पीहू के पांचवे जन्मदिन को कोरोना वॉरियर्स ने बनाया यादगार
सारण : कोरोना वॉरियर्स ने पीहू रानी के पांचवे जन्मदिन पर केक, मिठाई व बैलून लाकर उसके जन्मदिन को यादगार बना दिया। पीहू ने सोचा भी नहीं होगा की इस लॉकडाउन के दौरान उसका जन्मदिन इतना यादगार होनेवाला है।
दरअसल लॉकडाउन के कारण अपनी पुत्री के पांचवे जन्मदिन पर पीहू के परिजनों ने बिहार डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को मैसेज किया। मैसेज पर रिस्पांस लेते हुए डीजीपी ने इस संदेश को सारण पुलिस को शेयर कर दिया। सूचना मिलते ही सारण पुलिस कप्तान हरकिशोर राय से पीहू के जन्मदिन को न सिर्फ शानदार बल्कि यादगार भी बना दिया। रंग-बिरंगे बैलून, मिठाई का डिब्बा तथा केक लेकर सारण पुलिस के अफसर व जवान पीहू के घर पहुंच गए।
दरवाजे पर हाथों में बैलून व केक लिए ‘पुलिस अंकल’ को देखकर पीहू व उसके परिजनों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। पहले तो सहसा विश्वास ही नहीं हो रहा था लेकिन जब सारी बातें मालूम हुई तो पीहू के परिजन डीजीपी व पुलिस अधीक्षक के साथ- साथ पूरी सारण पुलिस के प्रति आभार व्यक्त करते नहीं थक रहे थे। वहीं परिजनों ने डीजीपी तथा सारण को धन्यवाद किया।
जिले में लौटने वाले सभी को 21 दिनों का क्वारंटाइन अनिवार्य
सारण : बाहर से लौट रहे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्र छात्राओं व विभिन्न स्थलों से आने वाले व्यक्तियों के आवागमन की अनुमति दे दी गयी है. इसके साथ ही उनके कोरोना संक्रमण के लिए आवश्यक स्क्रीनिंग के लिए भी तैयारियां की जा रही है. इसके तहत राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सभी जिला के जिलाधिकारियों व सिविल सर्जन को पत्र के माध्यम से आवश्यक दिशानिर्देश दिये हैं. पत्र में कहा गया है कि राज्य के बाहर रहने वाले प्रवासी मजदूरों व आंगतुकों सहित अन्य नागरिकों के रेल, बस एवं अन्य साधनों से बिहार राज्य में वापस आने की व्यवस्था की जा रही है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार राज्य में लौटने वाले सभी व्यक्तियों का अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाना जरूरी है. संक्रमण के लक्षण पाये जाने पर वैसे व्यक्तियों को विधिवत क्वारेंटाइन करने तथा उनका सैंपल लेने व इसकी जांच के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए कहा गया है.
स्टेशन पर उतरने वाले सभी व्यक्तियों की होगी स्क्रीनिंग :
पत्र में कहा गया है कि प्रवासी मजदूरों आंगतुकों को बिहार राज्य में लौटने हेतु विशेष ट्रेनों के परिचालन की व्यवस्था की जा रही है. और अपने जिलान्तर्गत विशेष ट्रेनों की ठहराव वाले सभी स्टेशनों की जानकारी प्राप्त कर ट्रेनों के आगमन होने पर उस स्टेशन पर उतरने वाले सभी व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच कराया जाना है. ऐसे में उन स्टेशनों पर सिविल सर्जन द्वारा पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों का दल गठित कर प्रतिनियुक्त किये जाने का निर्देश दिया गया है.
आवश्यक सामानों की उपलब्धता भी करानी है सुनिश्चित :
पत्र में कहा गया है कि प्रतिनियुक्त चिकित्सक दल को स्वास्थ्य परीक्षण या स्क्रीनिंग के लिए इंफ्रारेड थर्मोमीटर व पल्स आॅक्सीमीटर उपलब्ध कराने चिकित्सक दल को संक्रमण से बचाव के लिए तीन स्तरीय सर्जिकल मास्क, नॉन स्ट्राइल ग्लोब्स, डिस्पोजल हेड कैप, सेनेटाइजर, साबुन आदि उपलब्ध कराया जाये. सभी प्रवासी व्यक्तियों आंगतुकों के स्वास्थ्य परीक्षण स्क्रीनिंग कार्य के साथ साथ पंजीकरण संबंधी कार्य भी अनिवार्य रूप से कराया जाने की भी बात कही गयी है.
21 दिनों के लिए अनिवार्य क्वारेंटाइन में रखने का निर्देश :
स्वास्थ्य परीक्षण स्क्रीनिंग के दौरान लक्षणात्मक पाये गये व्यक्यिों को संबंधित रेल स्टेशन से ही उनके गृह जिला के प्रखंड जिला स्थित चिन्हित आपदा विभाग द्वारा संचालित क्वारेंटाइन सेंटर में 21 दिनों के लिए अनिवार्य क्वारेंटाइन में रखा जायेगा. स्क्रीनिंग के दौरान संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों का सैंपल कलेक्शन किया जाना है. कोरोना पॉजिटिव पाये गये व्यक्तियों को उनके लक्षणों की गंभीरता के आधार पर कोविड ट्रीटमेंट अस्पतालों में भरती कराया जायेगा.
क्वारेंटाइन सेंटर व रहने की करनी है समुचित व्यवस्था :
बस अथवा अन्य वाहन से आने वाले व्यक्ति सीधे अपने गृह जिला के गृह प्रखंड स्थित आपदा विभाग द्वारा संचालित क्वारेंटाइन सेंटर पर पहुंचेगे. बस अथवा अन्य वाहन द्वारा लाये गये व्यक्तियों की जिलास्तर पर गठित मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य जांच की जायेगी. प्रत्येक प्रखंड के क्वारेंटाइन सेंटर में चिकित्सक पाराचिकित्सा कर्मी की प्रतिनियुक्ति, उनके रहने व भोजन आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाने की भी बात पत्र में कही गयी है.
लक्षणों के आधार पर कोविड केयर में कराया जायेगा भरती :
नमूना की जांच के बाद कोविड पॉजिटिव के लक्षणों के आधार पर कोविड केयर सेंटर में भरती करने के लिए कहा गया है. मोडेरेट सिम्टम वाले रोगियों को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में उपचार किये जाने के लिए व गंभीर लक्षण मिलने पर चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में बनाये गये डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में उपचार करने के निर्देश दिये गये हैं. इसके साथ ही प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंबुलेंस की व्यवस्था की जानी है. 102 के तहत संचालित एंबुलेंस में कोविड 19 के संदिग्धों व पुष्टि हुए मामलों के लोगों के आवागमन के लिए परिचालन नहीं किया जाना है.
मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए छिड़काव:
क्वारेंटाइन सेंटर में अन्य राज्यों से आये व्यक्तियों के बीच अन्य संभावित महामारी बीमारी जैसे दस्त या अतिसार वेक्टर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए व्यापक उपाय करने हैं. क्वारेंटाइन सेंटर पर मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए नियमित छिड़काव किया जाना है. भवन के अनावश्य छिद्रों को भरने ताकि सांप व अन्य जहरीले जीव जंतु के दंश से आवासितों को बचाया जा सके, जिलांतर्गत सभी स्वास्थ्य केंद्रों में सर्पदंश की दवा व एंटी रैबीज वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में भंडारण सुनिश्चित किया जाना हे. जिला के सभी स्वास्थ्य केद्रों में दस्त व अतिसार से संबंधित सभी प्रकार की दवाएं रखी जानी है.
नजदीक प्रसव वाली गर्भवती महिलाओं की होगी लाइनलिस्टिंग:
अन्य राज्यों से आने वाले वृद्ध गर्भवती महिलाओं, बच्चे व असाध्य रोग से पीड़ितों के संबंध में गृहमंत्रालय ने आवश्यक निर्देश दिये हैं. निर्देश में कहा गया है कि गर्भवती मातायें जिनका प्रसव नजदीक है उन्हें समुचित देखरेख व चिकित्सयी सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लाइनलिस्टिंग किया जाये. क्वारेंटाइन किये गये वृद्ध गर्भवती महिलाओं, बच्चे व असाध्य रोग से पीड़ित व्यक्तियों की अनिवार्य विवरणी covid19.bihar.gov.in पोर्टल पर अपलोड किया जाये ताकि ऐसे चिन्हित मरीजों को स्वास्थ्य संंबंधी गतिविधियों की फोन से मॉनिटिरिंग कर समुचित कार्रवाई चिकित्सीय प्रबंधन की जा सके. इसके साथ ही संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेंटर पर कोविड 19 से संबंधित प्रचार प्रसार
क्वारेंटाइन सेंटर पर कोविड 19 से संबंधित मुख्य बातें जैसे सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोने मास्क उपयोग , होम क्वारेंटाइन में बरती जाने वाली सावधानी आदि से संंबंधित प्रचार प्रसार किया जाये.
प्रसूति कक्ष एवं स्पेशल नवजात शिशु ईकाई को हर दिन किया जा रहा सैनिटाइज
सारण : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए देशव्यापी लॉक डाउन लागू है। लॉकडाउन के कारण जिले में अन्य जरुरी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी बेहतर ख्याल रखा जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान जिले के सदर अस्पताल में 25 मार्च से 30 अप्रैल तक 364 नवजात शिशुओं ने जन्म लिया है। अस्पताल में इन दिनों प्रसूताओं और नवजात शिशुओं का भी विशेष रूप से ख्याल रखा जा रहा है।
अस्पताल प्रबंधन की ओर से प्रसूति कक्ष एवं स्पेशल नवजात शिशु ईकाई भी हर दिन सैनिटाइज किए जा रहे हैं। साथ ही चिकित्सा कर्मी भी प्रसूताओं और गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल के लिए भी उन्हें जागरुक करने में जुटे हुए है। शिशु रोग विशेषज्ञ जच्चा और बच्चा दोनों के देखभाल के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के साथ ही प्रसूताओं को नवजात को स्तनपान जरुर कराने के लिए प्रेरित भी कर रहे है। ताकि नवजात शिशु के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक विकसित हो सके।
शिशुओं को छूने से पहले हाथ की धुलाई :
सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रसव कक्ष में प्रोटोकॉल के मुताबिक सावधानी बरती जा रही है। प्रसूता को मुंह पर मास्क, नियमित अंतराल में हाथ धोने और शिशु को हाथ लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से सेनेटाइज कराना सुनिश्चित किया जा रहा है। ताकि बच्चे को संक्रमित होने से बचाया जा सके। साथ ही गर्म पानी में कपड़ा भिगोकर नवजात शिशु के हाथ और पैरों को नियमित साफ करने एवं प्रसूता और शिशु के कपड़े को गर्म पानी में ही धोने के लिए भी समझाया जा रहा है। उन्होंने बताया पूरे वार्ड परिसर में सोडियम हाईक्लोराइड सोल्यूशन का भी नियमित अंतराल में छिडकाव किया जा रहा है। नर्सिंग स्टाफ को भी सभी तरह के व्यक्तिगत सुरक्षा किट प्रदान कराया गया है।
जन्म के 1 घंटे के भीतर स्तनपान की शुरुआत :
केयर इंडिया के बीएम अमितेश कुमार ने बताया जन्म के 1 घन्टे के भीतर शिशुओं को स्तनपान कराया जा रहा है। साथ ही 6 माह तक बच्चे को सिर्फ स्तनपान कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। माँ का दूध शिशु को कई तरह के संक्रमण से बचाव करता है । माँ के दूध में एंटीबॉडी होते हैं जो बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए माताओं को सुरक्षित तरीके से स्तनपान कराने एवं बच्चों की देखभाल करने की बबी हिदायत दी जा रही है।
इन बातों का रखें ध्यान :
• शिशु को स्तनपान कराने के दौरान सांस संबंधित हाईजीन के नियमों का पालन करें. यदि माता को सर्दी या खांसी जैसे कोई भी लक्षण हो तो शिशु को स्तनपान कराने के दौरान मास्क का इस्तेमाल करें
• नवजात शिशु को छूने से पहले और बाद में हाथ जरूर धोएं. यह नियमित रूप से हर बार करें
• बच्चे को लेकर घर या अस्पताल में जिन भी जगहों पर आप जा रहे हैं, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कामगारों को उपलब्ध कराई राशन
सारण : भारत में एक मई को 1923 को मजदूर दिवस मनाना शुरू किया गया था। इसकी शुरूआत भारती मजदूर किसान पार्टी के नेता कामरेड सिंगरावेलू चेट्यार ने शुरू की थी। इसी उपलक्ष्य में वर्षों से एक मई को मजदूर (श्रमिक दिवस) मानते आ रहे हैं। मजदूर भारत निर्माण के रीढ़ है। उनके बगैर देश निर्माण संभव नहीं हैं। किसी देश की तरक्की उस देश के कामगारों और किसानों पर निर्भर करती है। मजदूरों और किसानों का देश भर में राज प्रबंध में बड़ा योगदान है। ये बातें समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने रसलपुरा गांव में अपने आवास परिसर में मजदूर दिवस पर मजदूरों-गरीबों के बीच खाद्य सामग्री वितरण करते हुए कही। उन्होंने लॉकडाउन का पालन करते हुए डोरीगंज थाना की देखरेख में सोशल डिस्टेंस बनाकर कामगारों के लिए खाद्य सामग्री आटा, चावल, आलू, प्याज, नमक, तेल व अन्य जरूरी सामान दो सौ गरीब मजदूरों के बीच वितरण किया।
उन्होंने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने बल दिया और कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए सरकार की मदद करें। सरकार जारी आदेश का पालन कर घर में रहे तो हम सुरक्षित है। आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकले अन्यथा न निकलें। राज्य सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बिहार में सराहनीय कार्य रहा जो बाहर फंसे प्रवासियों की आने के लिए केंद्र सरकार से पहल की। इस सरकार में विकास चहुंमुखी होती रही है। इस मौके पर कई सामाजिक लोग भी शामिल हुए।
सम्मानजनक समझौता तक हड़ताल पर डेट रहेंगे शिक्षक
सारण : जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अनुमंडल सचिव सुजीत कुमार प्रखंड सचिव सुनील कुमार ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 184 देश जहाँ एक तरफ कोरोना महामारी संकट से जीवन मृत्यु से जूझ रही है ,देश के आम जनजीवन आर्थिक तंगी की चपेट से घिर चुकी है, ऐसे हालात में अगर सरकार किसी को उनका वाजिब हक न दे तो इसे अमानवीय कृत्य ही समझना चाहिए। पिछले 70दिनों से बिहार के नियोजित शिक्षकों का हड़ताल जारी है मगर सरकार वार्ता को तैयार नहीं हो रही है शिक्षा मंत्री एक रणनीति के तहत इन राष्ट्र निर्माताओं की उपेक्षा भी कर रही है। बार -बार इस ओर ध्यान आकृष्ट करने के बाबजूद भी सरकार कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है जब तक सरकार सम्मानजनक लिखित समझौता नहीं कर लेती तब तक सभी शिक्षक हड़ताल पर डटे रहेंगे।
मालूम हो कि आर्थिक तंगी के कारण अब तक 70 शिक्षक काल के गाल में समा गए हैं। उनके परिवारों की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है हड़ताल के कारण नियोजित शिक्षकों की स्थिति भी काफी दयनीय हो चुकी है जिसके कारण चाह कर भी नियोजित शिक्षक उन्हें आर्थिक मदद नहीं कर पा रहे है संयुक्त सचिव विष्णु कुमार प्रखंड सचिव नागेंद्र राय डॉ रजनीश श्याम तिवारी सत्येंद्र पांडे रसूल खान अनवर हुसैन निश्चय सिंह शशिकांत अरविंद यादव उत्तम कुमार आशुतोष मिश्रा, दीनबंधु मांझी राजेश कुमार सिंह राजेश ओझा प्रियंका कुमारी रविना सिंह तमाम शिक्षक नेताओं ने सभी हड़ताली शिक्षको से अपील की है कि जब तक शीर्ष नेतृत्व कोई निर्देश नहीं देता तब तक अपनी चट्टानी एकता बनाए रखते हुए धर्य रखे।
नशे में धूत पिकअप ड्राइवर ने पुल की रेलिंग में मारी टक्कर, जख्मी
सारण : मशरक थाना क्षेत्र के सरदारगंज गांव में पुल पर धर्मासती की तरफ जा रहा अनियंत्रित पिकअप पुल की रेलिंग से टक्कर मारते हुए पलट गयी। जिसमें चालक मामूली रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और घायल पिकअप चालक को इलाज के लिए पीएचसी मशरक में भिजवाये और पलटी पिकअप वैन को अपने कब्जे में लेकर थाना लाए।
नवादा गांव के वशिष्ट सिंह के पुत्र बलिराम सिंह पिकअप डब्लूबी73इ – 7315 लेकर सरदारगंज से धर्मासती के तरफ जा रहा था। तभी अनियंत्रित होकर पुल के रेलिंग मे टक्कर मारते हुए पलट गयी और बचाने गये ग्रामीणों से गाली गलौज करने लगा। जिससे ग्रामीणों ने पुलिस थाना को जानकारी दी मौके पर पहुंची पुलिस ने पिकअप और घायल चालक का इलाज कराके थाना लाया और ब्रेन इथेलाइजर मशीन से जांच करायी तों शराब पीने की पुष्टी हुई। मामले में मशरक थाना पुलिस ने प्राथमिकी कांड संख्या 223/20 दर्ज कर मंडल कारा भेज दिया।
क्वारंटाइन सेंटर की बदहाली पर सीओ को मिली चेतावनी
सारण : केन्द्र सरकार द्वारा हरी झंडी मिलने के बाद बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों व छात्रों के पहुंचने की संभावना के मद्देनजर डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसपी हरकिशोर राय व सदर एसडीओ अभिलाषा शर्मा ने शनिवार को मांझी स्थित दलन सिंह उच्च विद्यालय में बने कोरोनटाइन सेंटर की व्यवस्था का निरीक्षण किया। इस क्रम में जमीन पर लगाए गए बेड सहित अन्य अब्यवस्था को देखते ही डीएम भड़क गए और सीओ व बीडीओ को जमकर फटकार लगाई। इसे सरासर लापरवाही मानते हुए डीएम ने मौके पर मौजूद सदर एसडीओ अभिलाषा शर्मा, डीईओ अजय कुमार तथा आपदा के एडीएम भरत भूषण को अपने स्तर से सीओ दिलीप कुमार तथा बीडीओ नील कमल के विरुद्ध रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया।
उन्होंने सीओ पर शो कॉज तथा वेतन भुगतान पर रोक लगाने की चेतावनी भी दी। इस दौरान डीएम ने रिविलगंज में संचालित कोरोनटाइन सेंटर को बेहतर बताते हुए वहां के सीओ प्रदीप सिन्हा की सराहना की। इससे पहले पदाधिकारियों ने जयप्रभा सेतु पर लगे बेरिकेटिंग का भी निरीक्षण किया। मौके पर इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार, मांझी थानाध्यक्ष नीरज मिश्रा आदि भी मौजूद थे। उधर रिविलगंज में भी अधिकारियों ने सेंटर का निरीक्षण किया।
जन औषधि सुगम एप पर मिलेगी उपलब्ध दवाओं की स्थिति व दाम की जानकारी
सारण : प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत देशभर में गरीब परिवारों को जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से सस्ते दामों पर जरुरी दवाओं की उपलब्धता करायी गयी है। अब महिला केन्द्रित 40 तरह की दवाएं भी काफी सस्ते दामों में राज्य के जन औषधि केन्द्रों पर मिलेगी। इन केन्द्रों के विषय में पूरी जानकारी केंद्र सरकार की वेबसाइट (http://janaushadhi.gov.in/StoreDetails.aspx) से प्राप्त की जा सकती है। साथ ही एंड्राइड फ़ोन यूजर गूगल प्ले स्टोर से जन औषधि सुगम एप भी डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप के माध्यम से उपलब्ध दवाओं की स्थिति के साथ नजदीकी जन औषधि केन्द्रों की भी सुगमता से जानकारी मिल सकती है।
सारण में 3 जन औषधि केंद्र हैं क्रियाशील :
सारण जिले में कुल 3 जन औषधि केंद्र क्रियाशील है। वहीं राज्य में 164 जन औषधि केंद्र क्रियाशील है। इन क्रियाशील केन्द्रों की बारे में केंद्र सरकार की वेबसाइट (http://janaushadhi.gov.in/StoreDetails.aspx) पर सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है। वेबसाइट ओपन करने के बाद कुल 4 तरह के टैब मिलेंगे. जिसमें सेल्क्ट टाइप, सेल्क्ट स्टेट, सेलेक्ट स्टेटस एवं सेलेक्ट सिटी के आप्शन दिए गए हैं। सेलेक्ट स्टेटस टैब के अंदर क्रियाशील एवं आने वाले समय में नए खुलने वाले केन्द्रों के आप्शन दिए गए हैं। साथ ही सेलेक्ट सिटी टैब की सहायता से राज्य के अंदर जिन शहरों में जन औषधि केंद्र क्रियाशील है उसकी भी जानकारी ली जा सकती है। क्रियाशील जन औषधि केन्द्रों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी है. जिसमें शहर का नाम ,केंद्र का पूरा पता एवं केंद्र संचालक का नाम भी दिया गया है।
जन औषधि सुगम एप देगा दवाओं एवं नजदीकी केन्द्रों की जानकारी :
जन औषधि केन्द्रों पर उपलब्ध दवाओं की स्थिति, दवाओं के दाम एवं जदीकी जन औषधि केंद्र की जानकरी के लिए जन औषधि सुगम एप भी डाउनलोड किया जा सकता है। एंड्राइड मोबाइल यूजर इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। इस एप में दवाओं की गुणवत्ता को बताने के लिए क्वालिटी एस्सुरेंस सर्टिफिकेट भी दी गयी है. साथ ही दवाओं से संबंधित किसी भी प्रकार जानकारी देने के लिए एप में नोटिफिकेशन का आप्शन दिया गया है।
टोल फ्री नंबर पर कर सकते हैं संपर्क :
जन औषधि केन्द्रों एवं दवाओं से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 1800-180-8080 भी जारी की गयी है. इस टोल फ्री नंबर पर कॉल कर जन औषधि केन्द्र एवं परियोजना के विषय में कोई भी व्यक्ति जानकारी प्राप्त कर सकता है।
बजरंग दल ने डॉक्टर दंपति को किया सम्मानित
सारण : बजरंग दल के प्रांत संयोजक राहुल मेहता और छपरा बिहिप जिला मंत्री धनंजय कुमार, बिहिप नगर अध्यक्ष राजू सिंह और सदस्य गन् ने उपहार मेडिकल रिसर्च सेंटर प्राईवेट लिमिटेड के दंपति डॉ राजीब कुमार सिंह व डॉ विजया रानी सिंह और नर्सिंग स्टाफ को बुके, फुल माला और अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया, उन्होँने कहा कि इस कोरोना महामारी के समय डॉ दम्पति अपने नर्सिंग योद्धाओं को लेकर लॉकडाउन मे लगातार छपरा, सिवान, गोपालगंज, बलिया (U P ) के सटे गाँव के मरीजो का लगातार रात-दिन सेवा में लगे हुए है।
दंपति डॉ ने अखबार से हमेशा प्रकाशित कर के लोगो को जागरुक किये है। साथ ही गारीब व बाहर से सड़क से पैदल गुजरते गरीब मजदूरों को भोजन का वितरण कराने के लिए लगे हुए है। आज सारण का मान-सम्मान को गौरवान्वित किया है। आज हमारे तिनों सेनाओ ने इन योद्धाओं को सलामी दे रहे है । आये हम सब मिलकर इन डॉ दम्पति के सम्मान में नतमस्तक होकर हौसला बढाए। छपरा बजरंग दल कि तरफ से कोटि कोटि धन्यवाद।
मुख्यमंत्री चिकित्सा राशि मिलने पर सांसद को दिया धन्यवाद
सारण : सांसद राजीव प्रताप रूडी एवं उनकी जिले में बनी कंट्रोल रूम ने कोरोना महामारी में सारण की जनता के लिए वरदान साबित हो रहा है। रिविलगंज के खैरवार पंचायत के कुरई छपरा निवासी किरण देवी, पति उदेश राय को बोन मैरो ट्रांसप्लांट के लिए सांसद राजीव प्रताप रूडी कीअनुशंसा पर मुख्य्मंत्री चिकित्सा कोष से 5 लाख स्वीकृति प्रदान किया गया था, जो इस लॉकडाउन के कारण स्वीकृत पैसा अखिल भारतीय आयु्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली नहीं जा पा रहा था।
सांसद राजीव प्रताप रूडी ने इस संबंध में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से बात की स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री चिकित्सा कोष द्वारा स्वीकृति राशि को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में स्थांतरित करवा दिया। रूडी के कंट्रोल रूम के द्वारा यह खबर भाजपा नेता धर्मेन्द्र सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार को दी। पीड़ित परिवारो को जिसे ही इसकी सूचना मिली उनकी आंखे भर गई उन्होंने सांसद के प्रति अपना आभार प्रकट किया।