लॉक डाउन के मद्देनजर गरीबों को खिलाया गया खाना
मधुबनी : कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस को ले पूरे देश में 21 दिनों का लॉक डाउन लगाया गया है। इस दौरान सबसे ज्यादा समस्या दिहाड़ी मजदूर, भिखारियों एवं गरीब लोगों को हो रहा है। इस समय उनके सामने भूख से मरने जैसे हालात हो गए हैं।
इसी क्रम में मधुबनी जिले के जयनगर में एक सुखद दृश्य देखने को मिला। जहाँ नगर पंचायत जयनगर प्रशासन ने कल देर शाम से जब तक लॉक डाउन रहेगा तब यक सभी सड़क किनारे पड़े या गरीब या भिखारियों को घूम-घूम कर उनको खाना खिला रहे हैं।
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जानकारी देते हुए नगर पंचायत जयनगर के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि हमारी नगर पंचायत की पूरी टीम ने ये निर्णय लिया है कि सरकार जब तक सम्पूर्ण लॉक डाउन रखेगी तब तक रोज इन गरीबों की सोचते हुए भूख से तड़पते इनलोगों को सड़क पर ही बांट-बांट कर खाना दिया जाएगा। इस विपदा की घड़ी में हम नगर पंचायत के सभी कर्मियों के अपने स्तर से इन सभी गरीबों और भिखारियों एवं मजदूर को खाना खिलाने के कार्य करेंगें।
पूरे शहर भर में घूम कर आज उन्होंने घूम कर लगभग 175 लोगों को खाना खिलाया है, आज से रोज ये कार्य किया जाएगा। इस कार्य मे मुख्य पार्षद कैलाश पासवान एवं अन्य सभी कर्मी तन्मयता से लगे हुए हैं।
शराब पीते मुखिया को पुलिस ने दबोचा
मधुबनी : कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए पंचायत जनप्रतिनिधियों से लॉकडाउन का पालन कराने व अन्य चीजों की अपील की जा रही है। वहीं मधुबनी में एक ऐसा मुखिया गिरफ्तार हुआ जो सामूहिक रूप से शराब पी रहा था। उदयपुर बिठुआर पंचायत के मुखिया पंकज कामती को पंडौल थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि गिरफ्तारी के वक्त वे नशे में बड़बड़ा रहा था। उस दौरान वह खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से कम नहीं बता रहा था।
मधुबनी जिले के पंडौल थानाध्यक्ष अनोज कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि उदयपुर बिठुआर पंचायत के सरकारी भवन में कुछ लोग बैठकर शराब पी रहे हैं। इसके बाद एएसआइ मुन्ना मांझी के नेतृत्व में पुलिस बल को भेजा गया। पुलिस को आते देख अंधेरे का लाभ तीन लोग भाग निकले। हालांकि, एक को पुलिस ने खदेड़कर पकड़ लिया। उसकी पहचान पंचायत के मुखिया पंकज कामती के रूप में हुई।
नशे में धुत मुखिया को पंडौल पीएचसी मेडिकल जांच के लिए लाया गया, जहां उसके शराब पीने की पुष्टि हुई। इसके बाद पंडौल थाना में मुखिया समेत अन्य तीन लोगों के विरुद्ध शराबबंदी कानून व लॉकडाउन के उल्लंघन के आरोपों में एफआइआर दर्ज की गई है। मुखिया को पुलिस ने रविवार को जेल भेज दिया। अन्य फरार आरोपितों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है।
लॉक डाउन : समाजसेवियों ने गरीबों को खिलाया खाना
मधुबनी : कोविड-19, नोवेल कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 21 दिनों का लॉक डाउन लगाया गया है। लॉक डाउन के दौरान गरीब व असहायों के सामने भोजन की सबसे बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई है।
कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सदस्य शशिभूषण साह ने आज सोमवार को लॉक डाउन के कारन गरीबों को हो रही समस्या को ध्यान में रखते हुए उनके खाने पीने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा पूरे लॉक डाउन के तक यह सेवा जारी रहेगी। सड़क किनारे पड़े या गरीब या भिखारियों को घूम-घूम कर उनको खाना खिला रहे हैं।
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सरकार सम्पूर्ण लॉक डाउन करके बिना इन गरीबों को सोचते हुए भूख से मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया है। इसलिए इस विपदा की घड़ी में हम लोग अपबे निजी स्तर से इन सभी गरीबों और भिखारियों एवं मजदूर को खाना खिलाने के कार्य करेंगें। पूरे शहर भर में घूम कर आज उन्होंने घूम कर लगभग 200 लोगों को खाना खिलाया है।
स्वास्थ विभाग व अनुमंडल प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद, हर जगह हो रही संदिग्ध की जांच
मधुबनी : इन दिनों नोबल कोरोना वायरस पूरी दुनियां में अपना पैर पसारता जा रहा है। वहीं, भारत में भी इसके पीड़ित मरीजों की संख्या अब 1000 के करीब हो चुकी है। इस बाबत भारत सरकार ने गाइडलाइंस जारी कर सभी सार्वजनिक पूरे देश मे सम्पूर्ण लॉक डाउन कर दिया है।
सभी सरकारी/गैर-सरकारी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान, सिनेमाघर, गैर-जरूरी दुकानें, गैर-जरूरी सेवाएं ये सब एहतियातन बन्द करवा दिए हैं। हालांकि जरूरी ओर इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी।
वहीं, नेपाल सीमा से सटे क्षेत्रों पर विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। मधुबनी जिले के जयनगर में अनुमंडल प्रशासन, स्वास्थ विभाग के अलावा अन्य कई स्वयंसेवी संस्थान भी इसमें भरपूर सहयोग कर रहे हैं। इसका उदाहरण जयनगर शहर में देखने को मिला, जहाँ जयनगर अनुमंडल अस्पताल की एक टीम एवं जयनगर प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं जयनगर अपर थानाध्यक्ष कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों को माइकिंग कर जागरूक कर रहे हैं, ओर लोगों को पूरी सावधानी बरतने को कह रहे हैं। उनसे ये भी अपील कर रहे हैं कि अगर अधिक जरूरी न हो तो घर मे ही रहें और सामानों की जमाखोरी न करें। उनसे ये भी कहा जा रहा है कि किसी भी तरह से भ्रामक स्थिति उत्पन्न होने न दें और सतर्क रहें-सुरक्षित रहें।
इस मौके पर जानकारी देते हुए जयनगर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी चन्द्रकान्ता देवी ने बताया कि इस महामारी के समय ऐसे में जब पूरे देश मे सम्पूर्ण लॉक डाउन किय्या गया है, हम सड़क और जानकारी मिलने पर संदिग्ध लोगों को उनके घर जाकर खुद वेरिफिकेशन कर रहे हैं, ओर अगर ऐसा कोई सस्पेक्ट दिखता है तो उसको जांच के लिए अस्पताल भेज दिया जा रहा है। हालांकि अभी तक एक भी केस पॉजिटिव नही मिला है।
उन्होंने कहा सड़क पर भी चल रहे वाहनों को बजी हम चेक करके ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई मरीज छूट न जाये, जिससे इस वायरस को फैलने का मौका मिले।
सुमित राउत