेजी गई। लेकिन परिणाम निराशाजनक ही रहा। जानकारी लेने के क्रम में छात्र मो. तौशिक ने माना कि गलती छात्रों की ओर से ही है। जो भी शिक्षक हैं उनसे आकर पढ़ना चाहिए।

इसी साल नवंबर से शुरू होगी इग्नू की पढ़ाई : प्राचार्य -नवादा जिले में अभी तक पीजी की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है। केएलएस कॉलेज में लंबे अर्से से इग्नू के जरिए पढ़ाई की व्यवस्था होने की बात कही जा रही है। इस बीच जो अद्यतन जानकारी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार ने दी है वह यह कि इसी साल नवम्बर महीने से इग्नू की शाखा शुरू होने की संभावना है। इसकी शुरूआती तैयारी कर ली गई है। यदि बाकई में इस साल से इग्नू की शाखा केएलएस कॉलेज में शुरू होती है तो सैकड़ों छात्र ग्रेजुएशन के बाद इग्नू के माध्यम से पीजी की पढ़ाई कर अपना कैरियर आगे बढ़ा सकेंगे।

क्या कहते हैं प्राचार्य?

कॉलेज में अच्छे प्रोफेसर हैं। पढ़ाई के लिए सभी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। सभी नामांकित छात्र-छात्राएं नियमित रूप से पढ़ाई करने के लिए कॉलेज आएं। जिस भी विषय के प्रोफेसर हैं उनके साथ कक्षा में पढ़ाई करें। यदि किन्हीं को इस बारे में कोई दिक्कत है तो वे सीधे प्राचार्य के कक्ष में संपर्क कर सकते हैं। अभिभावक भी अपने बच्चों को नियमित कॉलेज आने के लिए प्रेरित करें। परीक्षा में शामिल होने के लिए सभी नामांकित छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत होनी आवश्यक है। जिन विषयों में प्रोफेसर की कमी है वह भी जल्द दूर होगी। वीसी की ओर से अतिथि शिक्षक देने का भरोसा दिया गया है, डॉ. विनोद कुमार, प्राचार्य, केएलएस कॉलेज, नवादा।

कॉलेज में नामांकित छात्रों की संख्या

बीए –         2589

बीएससी –      2219

बी कॉम –      496

बीसीए  –      122

इंटर   –       1300

कॉलेज में किन फैकल्टी में कितने प्रोफेसर

विषय –    प्रोफेसर की संख्या

हिन्दी –         2

तर्कशास्त्र –      2

कॉमर्स  –         3

गणित  –          1

रसायन शास्त्र –     1

भौतिकी शास्त्र  –      1

वोकेशनल कोर्स में –    4 स्टाफ

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