प्रवासी श्रमिकों उनके कौशल के अनुरूप अबतक दिए गए पंद्रह हजार जाँब कार्ड
- तटबंध निर्माण एवं मरम्मती कार्य में प्रवासी मजदूरों को लगाने का निर्देश
चंपारण : राधाकृष्णन भवन में डीएम एस के अशोक की अध्यक्षता में बाढ़ पूर्व तैयारी की विस्तृत समीक्षा बैठक हुई। इस क्रम में तकनीकी विभागों से संबंधित सभी अभियंता को निर्माण कार्य, तटबंध संधारण कार्य आदि में अधिकाधिक प्रवासी श्रमिको को संलग्न करने हेतु आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया।
समीक्षा क्रम में आपदा प्रबंधन द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार निर्धारित कार्य अंचल वार उपलब्ध सरकारी नावों का भौतिक सत्यापन एवं आवश्यतानुसार संधारण कार्य, राहत एवं बचाव दल के गठन की दिशा में यथोचित कारवाई का निर्देश दिया गया है। सभी संबंधित अंचलाधिकारी को स्थानीय स्तर पर निजी नाव संचालकों से निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार इकरारनामा करने का निर्देश दिया गया है, ताकि बाढ़ की स्थिति में पर्याप्त संख्या में नावों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। कार्यपालक अभियंता,पीएचईडी को चिन्हित स्थलों पर संस्थापित चापाकल के संधारण एवं चापाकल के संस्थापन हेतु कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान तटबंधों की अद्यतन स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई एवं संधारण कार्य में और तेजी लाने पर जोर दिया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को तटबंधों के नियमित निरीक्षण एवं संधारण हेतु किए जा रहे कार्यों के पर्यवेक्षण का निर्देश दिया गया।
बाढ़ की स्थिति में आम नागरिकों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से बाढ़ प्रबन अंचलों में समेकित रूप से लगभग साढ़े तीन सौ स्थल, शरण स्थली के रूप में चिन्हित किए गए हैं उसके भौतिक सत्यापन का निर्देश दिया गया। कोविद :19 के कारण जिले के विभिन्न संग रोधी केंद्रो में आवासित व्यक्तियों को कौशल के अनुसार जिला प्रशासन रोजगार दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। मनरेगा के माध्यम से लगभग पंद्रह हजार व्यक्तियों को जॉब कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है। मौके पर सहायक समाहर्ता समीर सौरभ, डीडीसी अखिलेश कुमार सिंह, अपर समाहर्ता शशि शेखर चौधरी, आपदा के अपर समाहर्ता अनिल कुमार सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
राजन दत्त द्विवेदी
ग्रीन एंड क्लीन ने कोरोना वाॅरियर्स डाॅक्टरों को किया सम्मानित
चंपारण : पिछले दो माह से पूरे शहर में सैनिटाइज़र का छिड़काव कर रही सामाजिक संस्था ग्रीन एंड क्लीन ने शनिवार को कोरोना वाॅरियर्स के रूप में काम कर रहे डाॅक्टरों को सम्मानित किया। उन्हें फूलों की माला पहनाई और अंगवस्त्र दिए। ग्रीन एंड क्लीन के संस्थापक अध्यक्ष और नगर पार्षद अमरेंद्र सिंह ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना की वजह से आज हम सब लाॅकडाउन में अपने घरों में हैं। इस विपरीत परिस्थिति में भी डाॅक्टर जान की परवाह किए बिना मरीजों को सेवाएं दे रहे हैं। समाज के लिए इनका योगदान सराहनीय है। यही वजह है कि ग्रीन एंड क्लीन ने डाॅक्टरों को सम्मानित करने का फैसला किया।
अमरेंद्र सिंह ने बताया कि संस्था के 15 सदस्यों ने डाॅ अंजू वर्मा, डाॅ संगीता, डाॅ सौरभ, डाॅ अतुल कुमार, डाॅ डी नाथ, डाॅ अजय वर्मा, डाॅ सीएल झा, डाॅ राकेश, डाॅ अलका, डाॅ चंद्र सुभाष, डाॅ हेना चंद्रा, डाॅ एमयू अख्तर, डाॅ ए कुमार को सम्मानित किया। डाॅक्टरों को सम्मानित करने वालों में रिटायर शिक्षक अमित सेन, संजय कुमार उर्फ टुन्ना, विवेक वर्मा, अर्जुन कुमार, सुधीर कुमार गुप्ता, अजय कुमार गुप्ता, अजय वर्मा, विनोद जायसवाल, विनय कुमार, विनय उपाध्याय, कन्हैया कुमार, नवनीत शेखर , मोनू कुमार आदि मुख्य रूप से शामिल रहे।
राजन दत्त द्विवेदी
नकरदेई व महुअवा थानेदार समेत तीन एएसआई भी निलंबित
- ट्रैक्टर पकड़ने व फिर उसे छोड़ देने को लेकर एसपी ने की कार्रवाई
चंपारण : नेपाली नम्बर का ट्रैक्टर पकड़ने व फिर उसे छोड़ देने को लेकर एसपी नवीन चन्द्र झा ने बड़ी कार्रवाई की है। कर्तब्य में लापरवाही व नेपाली नंबर का ट्रैक्टर पकड़कर छोड़ने के मामले में महुअवा थाने के थानाध्यक्ष के अलावे एक जमादार व दफादार को एसपी ने निलंबित कर दिया है। वही कर्तव्य में लापरवाही सामने आने पर नकरदेई एसएचओ निलंबित व हरपुर एसएचओ को लाइन हाजिर किया गया है। एसपी के कार्यकाल में यह बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
एसपी श्री झा ने कहा कि जनप्रतिनिधि के संबंधी के नेपाली नंबर के ट्रैक्टर को पकड़कर छोड़ने के मामले में महुअवा एसएचओ अनिल कुमार, जमादार नवीन कुमार सिंह, जमादार ब्रजेश सिंह, दफादार प्रमोद सिंह को निलंबित किया गया है। जनाक्रोश की शिकायत पर रक्सौल डीएसपी से मामले की जांच कराई गई तो महुअवा थाने के एसएचओ समेत सभी दोषी पाये गये। डीएसपी की जांच रिपोर्ट में उक्त आरोप की सत्यता सामने आने के बाद सस्पेंशन की कार्रवाई की गई है।वही कर्तव्य में लापरवाही सामने आने पर नकरदेई एसएचओ गीतेश कुमार सिंह को निलंबित व हरपुर एसएचओ जितेंद्र कुमार को लाइन हाजिर किया गया है। जिले में पुलिस कप्तान की इस बड़ी कार्रवाई के बाद मैना जा रहा है कि कई पुलिस के लोगो की बेचैनी बढ़ सी गई है।
गोपालगंज के रास्ते अंधेरे में पहुंच रहे प्रवासी
चंपारण : नौतन, यूपी से गोपालगंज के रास्ते रात के अंधेरे मे सीधे गांव पहुँच रहे रेड जोन से आने वाले प्रवासी मजदूरो से गावों मे भय का माहौल कायम हो गया है।बिना रोक टोक के प्रवासी क्वारंटाइन केन्द्र के बजाय चुपके से घर पहुंच रहे है । अपने आप को कभी छात्र तो कभी मजदूर बताकर पुलिस को चकमा दे अपने गांव पहुँचकर घर मे रहना शुरू कर दे रहे है। वही दिन के उजाले मे जो प्रवासी किसी सवारी से प्रखंड मुख्यालय पहुच रहे है वे भी अपने आप को ग्रीन जोन के बताकर एक आवेदन देकर होम क्वारंटाइन के नाम पर घर चले जा रहे है।
मजदूरो के संख्या मे रात दिन हो रहे इजाफा से गांव के लोगो मे भय का माहौल कायम हो गया है। दूसरे प्रदेशो से अपने गांव पहुंचने वाले प्रवासी अधिकांश बिना क्वारेंटाईन गांवों में लगने वाले बजारो में बे रोक टोक आराम से घूमकर बजारो में भीड़ लगा रहे हैं । जिससे गावों मे अब खतरे की घंटी बजने की चिन्ता लोगो को सताने लगी है। सीओ विवेक कुमार मिश्रा ने बताया कि वैसे मजदूर जो रेड जोन 11 शहरों से आ रहे है उसको क्वारंटाइन किया जा रहा है। अब प्रखंड के हाई स्कूलों को भी क्वारेंटाईन कक्ष बनाया जा रहा है।
वही सभी पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को भी निर्देश दिया गया है कि जो इन शहरो से आते है उन्हें क्वारंटाइन केन्द्र भेजे । पश्चिमी नौतन पंचायत के पंचायत समिति सदस्य मधु देवी मानवाधिकार के प्रखंड अध्यक्ष ह्रदयानंद सिह ने बताया कि आये दिन दर्जनभर प्रवासी बाइक व अन्य सवारियो से यूपी के रास्ते गोपालगंज आकर नौतन मे प्रवेश कर रहे है।इसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को फोन पर दी जाती है। उसके बावजूद ये प्रवासी चोरी छिपे अपने घर रह रहे है। चोरी छिपे गांव मे पहुँचने वाले प्रवासीयो से संक्रमण फैलने की आशंका बढ गई है।
जिसपर प्रशासन को भी चौकन्ना रहने की जरूरत है। इस तरह अगर आवाजाही इन प्रवासियों के गांवो मे हो रही है तो बडे खतरे को संकेत दे रहा है । कई जगह तो गांव के लोगो से आने वाले प्रवासियों व उसके परिजनों से नोकझोंक भी हो जा रही है । सीओ ने बताया कि जो भी मजदूर होम क्वारंटाइन मे रहकर रहे है उनकी अब प्रतिदिन जांच होनी है । अगर कोई मजदूर गाव या बजारो मे घूमता हुआ नजर आएगा तो उसपर विभागीय कारवाई की जाएगी।
प्रदीप दुबे