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30 सितंबर : सिवान की मुख्य ख़बरें
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6 मई : सिवान की मुख्य ख़बरें

कोरोना से बचाव के लिए आदतों में लाए बदलाव

सिवान : वैश्विक महामारी कोरोना से बचने के लिए हमें अपने जीवन पद्धति में जरूरी बदलाव को अपनाना पड़ेगा। तभी हम इस बीमारी से खुद के साथ-साथ देश को बचा सकते हैं। उक्त बातें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव एनके प्रियदर्शी ने आज बुधवार को महिला अल्पावास गृह का निरीक्षण करते हुए वहाँ रहने वाली सँवासिनों को संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि हमे सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों अर्थात एक निर्धारित दूरी बनाकर एक दूसरे से रहने की आदत डालनी होगी तथा फेस मास्क का उपयोग करना होगा। इसके साथ ही किसी भी परिस्थिति में साबुन से हाथ धोए बिना गले से ऊपर के भाग को स्पर्श नहीं करना होगा। इस बीमारी का इलाज आने के बाद भी हम सभी को इन नियमों का पालन करना ही होगा। तत्पश्चात स्थानीय मोती स्कूल तथा रेड क्रॉस बिल्डिंग के प्रांगण में अत्यंत गरीब एवं जरूरतमंद लगभग 50 परिवारों में कच्चे अन्न तथा आवश्यक सामग्रियों का वितरण किया गया।

इस अवसर पर रेड क्रॉस सोसाइटी के प्रभारी सचिव एडवोकेट राजीव रंजन डीएलएसए के पैनल एडवोकेट डॉ विजय कुमार पांडे एडवोकेट गणेश राम, लोक अदालत के कर्मी रंजीत दुबे, बलवंत कुमार, मनीष कुमार सिंह, पीएलबी राजूराम तथा अन्य गणमान्य अधिवक्ता गण तथा महिला पीएलवी उपस्थित थे।

लॉकडाउन फेज 3.0 की उड़ाई जा रही धज्जियाँ

सिवान : कोरोना महामारी से आज पूरा विश्व त्रस्त है। दुनिया भर के देशों में दवा के अभाव में जहां लाखों लोग अपनी जान गवाने के लिये विवश हैं वहीं पूरी दुनिया के देश लॉकडाउन लगाकर लोगों की जान बचाने की जुगत करने में लगे हुए हैं। 24 मार्च 20 की मध्य रात्रि से यहां भी लॉकडाउन लगाकर कोरोना से लोगों की जान बचाने की पुरजोर कोशिशें जारी है। बावजूद इसके जिले में लॉकडाउन फेज -3 शुरू होने तक कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 32 हो चुकी है। काफी हद तक लॉकडाउन लगाकर लोगों की जान बचाने में दुनिया की बनिस्पत हमकाफी हद तक सफल भी रहे हैं। परन्तु लॉक डाउन फेज 3 मैं प्रशासन द्वारा कोई छूट नहीं देने की घोषणा करने के बावजूद जिले में लोग लॉक डाउन की धज्जियां उड़ाने से नहीं चूक रहे हैं।

ऐसा ही एक नजारा है आज मुख्यालय की सड़कों पर देखने को मिली, जो निश्चित रूप से कोरोना महामारी को आमंत्रित करने के सिवा और कुछ नहीं है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि लॉक डाउन के आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें अन्यथा इस महामारी से होने वाले जान माल की क्षति का अंदाजा लगाना मुश्किल होगा जैसा कि कोरोना संक्रमण से अनियंत्रित हो चुके देशों में देखने को मिल रही है।

डॉ विजय कुमार पांडेय