भाजपा की बैठक में हर बूथ की बैठक सह सप्तऋषियों के गठन पर दिया बल
मधुबनी : भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल में गौशाला शक्ति केंद्र की बैठक नगर कार्यालय झगरु साह सभागार में बूथ नंबर-23,24,25 की बैठक हुई। जिसमें प्रदेश मंत्री श्रीमती बेबी चंकी ने कार्यकर्ताओं को संबोधन करते हुए कहा कि मधुबनी विधानसभा के नगर मंडल में 59 बूथ है। हमें हर बूथ का बैठक जल्द से जल्द करना है, और सब बूथ पर सप्तऋषि का गठन हर करना है।
उन्होंने हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए कामों के लेकर जनता के बीच जाने को कहा, और इसी आधार पर बिहार में विधानसभा चुनाव जो काफी नजदीक आ गई है, उसकी तैयारी में सभी कार्यकर्ताओं को लगने को कहा। वहीं, मधुबनी जिला अध्यक्ष शंकर झा ने बूथ अध्यक्ष को संबोधन किया।
इस मौके पर पूर्व विधायक रामदेव महतो, मधुबनी विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ, नगर अध्यक्ष सुबोध कुमार चौधरी, गौशाला शक्ति केंद्र के प्रभारी जितेंद्र झा, मनीष कुमार झा, अजय प्रसाद, मनोज कुमार मुन्ना, नबल झा, राजू कुमार झा, पिंटू रौनियार, सक्सेना सिंह, मनोज श्रीवास्तव, अशोक राम, नगर के प्रभारी पूनम देवी और भी बहुत सारे कार्यकर्ता मौके पर उपस्थित थे।
बिहार अवॉर्ड सेरेमनी में मधुबनी ने लहराया परचम
मधुबनी : राज्य स्तरीय बिहार अवार्ड के विभिन्न कैटेगरी में मधुबनी को कुल 7 अवार्ड मिले हैं। जिसमें अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक खिलाड़ी शम्स आलम शेख को बिहार गौरव अवार्ड, समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट उत्कृष्ट कार्य करने हेतु मुकेश पंजियार को महात्मा बुध अवार्ड,नाट्य कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले रवि भूषण ‘मुकुल’ को भिखारी ठाकुर अवार्ड, पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने हेतु पंडौल निवासी शैलेश कुमार को प्रेमचंद अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ डीपीजी प्रभारी के रूप में लदनिया प्रखंड के डीपीजी प्रभारी रामप्रकाश यादव का चयन किया गया एवं कलुआही प्रखंड के डीपीजी टीम को सर्वश्रेष्ठ प्रखंड स्तरीय टीम के लिए चुना गया।
जिला अध्यक्ष फूल बाबू ने सभी चयनित आबादी को शुभकामना दिया एवं उज्जवल भविष्य की कामना की। जिला अध्यक्ष ने कहा कि ये हमारे मधुबनी के लिए गर्व की बात है। सभी विजेताओं का कार्य अन्य के लिए अनुकरणीय रहा है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में दिव्यांगजन ने खुद को दूसरों से बेहतर साबित किया है। बस उन्हें सही समय पर अवसर मिलना चाहिये। बताते चलें कि बिहार अवार्ड -2020 का आयोजन बिहार दिव्यांग खेल अकादमी, पैरालंपिक कमेटी ऑफ बिहार, स्पेशल ओलंपिक्स बिहार, बिहार सिविल सोसाइटीज, समर्पण, चाइल्ड कंसर्न, बिहार नेत्रहीन खेल संघ, बिहार डेफ स्पोर्ट्स एसोसिएशन, बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन विद डिसेबिलिटीज, इंडियन स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ ऑटिज्म, इंडियन स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ सेलिब्रल पाल्सी, एक्शन फॉर ऑल, तलाश और पाटलिपुत्र पेरेंट्स एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित किया गया था बिहार अवार्ड समारोह वर्चुअल आयोजित हुआ एवं समारोह की अध्यक्षता राज्य आयुक्त निशक्तता डॉक्टर शिवाजी कुमार ने किया। समारोह का संचालन संदीप कुमार ने किया।
अवार्ड वितरण समारोह में राज्य एवं देश के जाने-माने खिलाड़ी, चिकित्सक, समाजसेवी एवं विभिन्न विधा में एवं क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले दिव्यांगजन शामिल हुए। संदीप कुमार ने बताया कि बिहार अवार्ड 2020 के लिए 12 सौ से अधिक संस्था एवं इंडिविजुअल ने नामांकन किया जिसमें 85 को चयनित किया गया। चयन समिति ने विभिन्न मानदंडों के आधार पर 85 उत्कृष्ट योगदान देने वाले संस्था एवं इंडिविजुअल को अवार्ड दिया। समारोह में अध्यक्षता करते हुए राज्य आयुक्त निःशक्तता डॉक्टर शिवाजी कुमार ने कहा कि बिहार अवार्ड पिछले 20 साल से मनाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विधा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले दिव्यांगजन और उनसे जुड़े लोग को अवार्ड दिया जाता है।
यह अवार्ड देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। उन्होंने कहा बिहार के पैरालंपिक खिलाड़ी एवं स्पेशल ओलंपिक के खिलाड़ी विश्व स्तरीय खेल प्रतियोगिता में भाग भी लिए हैं और देश के लिए मेडल भी जीता है। उन्होंने कहा दिव्यांगजन के आत्मबल को बढ़ाने के लिए दिव्यांगता के क्षेत्र में काम कर रहे समाजसेवी संस्था एवं इंडिविजुअल का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। सिर्फ खेल ही नहीं बल्कि कला के क्षेत्र में भी दिव्यांगजन बहुत बेहतरीन काम कर रहे हैं। समारोह में धन्यवाद ज्ञापन सुगंध नारायण प्रसाद ने किया।
शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम से अतिकुपोषित बच्चे का किया जाएगा देखभाल
मधुबनी : कोविड-19 के दौर में भी सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग शिशु से लेकर वयस्क वर्ग तक के हर लोगों के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रख रही है। इसी कड़ी में अति कुपोषित बच्चे की देखभाल के लिए सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने नया प्लान तैयार की है। जिसमें ऐसे शिशु का एक साल तक देखरेख करने का निर्णय लिया गया है एवं उसके स्वस्थ शरीर का निर्माण के हर आवश्यक पहल करने का योजना तैयार की। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक ने पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। जिसमें कहा है कि अतिकुपोषित बच्चे की देखभाल के लिए शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसके तहत जन्म लेने अति कुपोषित बच्चे को एसएनसीयू से डिस्चार्ज के बाद एक वर्ष तक उसका देखभाल किया जाएगा और उसके स्वस्थ शरीर निर्माण के लिए हर आवश्यक पहल पहल की जाएगी।
आशा करेंगी अति कुपोषित बच्चे का देखभाल
एसएनसीयू से डिस्चार्ज के बाद स्वास्थ्य विभाग जुड़ी आशा कार्यकर्ता ऐसे बच्चों का अगले एक वर्ष तक देखभाल करेंगी। इस दौरान वह बीच-बीच में गृहभेंट की तरह बच्चे का घर जाएंगे और बच्चे की स्थिति से अवगत होंगी। साथ परिजनों ने आवश्यक जानकारी लेंगे। जिसके बाद बच्चे के शरीर का वर्तमान स्थिति का स्थानीय या पीएचसी या अस्पताल को रिपोर्ट करेंगे। उसके बाद निर्देशानुसार आगे की प्रक्रिया करेंगी। जिस क्षेत्र में आशा चयनित नहीं है उस क्षेत्र की ऑगनबाड़ी सेविका उक्त कार्य करेंगी।
जरूरतमंद बच्चों का इलाज में भी करेंगी सहयोग
आशा या ऑगनबाड़ी सेविका ना सिर्फ बच्चे का हालचाल जानेंगे बल्कि जरूरतमंद बच्चों का आवश्यकता समुचित इलाज के बच्चे के परिजनों को सरकारी संस्थान जाने के लिए प्रेरित करेंगे और अस्पताल जाने तक हर आवश्यक मदद करेंगे। इसके लिए विभाग द्वारा प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।
बढ़ती कुपोषण के शिकायत पर रोकथाम के लिए लिया गया निर्णय
सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार बढ़ रहे कुपोषण की शिकायत पर यह निर्णय लिया गया है। ताकि स्वस्थ बच्चे का निर्माण हो सकें और कुपोषण की शिकायत पर विराम लग सके। क्योंकि कहा जाता है कि स्थस्थ शरीर से स्वस्थ मानसिकता का निर्माण होता है और स्वस्थ मानसिकता से स्वस्थ समाज का निर्माण होता है।
मुसलमानों को नहीं चाहिए देशभक्ति का परमाण : धनेश्वर महतो
मधुबनी : भारतीय मित्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने आज पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस देश के मुसलमानों को किसी भी पार्टी टिकट की आवश्यकता नहीं है देने की। वह देश भक्त हैं या नहीं है, मुसलमान देशभक्त है या नही? इसकी कई प्रमाण देश के अंदर उपस्थित है। जैसे आज भारत एक शक्तिशाली मुल्क है। भारत रत्न डॉ० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम की बदौलत ही आज साइंस इतना डेवेलप हुआ है, क्योंकि परमाणु उन्हीं की देन है। आज लाल किला देख लीजिए भारत की एक धरोहर है। ताजमहल देख लीजिए आजादी की लड़ाई में कम योगदान नहीं है।
मुसलमानों का उसका जीता जागता प्रमाण है, इंडिया गेट पर लगी वह शहीदों की नाम अंकित है। वहां अब जो यह आरएसएस के लोग, देश का चौथा स्तंभ कहलाने वाला मीडिया मुसलमानों के प्रति नफरत फैलाने का काम कर रहा है। पता चलता है, कि इस चौथे स्तंभ का काम अपने देश से प्रेम नहीं है, बल्कि आरएसएस की गुलामी करने में लगे हैं। क्योंकि आरएसएस एक आतंकी संगठन है, ऐसा मैं समझता हूं। क्योंकि आरएसएस सिर्फ देश में नफरत फैला रहा है। एक जाति विशेष के लोगों के लिए और जितने भी नफरत भरी बातें कही जाती हैं, वह आरएसएस के सदस्यों द्वारा ही कही जाती है।
इसीलिए मैं यह बातें कह रहा हूं। आपने देखा होगा यूपी में सुदर्शन न्यूज़ है। उसके संपादक या प्रधान है चैनल के मालिक सुरेश चौहान ने किस तरह से जहर घोलने का काम अपने न्यूज़ चैनल के माध्यम से कर रहे हैं। मुसलमानों के प्रति इसकी हम घोर निंदा करते हैं। भारतीय मित्र पार्टी इनका राजनीतिक बहिष्कार करते हैं, और ऐसे न्यूज़ चैनलों का भी हम बहिष्कार करते हैं। इस मौके पर उपस्थित बीना देवी, इंद्रजीत कुमार, लव कुमार सिंह, रामजतन महतो, सुरेंदर भंडारी दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षको के लिये एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
मधुबनी : अपर पुलिस महानिदेशक सह निदेशक बिहार पुलिस अकादमी राजगीर क़े निर्देश क़े आलोक में मधुबनी डीआरडीए सभाकक्ष में राजगीर से आये 2018 बैच के 48 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षको क़े इंटरेक्शन एवं विभिन प्रपत्र भरने की जानकारी, अन्तः विषयों की ऑनलाइन क्लास एवं व्यावहारिक ज्ञान क़े लिये संजय कुमार झा पुलिस निरीक्षक सह विधि अनुदेशक बिहार पुलिस अकादमी राजगीर क़े नेतृत्च में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मधुबनी जिले क़े पुलिस निरीक्षक उमाशंकर राय क़े द्वारा सभी प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षको को कई तरह की विभागीय जानकारी दीं गई। प्रशिक्षु पुलिस सब-इंस्पेक्टर एवं पुलिस ट्रेनिंग एकेडमी, राजगीर से आए प्रशिक्षक पुलिस इंस्पेक्टर संजय कुमार झा के बीच डीआरडीए के सभाकक्ष में चल रहा परिसंवाद विदित हो कि ज़िले में अभी 48 प्रशिक्षु पुरुष एवं महिला सब-इंस्पेक्टर विभिन्न थानों में व्यावहारिक प्रशिक्षण ले रहे हैं।
मलमल हत्याकांड के आरोपियों की हुई गिरफ्तारी
मधुबनी : जिले के कलुआही थाना अंतर्गत मलमल गाँव में दिनांक 17अगस्त 2020 को रात्रि में एक नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म कर उसकी निर्मम हत्या कर दी गयी थी। जिस बाबत मृतका के परिजन द्वारा कलुआही थाना में दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर कलुआही थाना कांड संख्या-116/2020,दिनांक-18 अगस्त 2020 को धारा-364,365,376डी,302, 201, एवं भा०द०वि० एवं पॉस्को एक्ट 4/6-2012 में मामला दर्ज किया गया था।
इस कांड के उद्भेदन एवं अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक, मधुबनी द्वारा एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था। जिसको अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में एसआईटी टीम द्वारा कांड के नामजद आरोपी प्रसादी सहनी, पे०-स्वर्गीय लक्ष्मी साहनी, साकिन-मलमल, थाना-कलुआही, जिला-मधुबनी को गिरफ्तार कर दिनांक 22 अगस्त 2020 को जेल भेजा गया, जबकि कांड के मुख्य अभी विजय कुमार साहनी, पे०-शिवजी साहनी, साकिन-मलमल, थाना-कलुआही, जिला-मधुबनी को दिनांक 28अगस्त 2020 को एसआईटी टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी विजय कुमार साहनी ने उक्त कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
इस एसआईटी टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारी में राज कुमार मंडल, थाना अध्यक्ष-कलुआही, अनोज कुमार मंडल, थानाध्यक्ष-पंडोल, संजय कुमार थानाध्यक्ष-बाबूबरही, सी० 891 सुरेश कुमार, तकनीक कोषांग, महिला सी० 332, शम्भू कुमारी, तकनीको कोषांग शामिल थे।
नेपाल की पुलिस व स्थानीय लोगों में हुई झड़प, की हवाई फ़ायरिंग
मधुबनी : भारत और नेपाल के बीच जारी तनाव के बीच इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है. इंडो-नेपाल बॉर्डर के नो मेंस लैंड के समीप नेपाली क्षेत्र में नेपाल की पुलिस ने हवाई फायरिंग की. घटना नेपाल के दुहवी गोबराही में की है. नेपाल की पुलिस व स्थानीय लोगों में झड़प की भी सूचना है.
बताया जाता है कि तस्करी के सामान को लेकर बॉडर्र के समीप नेपाल क्षेत्र में एक गोदाम पर नेपाल पुलिस ने छापेमारी की. इस दौरान हुई झड़प में कई नेपाली पुलिसकर्मियों के जख्मी होने की सूचना है. लोगों के विरोध पर नेपाली पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की. इससे बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है.
बॉर्डर पर मुस्तैद रहकर घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं.
बासोपट्टी थानाध्यक्ष इंदल यादव ने बताया कि घटना नेपाल में हुई है. तस्करी को लेकर एक गोदाम में छापेमारी के दौरान स्थानीय लोगों से नेपाली पुलिस की झड़प हो गई. झड़प के दौरान आत्मरक्षा में नेपाली पुलिस ने हवाई फायरिंग की. बॉर्डर पर तनाव के माहौल के कारण एसएसबी व पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है. उधर, फायरिंग को देखते हुए नेपाल के जनकपुर से वरीय पुलिस अधिकारियों के भी घटनास्थल पर पहुंचने की सूचना है.
कोरोना काल में नवजात का रखें ध्यान, समय से कराएं टीकाकरण
•संक्रमण के मद्देनजर फिज़िकल डिस्टनेसिंग व स्वच्छता बरतनी जरूरी
•बेहतर चिकित्सा सुविधा के लिए आशा कार्यकर्ता व आंगनवाड़ी सेविका करेगी सहायता
मधुबनी : कोरोना काल का दौर चल रहा है। लोग संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर अपने स्तर पर जरुरी सावधानियां रख रहे हैं। लेकिन इस समय नवजात शिशुओं के भी स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, जिसमें उनका सम्पूर्ण टीकाकरण करा कर उन्हें भविष्य में होने वाली कई बीमारियों से सुरक्षा प्रदान की जा सकती है। बच्चे के जन्म के पहले साल में लगने वाले टीके बहुत अहम होते है। ये टीके समय से दिए जाने बहुत जरूरी हैं। जन्म के समय लगने वाले बीसीजी, पोलियो और हैपेटाइटस -बी के टीके प्रसव के बाद अस्पताल में ही दे दिये जाते हैं। कोविड-19 के कारण लोगों में डर भी बना हुआ है, और वो अस्पताल या क्लीनिक में जाने से बच रहे हैं। पर टीकाकरण ना हो पाना नई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के मुताबिक बच्चों को समय पर टीका लगना बेहद जरुरी है। नियमित टीकाकरण ना होने से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है, एवं जिससे कई बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। टीकाकरण के साथ बच्चों के लिए सर्वोत्तम आहार मां का दूध होता है। दूध के सेवन से बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है एवं शारीरिक व मानसिक विकास होता है।
टीकाकरण को लेकर बरती जा रही सतर्कता:
सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया जिले में टीकाकरण की पुन: शुरुआत की गई है, और टीकाकरण सत्रों पर कोविड-19 के नियमों का अनुपालन सख्ती से किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और जिला अस्पताल में टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। सभी जगह शारीरिक दूरी और साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जा रहा है ताकि किसी भी सूरत में कोई भी संक्रमित न हों।
बच्चों को समय से टीका देना क्यों जरूरी:
वहीं, डीआईओ ने बताया किसी बीमारी के ख़िलाफ़ बच्चे के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने के लिए उसे टीका दिया जाता है। नवजात शिशु का शरीर वातावरण में मौजूद वायरस, बैक्टीरिया के हमले से अनजान होता है. टीकाकरण से खतरनाक बीमारियों के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है जो रोगों से शिशु का बचाव करता है।
मां में कोरोना के लक्षण होने पर स्तनपान के समय सतर्कता ज़रूरी:
नवजात शिशु के लिए मां का स्तनपान करना काफी जरूरी होता है. हालांकि, कोरोना वायरस श्वसन बूंदों के जरिए फैलता है जो स्तनपान के दौरान एक मां से उसके बच्चे में आसानी से प्रेषित हो सकता है. जिन माताओं में कोबिड के लक्षण की पुष्टि हो गई हो, संक्रमण के लक्षण उपस्थित हों, उन्हें बच्चे को स्तनपान कराते वक्त इस बात का विशेष ख्याल रखना चाहिए कि यह श्वसन बूंदों के जरिए शिशु में ना फैले. ऐसे में बच्चे को छूने से पहले हाथ धोना और स्तनपान करते समय फेस मास्क पहनना जैसे एहतियात शामिल हैं. अगर मां शिशु को स्तनपान करा रही हैं या हाथ से दूध निकाल रही है, तो उसे किसी भी बोतल या पंप के हिस्सों को छूने से पहले अपने हाथों को धोना चाहिए. अगर मां पूरी तरह स्वस्थ है तो वह शिशु को स्तनपान करा सकती है.
समस्या होने पर आंगनवाड़ी सेविका या आशा कार्यकर्ता से लें मदद:
किसी भी समय शिशु या मां के बीमार होने पर नजदीकी अस्पताल में संपर्क किया जा सकता है। वहां 24 घंटे चिकित्सक व कर्मियों की ड्यूटी रहती है। किसी प्रकार की शारिरिक समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेनी चाहिए। इसके अलावा निकट के आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर सेविकाएं या आशा कार्यकर्ताओं की भी मदद ली जा सकती है। सम्पर्क करने पर वे मदद को आगे आएंगी एवं बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
सुमित राउत