32 बोतल बिदेशी शराब के साथ कारोबारी गिरफ्तार
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के बॉढ़ी नदी के समीप से गुप्त सूचना के आधार पर लॉकडाउन में भी अवैैध शराब के कोरोबार में लगे कारोबारी को 32 बोतल विदेशी शराब के साथ विधि व्यवस्था थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने गिरफ्तार कर लिया।
थानाध्यक्ष सुजय विद्यार्थी ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि पलनमा माइंस के रास्ते अवैध शराब के धंधे में लिप्त कारोबारी शराब के साथ जा रहा है।जानकारी प्राप्त होते ही सत्यापन के लिए रात्रि 9 बजे विधि व्यवस्था थानाध्यक्ष राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छापेमारी की।जिसमें पूरे बिहार में अवैध शराब सप्लाई करने वाले शराब माफिया कोडरमा जिला के मेघातरी निवासी जस्सू राणा के छत्रछाया में पलने वाले कारोबारी रजौली के महसई मोहल्ला निवासी लक्ष्मी मालाकार उर्फ लाक्षो मालाकार के पुत्र शंकर मालाकार को बाइक समेत झारखंड निर्मित रॉयल स्टैग कंपनी के 32 बोतल शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया।लॉकडाउन में भी गिरफ्तार कारोबारी बहुत दिनों से पुलिस की आंखों में धुल झोंककर कारोबार करने में लगा था।
विधि व्यवस्था थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार कारोबारी के द्वारा गुपचुप तरीके से वृहद पैमाने पर पूरे सूबे में शराब सप्लाई करने के लिए धंधा किया जा रहा था।अब पुलिस के द्वारा बिछाए जाल में फंसा है। गिरफ्तार कारोबारी पर उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। कारोबारी को न्यायिक हिरासत में उपस्थित कर भेज दिया गया।बरामद शराब रॉयल स्टैग 750 एमएल के 9 बोतल तथा 375 एमएल 23 बोतल है। कारोबारी ने पूछताछ में शराब कारोबार के बड़ी मछली मेघातरी निवासी जस्सू राणा का निकटम बताया है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि पूछताछ में जस्सू राणा एवं छोटू राणा शराब को भी इस धंधे में संलिप्त होने की बात स्ववीकार की है।जिसके कारण उन दोनों शराब कारोबारियों के उपर भी उत्पाद अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। दोनों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।थानाध्यक्ष ने बताया कि शंकर मालाकार बहुत बड़ा शराब माफिया था। यह फलों के कारोबार की आड़ में बहुत दिनों से शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर कर रहा था।जिससे पुलिस कि गिरफ्त में नहीं आ पा रहा था। सूत्रों कि मानें तो शंकर मालाकार के अंदर दर्जनों छोटे बड़े शराब कारोबारी काम कर रहे हैं।जिसकी पड़ताल यहां कि पुलिस करने में लगी हुए हैं।
ईट भट्टे पर काम कर रही महिला की संदेहास्पद स्थिति में मौत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के हीरोडीह गांव के पास स्थित मेहता ईट भट्टे पर काम करने वाली एक महिला मजदूर की मौत मेहता ईंट भट्टे स्थित घर मे हो गई। मौत के कारणों की कोई उचित जानकारी लोगों को नहीं मिल पाई है। महिला मजदूर की मौत की खबर की सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल नवादा भेज दिया। ऐसे में सबकी निगाहें पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी है।क्योंकि पोस्टमार्टम के बाद ही महिला की मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा। मृत महिला मजदूर झारखंड राज्य के लोहरदगा जिले के कुरु थाना क्षेत्र के पंडरा गांव निवासी अफरोज अंसारी की पत्नी शमीमा खातून थी। वह पति के साथ मेहता ईंट भट्ठे पर काम करने के लिए आई थी।
पति ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया है कि शनिवार को दोनों दिन भर ईट- भट्ठे पर काम किया था। शाम में खाना खाने के बाद वह सो गया। सुबह जब उसे उठाया तो वह मर चुकी थी। जिसके बाद आसपास के मजदूरों व ईट भट्ठा मालिक सुरेश मेहता को महिला के मरने की जानकारी दी गई। ईंट भट्ठा मालिक ने भी ईंट भट्ठे पर पहुंचकर मामले की पूरी जानकारी ली।
हालांकि महिला की मौत के कारणों का पता नहीं चल पाने के कारण आसपास रह रहे मजदूर में भी दहशत का माहौल है। अब सभी की निगाहें पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी है ।
एडीएम ने किया क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र में दूसरे प्रदेशों से आने वाले लोगों के लिए माखर पंचायत की विभिन्न स्थानों पर बनाये गये क्वारेटाइन सेंटर का निरीक्षण रविवार को एडीएम ओम प्रकाश ने किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने माखर स्थित पंचायत सरकार भवन, आदर्श मध्य विद्यालय रुनीपुर मे 150 बेड, विश्वकर्मा इंटर विद्यालय में 100 बेड,ब्लेस इंटरनेशनल स्कूल मे 60 बेड माखर मध्य विधालय परिसर मे 150 बेड,तथा उर्दू प्राथमिक विद्यालय परिसर मे 50 बेड का क्वारेटाइन सेंटर को देखा।
एडीएम ने मौजूद सभी अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विभिन्न प्रदेशों से आने वाले लोगों पर कड़ी नजर रखें। जैसे ही सूचना मिले एंबुलेंस भेज कर वैसे लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में लाकर सुरक्षित करें। सर्दी, खांसी, बुखार जैसे लक्षणों पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है वे समयानुसार अपने कर्तव्य का निर्वहन करेंगे ।
उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी नौशाद आलम सिद्धिकी से क्वारंटाइन सेंटर में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। बीडीओ ने बताया कि संदिग्ध या दुसरे प्रदेश से आने वालो को ग्लास,प्लेट, मास्क, साबुन,ब्रश,पेस्ट,जीभी,बाल्टी ,जग,सेनेटाईजर के अलावे महिलाओ को नेपकीन तथा बच्चे को दुध भी दिया जायेगा।
इस अवसर पर जीविका परियोजना प्रबंधक मृत्युंजय कुमार सिन्हा, प्रखंड नाजीर संजय कुमार, विजय कुमार सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
क्वारंटाइन सेंटर से भागे तो दर्ज होगी प्राथमिकी : डीएम
नवादा : जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा ने आई0टी0आई, नवादा क्वारंटीन सेंटर तथा के0एल0एस0 कॉलेज, नवादामें बने क्वारंटीन सेंटर का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले श्रमिकों, छात्रों एवं अन्य लोगों को संबंधित प्रखंड के कोरंटीन सेंटर में अनिवार्य रूप से रखा जायेगा। कवारंटीन सेंटर से भागनेवाले के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी।
बाहर से आने वाले बच्चे और बच्चियों को मनोरंजन के लिए टीवी0 की भी यवस्था की गयी है। प्रत्येक क्वारंटीन सेंटर पर सीसीटीवी कैमरा एवं पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था की गयी है। सभी क्वारेंटीन सेंटर पर बिजली, पानी एवं शौचालय की व्यवस्था की गयी है। साथ ही प्रत्येक स्वारंटीन सेंटर पर, मास्क, साफ-सफाई एवं सेनेटाइजिंग के लिए उपयुक्त व्यवस्था की गयी है।
उन्होंने कहा कि भविष्य में भारी तादाद में प्रवासियों के जत्था आने की संभावना है।आई0टी0आई सेंटर में सभी आने वाले लोगों का ऑन द स्पॉट निबंधन तथा हेल्थ स्क्रिनिंग किया जा रहा है तथा रजिस्ट्रेशन के समय क्वारंटीन व्यक्तियों को चिन्हित करने के लिए उनके हाथ पर मुहर भी लगाया जा रहा है। प्रत्येक प्रखंड के क्वारंटीन केन्द्र पर आने वाले लोगों का मेडिकल स्क्रिनिंग हो रहा है तथा कोरोना वायरस के किसी भी लक्षण पाये जानेवाले लोगों को अलग से आइसोलेशन में रखा जायेगा।
कोरोना वायरस के लक्षण वाले लोगों का त्वरित रूप से सैंपल लेकर जांच हेतु भेजा जायेगा तथा पॉजेटिव पाये जाने पर उन्हें कोविड-19 के लिए निर्धारित आइसोलेशन वार्ड में भेजा जायेगा। पुलिस अधीक्षक को सभी क्वारंटीन सेंटर एवं आइसोलेशन सेंटर में 24 घंटे सुरक्षा की व्यवस्था के लिए निर्देश दिया गया। इन केन्द्रों पर किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश पूर्णतः वर्जित रहेगा। नवादा जिले में कोविड-19 से संबंधित 04 पॉजिटिव केस पाये गए थे जिसमें से03 का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया तथा एक पॉजिटिव व्यक्ति को गया मेडिकल में भेजा गया। वर्तमान में नवादा जिला में एक भी मामले पॉजिटिव नहीं है।
इस अवसर पर जिला पंचायती राज पदाधिकरी संतोष झा, अनुमंडल पदाधिकारी नवादा सदर उमेश कुमार भारती, डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी नवादा सदर तथा अन्य पदाधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
छत से गिरा युवक, मौत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के विशनपुर गांव में छत से गिरकर युवक की मौत हो गयी । पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा है। बताया जाता है कि उमेश प्रसाद करकट से बनी छत की सफाई कर रहा था। अचानक पैर फिसलने के कारण वह नीचे आ गिरा जिससे बेहोश हो गया।
स्थानीय लोगों के सहयोग से इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने नवादा सदर अस्पताल स्थानांतरित कर दिया । वहां पहुंचते ही चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया ।
पुलिस अधिकारियों ने गरीबों के बीच उपलब्ध कराया खाद्यान्न सामग्री
नवादा : जिले के पुलिस पदाधिकारियों में भी गरीबों की सेवा करने का जज़्बा है । दिन रात सेवा के बाद भी अपने वेतन से गरीबों की मदद करने करना अपने आप में सुखद अहसास कराता है। इसी कङी को आगे बढ़ाते हुए अकबरपुर थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार वर्मा, अनि राजनन्दन पासवान, राजू कुमार, सअनि शैलेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र चौबे ने पांति पंचायत की बङका खैरा मुहल्ला हथियाडीह के 60 गरीब अनुसूचित जाति के परिजनों के बीच 5 किलोग्राम चावल,आलू एक किलोग्राम, दाल 250 ग्राम, तेल 250 ग्राम के साथ एक साबुन व मास्क के साथ एक किलोग्राम प्याज का वितरण किया ।
उनके इस कार्य की चर्चा जोरों पर है ।
नन्हें रोजेदार ने रखा रोजा
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड क्षेत्र मे लाॅकडाउन की वजह से रमजान लोग बहुत ही सादगी से मना रहे है। नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न गांवों में मुस्लिम धर्मालम्बी वाले लोग बेहद सादगी व कम सुविधाओं को रहने के बाद भी रमजान में रोजे रख रहे है। इस दौरान रोजे रखने मे बच्चे भी पीछे नहीं हट रहे है ।
इसी कड़ी में बड़ो बच्चों के साथ रविवार को कई छोटे बच्चे भी रोजा करते देखे गये। मसौढा़ निवासी सिंगर मुस्ताक अली के 7 वर्षीय भांजे अहमद उर्फ रौशन ने भी रोजा रखा है । नन्हें रोजेदार अहमद ने बताया कि उनके घर के सभी लोग रोजा रखे हुए है। इसलिए वह भी रोजा रख लिया। मैं पिछले दो साल से रोजा रख रहा हूं। यों कहा जाय कि यह बच्चा पांच वर्ष के उम्र से रोजा रखना शुरू कर दिया।
बच्चे के मामा मुस्ताक ने बताया कभी
भी बच्चे पर दबाब नहीं दिया है,वह खुद ही अपने मनसे रोजा रखते आ रहा है,वह सबरे उठ जाता है,सहरी के वक्त पर सहरी करता है,फिर सीधे शाम को इफ्तार के वक्त खाना खाता है। वह प्रेम से कहता है कि नमाज पढ़ने वक्त खुदा से दुआ मांगते है कि ऐ खुदा मेरे मुल्क को सुरक्षित रखो,सभी जगह अमन,शांंति का पैगाम बना रह
डीएम के हस्तक्षेप के बाद बेहोश राजेंद्र को ले जाया गया अस्पताल
नवादा : जिलाधिकारी यशपाल मीणा के आदेश पर भूख से बेहोश होकर जिदगी-मौत से जूझ रहे राजेंद्र मिस्त्री को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। बजरंग दल की हिसुआ इकाई के प्रयासों से यह संभव हुआ।
बताया जाता है कि नगर के खनखनापुर मोहल्ला निवासी राजेंद्र मिस्त्री नगर पंचायत के नाला पर में बेहोशी की अवस्था में पड़े थे। सूचना बजरंग दल हिसुआ इकाई के संयोजक मनीष राठौर को मिली। सूचना मिलते ही वे अपने सहयोगी संदीप सिंह सोलंकी के साथ वहां पहुंचे और बेहोश पड़े राजेंद्र के बारे में सूचना तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. मृत्युंजय कुमार को दी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग एवं बीडीओ द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया। तब मनीष ने जिलाधिकारी को सूचना दी।
प्रवासी मजदूरों ने कहा आधी रोटी खाएंगे, पर कमाने परदेस नहीं जाएंगे
जिलाधिकारी के निर्देश के बाद एंबुलेंस मुहैया कराया गया। मनीष ने उन्हें एंबुलेंस में लादकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल नवादा भेज दिया गया। इस संदर्भ में अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि जिस समय फोन आया एम्बुलेंस प्रसव मरीज को लेकर बुधौल गांव गया हुआ था। एंबुलेंस लौटते ही नाला पर भेजकर बेहोश राजेंद्र को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। फिर उसी एंबुलेंस से नवादा सदर अस्पताल भेजा गया।
बेटे व बहू ने निकाल दिया था घर से
राजेन्द्र मिस्त्री को एक पुत्र है। नगर पंचायत के खनखनापुर मोहल्ला में दो मंजिला मकान में बेटे -बहू रहते हैं। पत्नी की मृत्यु के बाद बेटा एवं बहू ने राजेंद्र को घर से निकाल दिया था। तब से वह कचरा चुनकर एवं भीख मांगकर अपना जीवन बीता रहे थे। लॉकडाउन के कारण भोजन नहीं मिल पा रहा था।
पहुंचे समाज के प्रतिनिधि
राजेंद्र के अस्पताल पहुंचने के बाद बढ़ई विश्वकर्मा समाज के अध्यक्ष गणेश शर्मा पहुंचे। उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली। बेटे-बहू को समझाकर वृद्ध को घर तक पहुंचाने की बात कही। लेकिन, बड़ा सवाल बना है कि घर से निकाले जाने के बाद समाज के लोग आखिर कर क्या रहे थे?
कोरोना ने स्वत: आगे बढ़ाया स्वच्छता का कारवां
नवादा : वैश्विक महामारी कोरोना ने देश-दुनियां को काफी नुकसान पहुंचाया है। खासकर अर्थ व्यवस्था को काफी चोट पहुंची है। आने वाले दिनों में इसका प्रभाव और ज्यादा देखने को मिलेगा। इन समस्याओं के बीच एक फायदा हमें अवश्य पहुंचा है। वह है स्वच्छता के प्रति जागरूकता का। वैसे तो देश के प्रधानमंत्री पांच वर्ष पूर्व ही देशवासियों को स्वच्छता को अपनाने का संदेश दे चुके थे। उनकी मुहिम हर घर शौचालय की थी तो सूबे के सीएम का अभियान हर घर नल का जल। लेकिन कोरोना ने पीएम के कारवां को काफी आगे बढ़ाया है। आलम ये कि शहर हो या गांव, टोला हो या मोहल्ला, गली हो या नाली हर वैसे स्थानों को स्वच्छ करने की मुहिम से चल पड़ी है, जिससे कोविड-19 का खतरा थोड़ा भी हो।
शहर से लेकर गांव तक स्वच्छता का कारवां
जब से कोरोना महामारी से बचाव के लिए स्वच्छता को अपनाने पर बल दिया जाने लगा है, लोग जागरूक व सतर्क हो गए है।शासन-प्रशासन पर नली-गली को साफ करने के लिए अधिकारी से लेकर जन प्रतिनिधियों तक पर दबाव बढ़ा है। जहां सरकारी साधन-संसाधन कम पड़ जा रहे हैं, लोग खुद ही आगे आ रहे हैं। गोविन्दपुर मुखिया अफरोजा खातुन ने तो पूरे पंचायत को ही लगातार सेनिटाइज कर रहे हैं । इसके लिए नवादा पहुंचे एनडीआरएफ टीम तक का सहयोग लिया गया।
वारिसलीगंज के माफी गांव के समाज सेवी निरंजन सिंह की देख-रेख में गुलशन कुमार सहित कई युवा खुद ही गांव व घरों को सैनिटाइज करने का बीड़ा उठा रखे हैं। कोराना संक्रमण का खात्मा होने तक इस अभियान को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। रोह के समढ़ीगढ़ पंचायत की समाजसेवी अजय कुशवाहा लगातार गांवों में जाकर साबुन व मास्क का वितरण करते दिखते हैं।
बैंक अधिकारी की सतर्कता से करोड़ों के फर्जीवाड़े से बचा नवादा का कल्याण विभाग
नारदीगंज प्रखंड के नंदपुर गांव के पंकज सिंह एक हजार लोगों तक साबुन, सर्फ, मास्क आदि पहुंचा चुके हैं। सदर प्रखंड के बेरमी गांव के छात्र विवेक मेहता अपने दोस्तों के साथ गांव को सैनिटाइज करते दिख रहे हैं। ये तो चंद उदाहरण हैं, ऐसे सैकड़ों युवक हैं जो इन दिनों कोविड-19 के योद्धा के रूप में स्वच्छता का संदेश गली-मोहल्ले तक पहुंचाते दिख रहे हैं।
आम लोग भी हुए जागरूक
सिर्फ बुद्धिजीवि वर्ग ही नहीं अपितु आम लोग भी इन दिनों काफी सतर्क दिख रहे हैं। गांवों में भी लोग मास्क की जगह गमछा को अपना कोरोना के खिलाफ अस्त्र बना रखे हैं। महिलाएं दुपट्टा के सहारे अपना बचाव करती दिखती हैं। दिहाड़ी वाले मजदूर हों या फिर सब्जी बेचने वाले फुटपाथी दुकानदार मास्क से लेकर सैनिटाइजर व हैंडवाश का इस्तेमाल करने लगे हैं। सिविल कोर्ट नवादा के अधिवक्ता अमिताभ रंजन कहते हैं कि स्वच्छता से कई रोगों से मुक्ति मिलती है। आज अगर देश कोविड-19 से मुस्तैदी से लड़ रहा है तो इसके पीछे पीएम मोदी के स्वच्छता का संदेश और पांच साल पहले शुरू किए गए उनके अभियान को तेजी से गति मिली है ।
क्वारंटाइन सेंटर लाए जाने पर अन्न-जल त्यागा
नवादा : जिले के वारिसलीगंज एसएन सिन्हा महाविद्यालय में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में दूसरे राज्य से लौटे तीन युवाओं को लाया गया। सौर पंचायत की चंडीपुर का एक युवक घर जाने की जिद पूरा नहीं होने के बाद भूख हड़ताल पर बैठ गया है। चंडीपुर निवासी संजीत सिंह और बिचली दरियापुर निवासी प्रीत प्रसाद दोनों दोस्त 20 तारीख को दिल्ली से साइकिल से घर के लिए रवाना हुए थे। जो 10 दिनों के बाद 30 अप्रैल को अपने घर पहुंचे।
गांव के लोगों ने इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी। उसके बाद दोनों युवक को प्रशासन द्वारा लाकर क्वारंटाइन सेंटर लाया गया। जहां संजीत सिंह घर जाने की जिद पर अड़ा हुआ है। जिद पूरा नहीं होने के बाद पिछले 24 घंटा से वार्ड में कुछ भी खाना खाने को तैयार नहीं है। जबकि उसके साथ आया दूसरा युवक निर्धारित समय बीताकर घर जाने को तैयार है। अधिकारियों के समझाने का असर उसपर नहीं हो रहा है। अंचल अधिकारी, बीडीओ ,अपर थाना अध्यक्ष ने बताया कि युवक को हर प्रकार से समझाया गया लेकिन घर जाने की बात पर अड़ा है।
पानीपत से लौटे छह मजदूरों को किया गया क्वारंटाइन:- पकरीबरावां प्रखंड मुख्यालय अवस्थित इंटर विद्यालय परिसर में बनाए गए क्वांरटाइन सेंटर में पानीपत से आए छह मजदूरों को रखा गया। इनमें एरूरी गांव के रविद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, जितेंद्र कुमार, एरूरी टोला सेनार के लालू यादव, कुंदन कुमार एवं राकेश कुमार शामिल हैं। प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार ने बताया कि सभी लोगों को सेंटर में सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
कालाबाजारी में ले जाये जा रहे खाद्यान्न को ग्रामीणों ने रोका
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के रजौली पश्चिमी पंचायत की कैरीखाप के ग्रामीणों ने कालाबाजारी के लिए ले जाये जा रहे पीडीएस के खाद्यान्न पर रोक लगा दी । सूचना अनुमंडल के वरीय अधिकारियों को दी है। ग्रामीणों के अनुसार पीडीएस बिक्रेता गीता देवी के पुत्र चन्दन कुमार द्वारा पिकअप वाहन नम्बर बी आर 21 बी 4533 से पीडीएस का चावल वितरण करने के बजाय रजौली बिक्री के लिए ले जाया जा रहा था।
ग्रामीणों की नजर पङते ही वाहन को रोक सभी खाद्यान्न को उनके घर में उतरवा वितरण की मांग आरंभ कर दी। ग्रामीणों ने सूचना रजौली एसडीएम चन्द्रशेखर आजाद समेत अन्य पदाधिकारियों को दे खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित कराने की मांग की है । बता दें प्रशासन की लाख सक्रियता के बावजूद जिले में पीडीएस बिक्रेता खाद्यान्नों की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे हैं ।