बेमौसम की बारिश से भारी नुकसान
नवादा : जिले में वैशाख के महीने में हर दो चार दिनों के अंतराल पर हो रही बेमौसम की बारिश से हर तबका परेशान है। एक तो कोरोना की मार उपर से बेमौसम की बारिश ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
जिले विभिन्नक्षेत्रों में मंगलवार की सुबह झमाझम बारिश हुई,तकरीबन एक घंटे तक मूसलाधार बारिश होने से लोग अस्त व्यस्त हो गये। जगह जगह खेतों-खलिहानों में पानी भर गया। लोगों को सड़क पर चलना दूभर बना रहा।
सबसे बदतर स्थिति नारदीगंज अंदर बाजार की हो गयी। राहगीरो को पैदल चलने में मुसिबत बनी रही। उन्हें पैदल भी सड़क पर गुजर नहीं पा रहे थे,ऐसा सड़क पर पानी भरा रहने के कारण हो रहाथा,इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को बाइक का कोपभाजन होना पड़ रहा था,पानी के छींटे उनके कपड़े व शरीर पल आ रहे थे। स्थानीय लोगांं का कहना है हाल के दिनों में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत पानी की निकासी के लिए नाली का निर्माण कराया गया था,लेकिन नाली का निर्माण सही तरीके से नहीं किया गया,जिससे पानी का निकासी नहीं हो पा रहा है।
नाली निर्माण में अभिकर्ता की मनमौजी का खामियाजा आने जाने वाले राहगीरों के साथ नारदीगंज बासियों को भुगतना पड़ा है। बारिश के बाद पूर्व की भांति बिजली आपूर्ति ठप रहने से पीने के पानी की समस्या उत्पन्न हुई सो अलग । संतोष इस बात का रहा कि जिले में बज्रपात की घटना नहीं हुई ।
अवैध बालू ले जाते बालू लदा ट्रैक्टर जब्त
नवादा : जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के बस्तीबिगहा बाजार से अबैध तरीके से बालू का उठाव कर ले जा रहे बालू से लदा टै्रक्टर को पुलिस ने जब्त किया। यह कार्रवाई पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार की सुबह में किया।
थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने बताया गुप्त सूचना मिली कि तिलैया नदी से अबैध तरीके से बालू का उठाव ट्रैक्टर के द्वारा किया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने बालू से लदा हुआ टै्रक्टर को जब्त किया। जब्त बाहन चालक व मालिक के विरूद्ध कार्रवाई किया जायेगा,इसकी अग्रेतर कार्रवाईके लिए माइनिंग विभाग को सूचना दिया गया है।
लाॅकडाउन तोङे जाने पर पुलिस ने भांजी लाठियां
नवादा : जिले के अकबरपुर बाजार में लाॅकडाउन के तीसरे चरण के दूसरे दिन अजीब नजारा देखने को मिला । बंद पङे दुकान के ताले खुलते ही बाजार में भीड़ बढनी शुरू हो गयी । भीड़ बढते ही शारीरिक दूरी का फासला समाप्त हो गया । ऐसे में प्रशासन के लिए मुश्किल की घङी उत्पन्न हो गयी । चूंकि तीसरे चरण में भी किसी प्रकार की विशेष छूट नहीं दी गयी है सो प्रशासन ने भी गंभीरता से लिया तथा उसे दुकान बंद कराने के लिए लाठियां भांजने पर मजबूर होना पड़ा। कहते हैं लोग जहां प्रेम की भाषा नहीं समझते तो फिर उन्हें लाठी की भाषा से समझाया जाता है । सो वही जब डंडे की मार पङी तब दुकानें तो बंद हुई ही बाजार में भी सन्नाटा छा गया।
डीएम ने किया क्वारंटाइन सेंटर का निरीक्षण
नवादा : जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा के द्वारा आईटीआई में संयुक्त श्रम भवन,नवादा के कैंपस में दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों की मदद हेतु बनाये गये हेल्प डेस्क एवं उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग के साथ-साथ उनके लिए किए गए सारी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रवासी बंधुओं की समस्याओं के बारे में जाना एवं उनकी सुविधा के लिए संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया। यहांआये लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग किये जाने के बाद उनके अपने-अपने संबंधित प्रखंड स्तर पर बने क्वारेंटाइन सेंटर में 21 दिनों तक क्वारेंनटाइन में रहने के लिए भेजा जा रहा है।
प्रखंड स्तर पर बने सेंटरों में क्वारेंटाइन हेतु आये प्रत्येक व्यक्ति को दैनिक उपयोग में इस्तेमाल होने वाली एक-एक किट दी जा रही है। इस किट में साबुन, तौलिया, ब्रस,टूथपेस्ट, वस्त्र, बर्तन आदि जैसी दैनिक उपयोग की चीजें होगी। जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश देते हुए कहा गया की बाहर से आने वाले सभी प्रवासियों को 21 दिनों की क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण होने पर मेडिकल चेक-अप के बाद ही घर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाइन में रखे व्यक्ति 21 दिनों की अवधि तक अपने घर वालों से बिल्कुल भी मिलने की कोशिश न करें, ऐसा करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
प्रखंड स्तर पर बने क्वारेंटाइन सेंटरों पर खाने एवं रहने की उत्तम व्यवस्था की गई है। सभी व्यक्तियों का प्रतिदिन तीन बार मेडिकल टीम के द्वारा जांच किया जाएगा। महिलाओं एवं बच्चों के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।कोरोना के इस मुश्किल दौर में जिला वासियों के हर संभव मदद के लिए ड टेजिला पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन क्वारेंटाइन सेंटरों पर की गतिविधियों का जायजा लिया जा रहा है। इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर, उमेश कुमार भारती, जिला पंचायती राज पदाधिकारी संतोष झा, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार एवं सेंटर पर के सभी स्वास्थ्य कर्मी आदि उपस्थित थे।
कालाबाजारी करने वाले डीलर पर एसडीओ के निर्देश पर दर्ज कराई प्राथमिकी
नवादा : जिले के रजौली अनुमंडल मुख्यालय अमावां पश्चिमी पंचायत की कैरी खाप गांव जनवितरण प्रणाली के दुकानदार गीता देवी के कालाबाजारी करने के मामले में एसडीओ चंद्रशेखर आजाद के निर्देश पर एमओ शशिकांत कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करायी है।
एसडीओ ने बताया कि अमावां पश्चिमी के कैरी खाप गांव के ग्रामीणों के द्वारा अधोहस्ताक्षरी के साथ दूरभाष पर 3 मई को सूचना दिया गया कि कैरी खाप गांव के जन वितरण प्रणाली विक्रेता गीता देवी के द्वारा सरकारी गेहूं व चावल प्लास्टिक के बोरे में पलटकर पिकअप गाड़ी पर बाजार में बेचने के लिए रखा जा रहा है।मिली सूचना के बाद प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी शशिकांत कुमार को जांच के लिए भेजा गया। जहां उन्हें ग्रामीणों ने बताया कि जनवितरण प्रणाली के दुकानदार गेहूं चावल पिकअप वाहन में रखकर जा रहे थे। जिसका विरोध करने पर चालक अनाज छोड़कर गाड़ी लेकर भाग गया है। जनवितरण प्रणाली के कालाबाजारी का खाद्यान कैरी खाप के चंद्रिका यादव के खाली जमीन पर 12 बोरा चावल एवं 11 बोरा गेहूं पाया गया।विक्रेता गीता देवी का व्यापार स्थल भी बंद पाया गया एवं संपर्क करने पर उसका मोबाइल भी बंद मिला।
सूचना देने वाले लाभुकों में क्रम संख्या 11 एवं 17 को छोड़कर सभी लाभुकों का बयान लिया गया कि अप्रैल माह में विक्रेता के द्वारा कम खाद्यान्न दिया गया है।जिससे स्पष्ट होता है कि विक्रेता द्वारा लाभुकों को तय मात्रा में कम खाद्यान्न देकर बचे हुए खाद्यान्न को कालाबाजारी के लिए ले जाया जा रहा था। कालाबाजारी में जब्त 12 बोरा चावल एवं गेहूं को कैरी खाप के सुनील कुमार पिता श्री चंद्रिका प्रसाद के जिम्मे नामा पर सौंपा गया है।मामले की सत्यता प्रतीत होने के बाद रजौली थाने में कालाबाजारी को ले प्राथमिकी दर्ज करायी गई है।
घटना के बाद रजौली प्रखंड क्षेत्र के जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों में हड़कंप मच गया है। बता दें इसके पूर्व इस संवाददाता ने वीडियो के साथ समाचार का प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था ताकि अधिकारी मामले को दवा न सके।
नल का जल मिलने में अभी लगेगा और वक्त
नवादा : जिले में नल का जल योजना से गला तर होना मुश्किल हो गया है। विभाग के आंकड़े ही इसकी गवाही देते हैं। अब तक करीब 55 फीसद वार्डों में ही काम पूरा हो सका है। 45 फीसद वार्डों में काम होना अब भी शेष है।
जिले के 187 ग्राम पंचायतों के 2527 वार्डों को इस योजना से लाभ दिया जाना है। अब तक की जो स्थिति है उसमें 1383 वार्डों में कार्य पूर्ण हुआ है। जबकि 1033 वार्डों में कार्य प्रगति पर है। शेष 111 वार्डों में कार्य आरंभ नहीं हुआ है। अर्थात 1144 वार्डों में इस योजना का काम पूरा होना शेष है। मई का पहला सप्ताह चल रहा है। गर्मी का यह पिक सीजन माना जाता है।
हालांकि अबतक मौसम का मिजाज अबूझ जैसा रहा है। कब धूप व तपिश हो जाए और कब बारिश हो जाए कहना मुश्किल है। आलम ये कि धूल उड़ाने वाले इस मौसम में बरसाती नदियों में पानी का बहाव हो रहा है। इस कारण इस वर्ष अब तक गर्मी अपना प्रचंड रूप अब तक नहीं दिखा पाई है। जिससे पानी का संकट व्यापक पैमाने पर सामने नहीं आया है। हालांकि पूरा मई और जून का महीना अभी बीतना बाकी है। गत वर्ष जून माह में ही हिट वेब के कारण जिले में दर्जनों लोगों की मौतें हुई थी।
ग्राम पंचायतों की प्रगति बेहतर
नल जल का काम दो स्तर पंचायत राज विभाग व दूसरा ग्राम्य स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) से कराया जा रहा है। शुरूआती चरण में पंचायत राज विभाग द्वारा की कार्य शुरू कराया गया। फिर कुछ तकनीकी समस्याओं को देखते हुए पीएचईडी विभाग को इससे जोड़ा गया। आंकड़े बताते हैं कि कार्य की प्रगति पीएचईडी से बेहतर पंचायत राज विभाग की रही है। पंचायत राज विभाग द्वारा कुल 74 ग्राम पंचायतों की 996 वार्डों में काम कराया जा रहा है। जिसमें 900 वार्डों में कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 89 वार्डों में कार्य प्रगति पर है। जबकि 07 वार्डों में कार्य शुरू होना शेष रह गया है। वहीं पीएचईडी विभाग के जिम्मे कुल 113 ग्राम पंचायत की 1531 वार्ड है। जिसमें 483 वार्ड में कार्य पूर्ण हो चुका है। 944 वार्डों में कार्य प्रगति पर है। 104 वार्डों में कार्य शुरू होना शेष है।
क्या है जमीनी हकीकत
हिसुआ प्रखंड के कैथिर पंचायत की श्रीरामपुर गांव में नल-जल योजना शोभा की वस्तु बनी है। पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण यहां गर्मी के मौसम में पेयजल समस्या उत्पन्न होती रही है।
यहां के वार्ड -2 में नल-जल योजना का हुआ भी लेकिन दो- तीन माह के बाद ही खराब हो गया। करीब एक साल से यह शोभा की वस्तु बना है। यहां के वार्ड सदस्य बच्चु मिस्त्री ने कहा कि सारा कार्य मुखिया द्वारा कराया गया है। योजना का बोर्ड तक नहीं लगा है। यहां के बीडीओ डॉ. मृत्युंजय कुमार जांच कराने की बात कहते हैं।
कहते हैं अधिकारी
नल जल का कार्य तेजी से पूरा कराने का प्रयास हो रहा है। लॉकडाउन के कारण 700 वार्डों में काम-काज प्रभावित हुआ। मजदूर से लेकर जरूरी निर्माण सामग्री की कमी से काम ठप रहा। कार्य कराने की अनुमति मिलने के बाद बंद पड़े काम को शुरू करा दिया गया है। जिलेवासी को पेयजल का संकट नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल जिले का जलस्तर गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष सामान्य है।
चन्देश्वर राम, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी, नवादा।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध अब होगी सख्ती के साथ कार्रवाई : एसडीएम
नवादा : लॉकडाउन की अवधि में जरूरी सामग्री की खरीद के लिए प्रतिदिन दी जा रही ढील का लोग गलत फायदा उठा रहे हैं। 80 प्रतिशत दुकानें बंद रहने के बावजूद भी आम दिनों जैसा भीड़ दिख रहा है। सब्जी, बैंक, राशन दुकान कहीं भी लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। अधिकारियों की अपील के बाद भी न तो शरीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं न ही मास्क का उपयोग। ऐसे में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। वैसे, अभी रजौली में कोरोना संक्रमण से अछूता रहा है। लेकिन जिले के अन्य हिस्सों में पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। मुख्य मार्ग बजरंगबली चौक, पुरानी बस स्टैंड,बीच बाजार पर आम दिनों की तरह भीड़ भाड़ व वाहनों की आवाजाही हो रही है।
किराना दुकानों पर भीड़ कम हो रही है लेकिन जिन दुकानों के खुलने पर निर्णय होना बाकी है वहां ग्राहक अधिक पहुंच रहे हैं। रेडीमेड, इलेक्ट्रॉनिक्स, जूता-चप्पल, श्रृंगार सामग्री, जेनरल स्टोर आदि दुकानों पर चोरी छिपे सामग्री खरीदने वालों का तांता लगा हुआ है। मैकेनिक दुकानों पर अच्छी-खासी भीड़ होती है।
इस बाबत थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी ने बताया कि चोरी-छिपे सामान बेचने वाले पर कार्रवाई की गई है। लॉकडाउन का पालन करवाने के लिए पुलिस और प्रशासनिक अफसर लगातार सक्रिय हैं। रजौली शहरवासी भी इसमें सहयोग कर रहे हैं। बेवजह घूमने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जा रही है। रजौली एसडीएम चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान लगातार कार्रवाई की जा रही है, लेकिन छूट के दौरान यदि लोग गलत फायदा उठा रहे हैं तो उनपर कार्रवाई की जाएगी।
सामान्य दिनों की भांति वारिसलीगंज में लगी लोगों की भीड़ :
वारिसलीगंज : भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन के तीसरे चरण में 4 मई से कुछ क्षेत्रों में रियायत देने की एडवाइजरी पर राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है। बावजूद मंगलवार को बाजार में चहल-पहल रही। दुकानें खुली तो खरीदार भी पहुंचते रहे। क्षेत्रवासियों की भीड़ आम दिनों की भांति बाजार में दिखी।
बता दें करीब डेढ़ महीने से जारी लॉकडाउन के कारण अपने रोजगार को बंद कर हाथ पर हाथ धरे दुकानदार बैठे थे।
इस बीच लॉकडाउन के तीसरे फेज में कोरोना मुक्त क्षेत्र में कुछ रियायत की घोषणा के बाद मंगलवार को बाजार स्थित अन्य दुकानों के साथ साथ रेडीमेड, कपड़ा, मिठाई आदि की दुकानें खुलने लगी। दुकानदार आधा- अधूरा दुकान खोलकर दुकान के पास डटे रहे।
ग्राहक आने के बाद सामान देते देखे गए। जिस कारण कोरोना काल में मंगलवार के दिन बाजार में सबसे अधिक भीड़ देखी गई। सब्जी मंडी में कम सब्जी विक्रेता होने के बावजूद खरीदारों की भीड़ लगी रही। भीड़ देखकर लोग किसी अनहोनी की आशंका से डरे हुए हैं। बता दें रविवार से दूसरे प्रदेश में रहने वाले मजदूर व विद्यार्थियों का आने का क्रम शुरू हुआ है। जिससे क्षेत्र में संक्रमण फैलने की आशंका से लोग डरे हुए हैं। इसी स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार ने पूर्व की भांति पूर्ण लॉकडाउन में कोई बदलाव नहीं करने की घोषणा की है।
इस संबंध में पूछे जाने पर नवादा में ड्यूटी पर रह रहे वारिसलीगंज अंचल अधिकारी उदय प्रसाद ने बताया कि लॉकडाउन में कोई विशेष सुविधा प्रदान नहीं की गई है। पूर्व की भांति ही लॉक डाउन जारी रखने का सरकार द्वारा निर्देश दिया गया है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ अन्य दुकानें नहीं खुलेगी।
अकबरपुर प्रखंड के बाजारों मे लॉकडाउन का पालन नहीं:- लॉकडाउन के तीसरे चरण में भी कोई रियायत नहीं देने के बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे के ट्वीट के बाद भी अकबरपुर ,फतेहपुर, नेमदारगंज बाजार में लॉकडाउन का पालन नहीं किया जा रहा है। नवादा जिले में अब तक कोरोना के 4 संक्रमित पाए जा चुके हैं।
बावजूद लोग बिना मास्क लगाए बाजार में घूम रहे हैं। शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है। जहां-तहां भीड़ दिखती है। पुलिस-प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जाती है, लेकिन उसका कोई असर नहीं पड़ता है। जेनरल स्टोर, इलेक्ट्रॉनिक दुकान, किराना दुकानों पर शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा है। लोग बेपरवाह हो सरकार के द्वारा जारी किए गए निर्देशों का उल्लंघन करते देखे जाते हैं।
बकसोती बाजार में लॉकडाउन का उड़ाई जा रही धज्जियां :
गोविदपुर प्रखंड के बकसोती बाजार में दुकानदारों व ग्राहकों द्वारा लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। फिजिकल डिस्टेंसिग का तो कतई ध्यान नहीं रखा जा रहा है। लॉकडाउन में गैर जरूरी दुकान को बंद रखने का आदेश है। लेकिन इसका भी अनुपालन नहीं हो रहा है। गैर जरूरी दुकानें बेवजह खोला जा रहा है। कपड़ा दुकान, फोटो स्टेट, मनिहारी आदि दुकानें खुली रहती है।
छात्र-छात्राओं में दिखी घर लौटने की खुशी के साथ भविष्य की चिंता
नवादा : कोरोना ने हर किसी को प्रभावित किया है। घरों में बंद रहने की स्थिति में परिवार से दूर दूसरे राज्यों में रह रहे लोगों के लिए यह किसी खौफनाक मंजर से कम नहीं है। इसके बीच कई झंझावत को झेल सरकार की पहल पर सोमवार की शाम को कोटा से वापस नवादा लौटे छात्रों के चेहरे पर खुशी के भाव भी दिखे तो माथे पर पढ़ाई को लेकर चिता की लकीर भी। राजस्थान के कोटा से विशेष ट्रेन से छात्रों का जत्था गया स्टेशन पहुंची। जिसमें पांच बोगियों में नवादा जिले के 259 छात्र भी शामिल हैं। उन छात्रों को जिला प्रशासन की मदद से विशेष बसों से वहां से नवादा आइटीआइ लाया गया। छात्रों के चेहरे पर घर लौटने की खुशी साफ झलक रही थी। लेकिन अपने-अपने भविष्य को लेकर चितित भी दिखे।
घर पर ही रहकर गढ़ेंगे भविष्य
लॉकडाउन की अवधि में कोटा में बिताए दिनों की याद से छात्र सिहर उठे। छात्रों ने बताया कि लॉकडाउन में मेस बंद हो गए। होटल भी नहीं खुला था। कभी मैगी तो कभी खिचड़ी खाकर रह रहे थे। खाने-पीने का संकट उत्पन्न हो गया। इस स्थिति में पढ़ाई में भी मन नहीं लग रहा था। मानसिक तनाव अलग से था। हर समय एक अनजान सा खतरा महसूस कर रहे थे। अब घर आ गए हैं तो बड़ी राहत मिली है। घर में ही रहकर पूरी मेहनत करेंगे और अपने भविष्य को संवारने का काम करेंगे।
छात्र-छात्राओं की हुई थर्मल स्क्रीनिग
विभिन्न बसों से गया से नवादा लाए जाने के बाद आइटीआइ परिसर में बनाए गए कैंप में सभी छात्र-छात्राओं की थर्मल स्क्रीनिग कराई गई। साथ ही उनका निबंधन भी किया गया। डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राओं को मेडिकल जांच के बाद होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है।
आइटीआइ में रही गहमागहमी
छात्र-छात्राओं के आगमन को लेकर आइटीआइ में काफी गहमागहमी रही। अधिकारी व कर्मी पूरी तरह मुस्तैद रहे। छात्रों के कई अभिभावक भी वहां पहुंचे थे।
अपने वतन को लौट रहे श्रमिकों के चेहरे पर दिख रही थी मुस्कान
नवादा : लॉकडाउन में पैदल अथवा साइकिल से रजौली चेकपोस्ट पर दूसरे प्रदेशों से श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है। बिहार-झारखंड की सीमा पर रजौली के चितरकोली स्थित बार्डर पर पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और झारखंड राज्य से श्रमिक पहुंच रहे हैं। मंगलवार की सुबह भी दर्जनों लोग पहुंचे। जहां तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों ने सभी लोगों को रोककर मेडिकल जांच कराया। सभी की कैंप में थर्मल स्क्रीनिग भी की गई। उसके बाद वहां पर बने राहत शिविर में लोगों को बिठाकर चाय, नाश्ता कराया गया। फिर सभी को खाना भी खिलाया गया। उसके बाद सभी का लिस्ट बनाकर 132 लोगों के जत्थे को उनके जिले के लिए रवाना किया गया।
बेगूसराय के 97, जमुई के 28, बांका के एक, लखीसराय के 6 लोगों को उनके गृह जिले के लिए बसों से भेजा गया। शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए सभी को बस में बिठाया गया। बस में ग्लूकोज, सैनिटाइजर, बिस्किट, पानी का बोतल कुछ दवाइयां भी दी गई। ताकि रास्ते में किन्ही को किसी तरह की परेशानी न हो।
बताते चलें चेक पोस्ट पर दूसरे प्रदेश से आने वाले लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो और तेजी से काम आगे बढ़े इसके लिए जिला पदाधिकारी ने रजौली चेक पोस्ट पर वरीय उप समाहर्ता संजीव रंजन, सुजीत कुमार और संतोष कुमार को भेजा है। जो चेकपोस्ट पर हर चीज की बारीकी से मॉनीटरिग कर रहे हैं। सरकार के आदेश के बाद दूसरे प्रदेश में फंसे बिहार के मजदूरों को घर आने का मौका मिला है। जिन्हें जो साधन मिल रहा है उसी से घर को लौट रहे हैं। कोई साइकिल तो कोई पैदल ही चल पड़े हैं। बार्डर पर पहुंचने के बाद उन लोगों की समस्या थोड़ी कम हो रही है। जिला प्रशासन की सुविधा पर लोग काफी खुश नजर आ रहे हैं ।
मोटरसाइकिल की ठोकर से युवक जख्मी
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला थाना क्षेत्र के बरदाहा सांढ़ सड़क पर अनियंत्रित मोटरसाइकिल की ठोकर से युवक जख्मी हो गया । जख्मी की पहचान बरदाहा निवासी मुकेश यादव के रूप में की गयी है । घटना के बाद ग्रामीणों ने सांढ़ निवासी मोटरसाइकल चालक निखिल कुमार लाल एवम गोपाल पांडेय के विरुद्ध सिरदला में आवेदन देकर जप्त वाहन को पुलिस के हवाले किया है। घायल युवक के पिता बासुदेव यादब ने बताया कि घायल का इलाज निजी क्लिनिक में किया जा रहा है। सभी आरोपियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की गुहार थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा से किया है।
प्रमुख ने आपूर्ति पदाधिकारी से जन वितरण बिक्रेता की मांगी सूची
नवादा : जिले के सिरदला प्रखण्ड प्रमुख प्रीति कुमारी ने प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता कुमारी से जन वितरण बिक्रेताओं की सूची की मांग की है। सोमवार को प्रमुख ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2002 जनवरी माह से अप्रैल 020 तक खटांगी पंचायत के सभी जन वितरण बिक्रेता अनुज्ञप्ति संख्या, नाम पता, वितरण पंजी,स्टॉक पंजी, पेन स्लिप और एलॉटमेंट की छाया प्रति की मांग किया गया है। बताया जाता है पंचायत स्तर पर एक मात्र कैलाश प्रसाद ही पीडीएस बिक्रेता है जिससे वितरण में लोगो को भारी परेशानी होने की शिकायत ग्रामीणों ने किया है। पूर्व के अन्य पीडीएस बिक्रेता दुकान कब कैसे टैग हुआ है। इसकी जानकारी व सत्यता का खुलाशा को लेकर प्रमुख ने पत्र के माध्यम से मांग किया है। आपूर्ति पदाधिकारी रंजीता कुमारी ने बताया कि जल्द ही पूरी जानकारी प्रमुख महोदया को उपलब्ध करा दिया जायेगा।
कार्यालय में घुस की पीआरएस की पिटाई
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड मुख्यालय स्थित मनरेगा कार्यालय में चौवे पंचायत की पड़िया गांव निवासी दीपक के मारपीट करने का आरोप घघट पंचायत के पी आर एस अनिल कुमार ने लगाया है। घटना सोमवार को करीब 12 बजे तब हुआ जब अनिल कुमार पीओ बीरेंद्र कुमार के साथ बैठकर कार्य को निष्पादित कर रहे थे।
इधर दीपक कुमार की माने तो पी आर एस पूर्व में चौवे पंचायत में पद स्थापित थे। घटना का खुलासा किसी पक्ष से नही किया गया है। कार्यक्रम पदाधिकारी बीरेंद्र कुमार के साथ पी आर एस सिरदला थाना में लिखित आवेदन देकर कार्यालय में तोड़फोड़ व मारपीट करने के आरोप में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
प्रेसर कुकर फटने से महिला जख्मी
नवादा : जिले के सिरदलाप्रखंड क्षेत्र के निमदा गांव निवासी मिश्री तांती की 50 वर्षीय पुत्री आशा देवी अपने घर में खाना बना रही थी। गैस चूल्हा पर प्रेसर कुकर में दाल चढ़ाकर रसोइघर में अन्य कार्य में जुट गई। प्रेसर कुकर का ऊपरी भाग जाम रहने से गैस नही नही निकल पाया और सिटी नही देने पर प्रेसर अधिक बढ़ जाने से अचानक फट गया। जिससे आशा देवी के शरीर पर दाल का छिटका पड़ने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गयी।
घायल महिला का इलाज चिकित्सक डॉ अर्जुन चौधरी ने किया।
बताते चले कि उक्त महिला सिरदला थाना के भी रसोइघर में सुबह शाम जाकर भोजन बनाकर घर लौट जाती थी। इनके जख्मी होने से सिरदला थाना के भी मेस संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ गया है। सोमवार को घटना के बाद थाना कर्मी होटलों में भोजन करने को विवश हो गए । पुलिस प्रशासन व स्थानीय बुद्धिजीवियों ने आशा देवी के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे हैं।
158 मजदूर पहुंचे रजौली जांच चौकी पर, जांच के बाद 125 लोगों को भेजा गया गृह जिला
नवादा : जिले के रजौली समेकित जांच चौकी चितरकोली पर देश के विभिन्न स्थानों में फंसे बिहारी मजदूरों के घर वापसी का सिलसिला नहीं थम रहा है। कल तक ये मजदूर चोरी-छिपे पैदल या साईकिल से अपने घरों को जाते थे। लेकिन रविवार से झारखंड सरकार के द्वारा तथा विभिन्न महानगरों से जैसे-तैसे चल कर ये मजदूर रजौली समेकित जांच चौकी पहुंचे थे, जहां प्रशासन द्वारा इन्हें रोक कर रखा गया था।
चेकपोस्ट पर पहुंचे मजदूरों में 125 मजदूरों को पांच बसों द्वारा सोमवार को उनके गृह जिला भेजा गया।जांच चौकी पर मेडिकल टीम के द्वारा सभी की स्क्रीनिंग कर बसों द्वारा उनके गृह जिले को रवाना किया गया।जिनमें सर्वाधिक 98 मजदूर बेगूसराय व 28 मजदूरों को जमुई, लखीसराय व बांका के लिए रवाना किया गया है।
मजदूरों को भेजने के लिए जिला प्रशासन द्वारा लगभग 8 से 10 बसें लगाई गई है, जो अलग-अलग फेरे लगाकर प्रवासी मजदूरों को पहुंचाएगी। केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा फंसे हुए लोगों को आवाजाही की अनुमति मिलने के बाद जांच चौकी पर मजदूर पहुंच रहे हैं।झारखंड सरकार बिहार के मजदूरों को अपने सीमा तक लाकर छोड़ दे रही है। इनमें बेगूसराय, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, जमुई बांका के सर्वाधिक मजदूर पहुंच रहे है। डीसीएलआर सह एडीटीओ विमल कुमार सिंह ने कहा कि प्रवासी मजदूरों में जांच के बाद पांच बसों की छोड़ी जा रही है। बाकी मजदूरों की जांच होगी तो भी उन्हें अलग-अलग गंतव्य स्थल पर भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों को दिन के 3:00 बजे तक हीं छोड़ रहे है। क्योंकि 8:00 बजे रात्री के बाद वाहनों के परिचालन पर रोक लगाई गई है।
पानी और भोजन के लिए तड़प रहे हैं यात्री :
रजौली चेकपोस्ट पर न होटल है और न प्रशासन के स्तर पर इन लोगों के खाने पीने की व्यवस्था की गई है। जिससे भूखे-प्यासे लोग परेशान हैं।जबकी यहां पर मजदूरों को स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन करने के बाद अपने जिले जाने के लिए बस का इंतजार करना पड़ रहा है। इस बीच भूखे प्यासे रह रहे है।मुजफ्फरपुर के धर्मेन्द्र साव व गुड्ड रविदास ने बताया कि उड़ीसा के मुरी से आ रहे हैं, रात के डेढ़ बजे जांच चौकी पहुंचे हैं। अभी उसका जांच नहीं हुआ है। पैसा है लेकिन खाने के लिए सामान नहीं मिल रहा है।सिर्फ बिस्कुट दिया गया है जिसे खाकर भूख मिटाया जा रहा है।
जांच व रजिस्ट्रेशन के लिए बनाए गए 6 काउंटर :
शिप्ट में मेडिकल की टीम मौजूद है। वहां बताया गया कि जो भी लोग पहुंच रहे है उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। सभी को स्क्रीनिंग के बाद सभी को बसों से उनके जिलों में भेज दिया जा रहा है। इसके साथ ही जो भी लोग आ रहे हैं उन्हें उनके जिला में बने क्वारंटाइन सेंटर के साथ ही साथ घर में 21 दिनों के लिए क्वारंटाइन रहने की सलाह दी जा रही है।
सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं हो रहा है पालन :
डीएम ने अधिकारियों को आदेश दिया था कि जांच केन्द्र पर दूसरे प्रदेश से आनेवाले मजदूर व छात्र-छात्राओं की पूरी तरह से स्वास्थ्य जांच हो इसके लिए व्यवस्था होनी चाहिए । जांच के बाद सभी को मास्क और सैनेटाइजर भी दिया जाए। जांच के दौरान शारीरिक दूरी का भी ख्याल रखा जाए। लेकिन यहां पर स्क्रीनिंग और रजिस्ट्रेशन कराने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न के बराबर हो रहा है।
मारपीट में वृद्ध जख्मी, इलाज के लिए भर्ती
नवादा : जिले के रजौली थाना क्षेत्र के फरका बुजुर्ग पंचायत की गागन खुर्द गांव में सोमवार को मारपीट के दौरान अमृत यादव के पुत्र कुलदीप यादव घायल हो गया। जिसे इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुलदीप यादव ने बताया कि गांव के हीं दबंग किस्म लोगों के द्वारा दोपहर में घर पर हमला कर लुट पाट के साथ मारपीट कर लहुलुहान कर दिया गया। घायल ने बताया कि पुरानी अदावत के कारण रीत लाल यादव के पुत्र चांदो यादव, योबराज यादव के पुत्र अशोक यादव , रामचंद्र यादव, के पुत्र ट्विंकल यादव, राम स्वरूप यादव के पुत्र संजीत यादव, युवराज यादव के पुत्र अबधेश यादव ने मारपीट करने के बाद घर में रूपया पैसा समेत अन्य कई सामानों को लूट लिया। मारपीट की घटना के बाद रजौली थाने को सूचना दी गई। सूचना के बाद थाने की पुलिस मामले की जांच की। थानाध्यक्ष सुजय बिद्यार्थी ने कहा कि मामले की जानकारी हुई है। घायल के द्वारा आवेदन देने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।