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नवादा बिहार अपडेट

29 मार्च : नवादा की मुख्य ख़बरें

पंचायत स्तरीय राहत शिविर में खोला गया भोजनालय

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखण्ड के उपरडीह पंचायत के मध्य विद्यालय केंदुआ में गरीबो असहाय लोगो के लिए भोजनालय केंद्र खोला गया। यह केंद्र जिलाधिकारी से प्राप्त निर्देश के आलोक में मुखिया मंजू देवी के नेतृत्व में खोला गया। पहले ही दिन पंचायत क्षेत्र के 62 लोगो ने भोजन कर बीडीओ द्वारा सौंपे गए रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनाया। पंचम वित्त की राशि से यह योजना मुखिया और पंचायत सचिव के संयुक्त देखरेख में आरम्भ किया गया। बीडीओ ने बताया कि प्रखण्ड सभी पन्द्रह पंचायतों में राहत शिविर में भोजनालय का निर्देश जारी किया गया है।

रविवार को उपरडीह पंचायत के केंदुआ, सिरदला पंचायत स्थित सामुदायिक भवन, लौंद, मिडिल स्कूल, राजन के बैजनाथपुर मिडिल स्कूल, धीरौध के शेरपुर मिडिल स्कूल और खटांगी के पड़रिया मिडिल स्कूल,चौवे पंचायत की मिडिल स्कूल चौबे,अब्दुल पंचायत के मिडिल स्कूल रूपाय में शिविर के माध्यम से भोजनालय संचालित होते हुए देखा गया।
केंदुआ में मुखिया प्रतिनिधि विष्णुदेव राम, समाजसेवी बिनोद कुमार, रंजीत राजवंशी, मुकेश कुमार साव,सुबोध राजवंशी, संजय कुमार अतुल कुमार के साथ तीन विद्यालयों के करीब ग्यारह रसोइयों को विद्यालय प्रधानाध्यापक गुलाब चंद दास भोजनालय संचालन में सहयोग कर रहे हैं।

लॉकडाउन फेल करने की साजिश? तस्वीरों को देख दहल जाएंगे आप

नवादा : भारत में कोरोना लोगों को तेजी से अपने जद में लेने लगा है।अबतक कोरोना वायरस से 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1000 से ज्यादा लोग कोराना से संक्रमित हैं।
बिहार में भी कोरोना लगातार तेजी से पैर पसारता जा रहा है। बिहार में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई है जबकि 11 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। पूरे देश को कोरोना को लेकर 21 दिनों तक के लिए लॉकडाउन किया गया है, लेकिन बिहार में लॉकडाउन का क्या आलम है आप इन तस्वीरों में साफ देख सकते हैं।

लॉकडाउन की उड़ रही हैं धज्जियां :

नवादा के रजौली चेक पोस्ट पर अन्य राज्यों से आए लोग लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा रहे हैं। रजौली चेक पोस्ट पर भारी संख्या में लोग पहुंचकर बिहार में प्रवेश कर रहे हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में बंगाल, यूपी, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड और गुजरात समेत अन्य कई राज्यों से लोग बिहार में प्रवेश कर रहे हैं। हालांकि जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन के द्वारा लगातार चेक पोस्ट पर बाहर से आ रहे लोगों की जांच कराई जा रही है, लेकिन जांच डॉक्टर नहीं बल्कि एनएम कर रही हैं।
ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी बड़ी संख्या में आए लोगों के लिए जांच की कैसी व्यवस्था होगी।

कौन कर रहा इतनी बड़ी साजिश?

जिला प्रशासन भीड़ को रोकने को लेकर बाहर से आने वाले वाहनों पर फाइन भी कर रही है बावजूद रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
बिहार में लॉकडाउन के दौरान इतनी भीड़ कोरोना के जंग में बड़ी रुकावट साबित हो सकती है। इस भीड़ को देखकर स्थानीय प्रशासन भी सकते में है। दूसरे राज्य से लोग ट्रकों, पिकअप , एंबुलेंस में जानवरों की तरह भर भर कर बिहार में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब पूरे देश में लॉकडाउन है तो फिर इतनी संख्या में लोग बिहार पहुंच कैसे रहे हैं। आखिर लॉकडाउन के दौरान इतनी गाड़ियां कैसे बिहार के बॉर्डर तक पहुंच रही हैं?

सब्जी बाजार में दो लावारिस बैग मिलने से हड़कंप

नवादा : नगर के सब्जी बाजार में दो लावारिस बैग मिलने पर हड़कंप मच गया। लोगों में भय व्याप्त हो गया। आसपास के लोगों ने नगर थाना की पुलिस को इसकी सूचना दी। जिसके बाद नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे।
सतर्कता पूर्वक बैग की जांच की गई। बैग को खोलकर देखा गया तो पता चला कि उसमें कपड़े समेत अन्य सामान रखे हुए हैं। जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। पुलिस ने स्थानीय निवासी कौशलेंद्र नारायण सिंह को बैग सुपुर्द कर दिया और कहा कि अगर कोई बैग की तलाश में आए तो उसे उपलब्ध करा दें।
इधर, संभावना जताई जा रही है कि कोई व्यक्ति सामान की खरीदारी करने आया होगा और जल्दबाजी में बैग छूट गया होगा ।

लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर दस बाइक जब्त

नवादा : कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन जारी है। इसके पालन के लिए पुलिस प्रशासन लगातार तत्पर है। नगर के भगत सिंह चौक समेत विभिन्न स्थानों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों की बाइक जब्त कर ली गई। साथ ही बेवजह घूमने वाले लोगों को कड़ी हिदायत दी गई।
नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि कुल दस बाइक को जब्त किया गया। उनसे एक-एक हजार रुपये बतौर जुर्माना वसूले जा रहे हैं। जुर्माना देने के बाद वाहन मुक्त किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की भी अपील की। कहा कि आवश्यक होने पर घर से बाहर निकलें। प्रशासन का सहयोग करें।
इधर, लॉकडाउन को लेकर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें छोड़ अन्य सभी दुकानें बंद रही। सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक ऐसे दुकान खुल रहे हैं। जहां लोग खरीदारी करने पहुंच रहे हैं।

खुद जागरूक होकर प्रशासन का करें सहयोग

जिला प्रशासन की तमाम अपीलों के बावजूद कई लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते दिखे। कई स्थानों पर खरीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंश का पालन नहीं किया जा रहा था तो कई लोग चौक-चौराहों और नुक्कड़ पर बैठकर गपशप करते नजर आए। कई युवा अपनी-अपनी बाइक से शहर में इधर-उधर घूमते भी नजर आए। ऐसे में कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अभी भी लोगों को खुद जागरूक होना होगा। अभिभावक भी अपने-अपने घर के बच्चों को बेवजह घर से बाहर निकलने न दें। जिला प्रशासन का सहयोग करें।

यात्रियों की जांच को लेकर पुलिस का कराया माॅकड्रिल

नवादा : नगर के प्रजातंत्र चौक पर पुलिसकर्मियों ने यात्रियों की जांच व्यवस्था को लेकर मॉकड्रिल किया। इसके जरिए पुलिसकर्मियों को बताया गया कि बाहर से आ रहे वाहनों को रोकने के बाद यात्रियों से कौन-कौन सवाल पूछने हैं। इसके बाद उसकी जांच करानी है। फिर उन्हें गंतव्य के लिए रवाना होने देना है।
मॉकड्रिल की वीडियो भी तैयार कराई गई है। उस वीडियो को जिले के इंट्री प्वाईंट पर बनाए गए चेक प्वाईंट के अधिकारियों व कर्मियों को उपलब्ध कराया जा रहा है।

वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से सदर एसडीएम जख्मी

नवादा : जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। जहां कादिरगंज पथ पर सदर एसडीएम का वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में एसडीएम अनु कुमार मामूली रुप से जख्मी हुए है।
घटना के संबंध में बताया गया है कि जिला पदाधिकारी के साथ सदर एसडीएम अनु कुमार कोरोना को लेकर जिले के कई पीएचसी का निरीक्षण करने गए थे। निरीक्षण के बाद नवादा लौटने के दौरान रोह- कादिरगंज पथ पर उनका वाहन सड़क किनारे गड्ढे में जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना में वे वह जख्मी हो गए।
वहीं उनका गार्ड और ड्राइवर सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि अचानक मवेशी के सामने आ जाने से यह दुर्घटना हुई है।
दुर्घटना में उनका दांया पैर चोटिल हो गया। फिलहाल सदर एसडीएम का रोह पीएचसी में प्राथमिक उपचार कर नवादा भेजा गया है।

खेतों में पककर तैयार गेहूं की नहीं हो पा रही कटनी

नवादा : कोरोना संक्रमण को लेकर तीन सप्ताह के लिए देशव्यापी लॉकडाउन ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी है। खेतों में पककर कटाई के लिए गेहूं की फसल तैयार है, लेकिन कटनी नहीं हो रही है। गांव टोले में मजदूर हैं नहीं और जो हैं भी कोरोना को लेकर इस कदर सहमे हैं कि घर से बाहर निकलने को राजी नहीं हो रहे हैं। सरकार भी खेती-किसानी के लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। ऐसे में गेहूं खेतों में पड़ा है। जिले में करीब 55 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल लगी है। पूर्व में बेमौसम की बारिश के कारण काफी नुकसान हो चुका है। अब कोरोना ने बड़ा संकट ला खड़ा किया है।

हार्वेस्टर है, लेकिन चालक नहीं

गेहूं कटाई का सबसे बड़ा यंत्र हार्वेस्टर भी अब तक किसानों के बथान पर प्लास्टिक व तिरपाल में लिपटा है। कोरोना का खात्मा होने का इंतजार सभी को है।
जानकार बताते हैं कि नवादा जिले में 50-60 हार्वेस्टर है। लेकिन दक्ष चालक नहीं हैं। आमतौर पर यहां पंजाब व हरियाणा से चालक को बुलाया जाता है। वे ही हार्वेस्टर का संचालन करते हैं। एक हार्वेस्टर संचालन के लिए तीन लोगों की जरूरत होती है। फिलवक्त स्थिति यह है कि किसान चाहकर भी हार्वेस्टर से गेहूं कटाई करने की स्थिति में नहीं है।
वारिसलीगंज प्रखंड के कुंभी गांव के अवनिकांत भोला कहते हैं कि गांव में करीब 2200 एकड़ में गेहूं पककर तैयार है। गांव में कुल 7 हार्वेस्टर है, लेकिन चालक नहीं हैं। प्रशासन हार्वेस्टर चालक व कारीगर को लाने की अनुमति दे तो किसान सुरक्षित वाहन से पंजाब जाने को तैयार हैं।

आग लगने का खतरा

आमतौर पर गर्मी के मौसम में अगलगी की घटनाएं होती रहती है। पिछले कुछ वर्षों में जिले के कई प्रखंडों में आग लगने से हजारों एकड़ खेतों में लगी फसल जल गई थी। अगलगी का सबसे बड़ा कारण बिजली तार का आपस में टकराने से उत्पन्न चिगारी होती है। बीच खेतों से गुजरता नीचे की ओर झूलता बिजली तार तेज हवा के बहाव के कारण आपस में टकराता है या फिर टूटकर नीचे गिर जाता है। जिससे उत्पन्न चिगारी तैयार फसलों को लील लेता है।
शनिवार की सुबह से ही पछुआ हवा का बहाव तेज हो गया है। ऐसे में किसान सशंकित हो रहे हैं।

पैदल लौट रहे लोगों को एएसपी खाना खिलाकर घर तक पहुंचाएंगे

नवादा : जिला प्रशासन द्वारा कोरोना को लेकर हुए लॉक डाउन की वजह से पैदल ही घर लौट रहे लोगों के लिए एक बड़ी पहल की है। एसएसपी अभियान ऐसे लोगों को खाना खिलाकर उन्हें उनके घर तक पहुंचाने की मदद में जुटे है।
एएसपी अभियान कुमार आलोक आज शहर के तीन नंबर स्टैंड के पास पैदल ही अपने घर लौट रहे चार लोगों को उनकी मदद की। कुमार आलोक ने उनके लिए पहले खाना-पानी का दिय़ा और फिर घर तक पहुंचाने का इंतजाम किये जाने की बात की।
इस बावत एएसपी अभियान कुमार आलोक ने बताया कि चारों लोग कोडरमा से पैदल चलकर भागलपुर जा रहे थे। सूचना मिलते ही हम ने चारों को तीन नंबर स्टैंड के पास रुकवा कर चारों व्यक्ति को भोजन करवाया है और अब इन्हें छोड़ने की प्रबंध की जा रही है।

उन्होंने बताया कि हमने अधिकारी से बात कर ली है इन चारों व्यक्ति को घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
वहीं भागलपुर के सुनील मंडल ने बताया कि 18 तारीख को हम लोग कोडरमा काम करने गए थे। उसी दौरान 19 तारीख को पता चला कि देश में लॉक डाउन हो गया है। जिसके बाद हम लोग फंसे थे। वाहन नहीं रहने के कारण आज हम लोग ठान लिया था कि पैदल ही घर पहुंचना है लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा मदद पहुंचाई गई है।

प्रशासन व समाजसेवियों ने राहगीरों के बीच बाटा मास्क व सैनिटाइजर

नवादा : लॉक डाउन के दर्द के बीच सदर अस्पताल के पास प्रशासन और समाजसेवियों ने राहगीरों के बीच मास्क और सैनिटाइजर बाट कर लोगों को जागरूक किया ।
दूसरी ओर बहुत सारे लोगों को जरूरतमंद सामान जिनके पास नहीं पहुंच रहे हैं उन सबको मोबाइल नंबर दिया गया कहीं कोई दिक्कत हो तो सीधा इन नम्बरों पर संपर्क करें :
9122999900,7004953388
मौक़े पर एएसपी अभियान आलोक कुमार, समाजसेवी मनीष सिन्हा, मिलन कुमार, कमलेश सैनी,सोनू ,कुंदन, मनी वर्मा, चांद कुरैशी और मेहताब कुरैशी के साथ सारे समाजसेवी मौजूद रहे।

कोरोना के साथ बर्ड फ्लू की संभावना से सहमे लोग

नवादा : कोरोना की आपदा के समय ही जिला में बर्ड फ्लू बीमारी की आशंका दिख रही है. जिला में पिछले दिनों हिसुआ में मरा हुआ कौवा व चमगादर तथा वारिसलीगंज गंज से सूअर व कौवा मरने की खबर मिली थी. इसके बाद शनिवार को नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड 13 में तीन से चार कबूतर मरे हुए पाए गए हैं . कोरोना आपदा की महामारी के समय इस नए खतरे ने और संकट बढ़ा दिया है. वार्ड 13 के निवासी परमानंद सिंह, गुड्डू कुमार, महेंद्र यादव यादी ने बताया कि कदम कुआं के पास मरा हुआ कबूतर गिरने से लोकसभा में हुए हैं। मोहल्ले में कबूतर के मर कर गिरने की घटना को लोग बर्ड फ्लू के खतरे से जोड़कर देख रहे हैं। मोहल्ले वासियों ने कहा कि तीन से चार कबूतर मर कर गिरे हैं। इनमें से कुछ मरे कबूतरों को कुत्ते उठाकर ले भागे हैं।
पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू के बड़े खतरे से किया इनकार

जिला पशुपालन पदाधिकारी तरुण कुमार उपाध्याय ने बताया कि जिला में अभी बर्ड फ्लू का कोई बड़ा खतरा सामने नहीं आया है. हमारे डॉक्टर लगातार सभी प्रखंडों में मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मुर्गी फार्म की जांच में जिला में कहीं भी बड़े संख्या में मुर्गियों के मरने की सूचना नहीं मिल रही है. कुछ स्थानों पर बाहरी पक्षियों के संपर्क में आने से कौवा या कबूतर के मरने की घटना हुई है. इनके सैंपल की जांच की जाएगी. पशुपालन अधिकारी ने कहा कि मुर्गी, अंडा, मछली, मांस आदि खाने में अभी कोई परेशानी नहीं है लोग इसका सेवन कर सकते हैं।
खतरे की चुनौती स्वीकार करेगा स्वास्थ विभाग
कोरोना वायरस के खतरे से प्रभावित होने की आशंका से जुड़े लोगों की स्क्रीनिंग टेस्ट लगातार अस्पतालों में की जा रही है. उक्त बातों की जानकारी देते हुए सदर अस्पताल के डीएस डॉ सुधा शर्मा ने बताया कि सदर अस्पताल में सुबह 8:00 बजे से लेकर 1:00 बजे तक 124 मरीजों की स्क्रीनिंग की गई है. इनमें कोई संदिग्ध नहीं पाया गया है. अस्पताल में आने वाले मरीजों की जांच व इलाज किया जा रहा है. बर्ड फ्लू के खतरे की जानकारी मिलती है, तो इसका भी इलाज किया जाएगा।

खुद की चिंता किए बगैर दिन रात काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मी

नवादा : कोरोना महामारी की वैश्विक समस्या से लड़ने में अभी देवदूत बनकर डॉक्टर व चिकित्सा कर्मी सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभा रहे हैं. 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद से अस्पतालों में सामान्य मरीजों अपेक्षा करो ना के डर से जांच के लिए आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है. सर्दी, खांसी, बुखार आदि की समस्या से पीड़ित लोग अधिकतम संख्या में इलाज के लिए अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. इसके अलावे गायनी व अन्य बीमारियों के रोगी भी अस्पताल मैं जांच के लिए आ रहे हैं. ओपीडी में कार्यरत चिकित्सक ने बताया कि 22 तारीख से अब तक लगभग 850 मरीजों का इलाज किया गया है. इनमें से लगभग 200 मरीजों को भर्ती कराया गया है। कोरोना के संदिग्ध मरीजों की जांच के बाद आवश्यकता के अनुसार उन्हें रेफर भी किया गया है. अधिकतर लोगों को होम आइसोलेशन या क्वॉरेंटाइन में रहने का निर्देश दिया जा रहा है।

साफ-सफाई व बचाव कर रखा जा रहा पूरा ध्यान

कोरोना महामारी का असर अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों व कर्मियों पर नहीं हो इसके लिए लगातार साफ-सफाई व सैनिटाइजेशन का ख्याल रखा जा रहा है. सदर अस्पताल में संचालित होने वाले 7 एंबुलेंस को विशेष रूप से सेनीटाइज करने के लिए इंतजाम किया गया है. एंबुलेंस के ड्राइवरों को एक सैनिटाइजर किट उपलब्ध कराया गया है. मरीजों को पहुंचाने के बाद वापस लौटने पर एंबुलेंस की सफाई के साथ इसे सैनिटाइज किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो इसके लिए हम लोग पूरी तैयारी व सतर्कता बरत रहे हैं. स्वास्थ्य कर्मियों को जरूरी बचाव के लिए मास्क व ग्लव्स आदि उपलब्ध कराए गए हैं. एंबुलेंस में 14 कर्मी कार्यरत हैं।

सदर अस्पताल में अतिरिक्त 39 बेड काआइसोलेशन वार्ड बनाया गया

कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए सदर अस्पताल में पहले से बने 13 बेड के आइसोलेशन वार्ड के अलावा अतिरिक्त रूप से 39 बेड का एक नया आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयारी करने में जुटा दिख रहा है. करुणा के संभावित मरीजों को सबसे पहले होम क्वॉरेंटाइन मैं 14 दिनों तक रहने की सलाह दी जाती है. आवश्यकता पड़ने पर उन्हें 14 दिनों के लिए आइसोलेट भी किया जा रहा है. जिला से अब तक 34 मरीजों को कोरोना के कोविड-19 जांच के लिए भेजा गया है. लेकिन वे सभी कोरोना नेगेटिव पाए गए।

शहर में प्रवेश के सभी स्थानों पर तैनात है स्वास्थ्य कर्मी

शहर में 3 स्थानों पर 24 घंटे मेडिकल टीम तैनात किया गया है. दिन में 3 स्वास्थ्य कर्मी तथा रात में 2 स्वास्थ्य कर्मियों को इसके लिए ड्यूटी पर लगाया गया है. बाहर से आने वाले लोगों की जांच कर उन्हें सही सलाह इन चिकित्सकों के द्वारा दिया जाता है. शहर में प्रवेश के पहले सूरज पेट्रोल पंप, मस्तानगंज तथा सद्भावना चौक पर मेडिकल टीम तैनात की गई है. सिविल सर्जन ने बताया कि मेडिकल टीम को लोगों की जांच करने का निर्देश दिया गया है वह लोग थर्मल की मदद से टेंपरेचर की जांच कर रहे हैं.

क्या कहते हैं अधिकारी

लोगों को लॉकडाउन का पालन करते हुए बहुत जरूरी होने पर ही अस्पताल की ओर आना चाहिए. समान रूप से हेल्पलाइन की मदद से आवश्यक जानकारियां पूछी जा सकती है. गायनी व अन्य जरूरी मेडिकल सुविधाएं दी जा रही है. जो भी मरीज पहुंच रहे हैं उनका इलाज सही रूप से करके उन्हें संतुष्ट किया जा रहा है. कोरोना के संदिग्ध मरीजों को जांच के बाद पावापुरी मेडिकल कॉलेज रेफर किया जा रहा है,डॉ. विमल प्रसाद, सिविल सर्जन।

विशाल कुमार