28 जून : नवादा की मुख्य ख़बरें

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पुस्तक क्रय केन्द्र नहीं खुलने से निराश लौटे छात्र

नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड के मध्य विद्यालय सभड़ी संकुल में शुक्रवार को पुस्तक क्रय केन्द्र नहीं खोला गया। जिस कारण सभड़ी संकुल के विभिन्न विद्यालय के पुस्तक क्रय करने के उदेश्य से आये छात्र छात्राएं निराश वापस लौट गये।

इस संबंध में बिहार राज्य प्रारम्भिक शिक्षक संध प्रखंड अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बीईओ के माध्यम से स्कूल स्तर पर पुस्तक क्रय केन्द्र खोलने के लिए तिथि निर्धारित किया गया था। उन्होने नारदीगंज प्रखंड के विभिन्न संकुल में पढने बाले छात्र छात्राओं को पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए पुस्तक क्रय केन्द्र के लिए 22 से 30 जून तक वितरण करने के लिए तिथि निर्धारित की गई थी। इसी कड़ी में 28 जून को सभड़ी संकुल में पुस्तक क्रय केन्द्र खोलने के लिए तिथि निर्धारित किया गया था, पुस्तक क्रय को लेकर इस संकुल के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व छात्र छात्राएं मध्य विद्यालय सभड़ी आये लेकिन पुस्तक क्रय केन्द्र नहीं खुलने से छात्र छात्राएं। किताब के बिना वापस लौट गये। पुस्तक क्रय बिक्रेताओ के माध्यम से कैम्प नहीं लगाने से छात्र व छात्राओ को काफी परेशानी ठानी पड़ी है।

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इस संबध में बीईओ राजेन्द्र ठाकुर ने बताया कि नारदीगंज के दो पुस्तक बिक्रेताओं को पुस्तक क्रय केन्द्र खोलने के लिए अधिकृत किया गया था, लेकिन नारदीगंज के पुस्तक बिक्रेताओ द्वारा पुस्तक क्रय केन्द्र खोलने के लिए तैयार नहीं हुआ, फिलहाल संकुल स्तर पर शनिवार को बीआरसी भवन में  बीआरपी व संकुल समन्वयकों की बैठक आयोजित कर पुस्तक क्रय केन्द्र खोलने की सहमति बनायी जायेगी, ताकि छात्र व छात्राओं को पुस्तकें उपलब्ध हो सकें सनद रहे कि किसी भी संकुल में पुस्तक क्रय केन्द्र नहीं खोले जाने से विद्यालय में पढने वाले छात्र व छात्राओ को पुस्तकें उपलब्ध नहीं हो सका।

मंडल कारा में बिजली नहीं रहने से कैदियों ने किया हंगामा

नवादा : मंडल कारा में बिजली नहीं रहने को लेकर पेशी के लिए कोर्ट आये कैदियों ने जमकर हंगामा किया। मंडल कारा से पेशी के लिए कोर्ट आये 93 कैदियों ने कोर्ट में हाजरी लगाने से इंकार कर दिया। मामला बिजली से जुड़े रहने के कारण हर किसी ने कैदियों का समर्थन किया। कोर्ट हाजत में बंद कैदियों ने बताया कि जेल में तीन दिनों से बिजली का दर्शन नहीं है। इस भीषण गर्मी में जेल के विभिन्न वार्डो में बंद कैदियों को घुटन महसूस होती है।

उन्होंने कहा कि एक तरफ लू और भीषण गर्मी को लेकर मंडल कारा में एक कैदी की मौत लू लगने से हो गयी जबकि जिले में दर्जनों लोगों की मौत हो गई है। जेल में बिजली नहीं रहने के कारण हमलोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि जब तक जेल में कैदियों के लिए मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जायेगी तब तक कोर्ट में हाजरी नहीं लगायेंगे। कैदियों ने कोर्ट हाजत में जेल प्रशासन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि यह आंदोलन जारी रहेगा।

ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि बंदियों की मांग बिल्कुल जायज है। तीन दिन से बिजली नहीं रहने के कारण सभी कैदी काफी नाराज हैं। जबकि जेल प्रशासन ने कहा कि जल्द बिजली आपूर्ति में सुधार की जायेगी।

घर-घर पहुंचकर कालाजार के मरीजों का लगाया जाएगा पता

नवादा :  कालाजार जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव को लेकर विभाग अभी से जुट गया है। आठ जुलाई से जिले के कालाजार प्रभावित एरिया में संभावित कालाजार के मरीजों की खोज के लिए सर्वे का काम शुरू होगा। जो कि 29 जुलाई तक चलेगा।

इस बाबत जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. उमेश चंद्र ने समीक्षा बैठक में विभागीय कर्मियों को निर्देश जारी किया है। सर्वे को लेकर बजावता मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इस सर्वे के दौरान यदि जहां कहीं भी एरिया में कालाजार के संभावित मरीज मिलेंगे उनका वहीं पर खून जांच भी किया जाएगा। इसलिए सर्वे टीम में लैब टेक्नीशियन को भी शामिल किया गया है। डॉ. उमेश चंद्र ने बताया कि सर्वे का कार्य उन हिस्सों में किया जाएगा जहां बीते साल 2018 में कालाजार के मरीज मिले थे। जिस भी जगह पर कालाजार के मरीज मिले थे उसके 500 मीटर की परिधि में सर्वे का कार्य किया जाना है। इस दौरान सर्वे दल के कर्मी हर एक-एक घर में जाकर किसी के बुखार से पीड़ित रहने के बारे में जानकारी लेंगे। यदि जांच के दौरान घर के किसी भी सदस्य को 2 सप्ताह से लगातार बुखार लग रहा है तो उसका तुरंत आरके.-39 कीट से बीमारी की जांच की जाएगी। जांच में यदि कालाजार की पुष्टि होती है तो उस मरीज को नजदीकी पीएचसी लाकर समुचित इलाज कराया जाएगा। सर्वे दल में कालाजार विभाग के कर्मियों के अलावा तकनीशियन, आशा कार्यकर्ता को भी लगाया जा रहा है। 11 गांवों में 3181 घरों के साढ़े 18 हजार की आबादी के बीच होगा सर्वे

8 जुलाई से जो कालाजार का सर्वे करने का माइक्रोप्लान बना है उसमें विस्तार से रूपरेखा तय की गई है। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक जिले के 11 गांवों में 3181 घरों के कुल 18 हजार 880 आबादी के बीच यह सर्वे किया जाएगा। 11 गांवों में काशीचक का लाल बिगहा मुसहरी, लाल बिगहा, पार्वती, भवानी बिगहा, काशीचक मुसहरी, वारिसलीगंज प्रखंड का कंचनपुर मुसहरी, वारिसलीगंज का वार्ड नंबर 20, लक्ष्मीपुर, नवादा में अमेरिका बिगहा मुसहरी, नगर में अंसार नगर व गोविदपुर में सर्वे किया जाना है।

काशीचक मुसहरी है कालाजार प्रभावित क्षेत्र

नवादा जिले के काशीचक प्रखंड अंतर्गत काशीचक मुसहरी टोला कालाजार प्रभावित क्षेत्र है। इसके अलावा काशीचक के पार्वती, भवानी बिगहा, लाल बिगहा, चंडीनावां में भी यदा-कदा कालाजार के मरीज मिलते रहे हैं। लिहाजा, विभाग एहतिआत के तौर पर इन सभी गांवों में समय-समय पर कालाजार से बचाव के लिए दवा का छिड़काव किया जाता है। इसी साल 25 मार्च से 27 मई तक दवा का छिड़काव किया गया था।

कालाजार के मरीजों का 2-3 साल तक विभाग करता है फाॅलोअप

विभागीय निर्देशानुसार कालाजार के मरीजों का समुचित इलाज करने के बाद उसका अगले 2-3 सालों तक फॉलोअप किया जाता है। भले ही वह कालाजार का मरीज पूरी तरह से ठीक क्यों नहीं हो गया हो। ऐसा इसलिए करना पड़ता है क्योंकि कई बार ऐसा भी होता है कि कालाजार का मरीज जो इलाज के बाद ठीक हो जाता है उसे पीकेडीएल(पोस्ट कालाजार डर्मल लिसमेनिसिस) हो जाने की संभावना रहती है। इस बीमारी में मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य रहता है। थोड़ी बहुत दिक्कत होती है। ऐसे व्यक्ति की शरीर की चमड़ी में जहां-तहां चत्ता-चत्ता जैसा हो जाता है। चेहरे पर गोल-गोल मस्सा जैसा भी हो जाता है। कई बार चेहरे का रंग काला भी पड़ने लगता है। पीकेडीएल के बारे में डॉ. उमेश चंद्रा ने बताया कि लिसमेनिया डेनोबनाई एक प्रकार का प्रोटोजोआ है। जो कि कालाजार के स्वस्थ्य हो चुके मरीज को बाद में प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि बीते साल 2018 में नवादा जिले के काशीचक मुसहरी में पीकेडीएल के तीन मरीज मिले थे। तीनों एक ही परिवार के सदस्य थे। सरकार की योजना के अनुसार कालाजार के मरीज को सहायता के तौर पर श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में 71 सौ रुपए दिए जाते हैं वहीं पीकेडीएल के मरीज को 4 हजार रुपए की सहायता दी जाती है।

कालाजार के बारे में यह जरूर जानें

कालाजार मादा बालु मक्खी के काटने से होता है।

इस बीमारी में लंबे समय तक बुखार रहता है जो सामान्य इलाज से ठीक नहीं होता।

तिल्ली एवं जीगर बढ़ जाना, खून की कमी, वजन घटना एवं त्वचा का रंग काला पड़ना इसके प्रमुख लक्षण हैं।

कालाजार के फैलाव को रोकने के लिए वर्ष में 2 बार सिथेटिक पाइरेथोरिस दवा का छिड़का किया जाता है।

घर व बाहर दवा छिड़काव के बाद उसके अगले तीन माह तक दिवारों की लिपाई या पुताई नहीं करें। इससे दवा का असर बना रहेगा।

वर्षवार कालाजार के मरीजों की संख्या

वर्ष  – मरीजों की संख्या

वर्ष    2015-40

वर्ष   2016-06

वर्ष   2017-05

वर्ष   2018-21

वर्ष   2019-03 (जून अब तक)

क्या कहते हैं अधिकारी?

कालाजार जैसी बीमारी को लेकर विभाग पूरी तरह से सजगता बरत रहा है। मार्च महीने में कालाजार से बचाव के लिए प्रभावित गांवों में दवा का छिड़काव किया गया है। 8 जुलाई से सर्वे का काम किया जाएगा। जिसमें 2 सप्ताह तक लग रहे बुखार के मरीजों की पहचान की जाएगी। ऐसे मरीजों का कीट से जांच भी किया जाएगा। बीमारी की पुष्टि होने पर समुचित इलाज किया जाएगा, डॉ. उमेश चंद्र, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, नवादा।

वज्रपात से दो की मौत,  दो गंभीर रूप से जख्मी

नवादा : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भोलाबिगहा में दो लोगो की मौत वज्रपात से हो गयी और दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। घटना के सम्बन्ध में ग्रामीणों ने बताया कि चारों युवक जानवर चराने के लिए गांव के बधार में गए हुए थे। उसी दौरान तेज बारिश में बिजली के साथ वज्रपात हुआ जिसमें घटनास्थल पर एक युवक की मौत हो गई। घायलों को तुरंत नवादा सदर अस्पताल लाया गया। जहां दूसरे युवक की भी मौत हो गई। एक युवक को प्राइवेट नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया। वहीं दूसरे युवक का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक विष्णुदेव यादव का पुत्र फोटो कुमार है। दूसरा मृतक जयराम प्रसाद का पुत्र दुलारचंद कुमार है।

घायलों की पहचान बहादुर यादव के पुत्र पंकज कुमार और कपिल चौधरी के पुत्र भवानी कुमार के रूप में की गयी है। सभी लोग भोला बीघा गांव के ही रहने वाले हैं। इस प्रकार दो दिनों के अंदर वज्रपात से जिले में तीन की मौत हो चुकी है।

युवक को झांसा देकर 50 हजार का लगाया चुना

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के पुरानी बस स्टैंड स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में एक युवक को झांसा देकर 50 हजार रुपये गायब कर दिए जाने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि रजौली बाजार के आदर्श राज ने बैंक से 50 हजार रुपये की निकासी की और बैंक परिसर में रुपये गिनने लगा। इसी बीच एक बुजुर्ग वहां पर पहुंचे और रुपये गिनने में मदद करने की बात कही। तब युवक ने बिना किसी हिचकिचाहट के बुजुर्ग व्यक्ति को पैसा गिनने के लिए दे दिया। रुपये गिनने के कुछ देर बाद बुजुर्ग ने युवक को नोट का एक बंडल थमाया और वहां से निकल गए। युवक ने पुन: नोट के बंडल को गिना तो पता चला कि महज छह हजार रुपये हैं, शेष 50 हजार गायब थे। तब वह बुजुर्ग व्यक्ति को ढूंढने लगा। लेकिन उसका अतापता नहीं चला।

मामले की जानकारी मिलने पर युवक के परिजन भी बैंक पहुंचे और सीसीटीवी फुटेज दिखाने की मांग। फुटेज खंगालने पर बुजुर्ग का चेहरा साफ नहीं दिखा। जिसके बाद युवक ने थाने में लिखित आवेदन देकर 50 हजार रुपये गायब कर दिए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई।

प्रभारी थाना अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। आसपास के सभी बैंकों का सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।

58 हज यात्रियों को लगाया गया टीका

नवादा : नगर के अंसार नगर स्थित मदरसा अजमतिया व गया रोड में हज यात्रियों का टीकाकरण किया गया। इस साल हज जाने वाले 58 हज यात्रियों का स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीकाकरण किया गया है। हज यात्रियों का पहला जत्था 8 जुलाई को गया से हज के लिए रवाना होगा। जबकि दूसरा जत्था 11 जुलाई को रवाना होगा। मदरसा अजमतिया में टीकाकरण को लेकर सुबह से ही लोग जुटे थे। बारी-बारी से सबका टीकाकरण किया गया।

यहां के अध्यक्ष कारी शोएब अहमद ने बताया कि टीकाकरण किए जाने से पहले सभी हज यात्रियों को हज जाने से संबंधित कायदा व नियम बताए गए। हज के दौरान किसी को भी परेशान नहीं करना है। हज के दौरान देश-दुनिया में अमन-चैन व भाईचारे के लिए कामना करनी है। प्रेम व शांति के लिए दुआ करनी है।

टीकाकरण के मौके पर उपस्थित जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि सभी हज यात्रियों को पोलियो व मेनिनगोकोकल वैक्सीन का टीका लगाया गया। यह टीका अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को दिया जाता है। जो कि बीमारियों से बचाता है।

इस मौके पर मदरसा अजमतिया में डॉ. शगीर अहमद, डॉ. मसूद आलम, डॉ. अशोक कुमार, मौलाना नसीरउद्दीन, कारी मकसूद आलम, डॉ. सबा अहमद, कारी शौकत, जाफर हुसैन, प्रो. सहाबुद्दीन, हाजी सैफूररहमान, नसीरउद्दीन, डॉ. उमेश चंद्र, पप्पु कुमार समेत कई एएनएम व दूसरे स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।

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