6 मई : नवादा की मुख्य ख़बरें

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जिप सदस्य ने बच्चों को उपलब्ध कराया अध्ययन सामग्री

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड जिला परिषद सदस्य अशोक यादव ने पेस गांव में सैकड़ों ग़रीब परिवार के बच्चों के बीच कॉपी किताब,स्लेट पेंसिल आदि का वितरण किया। अध्ययन सामग्री पा बच्चे खुशी से झूम उठे।

उन्होंने बताया हमारा एक ही संकल्प है ”पढ़े नवादा,बढ़े नवादा,, का संकल्प यात्रा का आज पहला दिन है जो नारदीगंज के पेश गाँव से शुरू हुआ है। आगे नवादा जिला के हर पंचायत के विभिन्न गांवों में खाद्य राहत सामग्री एवं पाठ्य सामग्री का वितरण किया जाएगा। बता दें इसके पूर्व नारदीगंज के विभिन्न गांवों में लाॅकडाउन में खाद्यान्न समेत अन्य सामग्री का लगातार वितरण किया गया है ।

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राजमार्ग पर ढाबा के नहीं खुलने से वाहन चालकों को परेशानी

नवादा : लॉकडाउन के दूसरे चरण में ही सरकार ने राजमार्गों पर स्थित होटल-ढाबा खोलने का आदेश दिया। लेकिन, तीसरा चरण शुरू होने के बाद भी ऐसा संभव नहीं हो रहा है। पटना-रांची राजमार्ग 31 पर बिहार-झारखंड बॉर्डर से लेकर रजौली की सीमा तक एक भी ढाबा नहीं खुला है, जिससे मालवाहक वाहनों के चालक-खलासी को भोजन नहीं मिल पाता है। मालवाहक वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध हटने के बाद एनएच 31 पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है।

बताते चलें कि परिवहन विभाग के सचिव ने 19 अप्रैल को ही सभी जिला पदाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर निर्देश दिया था कि एनएच व एसएच पर शहर से 10 किलोमीटर दूर ढाबा खोलने की अनुमति दी जाएगी। एनएच व एसएच की लंबाई अधिक होने पर प्रत्येक 15 किलोमीटर पर एक ढाबा खोलने की अनुमति दी जाएगी। सीमावर्ती जिलों के साथ समन्वय स्थापित कर दो जिलों के बीच ढाबे की संख्या का निर्धारण कर स्थल चयन कर किया जाएगा। यह ध्यान में रखा जाएगा कि ढाबा सड़क के दोनों ओर हो।

जिला प्रशासन द्वारा मास्क का प्रयोग करने, साबुन से हाथ धोने, सैनिटाइजेशन एवं शारीरिक दूरी का अनुपालन सख्ती से कराया जाएगा।  ढाबे में बैठकर भोजन करने से वहां आवश्यक भीड़ न हो इसके लिए एक समय में भोजन लेने के लिए अधिक संख्या में ट्रक अथवा अन्य वाहन नहीं जमा होने देंगे। ढाबे पर पेट्रोलिग कराकर यह सुनिश्चित कराया जाएगा कि स्थानीय लोग अनावश्यक रुप से एकत्रित ना हों। फूड इंस्पेक्टर द्वारा समय-समय पर गुणवत्ता की भी जांच कराने को कहा गया था।

ढाबा खोलने के लिए इन सभी शर्तों को कई ढाबे संचालक पूरा करने को तैयार हैं, उसके बाद भी अभी तक खोलने की अनुमति नहीं मिल रही है। जिससे मालवाहक वाहनों के चालक व उपचालक को काफी परेशानी हो रहे हैं। कई ढाबा संचालक ने कहा कि हमलोग सभी नियमों का पालन करते हुए ढाबा खोलने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमलोगों को खोलने का कोई आदेश नहीं दिया गया है।

कहते हैं अधिकारी

राजमार्गों के किनारे स्थित ढाबा को खोलने की दिशा में काम किया जा रहा है। अलटरनेट डे एक-एक ढाबा खोलवाने का आदेश दिया जाएगा। यशपाल मीणा, डीएम, नवादा:

खेतों में बर्बाद हो रहे फूल, मालाकारों का धंधा चौपट

नवादा : कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन है। जिससे सभी लोग प्रभावित हुए हैं। लगन में अच्छी कमाई का सपना संजोए फूल की खेती करने वाले किसान से लेकर बिक्री करने वाले मालाकार परेशान हैं। मंडी बंद रहने के चलते तैयार फूल खेतों में ही बर्बाद हो रहे हैं। खेत में फसल की इस हालत को देख किसान चितित हैं तो मालाकार ऑर्डर रद किए जाने से परेशान हैं।

किसानों का कहना है कि कमाई की बात तो दूर है, अब पूंजी पर भी आफत आ गई है। वहीं, नगर के कई मालाकारों ने बताया कि लॉकडाउन से पहले कई लोगों ने लगन के लिए फूलों की अग्रिम बुकिग कराई थी। जिसे अब कैंसिल कर दिया गया है। इस स्थिति में धंधा पूरी तरह चौपट हो गया है। हालांकि किसान और मालाकार लॉकडाउन को भी जरूरी मानते हैं। कहते हैं कि जिदगी रही तो कारोबार तो चलता ही रहेगा। हां, किसान अपनी फूल की बर्बाद फसल को देख निराश हैं। वजह मेहनत और पूंजी का नष्ट होना है। किसानों ने सरकार से इसके लिए मुआवजे की मांग की है। ताकि अगले सीजन में पुन: फूल की खेती कर सकें और परिवार को भी राहत मिल सके। पप्पू मालाकार ने चिंता जताते हुए कहा कि ऐसी स्थिति रही तो रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी।

पुलिस ने पति-पत्नी के बीच कड़वाहट को कराया दूर,साथ रहने का लिया संकल्प

नवादा : जिले के हिसुआ पुलिस ने आपसी समझौता करा करीब एक साल से अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी को एक कराया। पति सम्मानपूर्वक पत्नी को थाने से अपने साथ ले गया।

बताया जाता है कि गया जिले के वजीरंगज थाना क्षेत्र के सुखा विगहा निवासी स्व. जगेश्वर प्रसाद के छोटे पुत्र मुकेश ने परिवार वालों के दबाव में अपनी पत्नी रूकमणी को करीब एक साल पूर्व छोड़ दिया था। तब से महिला अपने मायके हिसुआ थाना क्षेत्र के डिहुरी गांव में पिता सकलदेव महतो के घर रह रही थी। रूकमणी देवी के पिता से बतौर दहेज में तीन लाख रुपये की मांग की जा रही थी। दहेज को लेकर ससुराल वाले बहू से अक्सर मारपीट किया करता थे। दहेज नहीं मिलने पर स्वजनों ने मुकेश की शादी गया जिला के अतरी थाना क्षेत्र के लोसघानी निवासी कमलेश महतो की बेटी से तय कर दिया था। लड़की के पिता को जानकारी मिलने पर उन्होंने शादी तोड़वा दी थी। इस बीच एक मई को मुकेश की मां विमला देवी का निधन हो गया।

सास की मौत की खबर सुनकर अंतिम संस्कार में भाग लेने गई रूकमणी के साथ ससुराल वालों द्वारा मारपीट किया गया था। रूकमणी ने 3 मई को थाने में ससुराल वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी। प्राथमिकी के बाद पुलिस दबिश बढ़ी तो ससुराल वाले समझौता के लिए राजी हो गए। थानाध्यक्ष राजकुमार ने दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया। इसके बाद बंध पत्र बनाया गया।

मुकेश ने दूसरी शादी नहीं करने का आश्वासन दिया। बंध पत्र पर दोनों पक्षों के कुछ लोगों के अलावा पति-पत्नी ने भी हस्ताक्षर बनाया। पति -पत्नी हंसी खुशी रहने का संकल्प लिया। मौके पर मुकेश का भाई नन्दु महतो एवं लालु महतो, मंगरामा पंचायत की मुखिया कृष्णा प्रसाद; सरपंच देवनंदन प्रसाद, एवं गांव के गणमान्य लोग तथा लड़की पक्ष से दोना पंचायत की मुखिया रामानुज प्रसाद, ईश्वरी प्रसाद, मोसाफिर कुशवाहा, लड़की के पिता सकलदेव महतो एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित थे। थाने में पिता को देखते ही बच्चा उससे लिपटकर रोने लगा था।

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