3 सितंबर : दरभंगा की मुख्य ख़बरें

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सीएम कॉलेज में 5-13 सितंबर के बीच होगा दीक्षारंभ कार्यक्रम

दरभंगा : सीएम कॉलेज, दरभंगा में 5-13 सितंबर के बीच छह दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम (इंडक्शन प्रोग्राम) स्नातक (प्रथम खंड) तथा स्नातकोत्तर (प्रथम सेमेस्टर) के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किया जा रहा है,

जिसमें सभी छात्र-छात्राओं को भाग लेना अनिवार्य है। अनुपस्थित छात्र-छात्राओं का महाविद्यालय प्रशासन द्वारा नामांकन रद्द करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी। ज्ञातव्य है कि यूजीसी के निर्देशानुसार नव नामांकित प्रत्येक छात्र-छात्राओं को इंडक्शन प्रोग्राम में भाग लेना आवश्यक है,ताकि वे महाविद्यालय परिवार से भावात्मक रूप में जुड़ सकें और उन्हें भविष्य में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।

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दीक्षारंभ समारोह का उद्घाटन शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर 5 सितंबर को सामूहिक रूप से महाविद्यालय के कर्पूरी- ललित भवन में होगा। प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद की अध्यक्षता में आयोजित उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुरेंद्र कुमार सिंह तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय सहित महाविद्यालय के सभी शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहेंगे। तत्पश्चात् अलग-अलग विभागों के छात्र-छात्राओं का इंडक्शन प्रोग्राम प्रत्येक कार्य दिवस में  13 सितंबर तक विभिन्न विभागों में आयोजित होंगे। प्रत्येक दिन विषय-विशेषज्ञ का व्याख्यान,रचनात्मक कार्य, महाविद्यालय, छात्र एवं  उनके परिवार की अपेक्षाएं तथा छात्र-छात्राओं से संबंध, छात्रों के तनाव एवं उनकी समृद्धि आदि पर विस्तृत विचार-विमर्श होगा। प्रधानाचार्य ने बताया कि सभी विभागों को इस छह दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम का विवरण उपलब्ध करा दिया गया है तथा संबंधित सभी छात्र-छात्राओं को मोबाइल से भी इस कार्यक्रम की सूचना दे दी गई है।

इंडक्शन प्रोग्राम की तैयारी की समीक्षा हेतु आज प्रधानाचार्य डॉ मुश्ताक अहमद की अध्यक्षता में एक बैठक हुई,जिसमें डॉ जिया हैदर,डॉ आर एन चौरसिया, प्रो विकाश कुमार,डॉ तनिमा कुमारी,बिपीन कुमार सिंह आदि ने भाग लिया।

सीएम कॉलेज में एबीवीपी ने किया पौधारोपण

दरभंगा : एसएफडी (विकासार्थ विद्यार्थी) अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा सीएम विधि महाविद्यालय में महाविद्यालय एसएफडी प्रमुख कुणाल कुमार(आर्यन)  व कॉलेज मंत्री अतुल चौधरी के नेतृत्व में वृक्षारोपण का कार्यक्रम किया गया।

इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बदरे आलम ने कहा कि पर्यावरण को हरा भरा करने के लिए किए जा रहे कार्य सराहनीय है, क्योकि आज पर्यावरण के दोहन का प्रभाव से सीधा प्रभावित हो रहे है, प्रकृति से लगातार खिलवाड़ के कारण हम अपने आने वाले पीढ़ी के भविष्य को काल के कपाल में ठेल रहे है, वृक्षारोपण से न केवल हमे छांव मिल रहा है बल्कि स्वछ हवा भी मुफ्त मिल रहा है, आज वृक्षो की स्थिति दुनिया मे भारत का सर्वाधिक दयनीय है। हमे कल को बचाने हेतु पर्यावरण संरक्षण का आज ही संकल्प लेना होगा।

इस अवसर पर एसएफ डी प्रमुख कुणाल कुमार ने कहा कि लगातार हम पर्यावरण का दोहन करते हुए आ रहे हैं इसका भयानक परिणाम भी हम देख रहे हैं किस तरह मौसम में परिवर्तन हो रही है कहीं बाढ़ तो कहीं सूखा हम लगातार प्रकृति के प्रकोप से जूझ रहे हैं , आज एसएफडी के माध्यम से महाविद्यालय में आम का वृक्ष लगाया जा रहा है , एसएफडी दरभंगा जिला इकाई द्वारा विभिन्न महाविद्यालयों में लगातार वृक्षारोपण का कार्यक्रम विगत कई वर्षों से किया जा रहा है एसएफडी का उद्देश्य न केबल पर्यावरण के संरक्षण हेतु वृक्षारोपण करना है बल्कि जल ,जंगल जमीन, जानवर और जन को लेकर भी कार्य करना है , इस दिशा में हर जगह कार्यक्रम किया जा रहा है, आज आवश्यकता है कि हम आने वाले कल को कैसा पृथ्वी देना चाहते हैं, कैसा वातावरण देना चाहते हैं, इस दिशा में कार्य करें, अतः हम सभी का यह दायित्व है कि हम आने वाले कल को एक सुनहरा कल दे सके  इसके लिए आज से ही पर्यावरण को बचाने का संकल्प लेना होगा।

वही इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापिका सोनी सिंह ने कहा कि पर्यावरण को लेकर कार्य करना हमे सदैव आकर्षित करती है, जितने भी वृक्ष लगाए जा रहे है यह वृक्ष सुरक्षित कैसे रहेंगे यह भी हमारी जिम्मेदारी है, ब्रह्मांड में मनुष्य ही एक ऐसा जीव है जो अपने आवश्यकता से अधिक प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करते हुए आ रहा है, यह गंभीर चिंता का विषय है , हम आज प्रकृति को उस स्तर तक पहुचाँ दिए है ,जहाँ से उसके केवल दुष्परिणाम हमे मिल रहा है, आज हम देख रहे है, जो प्राकृतिक आपदाएं घटित हो रही है ,इसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार हैं हमें अपनी जिम्मेदारी तय करते हुए यह संकल्प लेना होगा कि हम आने वाले कल को एक बेहतर वातावरण दे सकें।

वही इस अवसर पर कॉलेज मंत्री अतुल चौधरी ने कहा कि न केवल आवश्यकता है वृक्ष लगाने की बल्कि छात्र प्रहरी के रूप में हमें यह भी तय करना है जो वृक्ष हम लगा रहे हैं वह सुरक्षित कैसे रहेगा।

वही इस अवसर पर अभाविप के महाविद्यालय अध्यक्ष राकेश कुमार ने कहा कि एक वृक्ष 100 संतान के बराबर दर्जा दिया गया है ,आज हम जिस स्थिति में पर्यावरण को पहुँचाये उसके लिए हम स्वयं जिम्मेदार हैं ,अब हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम अपने पृथ्वी को पुनः हरा भरा कैसे रखें यह हम सभी छात्रों की सामूहिक जिम्मेदारी है।

वही इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक पी.के नीरज, नुरुल्लाह जी, रामशंकर जी, गगन कुमार, उज्ज्वल आनंद, वरुण झा,  आदि ने अपने विचार प्रकट किये।

वही इस अवसर पर कृष्णा कुमार, बाबुल कश्यप, विकाश झा, मोनालिसा कुमारी ,चांदनी सिंह, कामिनी कुमारी के साथ दर्जनों छात्र छात्रा उपस्थित थे।

संस्कृत विभाग में नए अध्यक्ष बने प्रोफ़ेसर जीवानंद झा

दरभंगा : विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में नए अध्यक्ष के रूप में प्रोफ़ेसर जीवानंद झा ने अपराह्न काल में योगदान किया। इससे पूर्व डॉ नीरजा मिश्र विभागाध्यक्ष थे, जो गत 31 अगस्त को सेवानिवृत हो गए।

ज्ञातव्य हो कि प्रो झा इससे पूर्व एपीएसएम कॉलेज, बरौनी में प्रभारी प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत थे। उनके योगदान के अवसर पर पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो रामनाथ सिंह एवं डॉ केसी सिंह, डॉ जयशंकर झा, मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो मनोज कुमार झा, संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रो श्रीपति त्रिपाठी एवं प्रो बौआनंद झा, डॉ आरएन चौरसिया, डॉ मित्रनाथ झा, डॉ दयानंद झा, डॉ संजीत कुमार झा, मनोज कुमार, अरविंद मिश्रा, शोधार्थी भारत कुमार मंडल, प्रशांत कुमार, राहुल रेणु, चंदन कुमार, मनोज मंडल, संजीत कुमार राम, योगेंद्र पासवान आदि उपस्थित थे।

इस अवसर पर मानविकी संकायाध्यक्ष प्रो मनोज कुमार झा ने कहा कि नए अध्यक्ष सबों के सहयोग से विभाग को आगे बढ़ाएं। प्रो श्रीपति त्रिपाठी ने कहा कि विश्वविद्यालय विभागाध्यक्ष का पद गरीमामयी होता है। जिम्मेदारियों के निर्वहन हेतु सबों का सहयोग आवश्यक है। प्रो बौआनंद झा ने कहा कि विश्वविद्यालय अध्यक्ष को अध्ययन-अध्यापन एवं शोध की सभी बाधाओं को दूर कर स्वस्थ वातावरण का निर्माण करना चाहिए। पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर रामनाथ सिंह ने कहा कि सभी सदस्यों के सहयोग से विभाग दिनानुदिन उन्नति करेगा तथा सदस्यों के बीच सहयोगात्मक एवं मधुर संबंध बना रहेगा। सीएम कॉलेज के संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ आरएन चौरसिया ने कहा कि नए विभागाध्यक्ष के रूप में प्रो जीवानंद युवा एवं  कर्मठ व्यक्ति हैं। इन्हें हम सबों का पूर्ण सहयोग मिलेगा। यह मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता की बात है कि हम दोनों एक साथ इस पेशा में आए तथा एनएसएस में भी साथ-साथ कार्य किए।

नये अध्यक्ष को मेरा पूरा सहयोग मिलेगा। नवनियुक्त अध्यक्ष प्रोफेसर जीवानंद झा ने कहा कि मेरा सबों के साथ उत्तम व्यवहार रहेगा। छात्रों का वर्ग नियमित रूप से होगा तथा शोध की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। छात्रों की प्रतिभा को तराश कर उन्हें बहुमुखी बनाया जाएगा। उनकी कठिनाइयों को व्यक्तिगत रूप से दूर किया जाएगा। आवश्यकता को देखते हुए छात्रहित में बाहर के भी अनुभवी शिक्षकों को बुलाया जाएगा। मुझे प्रसन्नता है कि मैं इसी विभाग का छात्र रहा हूँ, पर आज विभागाध्यक्ष का दायित्व मुझे मिला है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ जयशंकर झा ने कहा कि डा जीवानंद सी एम कॉलेज में मेरे शिष्य रहे हैं। इनके योगदान से विभाग का चहुमुखी विकास होगा। धन्यवाद ज्ञापन शोधार्थी राहुल रेणु ने किया।

मुरारी ठाकुर  

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