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बिहार अपडेट मधुबनी

6 मई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

बीएमपी ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह, नीतीश कुमार व योगी का पुतला फूंका

मधुबनी : भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने अपने गांव सतघारा में केंद्र सरकार व राज्य सरकार पर जनता के साथ छलावा करने का आरोप लगा प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, बिहार के मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका।

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महतो ने कहा एक तरफ बिहार सरकार गरीब मजदूरों को लाने की बात कर रही है, दूसरी तरफ केंद्र सरकार कह रही है कि हम गरीबों को मुफ्त में भेज रहे हैं। लेकिन वास्तविक सच कुछ और है। सभी यात्रियों से किराया वसूला जा रहा है, और आज गरीब मजदूर को उनको अपने घर पर जाने के लिए उन्हें रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। डीएम के पास प्रशासन के पास प्रशासन के पास जाओ तो पुलिस वाले लाठी चार्ज करते हैं।

हिंदुस्तान के तमाम शहरों में यूपी बिहार झारखंड के मजदूर होते हुए हैं, और कई राज्यों के अगर केंद्र सरकार चाहे तो उन्हें 5 दिन के अंदर अंदर सभी मजदूरों को घर भेज सकती हैं। लेकिन केंद्र सरकार की मनसा ठीक नहीं है। गरीबों के साथ वो जानवरों वाला व्यवहार कर रहे हैं। मजदूर जो बाहर काम करने के लिए गए हैं, उसके अंदर अधिकतर लोग कम पढ़े लिखे हैं। वह आवेदन कैसे कर सकते हैं? उनके पास खाने-पीने का कोई राशन पानी का सामान नहीं है, पैसा उनका खत्म हो गया है। ऐसे में वह गाड़ी का भाड़ा कहां से दे सकते हैं? जो कंपनी वाले हैं, वह अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। किसी तरह अकाउंट गरीब आदमियों को कोई मदद कहीं से नहीं मिल रहा है, और केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों मिलकर मजदूरों को गुमराह कर रही है। लोग भूख से मर रहे हैं, प्यास से मर रहे हैं। इसी कारणवश हमने केंद्र सरकार ओर राज्य सरकारों का पुतला दहन किया है।

जरूरतमंद बच्चों के बीच कॉपी, किताबें का किया गया वितरण

मधुबनी : जागरूकता अभियान संस्था की कार्यकारिणी सदस्या अमीषा कुमारी एवं श्वेता कुमारी ने मिलकर गंगौर पंचायत के महादलित बस्ती में 50 बच्चों के बीच पठन-पाठन की सामग्री का वितरण किया।

इस संस्था की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा का कहना है कि हम लोग लॉकडाउन के समय से ही विभिन्न विभिन्न कार्यक्रम के माध्यम से लोगों तक सहयोग पहुंचा रहे हैं। लॉकडाउन की स्थिति में बच्चे को पढ़ाई करने में भी काफी दिक्कतें आ रही है, इसीलिए हमने बच्चों की मदद के लिए अपना एक छोटा सा कदम उठाया है। हम लगातार ऐसे जरूरतमंद बच्चों की मदद करते रहेंगे, जब तक कि लॉक डाउन खत्म नहीं हो जाता।

इससे बच्चों के बीच काफी खुशी देखने को मिली। हमारा एक ही मकसद है, कि इस विपरीत परिस्थिति में कोई भी व्यक्ति को किसी भी चीज के कारण किसी तरह की समस्या उत्पन्न ना हो। इसीलिए हम लोग हर तरह से जरूरतमंद लोगों की मदद अपने टीम के माध्यम से लोगों तक पहुंचा रहे हैं, बच्चों पर लॉक डाउन का बहुत बुरा असर पड़ा है। खासकर वह बच्चे जो मध्यवर्गीय परिवार से आते हैं, जिनके पास खाने के लिए भोजन नहीं है, वह पढ़ने के लिए कॉपी किताबें कहां से लाएंगे? इसीलिए हम लोगों ने बच्चों के हित यह कार्य शुरू किया है।

महिलाओं के बीच आयरन गर्ल ने मुफ्त में बांटे सैनिटरी पैड

मधुबनी : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देशभर में जंहा लॉकडाउन है। इस दौरान अधिकांश दुकाने व व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद है, जिसके चलते लोगों को आवश्यक सामग्री के लिए जूझना पड़ रहा है। खाद्य पदार्थों के साथ साथ महिलाओं को सैनिटरी पैड की भी

इस मुश्किल की घड़ी में समाजसेवी आयरन गर्ल के नाम से मशहूर गुड़िया साह ने जरुरतमंद महिलाओं के लिए स्वकष भारत स्वस्थ्य भारत अभियान की शुरुआत उमगांव की समाजसेवीयो द्वारा संचालित किया जा रहा है, और कोरोना संकट में सुदूर देहाती क्षेत्र व गाँव में रहने वाली गरीब महिलाओं को मुफ्त में सैनिटरी पैड मुहैया करा रहीं है। अब तक करीब 100 सैनिटरी नैपकिन वितरित किये हैं।

इस बाबत गुड़िया साह ने बताया कि महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए माहवारी के समय जरूरी इन सैनिटरी पैड्स को नहीं खरीद पा रहीं, उन महिलाओं के बीच हमारी टीम ने इसका वितरण किया है। हमारी सहयोगी अंजु कुमारी व प्रिया कुमारी सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाकर पैसे जुटाते हैं। हमने इन सैनिटरी नैपकिनों को खरीदने के लिए 6000 रूपये इकट्ठा कर सेनेट्री पैड की खरीदारी की है। आपको बतातें चले कि स्वस्थ्य भारत स्वक्ष भारत अभियान के तहत पिछले तीन साल से इनकी टीम कार्य कर रहीं हैं।

जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि

मधुबनी : बुधवार को एक युवक (24) की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डीएम डॉ० निलेश रामचंद्र देवरे ने इसकी पुष्टि की है। इस तरह जिले में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढकर 24 हो गई है। नया मामला जिले के कलुआही प्रखंड का है। संक्रमित पाया गया युवक दिल्ली से चाची के साथ आया था। युवक की चाची पहले टेस्ट में ही पॉजिटिव पाई गई थी। क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले इस युवक का दूसरा टेस्ट पॉजिटिव निकला। पहले टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव थी। इस परिवार के अब चार सदस्य संक्रमित हो गए हैं।

मालूम हो कि सबसे पहले 27 अप्रैल को जिले के पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद एक मई की रिपोर्ट में 13 लोग कोविड-19 संक्रमित पाए गए। सोमवार को पांच लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर कुल संख्या 23 हो गई थी।

कंटेनमेंट ज़ोन के तीन किलोमीटर एरिया को किया गया सील

मधुबनी : जिले के भैरवस्थान थाना के पट्टीटोल में पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद प्रशासनिक एवं मेडिकल हलचल तेज हो गई है। आम लोग घरों में दुबके गए हैं। इधर, प्रशासन की ओर से कंटेनमेंट जोन के तीन किलोमीटर की परिधि में कई जगह बैरिकेडिग कर दिया गया है। यह बैरिकेडिंग कोठिया सीमा, वैद्य टोल जाने वाले पथ में दो जगह, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पट्टीटोल, समिया के नजदीक तथा मेंहथ के नजदीक सहित अन्य जगहों पर लगाया गया है। कंटेनमेंट जोन को पूरी तरह सील करने के बाद मरीज के घर से लेकर गांव में सैनिटाइजेशन का काम कराया गया है।

कंटेनमेंट जोन का पूरा लेखा-जोखा प्रशासन व मेडिकल विभाग ने तैयार कर लिया है। कंटेनमेंट जोन के दायरे में तीन हजार घर पट्टीटोल गांव में मरीज के घर को इपिसेंटर माना गया है। पट्टीटोल, कथना किसनपुर, भैरवस्थान, लक्ष्मीपुर, कोठिया, भरौल, मेंहथ, कथना मोहनपुर, जमुथरि, हैंठीवाली एवं भराम को कंटेनमेंट जोन माना गया है। इन गांव में कुल 2999 घर हैं। इसमें 17994 लोग बसते हैं। मेडिकल टीम के समक्ष अब इन एक एक घरों में जाकर डोर-टू-डोर सर्वे का काम किया जाना है। मंगलवार से ही मेडिकल टीम ने काम प्रारंभ कर दिया है। लेकिन, सुखेत कंटेनमेंट जोन में चल रहे सर्वे को पूरा होने के बाद इन गांव में डोर-टू-डोर सर्वे में तेजी आएगी। कंटेनमेंट जोन में पड़ने वाले गांव में कोरोना को लेकर भय है।

कोटा से लौटे छात्रों को दरभंगा से बसों से लाया गया

मधुबनी : राजस्थान के कोटा से लगभग चार सौ छात्रों को विशेष ट्रेन से दरभंगा तक लाया गया है। जिला प्रशासन ने 23 बसें दरभंगा भेजकर वहां से इन छात्रों को जिले में लाया गया। इन छात्रों से शपथ पत्र लेकर होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया गया। वहीं अन्य प्रदेशों में रह रहे जिले के लगभग 1,400 कामगारों को भी अब तक विशेष ट्रेनों से बिहार के विभिन्न स्टेशनों तक लाया गया। जिला प्रशासन ने संबंधित स्टेशनों पर बसें भेजकर इन कामगारों को जिले में वापस लाया। कामगारों को थर्मल स्क्रीनिग के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण कर संबंधित प्रखंड मुख्यालय स्थित क्वारंटाइन सेंटर में 21 दिनों तक के लिए रखा गया। सुरक्षा की ²ष्टि से क्वारंटाइन सेंटर की निगरानी हेतु सीसीटीवी भी लगाया गया है। प्रखंड कवारंटाइन सेंटर में रहने वालों को जिला प्रशासन द्वारा डिग्निटी किट एवं मच्छरदानी, भोजन-नाश्ता आदि भी दिया जा रहा है। पांच दर्जन से अधिक प्रवासी पहुंचे बाबूबरही बाबूबरही : प्रखंड क्षेत्र में पांच दर्जन से अधिक मजदूर पहुंचे। इन्हें विभिन्न क्वारंटाइन सेंटर पर भेजा गया। बीडीओ प्रकाश कुमार ने बताया कि 38 मजदूर केरल से पहुंचे हैं। उन्हें प्लस टू उच्च विद्यालय बाबूबरही में क्वारंटाइन किया गया है। आठ छात्र कोटा से पहुंचे हैं। उन्हें होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है। पिरही में पांच, बरहारा में 55, उमवि तिरहुता में 12, इंटर कालेज पिपराघाट में पांच तथा मध्यविद्यालय घोंघौर में पांच लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। लोगों से स्क्रीनिग कराने की अपील की गई।

कोलकाता से आए प्रवासियों को करनी पड़ रही मशक्कत

अलस्सुबह कुल्हरिया गांव कोलकाता से 20 पहुंचे। इसमें परसा गांव के 16, भटगामा के दो तथा बेलहा मालिन के दो लोग हैं। ये घर जाने की बजाय स्थानीय मुखिया को वापसी की जानकारी दी। मुखिया द्वारा स्थानीय मध्य विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर में इन्हें शिफ्ट किया गया। मगर, विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने भोजन की व्यवस्था से हाथ खड़ा कर दिया। पूर्व मुखिया रंजना मेहता ने कहा कि डीएम से लेकर बीडीओ तक शिकायत की गई। मगर, दोपहर तक कोई व्यवस्था नहीं हो सकी। घर के लोगों द्वारा खाना-पीना की जैसे-तैसे व्यवस्था की गई। बीडीओ प्रकाश कुमार ने कहा कि मुखिया व प्रधानाध्यापक के समन्वय के अभाव के कारण समस्या उत्पन्न हुई है। सभी को बरहारा क्वारंटाइन सेंटर में शिफ्ट किया जाएगा।

अंधराठाढ़ी पहुंची प्रवासी मजदूरों की पहली खेप

अंधराठाढ़ी : मंगलवार को केरल में फंसे प्रखंड के 19 मजदूर बस से यहां आए। सभी को स्वास्थ्य परीक्षण के बाद मुख्यालय स्थित एमआरजी हाई स्कूल में क्वारंटाइन कर दिया गया। इनके अलावा अन्य स्थानों से चलकर आए 19 अन्य लोगों को भी यहां क्वारंटाइन किया गया है। यहां पर करीब 300 लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। बीडीओ राजेश्वर राम ने बताया कि सुबह केरल से प्रवासी मजदूरों को लेकर बसों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। पहली बस से कुल 19 प्रवासी मजदूर लाए गए थे। कोटा से कुछ छात्रों के आने की संभावना है। करीब एक हजार 1000 लोगों के लिए 16 सेंटर हैं।

लदनियां में 20 प्रवासी मजदूरों को किया क्वारंटाइन

लदनियां : केरल और झारखंड से 20 प्रवासी मजदूर मंगलवार को लदनियां प्रखंड मुख्यालय पहुंचे। बीडीओ नवल किशोर ठाकुर द्वारा सभी प्रवासी मजदूर को मेडिकल टीम द्वारा थर्मल स्क्रीन कराने के बाद लदनियां हाई स्कूल स्थित प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर में क्वारंटाइन कर दिया गया। उन्होंने बताया कि सभी मजदूरों को रजिस्ट्रेशन के बाद कमरा औऱ बेड अलॉट कर दिया गया है।

प्रवासियों का आने का सिलसिला जारी

फुलपरास : घोघरडीहा प्रखंड क्षेत्र के प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को सात और प्रवासी मजदूर प्रखंड मुख्यालय पहुंचे। इसमें तीन गाराटोल, एक चिकना, एक बनरझुला, एक अमही एवं एक गड़बा के प्रवासी मजदूर हैं। सभी को प्रखंड प्रशासन द्वारा प्लस टू भोला उच्च विद्यालय डेवढ़ में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।

केरल से मधवापुर आए आठ कामगारों को किया क्वारंटाइन

मधवापुर : केरल से स्पेशल ट्रेन से पटना आए आठ प्रवासी मजदूरों को लेकर एक बस मधवापुर प्रखंड मुख्यालय पहुंची। बीडीओ बैभव कुमार एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कामेश्वर महतो ने मेडिकल टीम के साथ स्थानीय मध्य विद्यालय बालक पहुंच कर सभी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिग कर 21 दिनों के लिए लक्ष्मी जनता प्लस टू उच्च विद्यालय में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा। ये सभी मजदूर बासुकी बिहारी उतरी पंचायत के बिहारी गांव के रहने वाले हैं। एर्नाकुलम में मजदूरी करते थे। फैक्ट्री बंद हो जाने से इनके समक्ष भोजन की समस्या उत्पन्न हो गई थी। बीडीओ ने बताया कि सभी श्रमिकों को क्वारंटाइन में रखा गया है। एक कामगार मो. इरशाद दर्जी ने कहा इस तरह का समय नहीं देखा। काम बंद होने पर लोग एक शाम भोजन के लिए तरस रहे था। कभी-कभी तो भूखे पेट सोना पड़ता था। सरकार को धन्यवाद दिया की उन्हें स्पेशल ट्रेन से गृह प्रखंड भेज दिया। कम से कम यहां तो भोजन की समस्या नहीं होगी।

क्वारंटीन सेंटर में नहीं मिल पा रहा खाद्य सामग्री

मधुबनी : जिला अन्तर्गत जयनगर के प्लसटू हाई स्कूल में क्वारंटीन किए गए लोगों का आरोप है कि यहाँ प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई सुविधा नहीं दी गई है। हर कोई खाना पूर्ति करने में लगा है। विगत एक मई से लोगों को यहां रखा जा रहा है, अभी तकरीबन 70 लोग इस सेंटर पर रखे गए हैं। इस सेंटर पर रह रहे लोगों का आरोप है, कि खाना भी कभी मिलता है कभी नहीं। प्रशासन के लोग सिर्फ भ्रष्टाचार में लगे हुए है।
लोगों की परेशानी को देखते हुए “आम आदमी पार्टी” जयनगर ईकाई के प्रखंड सचिव अमित कुमार महतो ने निजी स्तर से इनके भोजन का प्रबंध कराया है। अब सवाल यह उठ रहा है, कि क्वारंटीन सेंटर के नाम पर बिहार में जगह-जगह पैसो का खेल शुरू हो गया है।

भ्रष्टाचार के आरोप लग रहें हैं, तो दूसरी तरफ आम लोगों की जान को सांसत में डाला जा रहा है। महज खानापूर्ति कर बाहर से आये लोगों को घर भेज दिया जा रहा है। जांच की सुविधा नहीं होने के कारण सिर्फ रजिस्टर में नाम चढाया जा रहा है। इस प्रकार की प्रशासनिक लापरवाही से आने वाले समय में कोरोना वैश्विक महामारी के फैलने का खतरा और बढ़ जाएगा। अमित कुमार महतो(प्रखंड सचिव, आम आदमी पार्टी) बिहार सरकार से मांग करती है कि जांच का दायरा बढाया जाए एवं इसमें तेजी लाई जाए साथ ही लापरवाह अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही सुनिश्चित करें।

वहीं, जानकरी देते हुए अमित कुमार महतो ने बताया कि पिछले तीन दिनों से लगातर जाके उन सभी को एवं उनके अलावा शहर भर में घूम कर गरीब, निर्धन लोगों को खाना खिला रहे हैं। हालांकि कल देर रात जयनगर एसडीएम, बीडीओ, सीओ, ईओ सब मुआयना करने पहुंचे। पूछने पर बताया कि मिली शिकायतों के बाबत हम यहां आए हैं, ओर अब ऐसी कोई त्रुटि नही होने की बात कही।

पक्की सड़क एवं गली नाली में अनिमियत्ता पर बीडीओ को दी आवेदन

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखण्ड क्षेत्र बिस्फी पंचायत वार्ड नंबर पांच के ग्रामीणों ने बीडीओ को लिखित आवेदन सौंप कर वार्ड सदस्य एवं वार्ड सचिव के विरुद्ध जाँच कर कार्रवाई की मांग। दर्जनों ग्रामीणों ने लिखित आवेदन में लिखा हैं कि वार्ड पांच के वार्ड सदस्य मंजुला देवी एवं वार्ड सचिव सूर्यमोहन यादव पिता उदय यादव के द्वारा गली-नाली सड़क निर्माण कार्य में घोर अनिमियत्ता की गईं हैं, जो कुछ महीनों पहले ही नाली और पक्की सड़क बनाई गई थी। जिसमें केवल खानापूर्ति की गई हैं। जिसका नतीजा अब सड़क और नाली दोनों ध्वस्त हो रही हैं, जो जाँच करने में पाया जायेगा।

स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड मेम्बर एवं वार्ड सचिव के द्वारा केवल पैसो की उगाही की गईं हैं, तथा बताया की सड़क पहले से बना हुवा हैं और पैसे उगाही करने के लिए गलत ढंगों से नाली बनाया गया हैं। जिसमें पानी जाम हो जाता हैं, एवं स्थानीय सभी लोगों के घरों में पानी लग जाती हैं, जिसे स्थानीय लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। अभी भी वर्तमान में जो सड़क बन रहा हैं वो भी पुरे गलत ढंग से पैसा उगाही करने के तरीको से कार्य किया जा रहा हैं, जिससे लोगों में काफी आक्रोश है। जहाँ लोगों ने जेई को भी सुचना दी गई थी, लेकिन जेई द्वारा तत्काल कार्य अस्थगित करवा दी गई थी। लेकिन जेई और वार्ड सचिव के मिलीभगत से कार्य को शुरू करवा दी गई थी, लेकिन ग्रामीणों के द्वारा पुनः कार्य को रोक कर बीडीओ अहमर अब्दली को सुचना दी गई।

लोगों ने बीडीओ को लिखित शिकायत कर वरीय अधिकारी से जाँच करवाने की मांग करते हुए कार्रवाई करने की बात आवेदन में लिखी गई हैं। इस बावत में प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अहमर अब्दली ने बताया कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जाँच की जा रहीं हैं, दोषी को बक्शा नहीं जाएगा।

क्वारेंटाइन से फरार हो रहे लोग बन रहे प्रशासन के लिए सिरदर्दी

मधुबनी : जिले के विस्फी प्रखंड में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर बाहर से आने वाले प्रवासी लोगों के लिए प्रखंड क्षेत्र में 31 जगह पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां समुचित व्यवस्था प्रशासन के द्वारा की गई है। लेकिन प्रखंड क्षेत्र के रघुेपुरा पंचायत स्थित यदुपट्टी विद्यालय से बीती देर रात तीन प्रवासी मजदूर क्वारेंटाइन सेंटर से फरार हो गए, जिसमें दो बरहा गांव के एवं एक ईटहर गांव के तथा एक जगवन पूर्वी के बताए जा रहे हैं। जो फरार हो जाने के बाद प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गया।

प्राप्त सुचना के मुताबिक बरहा गांव निवासी संजय चौपाल एवं सुनील चौपाल को कन्या विद्यालय बरहा में पॉच दिनों से क्वारेंटाइन किया गया था। वहां समुचित व्यवस्था नहीं होने से उसे यदुपट्टी मध्य विद्यालय में रखा गया। जहां बीती रात वहां से फरार हो गए सुबह जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक गणेश चौपाल जब सुबह में उसे देखने के लिए आया तो पता चला कि वह फरार हो गया था। इसकी सूचना उन्होंने तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी अहमर अबदाली को दी।

वहीं, मौके पर पतौना थाना अध्यक्ष विजय पासवान के नेतृत्व में क्वारेंटाइन सेंटर पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली, एवं तीनों मजदूरों को खोजने में लग गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि तीनों प्रवासी को गिरफ्तार करने को लेकर कार्रवाई की जा रही है, एवं इस बाबत प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

असामाजिक तत्वों ने लूटपाट कर डेढ़ लाख नगद समेत सोने की चेन छीनी

मधुबनी : जिला के राजनगर परीहारपुर पंचायत के खोईर गांव में कुछ असमाजिक तत्वों के द्वारा मारपीट एव लूट की घटना को दिया अंजाम दिया गया। राजनगर थाना क्षेत्र के खोईर गांव कुछ लोगों ने दबंगता से कार्य को बन्द करवा दिया, और मारपीट करने लगे। खोइर गाँव निवासी सुमन कुमार झा पिता लोकनाथ झा अपने निजी जमीन में तालाब खूनबा रहे थेl

गांव के एक ट्रेक्टर चालक अरुण झा पिता महाबीर झा और राजेंद्र झा पिता महावीर झा को मिट्टी कटाई के लिए कहा, लेकिन उन्होंने मिट्टी वर्क से आनाकानी की काफी दिन तक टाल मटोल करते रहे। महीनों बीत जाने के बाद तो कुछ दिनों के बाद दूसरे गांव के जेसीबी और ट्रेक्टर मालिक को यह काम दिया गया जिसका विरोध पहले दिन से ही अरुण झा, राजेन्द्र झा और उनके परिवार के लोग करने लगे। काम को रोकने के लिये पूरी कोशिस कि गई, और ट्रेक्टर चालक और मालिक को धमकी के साथ साथ सुमन कुमार झा और उनके परिवार को लगातर परतारीत किया गया काम को रोकने के लिये।

जब काम बंद करने का पूरी प्रयास करने असफल रहे तो पूरी हसेरी के साथ 03 मई को संध्या 5 बजे खोईर के धार में 1अरुण झा पिता महाबीर झा, 2 राजेन्द्र झा पिता महाबीर झा, 3 कार्तिक झा पिता पप्पू झा, 4 गौरव झा पिता राजेंद्र झा, 5 सौरव झा पिता राजेंद्र झा, 6 राजा झा पिता देवकांत झा,7 देवकांत झा पिता रघु झा साथ ही उनके टोल से और अज्ञात लोगों ने अचानक बांस-बल्ले, लाठी और अन्य हथियार से सुमन कुमार झा के ऊपर हमला कर दिया। साथ ही ट्रेक्टर मालिक को देने के लिये ₹150000 (एक लाख पचास हजार रुपये) जो नगद ट्रैक्टर लेवर का पेमेंट लाए थे। बैग सहित उसे भी लूट लिया गया, साथ ही बैग में एक सोने का चेन जो लगभग 20 ग्राम का था वह भी लूट लिए।

इस बाबत प्रीत सुमन झा ने बताया की हमला वर दर्जन भर ऊपर थे। मेरे ऊपर जानलेवा हमला करने के नियत आए थे।सुमन कुमार झा जख्मी हालत धक्के देकर रुपया सहित सोने के चेन लूट लिए, साथ ही प्रीत सुमन झा इस मामले को लेकर राजनगर थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
वहीं, राजनगर थाना के द्वारा इस मामले को लेकर गम्भीरता लेते हुए प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।

सुमित राउत