नाम पूछ कर अपराधियों ने फल विक्रेता को मारी गोली
आरा : जिले के चांदी थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर गांव स्थित मंदिर के समीप बुधवार की देर शाम बाइक सवार अपराधियों ने फल विक्रेता को गोली मार दी। उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया। घटना को लेकर लोगों में अफरा-तफरी मची रही। जानकारी के अनुसार जख्मी संदेश थाना क्षेत्र के अखगांव निवासी सुविन्द्र राम का पुत्र दीपक कुमार (22 वर्ष) है। गोली उसके बांये पैर में घुटने के नीचे लगी है।
चांदी थानाध्यक्ष ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार हथियारबंद अपराधियों ने चांदी थानान्तर्गत रामपुर गाँव में एक फल बिक्रेता सुविन्द्र कुमार के 22 वर्षीय पुत्र दीपक कुमार को गोली मार कर घायल कर दिया। बाद में अपराधी हथियार लहराते हुए घटना स्थल से भाग गए। गोली दीपक के बाएं पैर में लगी है। उसे इलाज़ के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल सन्देश थानान्तर्गत अखगाँव का रहने वाला है। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है। घायल ने आरा सदर अस्पताल में बताया कि अपराधियों ने पहले उससे उसका नाम पूछा और फिर उसे गोली मार दी।
रंगकर्मी व शायर के निधन पर साहित्यकार व संस्कृतिकर्मियों ने जताया शोक
आरा : भोजपुर के चर्चित रंगकर्मी, साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मी ए के आंसू का कल देर रात निधन हो गया | उनके निधन से साहित्यकारों एवं रंगकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गयी |
ए के आंसू का वास्तविक नाम अक्षयबर कुमार था। वे माइनिंग इंजीनियर थे। सेवानिवृत्ति के बाद वे आरा के रंगकर्म एवं सांस्कृतिक जगत में पूरी तरह सक्रिय हो गए थे। उन्होंने ‘जांच पड़ताल’, ‘अमली’ और ‘रावणलीला’ समेत कई नाटकों तथा ‘दे द पिरितिया हमार’, ‘हम हईं खलनायक’, ‘हमार रजऊ दारोगा नं. 1’ आदि भोजपुरी फिल्मों और टीवी सीरियल ‘घर अंगना’ में काम किया। आरा के साहित्यि संसार में वे अपनी भोजपुरी गजलों के कारण मशहूर थे। उनकी भोजपुरी गजलों का संग्रह ‘इंकलाब चाहीं’ के नाम से प्रकाशित हुआ था। कवि भोला, हीरा ठाकुर के बाद ए.के. आँसू तीसरे ऐसे रचनाकार थे, जो शहर की काव्य-गोष्ठियों में अनिवार्य रूप से मौजूद रहते थे और अपनी बुलंद आवाज में जब वे ओजपूर्ण गजलों को सुनाते थे, तो माइक की जरूरत नहीं रह जाती थी, माइक बंद करनी पड़ती था।
उनके कुछ मशहूर शेर
“कतरा में तूफान के सूरत मचले के चाहीं/ अब कइसहूं ई लोगन मौसम बदले के चाहीं”
“ई चान इमारते में काहे रोशन रही/ एहके झोपड़ियो में उतारे के होखी”
“तूं त पैरन के नीचे जमीन राखेल/ हम पैरन के नीचे आस्मान राखींला”
“जुलुम करब त हम तोहके बोलबे करब/ हमहूं मुहवां में जबान राखींला”
ए.के. आँसू एक मस्तमौला व्यक्ति थे। उनके योगदान को आरा का साहित्य एवं सांस्कृतिक जगत हमेशा याद रखेगा। इंकलाब, रोशनी, आदमी, धरती और जिंदगी की बात को उन्होंने अपनी भोजपुरी गजलों में जगह दी। उनकी एक गजल का शेर ही मानो उनके रचनाकार का संदेश है-
“मौत त एक पहेली हवे, जिनिगी का बात करीं/ जाने कब ई आ जाई, रौशनी के बात करीं”
“आदमी हईं त सोचीं किछु आदिमी के बारे में/ उतरीं गगन से नीचे, अब धरती के बात करीं।“
मौजूदा कोरोना महामारी के त्रासद वक्त में कई साहित्यकारों ने अपने चाहने वालों की अनुपस्थिति में ही अंतिम विदाई ली। ऐसा ही ए. के. आँसू के साथ भी हुआ। आरा शहर के साहित्यकार-संस्कृतिकर्मियों की ओर से उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि दी गयी | शोक व्यक्त करने वालों में जसम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आलोचक रामनिहाल गुंजन, जलेस के जिला अध्यक्ष वरिष्ठ कवि जगदीश नलिन, जलेस के बिहार राज्य अध्यक्ष कथाकार नीरज सिंह, प्रलेस के राज्य महासचिव रवींद्रनाथ राय, जसम के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कवि-आलोचक जितेंद्र कुमार, जसम, बिहार के राज्य अध्यक्ष सुरेश कांटक और राज्य सचिव सुधीर सुमन, कवि बलभद्र, कवि सुमन कुमार सिंह, कवि ओमप्रकाश मिश्र, कवि सुनील श्रीवास्तव, रंगकर्मी-चित्रकार राकेश दिवाकर, कवि सुनील चौधरी, स्वतंत्र पत्रकार आशुतोष कुमार पांडेय, कवि रविशंकर सिंह, इप्टा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य अंजनी शर्मा, भूमिका के श्रीधर आदि प्रमुख हैं।
हथियारबंद अपराधियों ने सीपीएस संचालक से 90 हजार लूटे
आरा : मुफस्सिल थाना अन्तर्गत धोबहां ओपी के रामडिहरा पुल के समीप हथियार बंद अपराधियों ने सीएसपी संचालक को दिनदहाड़े पिस्तौल भिड़ाकर करीब 90 हजार रुपये लूट लिए। हथियार बंद अपराधी दो की संख्या में थे जो एक बाइक पर सवार होकर पीछे लगे थे। इसे लेकर सीएसपी संचालक ने संबंधित थाना में अज्ञात के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया है। जिसके आधार पर पुलिस अपराधियों को पकड़ने के प्रयास में लगी हुई है।
आरा मुफ्फस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि धोबहां ओपी के भदेयां गांव निवासी अरविद सिंह का पुत्र गुड्डू कुमार कृष्णागढ़ थाना के बलुआं बाजार पर एसबीआई बैंक का ग्राहक सेवा केन्द्र चलाता है। गुरुवार को पूर्वाहन में सीएसपी संचालक बिहियां के बेलवनिया बाजार स्थित एसबीआई ब्रांच से 90 हजार रुपये निकालकर वापस बलुआं बाजार लौट रहा था। इस बीच रामडिहरा पुल के समीप पीछा लगे अपराधियों ने पहले धक्का मारकर बाइक सवार सीएसपी संचालक को नीचे गिरा दिया। इसके बाद दो की संख्या में रहे बाइक सवार अपराधियों ने पिस्तौल के बल पर पैसों से भरा बैग तथा मोबाइल छीन लिए तथा मौक-ए-वारदात से बेल्वानिया की तरफ भाग गए | सीएसपी संचालक के अनुसार बैग में पैसे के अलावा आधार कार्ड और चेक बुक भी था। संचालक के अनुसार दोनो अपराधियों की उम्र करीब 25 से 27 साल के आसपास थी।
आमने-सामने बाइक की भिडंत में देवर-भाभी जख्मी
आरा : मुफस्सिल थाना क्षेत्र के छोटकी सनदिया गांव के समीप गुरुवार की सुबह दो बाइक की टक्कर हो गयी। इसमें एक बाइक पर सवार देवर-भाभी जख्मी हो गये। दोनों का इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है । घायलों में धोबहा ओपी क्षेत्र के शुक्लपुरा गांव निवासी बृजमोहन यादव की पत्नी रिंकू देवी व हरिशंकर यादव का पुत्र सुजीत यादव है। दोनों रिश्ते में देवर-भाभी लगते है।
आरा मुफ्फस्सिल थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी ने बताया कि गुरुवार को सुबह रिंकू देवी अपने देवर सुजीत यादव के साथ बाइक पर सवार होकर दवा लेने आरा आ रही थी। इस बीच छोटकी सनदिया गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रही बाइक से टक्कर हो गई। इसमें दोनों बाइक से गिर पड़े और जख्मी हो गये। इसके बाद दोनों को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। रिंकू देवी को गंभीर चोटें आई है।
ट्रेन की चपेट में आने से महिला की मौत
आरा : चलती ट्रेन के आगे कूदकर एक विवाहित महिला ने आत्महत्या कर ली। मृतक आरा नगर थानान्तर्गत खेतड़ी मोहल्ले के निवासी गोपाल प्रसाद की पत्नी शांति देवी थी।
सरकारी रेल पुलिस थानाधय्क्ष ने बताया कि आरा जंक्शन के पश्चिमी गुमटी के समीप गुरुवार की सुबह तेज़ रफ़्तार ट्रेन की चपेट में आने से एक महिला की मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि महिला ने खुदकुशी की है |भी आशंका जतायी जा रही है। वह घरों में रसोईया का काम करती थी। उसका पति कोर्ट में एक चाय दुकान पर काम करता है। सूचना मिलने पर रेल पुलिस पर पहुंची और शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया।
बताया जाता है कि कुछ दिनों से मां-बेटी में मामूली विवाद चल रहा था। बुधवार की शाम भी दोनों में झगड़ा हुआ था। इसके बाद उसके पति समझाने गये तो पति-पत्नी के बीच भी थोड़ी नोकझोंक हुई। इसके बाद महिला गुस्से में घर से निकल गई। रात तक वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। इस बीच बुधवार की सुबह गुमटी के समीप उसका शव मिला। इधर, मृत महिला के पति ने बताया कि वह कुछ दिनों से डिप्रेशन में थी।
रोहिणी नक्षत्र शुरू, धान का बिछड़ डालने के लिए आकाश ताक रहे किसान
आरा : रोहणी नक्षत्र शुरू हो गई है और किसान धन का बिछड़ा डालने के लिए बारिश के इंतजार में आकाश की ओर टकटकी लगाए बैठे है। उनकी आंखों में अब भी उम्मीद बाकी है कि बादल कभी बरस जाए। सूखी जमीन पर किसी का मकान गिरवी है, तो किसी का लगान बाकी है। ये पंक्तियां इन दिनों भोजपुर के किसानों पर सटीक बैठ रही है। धान बुआई के महत्वपूर्ण समय रोहिणी नक्षत्र के करीब दो दिन गुजर जाने के बाद बारिश की बूंदें अब तक किसानों को तरसा ही रही हैं। वहीं कृषि कार्य शुरू करने के लिए मानसून की आस में जिले के किसान आसमान में टकटकी लगाए ही बैठे हैं।
रोहिणी नक्षत्र शुरू होते ही भोजपुर के कई प्रखंड में किसानों ने खरीफ फसल की तैयारी शुरु कर दी है। धान का कटोरा कहा जाता है शाहाबाद का क्षेत्र बता दें कि सरकार की गलत कृषि नीति के कारण किसान अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे है वही शाहाबाद जो धान का कटोरा के नाम से प्रसिद्ध है जिसकी ख्याति देश वो प्रदेश में है। यहाँ के उत्पादित औसत चावल की माँग पूरे भारत में है साथ ही यहाँ के बासमती चावल की सुगंध का कायल पूरा विश्व है। शाहाबाद के किसान अपनी मेहनत के लिए जाने जाते है और अपनी मेहनत के बल पर अच्छी चावल की उपज से देश की आवश्यकताओं को पूरा करते है।
25 मई को रोहणी नक्षत्र के चढ़ते ही किसानों के चेहरे खिल गए पर बिहार सरकार के सभी दावे पूर्व की भाँति इस वर्ष भी खोखले साबित हुए है। किसान रोहणी नक्षत्र चढ़ते ही अपने खेतों में धान के बीज डालना शुरू कर देते है परंतु अब तक सोन नहरों में पानी नहीं छोड़ें जाने से किसानों में सरकार के प्रति नाराजगी दिख रही है वही किसान बिजड़ा को लेकर चिंतित है। किसान सुखी नहर को देख उदास हो गए हैं और उनका दर्द उनके चहरे पर बरबस झलक रहा है। अपनी 15 साल के हुकूमत में नीतीश कुमार एक ही बात दुहराते है कि किसानों को समय से पहले नहर में पानी छोड़ दिया जाएगा परंतु ऐसा कभी होता नही।
वही सामाजिक कार्यकर्ता विनोद वर्मा ने कहा कि किसान देश के रीढ़ है तथा भारत की मजबूत अर्थ व्यवस्था किसानों पर टिकी है ऐसे में सरकार के सौतेले व्यवहार की दोहरी मार किसानों पर पड़ रही है न समय से पानी मिलता है और न सस्ता उच्च कोठी के बिज ही समय से उपलब्ध होता। सरकार की सारी घोषणाये हवा हवाई साबित हुयी है। उन्होंने नीतीश सरकार पर किसानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार पिछले 15 सालों से किसानों को वेहतर सुविधा देने के लिए कृषि रोड़ मैप पर काम कर रही है और बजट की अत्यधिक राशि खर्च कर रही है परंतु इसका लाभ किसानों को नही मिला। उन्होंने आगे कहा कि किसानों को आत्मनिर्भर करने की नीतीश सरकार के दावे मिथ्या साबित हुए। किसानों की वदहाली दूर करने के नाम पर लूट खसोट की गई।
उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि कब तक सोन नहरों में पानी आएगा पर बिहार के सभी राजवाहे सूखे पड़े हैं | किसानों की समस्या को कोई सुध लेने वाला नहीं है बिहार के कृषि मंत्री गायब है सिंचाई विभाग वीरान है ऐसे मे किसान धान के बीज डाले तो कैसे डाले। अरविन्द वर्मा ने कहा कि जिस देश के किसान खुशहाल नही वो देश कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता | देश के विकास के रास्ते किसान के खेत से ही गुजरता है | भारत जैसे कृषि प्रधान देश जो देश के कुल आबादी के 70 फीसदी लोग कृषि पर निर्भर हैं आज उनकी हालत अत्यंत ही दुःखद वो दयनीय है। उन्होंने नीतीश सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार की कथनी और करनी में अंतर है जो किसानों की फटेहाल स्थिति इस बात को बयान करती है | अब तक सरकार द्वारा किये गए सभी प्रयास, विकास के दावे सरकार की पोल खोल रही है। उन्होंने मांग की कि सरकार कृषि विकास योजनाओं की जाँच किसी उच्च केंद्रीय एजेंसी से कराए तो बिहार में अब तक का सबसे बड़ा घोटाला उजागर होगा।
करंट लगने से अधेड़ की मौत
आरा : जिले के संदेश थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव में गुरुवार की सुबह करंट की चपेट में आने से अधेड़ की मौत हो गई। घटना को लेकर आसपास के इलाके में अफरा तफरी मच गई। मृतक नारायणपुर गांव निवासी स्व. घरभरन ठाकुर के पुत्र बिंदेश्वरी ठाकुर (55 वर्ष) हैं।
सन्देश थानाध्यक्ष ने बताया जाता है कि वह आज सुबह विन्देश्वरी ठाकुर चापाकल पर स्नान कर रहे थे। जहां चापाकल से सटे मोटर लगा था। उसके तार में हाथ स्पर्श हो जाने के कारण वह करंट की चपेट में आ गए। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया जा रहा था। तभी उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन उन्हें सदर अस्पताल ले आए। जहां ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ.अरुण कुमार ने उन्हें देख मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है।