29 मई : नवादा की मुख्य ख़बरें

0
swatva samachar

प्रवासी मजदूरों को काम मिले न मिले, योजना में लूट का कार्य जारी

  • बगैर योजना स्वीकृति के कराया जा रहा कार्य

नवादा : कोरोना संक्रमण को ले जिले में प्रवासियों के आने का सिलसिला लगातार जारी है । जाहिर काम के अभाव में वे दूसरे राज्यों के लिये पलायन किया था,लेकिन अब जब उन्हें वहां भी रोजगार नहीं मिल रहा है तो वापस लौटने के सिवाय उनके पास कोई चारा भी नहीं है ।अब जब वापस लौट रहे हैं तो उन्हें काम चाहिए।

सरकार ने वैसे लोगों को चिन्हित कर मनरेगा के तहत जाॅब कार्ड बनाकर रोजगार देने का आदेश निर्गत किया है । क्वारंटाइन सेंटर पर काम के इच्छुक मजदूरों का जाॅब कार्ड बनाने का कार्य जारी किया गया है ताकि उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा सका।

swatva

इससे इतर जिले के मुखियाओं ने मनरेगा में लूट की योजना पर अभी से ही कार्य आरंभ कर दिया है । बगैर योजना की स्वीकृति के ही जगह-जगह तालाबों की जेसीबी मशीन से खुदाई आरंभ कर दी गयी है । खासकर जंगलों व पहाड़ी क्षेत्रों में इस प्रकार के कार्य अधिक कराये जा रहे हैं ।

रजौली प्रखंड क्षेत्र के सिरोडाबर पंचायत इसका ज्वलंत उदाहरण है । वहां के मुखिया ने पंचायत क्षेत्र के न्यू भौरी गांव जो जंगलों व पहाड़ी क्षेत्रों से भरा है जेसीबी मशीन से तीन तालाबों की खुदाई करायी है। इसके लिए न तो लघु सिंचाई विभाग और न ही मनरेगा से कोई योजना है। बावजूद उन्होंने ऐसा कर अपनी नीति व नियत का परिचय दिया है । जाहिर है ऐसा कोई अपनी जेब से तो नहीं करेगा? आज नहीं तो कल किसी न किसी योजना के तहत कार्य दिखाकर राशि की बंदरबाट की जाएगी । वैसे रजौली के लिए इस प्रकार की कोई नयी घटना नहीं है ।

हाल ही में इसी प्रकार की घटना सामने आने के बाद मनरेगा परियोजना पदाधिकारी द्वारा थाने में अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है । इस बावत ग्रामीण सतीश यादव, अरविंद यादव व गौतम कुमार उर्फ साधु यादव ने समाहर्ता को आवेदन देकर मामले की जांच कर ऐसा करने वाले पर कार्रवाई की मांग की है ।

कहते हैं अधिकारी :

अभी मनरेगा से किसी योजना की स्वीकृति नहीं दी गयी है । कार्य आरंभ किये जाने के पूर्व स्थल की जांच के बाद ही काम आरंभ कराने के आदेश निर्गत किये गये हैं , प्रेम सागर मिश्रा, बीडीओ,रजौली, नवाद

बच्चे के असली माता की गुत्थी को थानाध्यक्ष ने सुलझाया

  • न्यायालय में होगा 164 का बयान

नवादा : आखिरकार हिसुआ थानाध्यक्ष राजकुमार ने काफी मशक्कत के बाद बच्चे का असली माता का पता लगा ही लिया। मुख्य न्यायायिक दण्डाधिकारी के समक्ष बयान के बाद कोर्ट के आदेश पर बच्चे को उसके असली माता को सौंप दिया जायेगा ।

हार्डकोर नक्सली कपिल मांझी को एसएसबी ने दबोचा

बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के लटावर निवासी  सकल राजबंशी की पुत्री संजु देवी का दुधमुॅहा बच्चा सोनु का  29 अप्रैल 2018 को लटावर गाॅव से किसी ने चुरा लिया था । बच्चा चोरी होने की प्राथमिकी बच्चा के मामा मिठु राजबंशी के बयान पर अज्ञात के विरुद्ध थाने में दर्ज कराया था । अचानक मंगलवार को संजु के पति राजेश को जानकारी मिली कि उसका बच्चा हिसुआ नगर पंचायत के वार्ड -5 के नाला पर मुहल्ला के रंजय मांझी के घर है। पूर्व में वह लटावर गाॅव के कारू राजबंशी की पहली पत्नी थी जो बाद में दूसरी शादी कर ली थी ।

जानकारी मिलते ही  संजु पति–पत्नी अपने मैके के परिवार एवं स्वजनों के साथ नगर पंचायत हिसुआ आकर पूजा से बच्चा छीन लटावर चली गयी । बच्चा छीने जाने पर पूजा थाना में आवेदन दे हंगामा खड़ा कर दिया । तत्काल थानाध्यक्ष ने पुलिस भेज बच्चा सहित संजु और उसके पति राजेश राजबंशी  को साथ में थाना लेकर पहुंचा ।

पूजा द्वारा नवादा के डा सावित्री शर्मा के यहाॅ बच्चा पैदा होने की जिद्द पर अड़े रहने पर , विवश पुलिस वुधवार को उनके क्लिनिक जाकर 2017-19 तक का रेकर्ड खंगाला लेकिन बच्चा होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला । साक्ष्य नहीं मिलने पर थानाध्यक्ष को शक हो गया । उन्होंने रात्री में महिला पुलिस के समक्ष कड़ाई से पूछताछ किया तो पूजा टुट गयी और दो वर्ष पूर्व एक लाख चालिस हजार में बच्चा खरीदने की बात बतायी । उसने बतायी वह बच्चा लटावर गाॅव के ओंकार सिंह से खरीदा है ।

पूजा की निशानदेही पर पुलिस ने ओंकार सिंह को बुलाकर पूछताछ आरंभ की है । थानाध्यक्ष राजकुमार ने बताया कि न्यायालय में बयान कलमबंद कराये जाने के बाद बच्चे को उसकी असली मां को सौंपा जाएगा ।

लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, श्राद्ध कर्म में हुआ डांस प्रोग्राम का आयोजन

नवादा : जिले के रोह थाना क्षेत्र के सम्हड़ीगढ पंचायत की जलालपुर गांव में सरकार के निर्देश के खिलाफ श्राद्ध कार्य में डांस प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ऐसे आयोजन की जानकारी से अनभिज्ञता जता रहा है।

बताया जा रहा है गाँव में किसी के यहाँ श्राद्ध कार्यक्रम था। मौके पर इस डांस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन बीती रात सम्हड़ीगढ वार्ड में किया गया था। इस कार्यक्रम का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। हालांकि इस वीडियो की पुष्टि इस खबर के संवाददाता नहीं करता। गौरतलब है की लॉक डाउन में फिल्म शूटिंग, शादी और पार्टी पर सरकार का सख्त निर्देश है कि जो भी लॉक डाउन का उल्लंघन करेंगे उनपर कार्रवाई की जाएगी।

सरकार एक ओर लोगों को घरों में रहने की नसीहत दे रही है, लेकिन दूसरी ओर आर्केस्ट्रा नचाने और नाचने वाले लोग इन सब बातों से अनभिज्ञ नजर आ रहे है। पुलिस प्रशासन को इस कार्यक्रम की जरा सा भी भनक नहीं लगी। इस बावत थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने बताया कि उन्हें ऐसे किसी कार्यक्रम की जानकारी नहीं है । वायरल वीडियो के सत्यता की जांच आरंभ की गयी है । सत्य पाये जाने के बाद कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी ।

प्राकलन के तहत नही किया जा रहा तालाब का निर्माण

  • किनारा को ऊंचा करवा कर रुपये का हो रहा बंदरबाट

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड के उपरडीह पंचायत की शाहपुर, केंदुआ व उपरडीह गांव में जल जीवन हरियाली योजना के तहत तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी खुदाई में प्राक्कलन का उलंघन कर वगैर बोर्ड लगाए ही खुदाई आरम्भ कर दिया है । तालाब की गहराई तीन मीटर होना है।लेकिन संवेदक मात्र चार से पांच फीट ही खुदाई कर छोड़ दिया।

शाहपुर ग्रामीण राजो प्रसाद, जितेंद्र यादव, सुरेश सिंह, नरेश माँझी राजो पंडित ने बताया कि संवेदक के द्वारा मनमानी किया जा रहा है।जल जीवन हरियाली योजना से निर्माण हो रहे पंचायत के तीनों योजना की गहन जांच कराने की मांग जिलाधिकारी से किया है। ताकि प्राक्कलन के अनुसार योजना सम्प्पन कराया जा सके। ग्रामीणों की मानें तो मात्र एक फिट की नाली वर्षा की पानी निकासी के लिए बनाया है। जिससे संभवतः किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंच पायेगा।

लॉकडाउन में मजदूरों को नहीं मिल रहा काम, परेशानी बढ़ी

नवादा : कोरोना महामारी को लेकर दो माह से लगातार लॉकडाउन चल रहा है। लॉकडाउन के कारण दो माह से छोटे-बड़े उद्योग धंधे बंद हैं। सरकार की ओर से निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश जारी किया गया है। इसके बाद जिले से लेकर प्रखंड स्तर तक निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। लोग अपने निजी भवन आदि निर्माण कार्य में जुट गए हैं। लेकिन मजदूरों को काम नहीं पा रहा है। लोगों द्वारा अपनी पहचान व स्थानीय मजदूरों को काम पर रखा जा रहा है। संक्रमण के भय से बाहर के मजदूरों को काम पर नहीं रख रहे हैं। इसके कारण मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। और शहर व ग्रामीण इलाके के मजदूर काम की तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं।

शुक्रवार की सुबह 8 बज रहे थे। शहर के हृदयस्थली प्रजातंत्र चौक के पास मजदूरों का जमावड़ा लगा था। साथ ही चौक के समीप रैन बसेरा व सड़क के इर्द-गिर्द काफी संख्या में काम की तलाश में मजदूर खड़े थे।

इसी बीच मजदूरों से मिलकर बातचीत की। मजदूरों ने बताया कि दो माह से लॉकडाउन चल रहा है। कामकाज ठप पड़ा है। हमसभी मजदूर दैनिक मजदूरी कर 300 रुपये प्रतिदिन कमाई करते थे। और अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। लेकिन दो माह से कामकाज ठप रहने से आर्थिक स्थिति दयनीय हो चुकी है। एक सप्ताह से लगातार काम की तलाश में सुबह घर से बाहर निकल रहे हैं। काम नहीं मिलने पर वापस लौटकर आना पड़ रहा है। परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। लोग बाहर के मजदूरों को काम पर नहीं रखना चाहते हैं। और स्थानीय मजदूरों से काम करा रहे हैं। गरीब मजदूरों को देखने वाला कोई नहीं है। सरकार की ओर से मजदूरों की समस्या को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए।

अनाज मुहैया कराने के नाम पर सिर्फ की गई खानापूर्ति

मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान राशन कार्ड पर चावल व गेहूं मुहैया कराया गया है। सरकार की ओर से अनाज देने के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई है। दो माह से लॉकडाउन चल रहा है। कामकाज ठप पड़ा है। रोज की कमाई बंद हो गई है। लॉकडाउन में जमा पैसा भी समाप्त हो चुका है। चावल व गेहूं के अलावा अन्य सामग्री खरीदने के लिए पैसा नहीं है। दुकानदार कोई भी सामग्री उधार नहीं दे रहा है। रूपये के अभाव में परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। सरकार की ओर से सिर्फ अमीरों पर ध्यान दिया जा रहा है। गरीबों को देखने वाला कोई नहीं है।

कहते हैं मजदूर

शहर के हरिश्चंद्र स्टेडियम रोड मोहल्ला के अखिलेश प्रसाद, भदौनी के कुंज बिहारी चौहान, ननौरा के बाल्मिकी प्रसाद, शंभू कुमार आदि ने बताया कि लॉकडाउन में दो माह से कामकाज ठप है। प्रतिदिन की कमाई बंद हो गई है। पहले का जमा पैसा समाप्त हो गया है। परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो गया है। ऐसे सरकार की ओर से राशन कार्ड पर चावल व गेहूं मुहैया कराया गया है। लेकिन अन्य सामग्री खरीदने के लिए पैसा नहीं है। दुकानदार कोई भी सामग्री उधार नहीं दे रहे हैं।

एक सप्ताह से काम के लिए सुबह 6 बजे उठकर घर से निकलते हैं। लेकिन काम नहीं मिलने के कारण वापस लौटकर आना पड़ रहा है। संक्रमण के भय से लोग बाहर के मजदूरों से काम पर नहीं करा रहे हैं। अपनी पहचान व स्थानीय मजदूरों से निर्माण कार्य करा रहे हैं। इसके कारण परिवार का भरण-पोषण में काफी परेशानी हो रही है। गरीब मजदूरों पर कोई ध्यान देने वाला नहीं है। सरकार की ओर से मजदूरों की समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

एक पुलिसकर्मी समेत दस लोगों ने जीती कोरोना की जंग

नवादा : कोरोना संक्रमितों में इजाफे की खबर के बीच स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या भी दिनोंदिन बढ़ रही है। जो जिलेवासियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। एक पुलिसकर्मी समेत दस लोगों ने कोरोना से जंग जीत ली और स्वस्थ होकर अपने-अपने घर लौट गए। कुंती नगर स्थित आइसोलेशन वार्ड से उन्हें कोरोना वॉरियर का प्रमाणपत्र देकर विदा किया गया। स्वस्थ हुए लोगों को होम क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। इस प्रकार जिले में अब तक 36 लोग स्वस्थ हुए हैं। फिलहाल जिले में एक्टिव केस की संख्या 46 है।

डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने बताया कि पुलिसकर्मी दिवाकर ठाकुर समेत सिरदला के धर्मेंद्र प्रसाद, नवादा सदर के गौरी शंकर यादव, विजय यादव, रजौली के बिदु यादव, सिरदला प्रखंड के द्वारिका चौधरी, दिलीप चौधरी, विनय कुमार, संतोष कुमार और मिथिलेश कुमार कोरोना से स्वस्थ हुए हैं। जिले में कोरोना से स्वस्थ होने वालों का सिलसिला लगातार जारी है।

कोरोना वॉरियर बने तो मिली खुशी

कोरोना से स्वस्थ होने वाले लोगों के चेहरे पर काफी खुशी देखी गई। आइसोलेशन वार्ड में कोरोना वॉरियर का प्रमाणपत्र मिलते ही उनके चेहरे खिल उठे और घर लौटने वक्त विक्ट्री चिह्न दिखाकर खुशी का इजहार किया। उन लोगों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रति आभार भी जताया।

पूर्व में 26 लोग हुए थे स्वस्थ

कोरोना से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़ रही है। पूर्व में कोरोना से 26 लोग स्वस्थ हुए थे। शुरूआती दिनों में दो महिला समेत चार लोग स्वस्थ हुए थे। इसके बाद 23 मई को नौ, 24 मई को सात, 25 मई को चार और 26 मई को दो लोग स्वस्थ हुए थे।

पांचों पुलिसकर्मी हुए स्वस्थ

जिले के पांच पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आए थे। अब उन पांचों ने कोरोना को हरा दिया है और कोरोना वारियर बनकर निकले हैं।  बता दें कि एक महिला पुलिसकर्मी, सीएस सुरक्षा गार्ड समेत पांच स्वास्थ्य कर्मी स्वस्थ्य हो चुके हैं ।

मुंबई में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती युवक की हुई मौत

नवादा : जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के धमौल निवासी बाबूलाल पंडित के पुत्र महेंद्र कुमार(30 वर्ष) की मौत मुंबई में आइसोलेशन वार्ड में हो गई। अलसुबह उसकी मौत होने की सूचना स्वजनों को मिली। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

मौत की खबर आते ही गांव में मातम पसर गया है। स्वजनों के अनुसार, महेंद्र मुंबई में टेक्सटाइल कंपनी में पिछले 6-7 वर्षों से काम कर रहा था। वहां शिवाजी क्षत्रपति टर्मिनल इलाके में रहता था। होली में छुट्टी लेकर घर आया था और उसके बाद मुंबई वापस लौट गया।

29 दिन पहले कोरोना संक्रमित होने पर उसे वहां आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। उनके वृद्ध माता-पिता को क्या पता था कि होली में पुत्र से आखिरी मुलाकात है। मौत के बाद भी माता-पिता, पत्नी एवं उसके बच्चे को उसका अंतिम दर्शन भी नहीं हो सका। ग्रामीणों ने बताया कि महेंद्र की कमाई से ही परिवार का भरण-पोषण हो रहा था।

पीएनबी बैंक ने आमजनों के लिए उपलब्ध कराया पेयजल सुविधा

नवादा : जिले भर में छह दिनों से लगातार गर्मी में बढ़ोतरी हो रही है। सुबह के दस बजते ही कड़ाके की धूप व गर्म हवा चलना शुरू हो जाता है।  गर्मी के कारण लोग घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सिर्फ आवश्यक काम से लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। ऐसे तो लॉकडाउन के कारण दो माह से बाजार की दुकानें बंद पड़ी है। सरकार की ओर से केवल रोजमर्रा सामग्री की दुकानों को निर्धारित समय से खोलने का निर्देश दिया गया है। इसके पहले लोग लॉकडाउन के कारण घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। इसी बीच गर्मी में अचानक बढ़ोतरी होने से लोग परेशान हैं।

बैंक व अन्य काम से घर से बाहर निकलने वाले लोग गर्मी से परेशान दिख रहे हैं। बाजार में पेयजल के लिए चापाकल आदि की व्यवस्था नहीं है। दुकान बंद रहने के कारण लोगों को पानी का बोतल मिलना भी मुश्किल हो गया है। घर से बाहर निकलने वाले लोगों को पेयजल के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा था। पेयजल को लेकर लोग काफी परेशान दिख रहे थे। आमजनों की परेशानी को देखते हुए पंजाब नेशलन बैंक नवादा की ओर से समाहरणालय के समीप ठंडा पेयजल की व्यवस्था की गई है ।

ठंडा पेयजल का दो डिब्बा लगाया गया। बैंक आने वाले ग्राहक, राहगीर आदि को पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। बैंक की ओर से पेयजल की व्यवस्था किए जाने के बाद आमलोगों को काफी सहूलियत हो रही है। बैंक प्रबंधन की ओर से आमजनों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एक कर्मी को लगाया गया है। और सड़कों से गुजरने वाले लोग पेयजल सुविधा का लाभ उठा रहे हैं।

संक्रमण की अनदेखी कर पुराने ढर्रे पर लौटी शहर की जिदगानी

नवादा : लॉकडाउन के चौथे चरण के अंतिम में कई दुकानों को खोलने की अनुमति मिली तो शहर की जिदगानी धीरे-धीरे पुराने ढर्रे में आती दिख रही है। बाजार में लोगों की भीड़ दिखने लगी है। लेकिन, संक्रमण के खतरों की अनदेखी कर। सबकुछ जानते हुए भी शासन-प्रशासन के निर्देशों को लोग अमल में नहीं ला रहे हैं। न शारीरिक दूरी का पालन किया जा रहा है और न ही मास्क पहनने की अनिवार्यता पर ध्यान है। कई ई-रिक्शा पर एक साथ चार-चार पैसेंजर भी दिख जा रहे हैं।

प्रशासनिक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाए जाने के बावजूद लोगों की अनदेखी समझ से परे हैं। दुकानों में खरीदारी के दौरान भी शारीरिक दूरी का पालन कराने को लेकर कोई योजना नहीं दिखती। शुरुआती दिनों में दुकान खुलने पर आगे में गोल घेरा बनाया गया था। लेकिन धीरे-धीरे यह व्यवस्था समाप्त हो गई। वह भी तब जबकि संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। कोरोना पॉजिटिव की संख्या में वृद्धि हो रही है।

वैसे फिलहाल हीट स्ट्रोक के अलर्ट के मद्देनजर दोपहर 12 बजे के बाद दुकानों के शटर लटक जा रहे हैं। जिसके चलते बाजार में ग्राहकों की संख्या में कमी आ जाती है। लेकिन, दोपहर 12 बजे से पहले दुकानों में ग्राहकों की भीड़ देखी जा सकती है। लेकिन, लॉकडाउन का सही तरीके से पालन नहीं हो पा रहा है।  जरूरत है खुद को सतर्क होने की। बाजार जाते वक्त मास्क लगाने की और दुकान में खरीदारी के दौरान शारीरिक दूरी का पालन करने की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here