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27 मई : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

पांच और लोगों ने कोरोना को दी मात

मधुबनी : लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामले के बीच जिलावासी हौसला नहीं हार रहे। यही कारण है कि वे कोरोना को मात देने में सफल हो रहे हैं। मंगलवार को भी जिले के पांच कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। झंझारपुर र्निसंग स्कूल के कोरोना केयर सेंटर से उन्हें तालियों की गड़गड़ाहट के साथ घर के लिए विदा किया गया।

जिल के फुलपरास एवं झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र के इन पांच लोगों को कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके बाद सभी को 18 मई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज सभी की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद सभी को स्वस्थ पाते हुए घर के लिए विदा कर दिया गया। कोरोना की जंग में फतह हासिल करने वाले लोगों में झंझारपुर प्रखंड के संग्राम के सर्पे आलम (32), सुखेत गोधनपुर के बैद्यनाथ माली (48), विशौल सुखेत का राधेश्याम पांडेय (50), फुलपरास प्रखंड के धर्मडीहा निवासी मनोज कुमार (30) एवं केशवावढ़ही के ललित कुमार रजक(32) शामिल हैं। इनलोगों की लगातार दूसरी जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद झंझारपुर र्निसंग स्कूल के कोविड केयर सेंटर से मंगलवार की देर शाम छुट्टी दे दी गई है। मालूम हो कि ये सभी लोग प्रदेश से आने के बाद अपने यहां के क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती थे। इन पांचों लोगों को घर में ही एक सप्ताह तक क्वारंटाइन रहने का निर्देश दिया गया है। सेंटर से छोड़े जाने के समय डॉ. अमानुल्लाह के साथ ही अस्पताल प्रबंधक श्याम चौधरी भी मौजूद थे।

मनरेगा ने खाली हाथ पहुंचे प्रवासियों में जगाई आस

मधुबनी : लॉकडाउन के दौरान घर लौटै प्रवासी मजदूरों की मनरेगा ने उम्मीदें जगा दी हैं। पंचायत स्तर पर मिल रहे काम से उन्हें कम से कम दो जून की रोटी का समाधान होता दिख रहा है। लिहाजा नाउम्मीद हो चुके मजदूरों का रूझान मनरेगा की तरफ हो रहा है। गौरतलब है कि लॉकडाउन के कारण काम बंद हो चुका है। ऐसे में काफी संख्या में मजदूर बेरोजगार हो गए हैं। परेशानी झेल कर घर पहुंचे प्रवासी मजदूरों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ग्रामीण रोजगार से मुंह मोड़ चुके मजदूरों को गांव में मनरेगा योजना से कम मिलना शुरू हो चुका है। प्रखंड में करीब दस लाख रूपये से मनरेगा की कई योजनाएं प्रारंभ की जा चुकी है। मजदूरों को काम मिलने लगा है। इससे उनके घर चूल्हा जलने लगा है।

कार्यक्रम पदाधिकारी राजेश कुमार रमण ने बताया कि प्रखंड में मनरेगा योजना के तहत 13 सौ मजदूरों को विभिन्न पंचायतों काम दिया गया है। बलवा एवं विशनपुर पंचायत में पिछले वर्ष प्रलयंकारी बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त धौंस नदी के बांध की मरम्मती का काम चल रहा है। साहरघाट दक्षिणी पंचायत में नाला उड़ाही एवं किसानों के खेत तक पानी पहुंचाने वाली क्षतिग्रस्त नाले की उड़ाही के काम के अलावा कई पंचायतों में सड़क पर मिट्टी करण का काम चल रहा है। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा बाहर से आए प्रवासी मजदूरों को शिविर लगा कर जॉबकार्ड के माध्यम से काम दिया जा रहा है। कार्य स्थल पर फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन किया जा रहा है। मजदूर मास्क लगाकर कार्य कर रहे हैं। तीन पंचायतों में काम शुरू हो चुका है। शेष पंचायतों में मनरेगा से मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने अपील की कि इच्छुक मजदूर पंचायत के रोजगार सेवकों से मिलकर कार्य के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस आपदा की घड़ी में काम कर रहे मजदूरों के चेहरे पर एक संतोष एवं प्रसन्नता दिख रही है।

डीएम का कोरोना टेस्ट आया पॉजिटिव, कर्मियों की जांच प्रकिया शुरू

मधुबनी : सूत्रों के हवाले से मिली ख़बर के अनुसार मधुबनी जिलाधिकारी का कुछ दिनों पहले कोरोना जाँच के लिए सैंपल लिया गया था जिसका रिपोर्ट पॉजिटिव आया है, इसके साथ ही जिले के कई अधिकारियो व डीएम कार्यालय के कर्मियों की जाँच भी की जा रही है।

इस दावों को मजबूती इस बात से भी मिल रही है कि स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने भी यह जानकारी दी है कि उत्तर बिहार के एक जिलाधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने जिले का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। इसी बीच मधुबनी जिले के अपर समाहर्ता ने जिले के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के नाम पत्र जारी कर सभी प्रशासनिक कार्यालयों में कार्यरत असफरों, कर्मियों को कोरोना जांच के लिए निर्देशित किया है।

पत्र के विषय में उन्होंने लिखा है कि समाहरणालय एवं अनुमण्डल कार्यालय सदर के सभी पदाधिकारी,कर्मचारी के कोरोना संक्रमण लक्षण के जाँच की आवश्यकता महसूस की जा रही है। इस आलोक में मधुबनी जिला समाहरणालय के सभी कर्मियों की कोरोना जांच कराई जाए।

क्वारंटाइन केंद्रों पर दुर्व्यवस्था व रोजगार को लेकर रालोसपा का सांकेतिक धरना

मधुबनी : राष्ट्रीय लोक समता पार्टी की मधुबनी जिला इकाई के द्वारा जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद की अध्यक्षता में नगर के चकदह स्थित कुशवाहा छात्रावास के प्रांगण मे क्वारेंटाइन मे बदइंतजामी को अविलंब दूर करने एवं गरीब प्रवासी श्रमिको को रोजी-रोटी के लिये तत्काल रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर सामाजिक दूरी बनाते हुये सांकेतिक धरना दिया गया।

रालोसपा जिलाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा बिहार सरकार द्वारा अगर जल्द क्वारेंटाइन की बदइंतजामी नहीं दूर की गई और प्रवासियों को जल्द ही रोजगार नहीं उपलब्ध कराया गया तो पार्टी आंदोलन तेज करेगी। इस सांकेतिक धरना मे कई कार्यकर्ता उपस्थित थे, और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे थे।

पांच सूत्री मांगो को ले मोटर चालक यूनियन ने दिया धरना

मधुबनी : कोरोना वायरस से बचाव के लिए चालकों को जागरूकता करते हुए धरना के माध्यम से मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री से किया गया गुजारा, भत्ता बीमा, मुआवजा तथा सुरक्षा की मांग। सरकार मोटर चालकों के साथ कर रहे हैं। नजरअंदाज और चालकों की मांग को लेकर चरणबद्ध चलाया जाएगा आंदोलन :- भूषण सिंह(जयनगर प्रखंड सचिव,भाकपा माले)

जयनगर में मोटर चालक यूनियन से जुड़े चालकों ने अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर जयनगर के बाबा पोखर भिंडा पर एक दिवसीय धरना आयोजित किए। इस धरना के माध्यम से पांच सूत्री मांग लॉक डाउन से प्रभावित सभी मोटर चालकों को परिवार के भरणपोषण हेतु 15 हजार रुपया प्रति माह दिया जाय। लॉक डाउन के दौरान कोरोना से या किसी कारणों से मोटर चालक के हुए मृत्यु व मृतक के परिजनों को 25 लाख मुआवजा दिया जाय।

सभी मोटर चालकों को निबंधित कर सरकारी खर्चा से 25 लाख का बीमा किया जाय। बैंक से कर्ज के माध्यम से लिए गए विभिन्न प्रकार के वाहनों का लॉक डाउन अवधि का राशियों की क़िस्त माफ किया जाय। मोटर चालकों पर हो रहे पुलिस दमन तथा आपराधिक हमला पर रोक लगावें और सुरक्षा की गारंटी करें। की मांग मुख्यमंत्री बिहार एवं प्रधानमंत्री स्केल लिखित आवेदन के माध्यम से किया गया।

धरना स्थल पर यूनियन के अध्यक्ष मो0 सद्दाम के अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए यूनियन के अनुमंडल सचिव भूषण सिंह ने कहे की COVID -19 के कारण लॉक डाउन होने से विभिन्न प्रकार के मोटर चलाने वाले मोटर चालकों को जीविका पर हमला हो चुका है जिसके कारण परिवार भुखमरी की स्थिति की दौर से गुजर रहा है। मोटर चालक हमेशा देश में विकट परिस्थितियों में भी जान जोखिम में डालकर अपना कर्तव्य निभाने का काम किए हैं और इस वैश्विक महामारी में भी चाहे विधि व्यवस्था नियंत्रण करने की बात हो या कोरोना से प्रभावित लोगों को इलाज में ले जाने की तथा प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने की हो मोटर चालक अभी भी इमानदारी से अपना भूमिका निभा रहे हैं l जिसके कारण कई मोटर चालकों को कोरोना पॉजिटिव से प्रभावित हो चुका है l कई चालक अपना जान भी गमा चुके है। तो दूसरी ओर मोटर चालक सड़क पर उतरते हैं तो पुलिस के द्वारा पिटाई किया जाता है जिसके कारण कई चालक घायल हो चुका है। लेकिन उन चालकों के प्रति सरकार बिल्कुल उदासीनता बरत रहे हैं, जिसकी हम मोटर चालक निंदा करते हैं और चरण बदलता आंदोलन की घोषणा करते हैं। धरना को यूनियन के अध्यक्ष मो0 सद्दाम, इम्तियाज, अशोक गिरी, कपिल दास, संतोष यादव, उमेश सिंह, मनोज कुमार साह, प्रमोद कुमार साहू, श्यामसुंदर दास, सुहेब रजिया, प्रदीप गोईत, मो0शमीम, श्याम राय, शहाबुद्दीन ,मो0 जाहिद ,मो0 इकबाल सहित कई चालकों ने संबोधित किया।

सुमित राउत