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4 मई :नवादा की मुख्य ख़बरें

जंगल से भटका हिरण गांव में पहुंचा

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखंड के पाण्डेयगंगौट गांव में सुबह जंगल से भटक कर एक हिरण पहुंच गया। जिसके बाद गांव में उसे देखने के लिए लोग उतावले होने लगे। स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सूचना रूपौ पुलिस एवं वन विभाग के फॉरेस्टर प्रेम कुमार को दी गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम द्वारा घंटों देर तक हिरण को पकड़ने का प्रयास किया गया।

वन विभाग की टीम, रूपौ थाना की पुलिस एवं ग्रामीणों के सहयोग से हिरण को पकड़ा जा सका है। फॉरेस्टर प्रेम कुमार ने बताया कि इसकी सूचना विभाग के वरीय अधिकारियों को दे दी गई है। उन्होंने बताया कि हिरण को पकड़ कर सुरक्षित जंगल में छोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। बता दें पूर्व के वर्षों में गर्मी के दिनों में पानी की तलाश में हिरण गांवों की ओर आ जाया करता था।

इस बार लॉकडाउन की शांति के कारण जंगलों से मवेशी गांवों की ओर आने के बाद भी शिकार होने से बच जा रहे हैं । इसके पन्द्रह दिन पूर्व भी सिरदला थाना क्षेत्र के जंगल से भटक कर एक हिरण गांव में आ गया था जिसे कुत्तों ने जख्मी कर दिया था। ईलाज के बाद जंगल में छोड़ा गया था।

पानी के लिए मची हाहाकार

नवादा : नगर के वार्ड नंबर चार के लक्ष्मी नगर में पिछले कई दिनों से सरकारी चापाकल खराब है। जिसके चलते मोहल्ले में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। मोहल्ले के निरंजन कुमार यादव, जितेंद्र कुमार, रंजन यादव, प्रवेश कुमार आदि ने बताया कि पांच दिन पहले पीएचईडी विभाग के जिला नियंत्रण कक्ष में फोन कर इसकी सूचना दी गई। बावजूद आजतक कोई मिस्त्री नहीं पहुंचे। इसके बाद पुन: कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया। लेकिन कभी फोन नहीं लगता है तो कभी रिसीव नहीं होता है।

लोगों ने यह भी बताया कि मोहल्ले में तीन सरकारी चापाकल हैं और तीनों खराब पड़े हुए हैं। जिसके चलते काफी दिक्कत हो रही है। पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। सूचना देने के बाद भी पीएचईडी विभाग के अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जब जिला मुख्यालय में यह स्थिति है तो ग्रामीण क्षेत्रों में भगवान ही मालिक है। लोगों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए खराब चापाकलों की मरम्मत कराने की मांग की है ।

साइकिल से झारखंड सीमा पर पहुंचे जत्थे को जांच के बाद किया गया रवाना

नवादा : लॉकडाउन में छत्तीसगढ़, कोलकाता, झारखंड व उड़ीसा में फंसे प्रवासी मजदूर साइकिल से चलकर रजौली पहुंचे। सभी को नाश्ता-पानी करा बस से विदा किया गया। अंतरराज्यीय सीमा पर रजौली के चितरकोली चेकपोस्ट पहुंचने पर सभी लोगों की पहले स्वास्थ्य जांच की गई। चितरकोली में बने मेडिकल कैंप में लगभग दो दर्जन साइकिल सवारों की थर्मल स्क्रीनिग की गई। जांच के उपरांत लोगों के जत्थे को एसडीओ चंद्रशेखर आजाद, एलआरडीसी विमल प्रसाद सिंह ने उनके जिलों में जाने के लिए बसों से रवाना किया।

एसडीओ चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि बिहार के मधुबनी, दरभंगा, नालंदा, मुजफ्फरपुर और वैशाली जिले के रहने वाले यह प्रवासी मजदूर लॉकडाउन में बिहार से बाहर के प्रदेशों में फंसे होने के कारण साइकिल से ही अपने-अपने घरों को चल दिए थे। जिन्हें अंतरराज्यीय सीमा पर रजौली के चितरकोली चेकपोस्ट पर रोका गया। सभी लोगों की थर्मल स्कैनर से जांच की गई।

जांच के बाद सभी लोगों को चाय- बिस्कुट खिलाकर जिला प्रशासन के निर्देश के बाद दो बसों से 42 लोगों के जत्थे को रवाना किया गया है। पहली बस से छत्तीसगढ़ व कोलकाता में फंसे 22 लोगों जिनमें वैशाली के 6, मुजफ्फरपुर के 7, नालंदा के 1, मधुबनी के 6 दरभंगा के 2 प्रवासी व दूसरी बस से उड़ीसा के भुवनेश्वर तथा झारखंड के धनबाद व गिरिडीह से आए 20 लोगों जिनमें गया के 3, सुपौल के 3, अररिया के 9 मधेपुरा के 5 लोग थे, सभी को उनके जिलों के लिए रवाना किया गया। कार्यपालक दंडाधिकारी अखिलेश्वर प्रसाद द्वारा सभी लोगों को चॉकलेट दिया गया। साथ ही लोगों को उनके गंतव्यों तक पहुंचने के दौरान रास्ते के लिए बस में पानी का प्रबंध किया गया है ।

प्रवासी मजदूरों का आगमन हुआ आरंभ

नवादा : लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। झारखंड सीमा पर रजौली के चितरकोली चेकपोस्ट पर प्रवासी मजदूरों का आना लगातार जारी है। रजौली स्थित चेकपोस्ट पर 6 स्टॉल बनाए गए हैं। जहां पर आने वाले प्रवासियों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। मेडिकल टीम में नर्सों के साथ साथ आंगनबाड़ी सेविका को भी तीन शिफ्टों में लगाया गया है। हर लोगों की थर्मल स्क्रीनिग जरूरी है। ऐसे में 24 घंटे यहां पर पुलिस प्रशासन स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहते हैं।

स्वास्थ्य जांच होने के बाद लोगों को नाश्ते में बिस्किट, चॉकलेट के अलावा समयानुसार भोजन दिया जा रहा है। यानी पूरे मुकम्मल इंतजाम के साथ लोगों को गृह जिला भेजे जाने की व्यवस्था की गई है। बार्डर पर आने वालों को बसों के जरिए उनके गृह जिला पहुंचाया जाना है। छह रूटों के लिए बस का प्रबंध किया गया है। जो लोग अपने वाहन से आएंगे उन्हें उसी के वाहन से भेजा जाएगा।

वैसे प्रवासी मजदूर जिनके पास वाहनों की सुविधा नहीं है, उन्हें यहां से वाहन देकर भेजा जा रहा है। चेकपोस्ट पर एक बड़ा सा टेंट बनाया गया। जहां जिलानुसार आए प्रवासियों के बैठाने की व्यवस्था की गई है। फिर खाना खिलाकर वहां से बस में बैठाकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाया जाएगा। जिस रूट के लिए बस से जा रही हैं उन बसों में प्रवासी मजदूर को बैठाया जा रहा है। उसकी एक लिस्टिग की जा रही है। जैसे ही यहां से बस प्रवासी मजदूरों को लेकर उनके गृह जिले तक जाएगी मजदूरों की सूची वहां के जिला प्रशासन को सौंप दी जाएगी। प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रेमसागर मिश्र ने बताया कि पहली बस मधुबनी के लिए खोली गई है।

शहर के चौक-चौराहों व सड़कों पर भीड़-भाड़

नवादा : लॉकडाउन के बीच सोमवार को शहर के चौक-चौराहों व सड़कों पर काफी भीड़-भाड़ दिखा। सुबह के नौ बजते ही बाजार की सड़कों पर लोगों की भीड़-भाड़ दिखने लगी। नगर बाजार में लोगों की भीड़ लगी रही। शहर के अस्पताल रोड, मेन रोड, पार नवादा इलाका समेत कई स्थानों पर लोगों की काफी भीड़-भाड़ लगी रही। इस दौरान लोग लॉकडाउन के नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाते रहे। लोग बिना मास्क लगाए सड़कों पर घूमते दिखे। और बाजारों में एक साथ कई लोग खड़े नजर आए। साथ ही लोग एक-दूसरे से शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं कर रहे थे। इसके अलावा सड़कों पर ई-रिक्शा भी दौड़ते नजर आया। और नगर के प्रजातंत्र चौक पर कई ई-रिक्शा चालक वाहन खड़ाकर यात्री बैठाने का भी इंतजार करते दिखे। वहीं बागीबरडीहा में सड़कों पर जुगाड़ वाहन यात्रियों को बैठाकर सड़क पर दौड़ते नजर आया। एक वाहन पर बिना मास्क लगाए करीब दस लोग बैठे थे। और यात्रियों द्वारा शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं किया जा रहा था। लॉकडाउन के नियमों का खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही थी।

ऐसे शहर के शहीद भगत सिंह चौक, पुरानी कचहरी रोड, सद्भावना चौक आदि इलाकों में सन्नाटा पसरा रहा। शहर के चौक-चौराहों पर पुलिस कर्मी ड्यूटी पर तैनात दिखे। चौक-चौराहों पर पुलिस कर्मियों के अलावा एक भी लोग नहीं दिखे। नगर के भगत सिंह चौक, रामनगर एवं मिर्जापुर स्थित तीन नंबर रेलवे गुमटी के पास पुलिस ने वाहन जांच की। सड़कों पर बेवजह बाइक से घूम रहे युवाओं की बाइक जांच की।

जांच के दौरान दर्जनों बाइक सवारों से जुर्माना की राशि वसूल की गई। और हेलमेट पहनकर चलने की सख्त हिदायत दी गई। साथ ही बाइक सवारों को लॉकडाउन का पालन करने की सख्त हिदायत दी गई। सड़कों पर पैदल घूम रहे लोगों को पुलिस कर्मियों ने घर के अंदर रहने की नसीहत दी। और लोगों को अपने घर के अंदर सुरक्षित रहने की हिदायत दी।

पूर्व लोजपा जिला अध्यक्ष के पुत्र का निधन

नवादा : जिले के नारदीगंज के पूर्व जिला परिषद सदस्य सह मुखिया व पूर्व लोजपा जिला अध्यक्ष व पूर्व नारदीगंज सदर पंचायत के पूर्व मुखिया नारदीडिह निवासी रमेश सिंह के ज्येष्ठ पुत्र संजय कुमार का मध्य रात्रि में देहांत हो गया। संजय कुमार पिछले साल भर से रोग से पीड़ित थे । सूचना मिलते ही पूरे नारदीगंज प्रखंड में शोक की लहर दौड़ गई । परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

संजय कुमार बहुत ही नेक दिल सरल इंसान हंसमुख प्रवृति के इंसान के रूप में जाने जाते थे। उनके निधन की सूचना मिलते ही सांसद चन्दन सिंह, हिसुआ विधायक अनिल सिंह, नवादा विधायक कौशल यादव, लोजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय कुमार मुन्ना, महामंत्री रामानुज कुमार समेत पूर्व अध्यक्ष केदार सिंह, प्रो डा विजय कुमार सिन्हा, अरविंद कुमार गुप्ता आदि ने उनकी असामयिक मौत पर दुःख व्यक्त करते हुए आश्रित को धैर्य रखने की अपील की है।

गांवों में शुरू हुआ निर्माण कार्य, मजदूरों को मिला रोजगार

नवादा : कोरोना संकट के कारण दूसरे प्रदेशों में कमाने गए मजदूर अपने-अपने गांव-घर में जैसे-तैसे लौट आए हैं। लेकिन इनके सामने अब आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। लॉकडाउन बढ़ने से इन्हें कोई काम नहीं मिल रहा था, परंतु सरकार ने गांवों में निर्माण कार्य से जुड़ी योजनाओं को शुरू कराने को हरी झंडी दी है। इसके बाद से मजदूरों के चेहरे पर मुस्कान दौड़ गई। मनरेगा से तालाब खोदाई के अलावा गृह निर्माण का काम भी शुरू है। इससे मजदूरों को काम मिलने लगा है।

कच्चे माल की कमी

कार्य करने के लिए कच्चे माल यथा सीमेंट, छड़ आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण काम कम हो रहा है। ऐसे में अधिक मजदूर की आवश्यकता नहीं। जिसके कारण अधिकांश मजदूर काम के आस में बैठे हुए हैं।

फिजिकल डिस्टेंसिग भी रोजगार में बाधा

फिजिकल डिस्टेंस को कड़ाई से लागू करने के कारण जहां काम हो रहा है, वहां भी मजदूरों को पर्याप्त संख्या से कम कामगार लग रहे हैं। इस कारण भी सभी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करा पाना संभव नहीं हो रहा है। जहां दस मजदूर की आवश्यकता है, वहां पांच मजदूर लगा कर के ही काम कराया जा रहा है। ऐसे में शेष मजदूर रोजगार के आस में ही समय बीता रहे हैं।

शहर में काम शुरू होने से बढ़ेगा रोजगार

गांव के अलावा शहर में काम शुरु होने के बाद रोजगार बढ़ेगा। शहर में निर्माण कार्य पूरी तरह ठप है। जिसके कारण रोजगार गांव में ही सिमट कर रह गया। शहरों में काम में तेजी आने के बाद रोजगार में भी तेजी आएगी। जिसके लिए मजदूरों को अभी इंतजार करना पड़ेगा।

सरकारी कार्यो में तेजी नहीं

लॉकडाउन में सरकारी कार्य कराने के लिए छूट दिये जाने के काम शुरु हो गया है। परंतु उसमें तेजी नहीं आई है। इसके कारण भी ग्रामीण मजदूरों को रोजगार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

जरूरत से ज्यादा कामगार

ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरत से ज्यादा कामगार मजदूर है इसके कारण भी अधिकांश से मजदूरों को रोजगार का इंतजार करना पड़ रहा है। बाहर से आए प्रवासी लोगों के कारण भी मजदूरों की संख्या काफी बढ़ गई है। इतनी बड़ी तादाद को ग्रामीण स्तर पर काम देना संभव नहीं है।

कहते हैं पदाधिकारी

बाहर से अपने गांव आए कामगारों के पास जॉब कार्ड नहीं है। ऐसे में उन लोगों को मनरेगा जैसे कार्यों में लगा पाना संभव नहीं है। क्योंकि मनरेगा के कार्यों में सिर्फ जॉब कार्डधारी को ही लगाया जा सकता है। बावजूद वैसे लोग आवेदन करें। तत्काल जॉबकार्ड बना कर उन्हें काम में लगाया जाएगा।
संजय कुमार निराला, पंचायत तकनीकी सहायक, रोह, नवादा।

पोखर खुदाई में मिली भगवान विष्णु की मूर्ति

नवादा : जिले के काशीचक प्रखंड क्षेत्र के जमुआंवा गांव में पोखर खुदाई के क्रम में भगवान विष्णु की मूर्ति बरामद होने से गांव का माहौल भक्ति मय हो गया है। मूर्ति को बगल के मंदिर में रख ग्रामीणों ने पूजा अर्चना आरंभ की है ।
बताया जाता है कि ग्रामीणों के सहयोग से गांव के पूरब पुराने पोखर की जेसीबी मशीन से खुदाई करायी जा रही थी। इस क्रम में नीचे से करीब छह फीट उंची भगवान विष्णु की मूर्ति बरामद हुई । मूर्ति मिलने की सूचना मिलते ही ग्रामीण दौङ पङे तथा उसकी साफ सफाई कर अस्थायी रूप से बगल के मंदिर में स्थापित कर पूजा अर्चना आरंभ की है ।

काले पत्थर की बनी करीब छह फीट उंची भगवान विष्णु की मूर्ति के अगल बगल लक्ष्मी व सरस्वती विराजमान हैं । भगवान विष्णु के हाथ में शंख,चक्र, गदा सुशोभित है। मूर्ति खङी है। बरामद मूर्ति के गुप्तकाल के होने की संभावना है। ग्रामीण शिक्षक अरूण कुमार के अनुसार ग्रामीणों की बैठक के बाद रणनीति पर विचार किया जाएगा । बरामद प्रतिमा सामस धाम से भी बङी और कलात्मक है। बता दें इसके चार दिनों पूर्व वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के चैनपुरा गांव के बधार से भी भगवान विष्णु की मूर्ति बरामद हुई है जिसे ग्रामीणों ने मंदिर में स्थापित कर पूजा कर रहे हैं ।

जंगल से भटके मोर को किया वन विभाग के हवाले

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर बाजार में जंगल से भटक कर आये राष्ट्रीय पक्षी मोर को वन विभाग के हवाले कर दिया गया । वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मोर को पुनः जंगल ले जाकर मुक्त कर दिया जाएगा। वैसे जिले में लगातार हो रही बेमौसम की बारिश के कारण जंगलों व पहाड़ी क्षेत्रों में पानी की समस्या उत्पन्न नहीं हुई है । बावजूद जंगलों से हिरण के अलावा वन सूअरों का झुंड आना शुरू हो गया है । जंगल से मोर के भटक कर आने की यह पहली घटना है। इसके पन्द्रह दिन पूर्व भी सिरदला में तथा रविवार को रूपौ थाना क्षेत्र के पाण्डेय गंगौट गांव में आये हिरण को वन विभाग के हवाले किया जा चुका है।