Swatva Samachar

Information, Intellect & Integrity

30 जुलाई : जुलाई बाढ़ की मुख्य ख़बरें24 जुलाई : बाढ़ की मुख्य ख़बरें21 जुलाई : बाढ़ की मुख्य ख़बरें8 जुलाई : बाढ़ की मुख्य ख़बरें6 जुलाई : बाढ़ की मुख्य ख़बरें4 जुलाई : बाढ़ की मुख्य ख़बरें28 जून : बाढ़ की मुख्य ख़बरें
बाढ़ बिहार अपडेट

5 मई : बाढ़ की मुख्य ख़बरें

अलग-अलग घटनाओं में अपराधियों ने दो को मारी गोली, लोगों में दहशत

बाढ़ : कोरोना महामारी को ले पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया है जिसके कारण लोग अपने घरों में रहने को मजबूर है वहीं अपराधी इससे बेपरवाह अपने मनसूबे में लगे हुए है। अनुमंडल में आज मंगलवार को अपराधियों ने दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की गोली मार हत्या कर दी। जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है, इसमें एक अन्य की लापता होने की भी सूचना है।

घटना बाढ़ एवं भदौर थाना क्षेत्र का है जहां में बेख़ौफ अपराधियों ने अलग-अलग जगहों पर दो लोगों को गोली मारकर हत्या कर दी। बाढ़ थाना क्षेत्र के दलिस्मनचक गाँव में शौच करने गये एक युवक की पुरानी रंजिश में बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी,जबकि साथ रहे दूसरा युवक लापता है। इस बाबत ग्रामीणों ने बताया कि मृतक संजीव चार दिन पूर्व अपनी बहन के यहाँ से लौटा था जो आज सुबह अपने दोस्त के साथ घर से बाहर शौच करने गया था। इसी क्रम में पूर्व से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने संजीव की गोली मारकर हत्या कर फरार हो गये। घटना की सूचना मिलते ही बाढ़ थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आसपास के इलाकों में सघन छापेमारी में शुरू कर दिया है।

इधर, युवक की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बूरा हाल है। थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने बताया कि अपराधियों को बख्शा नही जायेगा।वहीं दूसरी घटना भदौर थाना क्षेत्र के चनिया गांव में घटी है,जहां अपराधियों ने उक्त गांव में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दिया। पुलिस ने युवक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया है। बहरहाल एक दिन में हुई इस दो हत्या की घटना से पूरे अनुमंडल में दहशत का माहौल कायम हो गया है। इस लॉक डाउन के बीच हुये दो लोगों की हत्या को लेकर लोग पुलिस के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा रहे हैं। सच है कि कोरोना कहर के कारण लगे इस लॉकडाउन के बींच अनुमंडल के एसडीओ,एसडीपीओ एवं सभी थानाध्यक्ष अपने सशस्त्र पुलिस बल के साथ दिन-रात कठिन परिश्रम कर रहे हैं।

बाढ़ से सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट