महाराष्ट्र में 19 श्रमिकों की मौत पर बीएमपी ने दी श्रधांजलि
मधुबनी : महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी से काटकर 19 मजदूरों की मौत पर भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। साथ ही उन्होंने इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, यूपी और बिहार के मुख्यमंत्री का पुतला फूंका।
भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस घटना पर विरोध प्रकट करते हुए नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार, अमित शाह का पुतला फूंका। उन्होंने कहा कि ये मजदूरों की मौत नहीं हुई है ये शहीद हुए हैं। इनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी आज हमारे देश की जनता गरीब मजदूर समझ ले इस बात को कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार गरीबों की दुश्मन है। इसीलिए, गरीबों के प्रति इनके पास कोई हमदर्दी नहीं है।
कर्नाटक की सरकार ने सभी बिहार के मजदूरों को बंधक बना लिया है। वही हाल गुजरात में नजर आ रहा है, वही हाल महाराष्ट्र में नजर आ रहा है। अब आप लोग नहीं जागोगे तो कभी नहीं जानोगे ऐसे नेताओं को उखाड़ के फेंक दो जो आपके बुरे समय में साथ नहीं हैं, उनका कभी साथ मत देना। इस मौके पर उपस्थित भारतीय मित्र पार्टी की महिला सेल की अध्यक्ष श्रीमती बीना देवी, प्रदेश अध्यक्ष ललित कुमार सिंह मधुबनी जिला अध्यक्ष राजेश कुमार महतो, छात्र संघ के अध्यक्ष मोहम्मद अलार्म, मोहम्मद जावेद, राम लखन महतो, रामअवतार यादव, गणेश राम उपस्थित थे।
कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक कर रही ज़िले की तीन बेटियां
मधुबनी : हरलाखी प्रखंड की समाजसेवी गुड़िया साह, अंजू कुमारी एवं प्रिया कुमारी लगातार जरूरतमंदों के लिए ज़रूरी सामग्री उपलब्ध करा रहीं है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए लोगों को प्रेरित कर रही है।
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जारी लाॅकडाउन में जहां लोग घरों में बंद रहने पर विवश है, वहीं यह बेटियां अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना योद्धा की तरह काम कर रही है। इस प्रखंड के विभिन्न गावों में जाकर सैकड़ों जरुरतमंद परिवारों के घर राशन सामग्री पहुंचाने का काम करती आ रही है। वहीं सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के महिलाओं को मुफ्त में सैनिटरी पैड पहुंचा रहीं है। इसी क्रम में इन बेटियों ने उमगांव हाट पहुंची, जहां पुलिस पदाधिकारियों को सहयोग करते हुए दो मीटर की दुरी पर सब्जी की दुकानों को लगवाने का काम किया।
इस दौरान इन समाजसेवी बेटियों ने लोगों को मास्क लगाने एवं जिनके पास मास्क नहीं थी उनको गमछा या रुमाल से मुंह बांधकर खरीदारी करने एवं समाजिक दूरी बनाने का अपील किया। इस मौके पर एसआइ विनय शर्मा समेत अन्य कई पुलिसकर्मि हाट की विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए ड्यूटी पर तैनात थे।
सोशल डिस्टेंसिंग : नाकामी छुपाने के लिए मीडिया पर भड़के जिला शिक्षा पदाधिकारी
मधुबनी : हड़ताल समाप्ति के बाद योगदान देने वाले शिक्षक को को भारी संख्या रहिका बीआरसी में बुला कर मधुबनी जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद ने सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियाँ उड़वाई है। इसे लेकर शिक्षकों ने बताया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी साहब हम सभी शिक्षकों को बीआरसी पर ज्वाइन करने केलिए बुलाया था, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का कोई इंतजाम नही किया गया था, जिस कारण काफी शिक्षक एक जगह में जूट गए।
जिला शिक्षा पदाधिकारी के फरमान से शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त था।
वहीं इसको लेकर जब जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद से मीडियाकर्मी ने सवाल किया तो डीईओ साहब की फुहर अफसरशाही का अंदाज देखने को मिला। वे मीडिया पर ही भड़क गए, लेकिन मीडिया कर्मी के तेवर देख डीईओ साहब ठंडा गये। आपको बता दें कि मधुबनी जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद की पुरानी आदत है, मीडियाकर्मी के द्वारा पूछे गये सवालों का जवाब सही पूर्वक नही देते है।
बिहार में रोज़गार होता तो कभी न जाते परदेस . . .
मधुबनी : अन्य राज्यों से बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों की व्यथा सुन मन बेचैन हो जाता है। क्वारंटाइन केंद्र में ठहरे कुछ ऐसे भी मजदूर अपनी व्यथा सुना रहे है, जो पैदल आए हैं, अपनी बात कहते-कहते उनकी आंखों में आंसू आ जा रही हैं।
मधुबनी जिले के फुलपरास अनुमंडल मुख्यालय स्थित प्लस टू श्री कृष्ण यादव उच्च विद्यालय सिसबाबरही क्वारंटाइन सेंटर पर 22 मजदूरों को रखा गया है। इसमें प्रखंड क्षेत्र के मुरली, सैनी-मैनी, बडाधांत, धर्मडीहा, बालाबाखर आदि के लोग शामिल हैं। ये रामगढ़ राजस्थान, बेंगलूरु, लखनऊ, मध्यप्रदेश के मैहर व छपरा से आए हैं। बाहर से आने वाले प्रखंड वासियों फैक्ट्री व होटल में काम करते थे। लॉकडाउन के बाद किसी तरफ से कोई मदद नहीं मिली।
वे सभी कहते हैं, बिहारी कहकर चिढ़ाया जा रहा था कि तुम्हारी सरकार ने मरने के लिए छोड़ दिया है। टिकट दिखाते हुए कहा, राजस्थान के जयपुर से 605 रुपये और बेंगलूरु से 1050 रुपये लिए गए हैं। लखनऊ से यूपी सीमा गोपालगंज तक ट्रक से छोड़ने के एवज में छह सौ रुपये एवं छपरा से दो सौ रुपये लेने की बात कही।
क्वारंटाइन सेंटर में ठहरे मजदूरों ने कहा कि पापी पेट का सवाल है, नहीं तो कभी परदेश नहीं जाऊंगा। लेकिन, मजबूरी है कि जाना होगा, चूंकि बिहार में रोजगार नहीं है। मजदूरों ने कहा कि जब वे लोग उपनगरा पुलिस स्टेशन पर लाइन में थे, तो बिहारी कहकर लोग फब्तियां कस रहे थे। अपशब्द से संबोधित करते ताना मारा गया। मजदूरों ने कहा कि यहां क्वारंटाइन सेंटर पर गंदगी बहुत थी। बीडीओ साहब आए थे तो उनलोगों ने बताया तो इसे साफ करवा दिया गया।
वहीं, बीडीओ अशोक प्रसाद ने कहा कि 22 लोगों को उच्च विद्यालय में क्वारंटाइन किया गया है, इसके लिए दिशा निर्देश के आलोक में मुकम्मल व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि कोटा राजस्थान से आए सभी 27 छात्रों को होम क्वारंटाइन किया गया है। वहीं महाराष्ट्र के नंदुर बाग मदरसा से आए 42 छात्रों की स्क्रीनिग के बाद शपथ पत्र लिए गए, उन्हें अभिभावकों को सुपुर्द कर होम क्वारंटाइन में रखने की सलाह दी गई।
उत्तर बिहार के नौ जिलों में चोरी-छिपे पहुंचे दो लाख प्रवासियों ने सरकार की नींद उड़ाई
मधुबनी : बिना किसी जांच के पहुंचे इन प्रवासियों का पता मोबाइल ट्रैकिंग से लगाया जा सका है। देश के सात राज्यों में काम कर रहे इन प्रवासियों का टावर लोकेशन अब उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में बता रहा है। गृह विभाग ने अब अभियान चलाकर इन मोबाइल धारक प्रवासियों की पहचान व उनकी स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया है।
लॉकडाउन के दौरान करीब दो लाख प्रवासी बिना जांच के मुजफ्फरपुर सहित नौ जिलों में पहुंच चुके हैं। जो प्रवासी बकायदा जांच व निबंधन कराकर जिलों में पहुंचे हैं, उनको क्वारंटाइन कर उनकी निगरानी की जा रही है। लेकिन, चोरी-छिपे आए इन दो लाख प्रवासियों के निगरानी की कोई व्यवस्था अब तक नहीं हो सकी है।
उत्तर बिहार में पहुंचे ये प्रवासी देश के सात राज्यों से आये हैं। ये राज्य हैं आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, कोलकाता, कर्नाटक, महाराष्ट्र व तमिलनाडु। इन राज्यों में लॉकडाउन लागू होने के बाद ये प्रवासी बिना कहीं पंजीकरण कराए उत्तर बिहार पहुंच गये हैं। देश की तीन बड़ी मोबाइल कंपनियों ने राज्य सरकार को जो रिपोर्ट सौंपी है, उसके मुताबिक इन सात राज्यों से चोरी छिपे बिहार आने वाले कुल प्रवासियों की संख्या पौने पांच लाख है। इनमें से दो लाख तो केवल उत्तर बिहार के नौ जिलों में आए हैं। चोरी छिपे बिहार आने वाले प्रवासियों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि राज्य सरकार को अभी मात्र तीन मोबाइल कंपनियों का डेटा मिल पाया है। सभी कंपनियों का डेटा सामने आने के बाद यह आंकड़ा 10 लाख से भी ऊपर पहुंच सकता है। मोबाइल कंपनियों से दी गई जानकारी के आधार पर गृह विभाग ने स्वास्थ्य महकमे को इनका पता लगाने व अनिवार्य रूप से इनकी स्क्रीनिंग का आदेश दिया है। हालांकि, सभी का मोबाइल नम्बर प्राप्त करने और उन्हें छुपे हुए जगहों पर ट्रेस करने में महीनों का समय लग सकता है। इसके देखते हुए गृह विभाग ने युद्धस्तर पर इनका पता लगाने का आदेश अधिकारियों को दिया है।
जिलों में चोरी छिपे प्रवासी की संख्या निम्न है :
मुजफ्फरपुर:-26745
पूर्वी चंपारण:-25284
पश्चिम चंपारण:-12935
मधुबनी:-26745
समस्तीपुर:-20054
सीतामढ़ी:-11681
वैशाली:-18848
शिवहर:-2082
दरभंगा:-23454
भुखमरी की स्थिति से जूझ रहे कोरोना वॉरियर्स
मधुबनी : पूर्व मध्य रेल समस्तीपुर मंडल के जयनगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की साफ सफाई करने वालें सफाई कर्मी ऐजेंसी के शोषण का शिकार लाॅक डाउन में वेतन नही मिलने के कारण भूखमरी की स्थिति से जूझ रहें हैं।
जयनगर रेलवे स्टेशन के वाशिंग पीट में ट्रेन पाशिंग व लंबी दूरी तक चलने वाली ट्रेन में सफाई करने वाले सफाई कर्मी राज किशोर राम,अनील राम,राजीव कुमार पासवान,सुनील राम,सोनू राम,आकाश राम,सूरज राम,शंकर पासवान,मोहन राम,राहुल राम,विक्कि राम एवं किशोरी राम समेत दर्जनों की संख्या में लोगों ने बताया कि ट्रेन के अलावे अन्य जगहों पर ऐसी कोई भी चिजों को आम लोग उठाना पसंद नही करते है। लेकिन उसी समाज से कुछ ऐसे भी वर्ग के लोग खास कर महादलित जाति जिनके द्वारा गंदगी को हटाया जाता है।
वासिंग पीट पर ट्रेनों की सफाई के साथ ट्रेनों में साफ सफाई,ट्रेनों के अंदर शौचालय की सफाई के अलावे लंबी दूरी तक चलने वाली विभिन्न मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के रनिंग के समय साफ सफाई करते आ रहे है। सफाई कर्मीयों ने बताया कि ये सभी कामों को प्रभाकर इंटरप्राईजेज लिमिटेड कंपनी के द्वारा लगभग 150 सफाई कर्मीयों को रखा गया और हम सभी सफाई कर्मी अपने कामों को इमानदारी पूर्वक करते आ रहे है। लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर सरकार के द्वारा लाॅक डाउन के कारण एजेन्सी के द्वारा सफाई कर्मीयों के बकाये वेतन का भुगतान नही किया जा रहा है।वेतन नही मिलने पर सभी सफाई कर्मीयों ने गुरुवार को जयनगर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी से भेंट कर एक आवेदन सौंप कर इस विपदा की घड़ी में वेतन दिलाने की गुहार लगाई है।
इस बाबत एसडीओ ने सभी सफाई कर्मीयों के लंबीत वेतन के भुगतान के लिये रेलवे के वरीय पदाधिकारी से मोबाईल से संपर्क किया। सफाई कर्मीयों ने बताया कि लाॅक डाउन के अवधि में काम बंद है, लेकिन दो माह का लंबित वेतन का ऐजेंसी के द्वारा भुगतान नही किए जाने के कारण अपने परिवारों का पेट पालना दुसबार हो गया है। इन लोगों ने बताया कि जब ऐजेंसी से वेतन कि मांग कि जाती है, तो काम से हटा देने की धमकी भी दिया जाता है।
राशन के साथ-साथ सेनेटरी पैड भी वितरण कर रही बेटियां
मधुबनी : महिलाओ के हित में जागरूकता अभियान संस्था गंगौर के द्वारा एक विशेष पहल शुरू की गई है। अब संस्था राशन के साथ साथ महिलाओं के बीच सेनेटरी पैड आयरन की गोली वितरण कर रही है।
डोर-टू-डोर कैंपेन के माध्यम से टीम की सक्रिय सदस्य अमीषा कुमारी एवं श्वेता कुमारी लगातार इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए अभी तक 150 महिलाओ के बीच सेनेटरी पैड संस्था के माध्यम से वितरण कर चुकी है। संस्था की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा का कहना है की हमारा एक ही प्रयास है, कि इस विपरीत परिस्थिति में कोई भी महिलाएं हाइजीन का शिकार ना हो। क्योंकि लॉकडाउन में दुकानें बंद होने की वजह से महिलाओं के साथ और परेशानियां उत्पन्न हो गयी है। इसीलिए हम लोगों ने यह छोटा सा प्रयास शुरू किया है, और यह प्रयास तब तक जारी रहेगा जब तक कि हमारा देश कोरोना संक्रमण को हरा नहीं देता।
उन्होंने बताया कि महिलाओं के बीच अभी फिलहाल दो महीने का सैनेट्री नैपकिन वितरण कर रहे हैं। वैसे भी हमारी संस्था विगत 5 सालों से मेंस्ट्रूअल हाइजीन पर कार्य करती आ रही है। महिलाओं एवं लड़कियों को सस्ते दामों पर पैड उपलब्ध करवाना मेंस्ट्रूअल हाइजीन संबंधित जानकारी देना। लेकिन इस विपरीत परिस्थिति में हम उन तक फ्री में सेनेटरी पैड पहुंचाने का कदम उठाए हैं।
ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन ने कोविड-19 की जाँच करने की उठाई मांग
मधुबनी : लॉकडाउन के दौरान भी रेलवे के ज्यादातर कर्मचारी मालगाड़ी के सुरक्षित परिचालन के लिए प्रतिदिन चौबीसों घण्टे कार्य पर डटे रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए कोरोना वायरस से भी लड़ रहे है। चूंकि कुछ कर्मचारी लॉकडाउन की वजह से बाहर फंसे हुए हैं। इसलिए, कार्य में उपस्थित कर्मियों के ऊपर और ज्यादा जिम्मेदारी आ गयी है। ऐसी स्थिति में कार्यरत रेलवे कर्मियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए प्रत्येक चौदह दिन के अंतराल पर थर्मल स्क्रीनिंग,कोविड-19 टेस्ट कराया जाना चाहिए। यदि किसी कर्मचारी को संक्रमित पाया जाता है, तो उसे क्वारेन्टीन किया जाए।
इस संबंध में ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्पलाईज यूनियन, समस्तीपुर डिवीजन के डिवीजनल सेक्रेटरी रत्नेश वर्मा के द्वारा एक मांग पत्र समस्तीपुर डिवीजन के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के पास भेजा गया है। पत्र में यह मांग की गई है,कि जो रेलवे कर्मचारी 24 मार्च की रात्रि के बाद से अभी तक चल रहे लॉक-डाउन में लगातार कार्य करते हुए अभी श्रमिक स्पेशल से लगातार आने वाले यात्रियों से भी रू-ब-रू हो रहे है। उनका कोविड-19 टेस्ट किया जाना अति आवश्यक है। कई विभाग जैसे सिग्नल एवं टेलीकॉम,परिचालन,लोको,इंजीनियरिंग,टी.आर.डी.,इलेक्ट्रिकल,कैरेज आदि में कर्मचारी दिन-रात एक करके गाड़ियों के सुरक्षित परिचालन में लगे हुए है। रेलवे के पुलिस-बल(आर.पी.एफ.) मेडिकलकर्मी, सफाईकर्मी, कांट्रेकट-कर्मी भी महामारी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यदि किसी एक को भी संक्रमण होता है, तो इससे कई दूसरे कर्मचारी प्रभावित हो सकते है। इसे रोकने के लिए हर 14 दिन पर कर्मचारियों का टेस्ट होते रहना चाहिये।
युवाओं ने संभाला मोर्चा, खुद ही अपने मुहल्ले,सड़क व घरों को किया सैनिटाइज
मधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन है। कोरोना के संक्रमण के लिए मधुबनी जिले के जयनगर में स्थानीय युवाओं ने खुद से हैंड मेड सैनिटाइज़र बना कर अपने आसपास के घर, सड़क को सेनेटाइज किया। इस काम को करते हुए सभी युवाओं ने सोशल डिस्टेन्स भी बनाये रखा।
इस सैनिटाइजेशन कार्य को लक्ष्मण यादव(युवा समाज सेवी सह शिक्षक) के नेतृत्व में जयनगर वार्ड नं-14 के जयनगर बस्ती में किया गया, जिसमें पंकज कुमार यादव, देवेंद्र यादव, सतेंद्र यादव, प्रमोद यादव, लक्ष्मी यादव, नीतीश यादव ने सहयोग किया। जानकारी देते हुए लक्षमण यादव ने बताया कि सरकार अपने स्तर से जो भी कुछ करना है, वो कर रही है। पर इस वैश्विक महामारी के कारण हमारी भी जिम्मेदारी है कि हम सब अपने आस-पास साफ-सफाई बनाये रखें और सामाजिक दूरी बनाए रखें।
कुछ शर्तों के साथ दुकानों को खोलने की मिली अनुमति
मधुबनी : जिलाधिकारी ने दुकानों को खोलने का नया आदेश जारी किया गया है। जिसमें ऑटोमोबाइल्स, टायर ट्यूब, लुब्रिकेंट, मोटर वाहन, मोटरसाइकिल, स्कूटर मरम्मत सहित 8:00 बजे सुबह से 1:00 दोपहर तक खुलेंगे। जबकि, निर्माण सामग्री के भंडारण एवं बिक्री से संबंधित प्रतिष्ठान जैसे कि सीमेंट, स्टील, बालू, स्टोन, गिट्टी सीमेंट, ब्लॉक, प्लास्टिक पाइप, हार्डवेयर, सैनिटरी फिटिंग, लोहा, पेंट सामग्री की दुकानें 8:00 बजे सुबह से 1:00 दोपहर तक खुलेंगी।
ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकान जो कि सोमवार बुधवार एवं शुक्रवार के दिन खुलेंगे। इनका समय होगा 8:00 बजे सुबह से 1:00 दोपहर तक वहीं गैरेज और वर्कशॉप 8:00 बजे सुबह से 1:00 बजे दिन तक खुलेंगे। इसके अलावा इलेक्ट्रिकल गुड्स पंख, कूलर, एयर कंडीशनर के लिए 1:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक दुकान खुले रहेंगे और इलेक्ट्रॉनिक जैसे कि मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप, यूपीएस एंव बैट्री की दुकानें 1:00 बजे दिन से शाम 6 बजे तक खोले जायेंगे।
हाई सिक्यूरिटी प्लेट की दुकानें जिला परिवहन पदाधिकारी से 1:00 बजे दोपहर से शाम 6 बजे तक अनुमति प्राप्त कर खोलना है. प्रदूषण जांच केंद्र 1:00 बजे दोपहर से शाम 6 बजे तक खोला जायेगा।
पीडीएस विक्रेता की अनुज्ञप्ति रद्द, जांच में पाई गई थी अनियमितता
मधुबनी : वैश्विक महामारी कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस के मद्देनजर सरकार राशनकार्ड धारियों को तीन महीने का राशन मुफ्त दने की घोषणा की है।
वहीं इसके साथ जो महीने का राशन दिया जाता था, वो भी पूर्ववत दिया जायेगा। पर मधुबनी जिले में कई जगहों पर पीडीएस विक्रेताओं द्वारा कम अनाज देने, महीने या मुफ्त वाला अनाज नही नही देने, अनाज कम देने जैसे कई शिकायतें मिल विभिन्न माध्यमों से की जा रही है।
इस बाबत जिले के जयनगर प्रखंड के सेलरा पंचायत के डोमी पासवान के जन-वितरण प्रणाली के दुकान का मुआयना जयनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी के द्वारा संयुक्त रुओ से किया गया, जोकि जांच के क्रम में उपभोक्ताओं से प्राप्त शिकायत के आलोक में सही पाया गया। उक्त विक्रेता द्वारा अनियमितता बरती जा रही थी। इस बाबत आज ही तत्काल प्रभाव से जयनगर एसडीएम शंकर शरण ओमी ने अनुज्ञप्ति संख्या-48/2016 को रद्द कर दिया, जिसकी अनुशंसा जांचोपरांत जयनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी/अंचल अधिकारी ने की थी।
क्वारेंटाइन केंद्र की बदहाली पर एसडीएम से मिला भाजपा शिष्टमंडल
मधुबनी : जयनगर क्वारेंटाइन केंद्र की अनियमितता पर भाजपा नगर शिष्टमंडल ने एसडीएम को दिया लिखित आवेदन, सुधार करने की मांग की। वैश्विक महामारी कोविड-19 नोबल कोरोना वायरस के चैन को तोड़ने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन है। इसी बीच राज्य सरकारों ने अपने विद्यार्थियों एवं प्रवासी मजदूरों के घर वापसी को लेके स्पेशल ट्रेन ओर बस से अपने राज्यों में बुला रही है। इसी के मद्देनजर बिहार के सभी जिलों में डीएम के मोनिटरिंग में सभी प्रवासी मजदूर एवं विद्यार्थियों को स्कैनिंग ओर सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है, साथ ही उन सभी को 21दिनों के लिए क्वारेंटाइन केंद्रों में रखने की व्यवस्था की गई है।
इसी क्रम में मधुबनी जिले के विभिन्न क्वारेंटाइन केंद्रों पर अनियमितता, संसाधनों का घोर अभाव, मौजूद कर्मियों का बुरा बर्ताव, सोने के लिए बेड का अभाव, खाने-पीने की कमी, बाथरूम-शौचालय का अभाव जैसी कई खामियां वायरल होती वीडिओज़ से सामने आ रही है।
इसी क्रम में जयनगर के +2 उच्च विद्यालय में बनाये गए क्वारेंटाइन केंद्र पर भाजपा नगर कार्यकर्ताओं ने जाके अवलोकन किया, जिसमें कई तरह की त्रुटियां पाई गईं।
इस बाबत उन्होंने लिखित शिकायत जयनगर एसडीम शंकर शरण ओमी को अपने शिष्टमंडल के द्वारा जाके उनके कार्यालय में दिया। जहां पहले तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि इसके लिए आप जयनगर बीडीओ से संपर्क कीजिये, अभी हमलोग राशनकार्ड और लाभुकों के राशि वितरण कार्य मे व्यस्त हैं। जब शिष्टमंडल के सदस्य राजेश गुप्ता, सूरज महासेठ, सुधीर खरगा, पूर्व मुखिया रोहित कुमार, शशि सिंह, सूर्यनाथ यादव, पुरुषोत्तम गुप्ता ने संयुक्त रूप से कहा कि आप अनुमंडल के मालिक हैं, ओर आपकी प्रथम जिम्मेदारी है ये सब बातों पर ध्यान देना, तब जाके एसडीएम श्री ओमी ने कहा कि ठीक है हम खुद से इसको देखेंगें।
उनके आश्वासन के बाद शिष्टमंडल के सदस्यों ने आज सामाजिक दूरी रखते हुए प्रेसवार्ता कर उपरोक्त सभी जानकारी दी है। इस प्रेसवार्ता में सूरज महासेठ, राजेश गुप्ता, सुधीर खरगा, रोहित यादव, शशि सिंह, गणेश पासवान एवं अन्य मौजूद थे।
सुमित राउत