बड़े हादसे का गवाह बन सकता है वारिसलीगंज फाटक नं. 21
नवादा : पूर्व मध्य रेल अन्तर्गत दानापुर मंडल के किउल-गया रेल खंड पर स्थित वारिसलीगंज रैक प्वाइंट के पास गेट नंबर 21 बी के दोनों किनारों पर बड़े बड़े गड्ढे उभर जाने से किसी भी वक़्त हादसे का गवाह बन सकता है। अति व्यस्त गेट नंबर 21 बी से सैकड़ों बड़े छोटे वाहनों का आना जाना लगातार जारी रहता है। रेलवे ट्रेक के पास दोनों किनारों पर बड़े बड़े गड्ढे बन जाने से वाहनों को ट्रेक पार करने में अधिक समय लगने के साथ परेशानी बढ़ी हुई है।
सबसे ज्यादा परेशानी तो तब देखने को मिलती है जब ट्रेनों के प्रस्थान के बाद बन्द गेट को खोला जाता है। वहीं रैक प्वाइंट पर माल ढुलाई के समय भी गेट के पास अफरा तफरी का माहौल बना रहता है। फिलवक्त एसएच 83 के रास्ते चलने वाले सभी प्रकार के वाहनों का आना जाना इसी रास्ते से होता रहता है। ऐसी स्थिति में किसी भी समय गेट के पास बने गड्ढे में अचानक वाहनों के उलझ जाने के बाद बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता। इस संबंध में पूछे जाने पर स्टेशन प्रबन्धक अरुण कुमार ने बताया कि ट्रैक के पास बने गड्ढे की लिखित जानकारी आईइएन सेक्सन नवादा को दी गयी है।
74 हजार हेक्टेयर में होगी धान की खेती, बंटेंगे अनुदानित बीज
नवादा : समूचे नवादा जिले में इस बार खरीफ के मौसम में 74 हजार हेक्टेयर में धान की खेती की जाएगी। इसकी तैयारी में जिला कृषि विभाग अभी से जुट गया है। इस बाबत नगर भवन में खरीफ की जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। जहां विभागीय अधिकारियों, सभी कृषि समन्वयकों, किसान सलाहकारों को इस बार के खरीफ सीजन से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी गई। जिला कृषि पदाधिकारी ने कार्यशाला में कहा कि सभी विभागीय कर्मी अभी से खेती को लेकर तैयारी में जुट जाएं। इस बार मई माह के अंत तक किसानों के लिए बीज उपलब्ध करा दिया जाएगा। इस बार किसानों को बीज मिलने में देरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जैसे ही जिला का बीज उपलब्ध होगा उसके एक दो दिन के अंदर सभी प्रखंड को बीज आवंटित करा दिया जाएगा।
डीएओ ने बताया कि मुख्यमंत्री तीब्र बीज विस्तार योजना के तहत लाभुक किसान को 90 फीसद अनुदान पर धान के बीज दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछली साल जितनी भी खरीफ की योजनाएं चली थी वह सभी इस बार भी हो रही है। जिसमें किसानों के लिए जीरोटीलेज, श्रीविधि धान प्रत्यक्षण, पैडी ट्रांसप्लांटर, हरित क्रांति उपयोजना, मिनीकिट आदि सभी योजना में अलग-अलग प्रकार के अनुदान से किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा। इससे पहले इस खरीफ कार्यशाला का उद्घाटन पौधा संरक्षण विभाग के प्रमंडलीय सहायक निदेशक मनोज कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी अरविद झा, आत्मा के परियोजना निदेशक संजय शर्मा, जिला उद्यान पदाधिकारी शंभु प्रसाद ने संयुक्त रूप से इस खरीफ कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस कार्यशाला में कृषि समन्वयक मदन मोहन कुमार, राजेश कुमार, दिलीप कुमार, राघवेंद्र नारायण, सुरेंद्र पाल, प्रेम सागर, प्रीति कुमारी, खुशबू कुमारी, प्रमोद कुमार, मुकेश कुमार, पंकज कुमार सिन्हा, संजय यादव, नित्यानंद शास्त्री, मनीष पांडेय व अन्य उपस्थित थे।
52 सौ किसानों को मिलेगा धान का बीज
मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना से किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान पर धान के बीज मुहैया कराए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक हरेक राजस्व ग्राम योजना से 5-5 किसानों का चयन किया जाएगा। नवादा जिला से 1040 राजस्व गांव के 5200 किसानों को योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है। योजना के अनुसार आधा एकड़ के लिए बीज दिया जाएगा। यह योजना धान के अलावा अरहर के लिए भी चलेगा। इस योजना के तहत 2150 लाभांवित हो रहे किसानों को लाभ दिया जाएगा। मिनीकिट योजना से जिले के 833 किसानों को लाभ दिया जाएगा। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत श्रीविधि प्रत्यक्षण के लिए 319 एकड़ का लक्ष्य रखा गया है। तो वहीं हरित क्रांति उप योजना से 720 एकड़ का लक्ष्य रखा गया है। जीरोटीलेज/सीड ड्रील सीडर से धान की सीधी बुआई का प्रत्यक्षण 720 एकड़ में किया जाएगा।
आम, केला, पपीता व अमरूद की खेती पर मिलेगा अनुदान
जिले में परंपरागत खेती के साथ फल-फूल की खेती को भी सरकार प्रोत्साहित कर रही है। इस बार उद्यान विभाग की ओर से आम, केला, पपीता व अमरूद की खेती पर अलग-अलग योजना से अनुदान का प्रावधान किया गया है। इसके लिए लक्ष्य भी तय कर दिया गया है। आम के लिए 40 हेक्टेयर, केला के लिए 30 हेक्टेयर, पपीता के लिए 30 हेक्टेयर, अमरूद के लिए 10 हेक्टेयर का लक्ष्य रखा गया है। इसमें योजना सब्सिडी का 50 प्रतिशत तीन अलग-अलग किस्तों में दिया जाएगा। विभाग की ओर से पौधा उपलब्ध कराया जाएगा। इन फलदार पौधों की खेती के लिए जुलाई तक किसान आवेदन कर सकेंगे।
डीएचओ शंभु प्रसाद ने बताया कि किसान जो योजना का लाभ लेना चाहते हैं वह जून में खेत में गड्ढा तैयार कर लें। आम के लिए 5 गुणा 5 मीटर पर पौधा लगाने के लिए गड्ढा खोदना है। अमरूद के लिए 3 गुणा 3 का गड्ढा खोदना है। केला और पपीता के लिए 1.8 गुणा 1.8 मीटर का गड्ढा खोदना है।
इसके साथ ही उद्यान विभाग की ओर से प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना का लाभ लेने के लिए किसान सीधा ऑनलाइन आवेदन करेंगे। इस योजना से ड्रीप व स्प्रींकलर के लिए आवेदन किया जा सकता है। ड्रीप में 90 प्रतिशत व स्प्रींकलर में 75 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है।
रजौली के एनबीसीयू में बुनियादी सुविधाओं की कमी
नवादा : उग्रवाद प्रभावित रजौली में नवजात बच्चों के इलाज के लिए बने सघन चिकित्सा इकाई कक्ष में अनेक बुनियादी सुविधाओं की कमी है। इस पूरी यूनिट को वातानुकूलित रहना जरूरी है। जबकि 6 माह बीत जाने के बाद भी यहां एयरकंडीशन नहीं लगाया गया है। चिलचिलाती गर्मी में भी बगैर एसी का इलाज किया जा रहा है। जिससे कक्ष के अंदर का वातावरण ठंढा होने की जगह काफी गर्म रहता है। छोटे नवजात बच्चों को काफी कष्ट होता है। यहां काम करने वाले कर्मी भी एसी की जरूरत बताते हैं। 6 महीने पूर्व पूरे उत्साह के साथ अनुमंडलीय अस्पताल रजौली में न्यू बॉर्न केयर यूनिट अर्थात नवजात शिशु सघन चिकित्सा कक्ष की स्थापना हुई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक से एक बढ़कर आधुनिक मशीनें एनबीसीयू में लगाई गई थी। लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण नवजात शिशु सघन चिकित्सा कक्ष पूरी तरह से बेकार होकर रह गया है। प्रसव के उपरांत नवजात बच्चों के इलाज के लिए बना है यूनिट
प्रसव के उपरांत जन्म लेने वाले नवजात बच्चों को किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी होने या उससे बचाने के लिए वहां न्यू बॉर्न केयर यूनिट में विशेष व सघन चिकित्सा के लिए तुरंत रखा जाना है। जहां शीशा के अंदर बच्चे को बंद कर शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा उसका समुचित इलाज किया जाना है। लेकिन न्यू बॉर्न केयर यूनिट में एसी नहीं लगे होने जानकारी के मुताबिक एनबीसीयू के चालू होने के बाद से अब तक 17 नवजात बच्चों का इलाज हुआ है। आखिरी बार एनबीसीयू में 4 मई 2019 तक नवजात का इलाज किए जाने का रिकॉर्ड अस्पताल की पंजियों में दर्ज है। इसके बाद से अब तक 21 दिन बीत चुके हैं, लेकिन इस दौरान किसी भी नवजात बच्चों का इलाज इस यूनिट में नहीं हुआ है। कई नवजात बच्चे जॉन्डिस अर्थात पीलिया रोग से पीड़ित भी पैदा हुए हैं। लेकिन कमजोर बच्चे होने के बाद भी नवजात के माता-पिता ने अस्पताल में संचालित न्यू बॉर्न केयर यूनिट में मासूमों का इलाज नहीं कराया। बगैर एसी के चलने वाले इस आइसीयू में माता- पिता ने अपने बच्चों का इलाज कराना उचित नहीं समझा। जरूरत पड़ने पर नवजात के परिजन बेहतर चिकित्सा के लिए अस्पताल से बाहर निजी नर्सिंग होम में चले जाते हैं।
यूनिट के लिए अलग से नहीं लगाए गए डाक्टर
रजौली अनुमंडल अस्पताल की यह व्यवस्था बगैर एसी के चलते यह एनबीसीयू शोभा की वस्तु बन कर रह गया है। यही नहीं, इस एनबीसीयू के लिए किसी चिकित्सा कर्मी को पदस्थापित नहीं किया गया। अस्पताल में नियमित रूप से ड्यूटी करने वाली जीएनएम को ही एनबीसीयू का प्रभार दे दिया गया है।
अस्पताल की जीएनएम श्रुति कुमारी ने कई बार अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एन. के. चौधरी से एनबीसीयू में एसी लगाए जाने का अनुरोध किया। लेकिन उपाधीक्षक ने जीएनएम श्रुति कुमारी की बातों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. एन.के. चौधरी ने बताया कि एनबीसीयू चालू होने के बाद एसी लगाने की दिशा में कवायद शुरू की गई है लेकिन अब तक एसी नहीं लगा है। जल्द ही इसे लगाया जाएगा।
जलस्तर में गिरावट के चलते पेयजल संकट से जूझ रहे ग्रामीण
नवादा : उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के जंगलों व पहाड़ी क्षेत्रों में भूगर्भीय जलस्तर में गिरावट के चलते क्षेत्र में पानी का संकट दिन-प्रतिदिन गंभीर होता जा रहा है। पोखर व ताल-तलैया सूखने के कारण पशुपालकों के समक्ष भी पशुधन के लिए पानी की किल्लत उत्पन्न हो गई है। विभिन्न पंचायतों की दर्जनों गांव में पानी के लिए हाहाकार मच गया है।
प्रखंड के हरदिया व सवैयाटांड़ पंचायत में पेयजल की भारी समस्या है और त्राहिमाम मचा हुआ है। भानेखाप, सूअरलेटी, कुंभियातरी, मरमो, पिछली जमुंदाहा, चोरडीहा, सवैयाटड़ पंचायत के टिटहियां, फगुनी, बसरोन, टोपा पहाड़ी समेत कई गांवों में जलस्तर काफी नीचे चल गया है। लिहाजा चापाकल से पानी निकलना बंद हो गया है। ग्रामीण स्तर पर किसी एक बोरिग के सहारे पेयजल की व्यवस्था की जा रही है।
क्षेत्र के अधिकांश तालाब और पोखर पूर्णत: सूख चुके हैं, जिससे पशुपालक किसानों के समक्ष भी पशुओं के लिए पानी की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है।
जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मांग पर प्रशासनिक पदाधिकारियों ने भी गांव में पेयजल मुहैया कराने के आश्वासन देते हुए संबंधित विभाग को काम करने को कहा था। सरकारी निर्देश के आलोक में प्राथमिक स्तर पर जारी आदेश में सुखे चापाकलों को चालू कराने के लिए खुदाई कर सिलेंडर लगाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन अभी तक चापाकल मरम्मत करने की टीम जंगली क्षेत्र के एक गांव में नहीं पहुंची है। ग्रामीणों के समक्ष पेयजल के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। लोग नदी नाले में घंटों इंतजार के बाद पीने लायक पानी छानकर अपने घर ले जा रहे हैं।
इस संबंध में पीएचईडी विभाग के एसडीओ राहुल कुमार ने बताया कि आदेश के अनुसार प्रखंड के कई गांवों में चापाकल मरम्मत का काम चल रहा है। कई जगहों पर टैंकर से भी पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। जल्द ही जंगली क्षेत्र के चापाकल को भी दुरुस्त कर दिया जाएगा ।
पाण्डेय गंगौट के महादलित टोला में पानी की घोर किल्लत
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल प्रखण्ड के पाण्डेय गंगौट पंचायत के वार्ड नम्बर 7 के महादलित बाहुल्य टोला के ग्रामीणों में पेयजल को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। स्थिति यह है कि गांव में अनुसूचित जाति के 40 घर की आबादी में महज एक सरकारी चापाकल है जिससे लोग दैनिक कार्यों के अतिरिक्त अपनी अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं।
इस वार्ड में मुख्यमंत्री जल नल के तहत काम मे भी भेद भाव बरती जा रही है। ग्रामीण शोभा देवी, आलोक पंडित, अशोक राम, श्रवण पासवान आदि ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि की उदासीनता के कारण लोगों के समक्ष पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है।
नेमदारगंज में जुटेंगे राष्ट्रीय स्तर के कई दिग्गज
नवादा : नवादा में अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के नेमदारगंज में बंचित जन अधिकार मोर्चा के तहत रविवार को बैठक का आयोजन किया गया है। बैठक में अम्बेडकर पार्क नेमदारगंज के प्रगाण में 26 जून को एक राष्ट्रीय स्तर पर भीम जागरण का आयोजन करने का निर्णय लिया गया।
उक्त अवसर पर राष्ट्रीय स्तर के कई दिग्गज प्रवक्ताओं को आमंत्रित किया गया है। आमंत्रित लोगों में बिहार के चर्चित युवा नेता कन्हैया कुमार बेगूसराय, पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड बाबूलाल मरांडी, राष्ट्रीय प्रवक्ता जिग्नेश मेवानी गुजरात, बीएचयू रिसर्चर, राहुल राजभर बनारस, दक्षिणी छारा भाई फिल्मी डायरेक्टर मध्य प्रदेश ,अशोक चौधरी वर्तमान विधायक मुजफ्फरपुर, दिवेश सेहरा पूर्व जिला पदाधिकारी नवादा, विनय रतन भीम आर्मी राष्ट्रीय अध्यक्ष, राम अचल राजभर राष्ट्रीय प्रवक्ता उत्तर प्रदेश को आमंत्रित किया गया है।
कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु एक कमेटी का निर्धारण किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि 26 जून तक कार्यक्रम सफल बनाने हेतु प्रत्येक रविवार को कमेटी की निर्धारित लोगों के बीच बैठक किया जाएगा जिसके लिए अगला बैठक दिनांक 2 जून 2019 को नेमदारगंज बरतल्ला सामुदायिक भवन में रखा गया है। सभी वंचित जन अधिकार के साथियों से अनुरोध किया गया कि अगली बैठक में अवश्य रूप से आकर अपना सुझाव दें।
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में सुरेश राजवंसी, नरेश रविदास पूर्व बिस सूत्री अध्य्क्ष अकबरपुर, रामचन्द्र दास, कृष्ण देव चौधरी ,सरफराज उर्फ़ लल्लू ,उमेश पासवान ,उदय पासवान, बाबूलाल रविदास सुरेश दास आदि कई लोग शामिल हुए।
गौशाला में लगी आग से तीन मवेशी झुलसे, पथ जाम
नवादा : नवादा के वारिसलीगंज प्रखंड क्षेत्र के बासोचक गांव में 33 हजार वोल्ट का बिजली तार टूटकर गिरने से गौशाला में आग लग गयी जिसमें तीन मवेशी झुलस गये। खिरू यादव के गौशाला में लगी आग पर अथक परिश्रम के बाद ग्रामीणों ने काबू पाया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने वारिसलीगंज-खरांठ पथ को जाम कर दिया जिससे आवागमन घंटों बाधित रहा ।
बताया जाता है कि जैसे ही दोपहर में अचानक तार टूटकर गौशाला के उपर गिरा चिंगारी ने आग का रूप ले लिया। जबतक ग्रामीण बचाव में दौङ पाते तीन मवेशी झुलस गया। बाद में कङी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका ।
पथ जाम कर रहे पशु पालकों का आरोप है कि गांव से गुजरने वाले 33 हजार तार के जर्जर रहने से आए दिन अग्नि कांड की घटना में क्षति हो रही है बावजूद तार को बदलने में विभाग की रूचि नहीं है। अधिकारियों के समझाने व मुआवजा का आश्वासन के बाद जाम को वापस लिया गया।
बाइक पुल में कूदी एक घायल, रेफर
नवादा : नवादा-जमुई पथ पर कचना मोड़ के समीप रविवार को अनियंत्रित बाइक पुल में जा कूदी जिसके कारण बाइक सवार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही पकरीबरावां पुलिस ने गम्भीर रूप से घायल युवक को पकरीबरावां स्वास्थ्य केंद्र लाया जिसे चिंताजनक स्थिति में नवादा रेफर कर दिया गया।
बताया जाता है कि वारसलीगंज प्रखंड अंतर्गत पार्वती रेपुरा गांव निवासी प्रभाकर सिंह के 36 बर्षीय पुत्र धीरज कुमार बजाज डिस्कवर से अपने गांव से जमुई जिले के अलीगंज जा रहा था। इसी दौरान कचना मोड़ के समीप बाइक सवार अपना नियंत्रण खो दिया। जिसके कारण वह पुल में कूद गया। पूल में कूदते ही वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
बाइक गिरोह ले भागा मोटरसाइकिल, प्राथमिकी
नवादा : बाइक गिरोह के सदस्यों ने शनिवार को अपना वर्चस्व कायम रखते हुए पकरीबरांवा प्रखंड क्षेत्र के धेवधा गांव के समीप से BR01CP/5552 को दिन के ही उजाले में ही ले उड़ा। इस बाबत वाहन मालिक अमृत कुमार ने रविवार को पकरीबरावां थाना में आवेदन देकर बताया कि वह अपने गांव के दोस्त से बाइक को मांगकर बाजार आ रहा था। इसी दौरान अर्धनिर्मित आईटीआई कॉलेज के समीप वह वाहन को पथ पर खड़ा कर शौच को चला गया। इसी दौरान एक अज्ञात युवक उस पर आकर बैठकर बाइक को स्टार्ट करने लगा। नजर पड़ी तथा वह जबतक दौड़ता तबतक उसके बाइक को बाजार की ओर भाग खड़ा हुआ। बाइक सवार ने काफी प्रयास किया बाबजूद भी कोई अता पता नही चला। तब थाने में प्राथमिकी दर्ज बाइक को खोजबीन की गुहार लगाई। हालांकि पीड़ित ने सीसीटीवी फुटेज को भी निकाल कर पुलिस को बताया। बता दें पकरीबरावां थानाक्षेत्र में बाइक चोर गिरोह काफी सक्रिय है। जिसके कारण महीने में लगभग आधा दर्जन बाइक की चोरी हो चुकी है। परन्तु पुलिस एक भी बाइक को जब्त करने में असफल रही है। जिसके कारण बाइक सवार का विश्वास पुलिस पर से उठता जा रहा है। इस कारण से कई बाइक मालिक प्रार्थमिकी भी दर्ज करना उचित नही समझते। यह हालात तब है जब पुलिस के द्वारा हमेशा वाहन जांच अभियान चलाया जाता है।