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27 मई : सारण की मुख्य ख़बरें

क्वारंटाइन केंद्रों पर प्रतिनियुक्त शिक्षकों के अल्पाहार एवं भोजन के लिए उठाई मांग

सारण : जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अनुमंडल सचिव सुजीत कुमार संयुक्त सचिव विष्णु कुमार ने जिला पदाधिकारी सारण से मांग की है कि सभी क्वारंटाइन सेंटरों पर कार्य कर रहे नियोजित शिक्षकों का प्रतिदिन अल्पाहार एवं भोजन मद की राशि उपलब्ध कराई जाए। मालूम हो कि क्वारंटाइन सेंटर पर विगत कई दिनों से लगातार जिले के तमाम शिक्षक कार्य कर रहे है साथ ही रेलवे स्टेशन, चिकित्सा केंद्र, कॉल सेंटर विभिन्न स्थानों पर नियोजित शिक्षकों से प्रतिदिन कार्य लिया जा रहा है।

तमाम नियोजित शिक्षक भूखे प्यासे पत्र के आलोक में दिन-रात सफलतापूर्वक अपने कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं जबकि वित्त विभाग के द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट निर्देश है कि करोना जैसे वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जितने भी क्वारंटाइन सेंटर, चिकित्सा केंद्र एवं रेलवे स्टेशनों पर प्रतिनियुक्त कर्मचारियों को प्रतिदिन अल्पाहार के लिए 100 रुपएऔर भोजन के लिए 250 रुपए राशि नगद भुगतान करना है। लेकिन, आज तक सारण जिला में तमाम नियोजित शिक्षकों को एक रुपए की आर्थिक सहयोग अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है।

यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण ह शिक्षक नेताओं ने जिला पदाधिकारी से आग्रह की है कि तमाम नियोजित शिक्षकों को राशि उपलब्ध कराई जाए जिससे शिक्षक भुखमरी के शिकार ना हो शिक्षक नेताओं में आशुतोष मिश्रा मिथिलेश कुमार योगेंद्र कुमार सिंह उर्फ कवि जी निश्चय कुमार सिंह राजेश ओझा राजेश कुमार सिंह सुनील कुमार जितेंद्र राम अभिषेक कुमार सिन्हा दीनबंधु माझी सत्येंद्र पांडे रसूल खान अनिल कुमार सिंह इत्यादि ने मांग रखी।

सैनेटरी पैड ख़रीदते समय मानकों का रखें ख्याल

सारण : मासिकधर्म में जिन सैनिटरी पैड्स का इस्तेमाल स्वच्छता और सुरक्षा के लिए किया जाता है वह पूरी तरह से सुरक्षित हो और उससे महिलाओं की सेहत पर बुरा असर भी न पड़े, इसके लिए सरकार ने मानक तय कर रखे हैं। इंडियन ब्यूरो ऑफ़ स्टैंडर्ड्स ने सैनेटरी पैड के लिए यह मानक मूल रूप से 1969 में प्रकाशित किया था जिससे फिर 1980 में संशोधित किया गया। समय-समय पर इसमें बदलाव भी किए जाते रहे हैं।

मानदंडों का करना होता है अनुपालन:

सैनिटरी नैपकिन या सैनिटरी पैड मासिक धर्म के दौरान रक्त को सोखने के लिए उपयोग किया जाता है। मासिक स्राव के मद्देनजर तय किए गए मानक के मुताबिक पैड्स एक उचित मोटाई, लंबाई और अवशोषण क्षमता वाले होने चाहिए। यानी सैनिटरी पैड का काम सिर्फ़ ब्लीडिंग को सोखना नहीं स्वच्छता (हाइजिन) के पैरामीटर पर भी खरा उतरना है। अमूमन जब सैनिटरी पैड खरीदते हैं तो ब्रांड वैल्यू पर विश्वास करते हुए पै़ड्स ख़रीद लेते हैं जबकि सैनिटरी पैड की अच्छी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा सख्त विनिर्देश तैयार किए गए हैं। आईएस 5405 में मानदंडों और नियमों का विस्तृत विवरण है, जिसका सैनिटरी पैड निर्माताओ कों पालन करना होता है।

सैनिटरी पैड गुणवत्ता के लिए मानक:

• सैनिटरी पैड बनाने के लिए अब्सॉर्बेंट फ़िल्टर और कवरिंग का सबसे अधिक ख़्याल रखना होता है। कवरिंग
के लिए भी अच्छी क्वालिटी के कॉटन का इस्तेमाल होना चाहिए।
• फिल्टर मैटेरियल सेल्युलोज़ पल्प, सेल्युलोज़ अस्तर, टिशूज़ या कॉटन का होना चाहिए। इसमें गांठ, तेल
के धब्बों, धूल और किसी भी चीज़ की मिलावट नहीं होनी चाहिए। यह आईएस 758 के अनुरूप होना चाहिए।
• नैपकिन में कम से कम 60 मिलीलीटर और नैपकिन के वजन से 10 गुना तरल पदार्थ सोखनेकी क्षमता होना जरूरी है।

• नैपकीन का कवर (बाहरी परत) कपास, सिंथेटिक, जाली और बिना बुने हुए कपडे का और स्वच्छ होना चाहिएI
• निर्माता के नाम या ट्रेडमार्क के साथ सैनिटरी नैपकिन की संख्या हर पैकेट पर चिह्नित होनी चाहिए।
• सैनिटरी नैपकिन विभिन्न आकृतियों और डिजाइन के हो सकते हैं । नियमित पैड्स 210 एमएम, लार्ज 211 से 240 एमएम, एक्ट्रा लार्ज 241 से 280 एमएम और एक्सएक्सएल यानि 281 से अधिक होना चाहिए।
• सैनिटरी पैड की सतह चिकनी, नरम और आरामदायक होनी चाहिए जिससे त्वचा को इंफेक्शन और जलन न हो। पैड पर चिपकाने वाले पदार्थो को सही जगह चिपकना चाहिएं।
• पैड्स डिस्पोजेबल होना चाहिए यानि उन्हें 15 लीटर पानी के कंटेनर में डाल दें तो पैड्स को
• विघटित होना चाहिए।
• आईएसओ 17088: उत्पाद है या नहीं, बायोडिग्रेडेबल, कम्पोस्टेबल या ऑक्सी-डिग्रेडेबल है, इसकी जानकारी सैनिटरी नैपकिन के हर पैकेट पर अंकित किया जाए।
• पैड्स की पैकिंग गत्ते का डिब्बा बोर्ड, पॉलीथीन, पॉलीप्रोपाइलीन, पॉलिएस्टर या अन्य जो र्याप्त सुरक्षा प्रदान करती हो उसी में होनी चाहिए।
• इस तरह पहचानें नैपकीन- बाजार से नैपकिन खरीदते समय नैपकिन की सोखने की क्षमता 60 मिलीलीटर से कम लिखी है और प्लास्टिक रहित नहीं लिखा है तो नैपकिन न खरीदे ।
• नैपकिन पर 60 मिलीलीटर पानी दो बार में 5-5 मिनट के अंतराल में धीरे धीरे डालें तथा 10 मिनट के बाद नैपकिन का सूखापन हाथ से देखें । नैपकिन से पानी वापस नहीं निकलता है तो सोखने की क्षमता मानको के अनुसार है ।
• नैपकिन को छूकर उसकी सतह की पहचान करें कि उसकी सतह कितनी मुलायम है। कहीं पॉलिथीन का अगर प्रयोग हुआ है तो नैपकिन से हवा पास नहीं होगी । अतः ऐसा नैपकीन न खरीदें नहीं तो लाल दाने और खुजली जैसी समस्या सूखेपन के बाबजूद हो सकती है।

80 प्रतिशत अंक ला लिखी कामयाबी की दास्तां

सारण : कहा जाता है कि नेक इरादे से काम किया जाए तो जरूर सफ़लता मिलती है, इसे सच कर दिखाया है दसवीं का छात्र विशाल कुमार तिवारी ने। विशाल ने दसवीं की परीक्षा में 80.2 प्रतिशत नंबर लाकर अपनी माँ के मेहनत और विश्वास को सही साबित कर दिया है।

विशाल कुमार तिवारी नवादा पंचायत के ग्राम नथनपुरा का रहने वाला है, वह जलालपुर हाई स्कूल का छात्र है, उसके पिता के देहांत के बाद से वह अपने ननिहाल में रहता है। प्रखंड लेबल पर देखा जाए तो सबसे मेघावी छात्र है। जिसकी मां जलालपुर में एक प्राइवेट स्कूल में अध्यापिका है और यही उनके जीवन यापन का साधन है। विशाल ने अपनी मां की मेहनत को सफ़ल कर दिया है।

दर्जनों गांव के जरूरतमंदों के बीच किया सूखा राशन का वितरण

सारण : विश्व भर में फैली महामारी करोना को लेकर एक तरफ जहां प्रशासन परेशान दिख रही है वहीं दूसरी तरफ असहाय मजदूरों व गरीबों के लिए एक समय का भोजन भी नसीब होना मुश्किल हो रहा है इस मुश्किल घड़ी में रिवीलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज ने लगातार लॉकडाउन के समय से ही छपरा विधानसभा सहित दर्जनों गांव में असहयोग के लिए सुखा राशन का वितरण करवाया जबकि राहगीरों के लिए तैयार फूड पैकेट तथा पानी का लगातार व्यवस्था करवाते रहे जबकि शहरी क्षेत्रों में सेनीटाइज करवाने का भी काम किया वही बड़ी संख्या में पहुंचे जरूरतमंदों के बीच भारतीय जनता पार्टी के महामंत्री शांतनु जी प्रवक्ता विवेक सिंह तथा उप मुखिया अमित सिंह की मौजूदगी में सैकड़ों जरूरतमंदों के बीच राशन सामग्री बिटी जबकि इस व्यवस्था में रोहित कुमार सिंह वार्ड सदस्य पप्पू सिंह वार्ड सदस्य प्रमोद सिंह अनिल प्रसाद मुन्ना मियां सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

लायंस क्लब ने चलाया सैनिटाइजेशन अभियान

सारण : अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्थान लायंस क्लब छपरा इकाई ने शहर के गुजरी भगवान बाजार जैसे इलाकों में घर-घर तथा दूकानो मे जाकर सैनिटाइजेशन की ताकि करोना जैसे महामारी से बचा जा सके बताया जाता है कि इस कार्य को क्लब के सदस्यों ने पिछले अप हफ्ते दिनों से लगातार किया जा रहे हैं ताकि करोना के संक्रमण को रोका जा सके वही इस टीम का नेतृत्व कर रहे संस्थापक अध्यक्ष लायंस क्लब टाउन के संँस्थापक सदस्य कुमार जायसवाल लियो अध्यक्ष लियो अहमद अली लियो विकास लियो आशुतोष लियो अभिषेक ओम पांडे लायंस संतोष साह सहित कई सदस्य शामिल रहे।

क्वारंटाइन केंद्र व गांव को सील

सारण : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार के ने आदेश जारी कर जिले के तीन क्वॉरेंटाइन सेंटर तथा एक गांव को सील करने का आदेश दिया है बताया जा रहा है कि बाहर से आए प्रवासियों के बीच सोनपुर परसा तथा एकमा के क्वॉरेंटाइन सेंटर से 1-1 पॉजिटिव रिपोर्ट मिलने के बाद जिला प्रशासन ने शक्ति के साथ तत्परता दिखाते हुए करंटीन सेंटर को सील कर दिया जहां किसी भी बाहरी व्यक्ति के आने जाने पर प्रतिबंध लगा दी गई वही गांव को सेनेटाइज कर करंट टाइम सेंटर पर भी डॉक्टरों की तैनाती कर समुचित व्यवस्था करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दी।

जरूरतमंदों के लिए निरंतर किया जा रहा भोजन और सुखा राशन का वितरण

सारण : कोरोना जैसे वैश्विक महामारी में हिंदुस्तान सहित पूरा विश्व परेशानी का सामना कर रहा है इस संकटकाल में मध्यवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवार को मुख्य रूप से संकट का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में छपरा विधानसभा सहित छपरा जिला के समस्त मजबूर और जरूरतमंदों को सेवा प्रदान करना मेरा प्रथम लक्ष्य है। उक्त बातें भाजपा नेता व समाजसेवी मनोज सिंह पप्पू द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही गई। भाजपा नेता श्री सिंह ने बताया कि भाजपा राज्य इकाई और केंद्र इकाई के दिशा निर्देशन पर भाजपा जिलाध्यक्ष राम दयाल शर्मा और स्थानीय नेता के मार्गदर्शन पर लॉकडाउन के प्रथम दिन से जरूरतमंदों में निरंतर भोजन और सुखा राशन सहित नगद पैसे का भी भुगतान किया जा रहा है।

मनोज सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि अभी तक लगभग दस हजार व्यक्तियों तक राहत सामग्री पहुंचाया जा चुका है। जिससे छपरा जिला सहित छपरा विधानसभा के किसी भी परिवार को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके साथ छपरा से बाहर में फंसे प्रवासी मजदूरों को भी नेट बैंकिंग और अन्य मनी ट्रांसफर एप्प के माध्यम से लाखों रुपए का मदद पहुंचाया जा चुका है। यह सेवा कोरोना काल के दौरान निरंतर प्रदान किया जा रहा है। भाजपा के केंद्र और राज्यस्तरीय अधिकारियों द्वारा लगातार माॅनिटरिंग कर मनोज सिंह द्वारा किये गए कार्यो का ऑडिटिंग किया जा रहा है।

पुत्रियों ने उठाई रूढ़िवादिता की अर्थी

सारण : दशकों से प्रचलित सामाजिक विडंबना को दरकिनार कर पुत्रियों ने अपनी माता की अर्थी को न सिर्फ कंधा दिया बल्कि स्वयं मुखाग्नि भी दी। लॉक डाउन की वजह से पिता के सूरत में फंसे होने के साथ-साथ घर में एक फूटी कौड़ी उपलब्ध नही होने कारण परेशान पुत्रियों ने अपना गुल्लक तोड़कर दाह संस्कार सम्पन्न कराया। यह लोम हर्षक घटना मांझी प्रखंड के फतेहपुर सरैया की है। घटना रविवार की रात्रि की है। पति राजबलम सिंह गुजरात के सूरत में मजदूरी करने गया और लॉक डाउन में वहीं फंस गया।

इधर, चार दिन पहले उसकी पत्नी राजमुनि देवी 45 वर्ष की कमर व पैर में अचानक तेज दर्द होने लगा। घर में मौजूद पुत्रियों ने उसे डॉक्टर से दिखाया। दवा दारू की गई। परन्तु दो दिनों बाद रविवार की रात खाना खाने के बाद महिला अचानक बेहोश हो गई और देखते ही देखते वह स्वर्ग सिधार गई। माता की अचानक हुई मौत से घर में मौजूद पांच में से तीन पुत्रियों के होश उड़ गए। किंकर्तब्यविमूढ़ बच्चियां दहाड़ मारकर रोने लगीं। बाद में ग्रामीणों ने मृतिका की बड़ी। शादी सुदा पुत्री पिंकी तथा बलेसरा में अपनी मौसी के घर रह रही पूजा को भी घटना की सूचना दी। इधर मौत की खबर सुनकर आस पास के ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए। सबने उन्हें ढांढस बंधाया। सुबह महिला की शव यात्रा निकली। अन्य ग्रामीणों के साथ पुत्री पूनम काजल तथा नेहा ने भी अर्थी को कंधा दिया। शव को चिता पर लिटाने के बाद अग्नि संस्कार को लेकर लोग अलग अलग राय देने लगे तभी मृतक की पांचवीं पुत्री ने साहस का परिचय देते हुए स्वयं मुखाग्नि देने का निर्णय किया।

ग्रामीणों ने अश्रुपूरित नेत्रों से बच्ची का आग्रह स्वीकार कर लिया। मांझी प्रखंड जीविका समूह से जुड़ी मृतिका राजमुनि की पुत्रियों की मदद में खड़ा हुआ अनुभव जिंदगी का सोशल मीडिया ग्रुप। उक्त सोशल ग्रुप के सक्रिय सदस्य राजीव कुमार सिंह तथा राजू कुमार गुप्ता की पहल पर जुटी जीविका दीदियों ने तत्काल 83 सौ रुपये तथा खाद्य सामग्री के अलावा स्थानीय मुखिया संजीत कुमार साह व पूर्व जिप सदस्य धर्मेन्द्र सिंह समाज ने क्रमशः पांच पांच हजार रुपये नकद तथा खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया। श्री सिंह ने एक पुत्री को सीएसपी में नौकरी दिलाने का भी आश्वासन दिया। मौके पर जदयू नेता अरविंद सिंह समाजसेवी कृष्णा सिंह पहलवान तथा अशोक सिंह आदि बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। उधर प्रखंड परियोजना पदाधिकारी संजय कुमार ने सोशल मीडिया ग्रुप के अनुरोध पर मृतका का 25 हजार का बैंक ऋण माफ कराने के साथ साथ मृतका के पुत्रियों को स्कील डेवलपमेंट के तहत मुफ्त ट्रेनिंग कराने तथा रोजगार उपलब्ध कराने में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया।

रेड क्रॉस सोसाइटी ने सैनिटाइज़र, मास्क साबुन का किया वितरण

सारण : इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से जरुरतमंदो और कोरोना योद्धाओं के बीच सैनिटाइजर, मास्क,साबुन का वितरण बुधवार को किया गया और जरूरतमंद लोगों को भोजन भी कराया गया।उत्तरी दहियावा दलित वस्ती तथा 44 नंबर ढाला के समीप दलित वस्ती में लगभग 300 जरुरतमंदो के बीच मास्क,सैनिटाइजर और साबुन का वितरण किया गया।

रेड क्रॉस सोसाइटी सारण के सचिव जीनत जरीना मसीह ने कहा कि आपदा की इस घङी में रेड क्रॉस सोसाइटी सरकार व समाज के साथ है और कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी की रोक थाम व बचाव के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना योद्धाओं का उत्साहवर्धन सबसे जरूरी है, क्योंकि वह हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर अपना योगदान कर रहे हैं।

वही संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ० सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि लाॅक डाउन लागू होने के कारण गरीब व कमजोर लोगों के समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी है। इसको ध्यान में रखते हुए 101 जरूरतमंदो, गरीब, लाचार, असहाय, मंदबुद्धि, बेघर के बीच पूरी, सब्जी और मिठाई का वितरण किया गया।साथ ही साथ सबको मास्क,सैनिटाइजर और साबुन भी दिया गया,ताकि तो समय समय पे अपना हाथ और शरीर सैनिटाइज करते रहेंगे।

कार्यक्रम का नेतृत्व युवा रेड क्रॉस शाखा सारण के सचिव अमन राज ने किया।अमन राज ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत दलित बस्ती दक्षिणी दहियावां टोला और 44 नंबर ढाला से हुआ जहाँ दलित बस्ती दक्षिणी दहियावा टोला में 155 और 44 नंबर ढाला पे 145 जरूरतमंद परिवार के बीच मे मास्क, साबुन और सैनिटाइजर वितरण किया गया। इसके बाद कोरोना योद्धाओं पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी, मीडियाकर्मी, सफाईकर्मी के बीच सभी चौक- चौराहे पर पुलिसकर्मी को, सदर अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मी को, मीडिया कार्यालय में मीडियाकर्मी और सफाईकर्मी के बीच मास्क,साबुन और सैनिटाइजर का वितरण किया गया।वही शाम में रोटी बैंक के साथ मिलकर 101 जरूरतमंदो गरीब,लाचार, असहाय, मंदबुद्धि, बेघर लोगों को भोजन कराया गया।

इस मौके पर रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य जितेन्द्र कुमार,संजीव चौधरी,शैलेंद्र ओझा,आलोक राज तथा युवा इकाई के सदस्य अमन सिंह,विकास,चंदन राज,अंकित,अखिल,भुनेश्वर, राहुल,लवली,कुमारी अनिशा, ममता ने भाग लिया।

होम क्वारंटाइन हुए लोगों की होगी प्रति दिन जांच

सारण : दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासियों को क्वॉरेंटाइन में रखने के लिए श्रेणी का बंटवारा किया गया है। अब सूरत, अहमदाबाद, नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद, दिल्ली, मुंबई , फरीदाबाद, कोलकाता, बेंगलुरु से आने वाले प्रवासियों को ही स्कूल क्वॉरेंटाइन में रखा जाएगा तथा अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासियों को 14 दिन होम को क्वॉरेंटाइन रखा जाएगा। प्रवासियों को होम क्वारंटाइन में रख कर उन्हें 14 दिनों तक प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इसको लेकर जिला प्रतिरक्षण कार्यालय में सभी स्वास्थ्य सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य प्रबंधक तथा यूनिसेफ के बीएमसी को प्रशिक्षण दिया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शर्मा, डीपीएम अरविंद कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ रंजीतेश कुमार, यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान उन सभी को बाहर से आये प्रवासियों के जांच, उनसे संबंधित रिपोर्ट्स, खुद की सुरक्षा संबंधी उपाय आदि की जानकारी दी गई।

होम क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासियों की प्रतिदिन होगी स्वास्थ्य परीक्षण :

डीआईओ डॉ अजय कुमार शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के संक्रमण के कारण होम क्वारंटीन में भेजे गए सभी प्रवासियों के प्रतिदिन होम क्वारंटीन की आवश्यकता है। हम क्वारंटीन के दौरान अगर व्यक्ति में कोविड-19 संक्रमण से संबंधित कोई लक्षण परिलक्षित होता है, तो पूर्व निर्धारित प्रक्रिया के तहत उसका सैंपल एकत्रित कर जांच एवं आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय सेवा प्रदान किया जाएगा। इसके लिए पर्यवेक्षक द्वारा 14 दिनों तक प्रवासियों का गृह भ्रमण कर उनके स्वास्थ्य की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके साथ साथ उन्हें होम क्वारंटाइन के दौरान रखने वाली सावधानियों की भी जानकारी दी जाएगी।

पल्स-पोलियो अभियान के तर्ज पर की जाएगी जांच :

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि प्रवासियों के घर-घर सर्वे अभियान पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर चलाया जाएगा। 14 दिन परीक्षण के दौरान पर्यवेक्षकों द्वारा प्रवासियों के घरों में जाकर व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही प्रवासी व्यक्तियों के घरों पर पर्यवेक्षकों द्वारा होम क्वारंटाइन संबंधी पोस्टर चिपकाया जाएगा और उन्हें होम क्वारंटाइन संबंधी पम्पलेट भी उपलब्ध कराई जाएगी. पर्यवेक्षक द्वारा 14 दिन तक चिपकाए गए पोस्टर पर तिथि सहित हस्ताक्षर किए जाएंगे।

प्रशिक्षण में दी गई जानकारी :

प्रवासियों के होम क्वारंटाइन के समय 14 दिनों तक घर घर जाकर जांच सम्बन्धी जानकारी पर्यवेक्षक द्वारा जांच क्रम में सर्दी, खांसी व सांस लेने में हो रही कठिनाई आदि की जांच कर इसकी सूची संबंधित स्वास्थ्य कार्यालय में प्रदान की जाएगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा ऐसे चिन्हित व्यक्ति को प्रखंड स्तर पर चल रहे क्वारंटाइन सेंटर्स पर ला कर कोविड -19 संबंधित जांच हेतु आवश्यक कार्यवाही करेंगे।

प्रखंड स्तर पर दिया जाएगा प्रशिक्षण :

जिलास्तर से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद सभी बीएचएम और बीएमसी प्रखंड स्तर पर सुपरवाइजर को प्रशिक्षण देंगे और होम क्वॉरेंटाइन में रहने वाले प्रवासियों का दो टू डोर स्वास्थ्य परीक्षण तथा स्क्रीनिंग कराना सुनिश्चित करेंगे।

अपर समाहर्ता ने क्वारंटाइन केंद्र का किया निरीक्षण

सारण : जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेश के आलोक में अपर समाहर्त्ता डॉ गगन के द्वारा बनियापुर प्रखंड स्थित राजकीय मध्य विधालय बालक, राजकीय मघ्य विधालय कन्या, बनियापुर, उच्च विधालय कन्हौली, उच्च विधालय कोल्हुआ एवं मघ्य विधालय पिपरा में स्थापित क्वारंटाइन केन्द्रों का निरीक्षण किया गया।