स्कूलों ने आयोजित की ऑनलाइन परीक्षा, शामिल हुए 5000 से भी अधिक छात्र
- पहली बार विद्यार्थियों का घर बना परीक्षा हॉल, लिए माता-पिता बने वीक्षक
नवादा : कोरोना संक्रमण के कारण जारी लॉकडाउन में लोगों ने बहुत कुछ खोया है। ऐसे में बेहतर करने और पाने की संभावनाएं भी कम नहीं रही है। ऐसी ही सकारात्मक सोच के साथ बेहतर करने की कोशिश मॉडर्न शैक्षणिक समूह ने किया है। मॉडर्न इंगलिश स्कूल नाम की यह संस्था दक्षिण बिहार में अपने अनुशासन और खोजपरक शैक्षणिक गतिविधियों के लिए जाना जाता रहा है। एक बार फिर जब लॉकडाउन ने तमाम शैक्षिक गतिविधियों पर ब्रेक लगा दी है, इसमें इस संस्था ने ऑनलाइन के जरिए पढ़ाई से लेकर परीक्षा तक की तमाम व्यवस्था को सुदृढ़ किया है। विगत 2 माह से जारी ऑनलाइन क्लासेज के बाद अब संस्थान ने ऑनलाइन परीक्षा शुरू कर दी है।
कोरोना वायरस की वजह से हर पंद्रह दिन के बाद बढ़ते लॉकडाउन से उत्पन्न हुए अनिश्चितता के वातावरण और विपरीत परिस्थिति में भी अपने विद्यार्थियों के भविष्य को सुरक्षित रखने को कृत संकल्पित मॉडर्न शैक्षणिक समूह अपनी सभी शाखाओं में अप्रैल के प्रारंभ से ही ई- लर्निंग के द्वारा गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन शिक्षा प्रदान कर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी समर्पित प्रतिबद्धता प्रदर्शित कर रहा है। इसी उत्कृष्टता की अगली कड़ी के रूप में इनकी एक नई पहल है ऑनलाइन परीक्षा। विगत दो महीनों से चल रहे ऑनलाइन पढाई के परिणाम और उसकी उपलब्धि के आंकलन के लिए मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सभी विद्यालयों ने आंतरिक परीक्षा का आयोजन कर रहा है। ये परीक्षाएं यूकेजी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जा रही है।
आज 24 मई, रविवार से शुरू होकर 30 मई, शनिवार तक चलने वाले इस परीक्षा में छात्रों के घर को ही परीक्षा हॉल का रुप दिया गया है। परीक्षा में नकल रोकने के लिए अभिभावकों को ही इसका जिम्मा दिया गया है जिसमें वह वीक्षक की जिम्मेदारी निभाते नजर आएंगे। इस ऑनलाइन परीक्षा के विषय में मॉडर्न शैक्षणिक समूह के निदेशक डॉ. अनुज कुमार ने बताया कि मोदीजी के डिजिटल इंडिया का सपना अब हकीकत में बदल रहा है। इसी के बदौलत आज देशभर के विद्यार्थी इस लॉकडाउन में भी अपनी पढ़ाई को निर्बाध रूप से जारी रख रहे हैं। कोरोना महामारी के कारण बदलते माहौल को समझकर मार्च में ही ऑनलाइन पढाई की सारी तैयारी कर ली थी और 2 अप्रैल से विधिवत पढाई शुरू कर दी गयी थी। विगत दो महीनों से हमारे शिक्षकों ने पूरी दक्षता और परिश्रम के साथ ऑनलाइन पढाई करवाई है। इस ऑनलाइन पढाई के प्रभाव और सफलता के आकलन के लिए हमने एक ऑनलाइन परीक्षा लेने का निर्णय लिया। जो कि शैक्षणिक नवाचार के दिशा में एक अद्वितीय पहल है।
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन एग्जाम के लिए एक गाइडलाइन जारी किया गया है। इस गाइडलाइन के मुताबिक ही बच्चों की परीक्षा देनी होगी। मॉडर्न इंग्लिश स्कूल के प्राचार्य पंकज कुमार ने बताया कि इस परीक्षा के आयोजन के पहले अभिभावकों से सहमति ली गयी तब पाया गया कि सभी अभिभावक और विद्यार्थी काफी उत्सुक हैं। उन्हें यह देखने का जी चाहता है कि हमारा छोटा बच्चा घर बैठे ऑनलाइन परीक्षा देगा। बहुत सारे अभिभावकों ने कहा कि मैंने अपने जीवन में कभी ऐसा नहीं देखा जो आज हमारे बच्चे कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज 24 मई से प्रतिदिन एक विषय की ऑनलाइन परीक्षा ली जा रही है जिसमें मॉडर्न शैक्षणिक समूह के सभी विद्यालयों के लगभग 5000 विद्यार्थी शामिल होंगे। ये सभी विद्यार्थी हमारे ऑनलाइन पाठ्यक्रम से जुड़े हुए हैं। इस मामले में हमारा विद्यालय शायद बिहार और झारखंड में पहला विद्यालय है जिसने इतने वृहत पैमाने पर ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया है जिसमें यूकेजी से बारहवीं तक के बच्चे भाग लेने जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों मे शिक्षा में तकनीकी शिक्षण-शैली, नवाचारों और नेतृत्व का महत्वपूर्ण योगदान होगा और उनका विद्यालय इस दिशा में सदैव अग्रणी भूमिका में रहा है और रहेगा।
उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के ई-लर्निंग ग्रुप में परीक्षा के लिए निर्धारित समय पर हर दिन एक विषय के प्रश्नपत्र का लिंक भेजा जाएगा, जिसकी सहायता से बच्चे घर बैठे ही परीक्षा दे सकेंगे और परीक्षा के बाद उन्हें स्क्रीन पर उनका रिजल्ट भी दिख जाएगा। इसमे अभिभावक वीक्षक और परीक्षक की भूमिका मे होंगे और वह विद्यालय के साथ मिलकर इस आंतरिक परीक्षा को सफल बनाएंगे। हमारी यह योजना शिक्षकों की मदद से ही साकार हो पाई है । सभी शिक्षकगण इसमें बहुत प्रयास कर रहे हैं और उनके प्रयास से यह सब सफल हो रहा है। इस अॉनलाइन परीक्षा का सकारात्मक असर छात्रों की आगे ऑनलाइन पढ़ाई एवं आने वाली परीक्षाओं पर भी पड़ेगा।
मॉडर्न शैक्षणिक समूह के इस नवीन पहल को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक पंकज ओझा, आशुतोष कुमार, अमित कुमार ,स्वाति कुमारी, अनिता कुमारी ,नितेश कुमार हिमांशु कुमार सहित विद्यालय के संरक्षक मनोज कुमार एवं रंजीत कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
ग्रामीणों की नहीं बुझ रही प्यास
नवादा : बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ जन-जन तक नहीं पहुंच रहा है। सरकार के माध्यम से संचालित सात निश्चय योजना का हाल भी खास्ता दिख रहा है,तभी तो इस योजना से संचालित नल जल योजना से जिले के कई वार्ड अब भी बंचित है। जल ही जीवन की सार्थकता नहीं दीख रही है। इस योजना के तहत हर घर को नल जल से जोड़ना है। लेकिन लोग आज भी प्यासे है।
इसका जीता जागता उदाहरण नारदीगंज पंचायत की अब्दल पर पड़रिया गांंव स्थित वार्ड संख्या 13 में देखने को मिला है। इस वार्ड में पानी की घोर किल्लत है। सुबह होते ही लोग बाल्टी लेकर पानी के लिए ग्रामीण दौड़ल गाते है,वावजूद उन्हे पानी नसीब नहीं हो पा रहा है। ग्रामीण रंजीत कुमार,रामाशीष प्रसाद,राजू यादव,सुधीर यादव,फूलचंद यादव,शिव कुमार समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया इस वार्ड में पीएचईडी के द्वारा पेयजलापूर्ति के लिए 20 दिन पहले बोरिंग हुआ है,लेकिन ग्रामीणों को पानी नसीब नहीं हो पा रहा है । स्थिति यह है कि नल से बुन्द बुन्द पानी गिरता है।यों कहा जाय कि स्टैण्ड नल शोभा की बस्तु बनी हुई है।
योजना में घोर लापरवाही का नतीजा है कि ग्रामीणों का कंठ तर नहीं हो पा रहा है। कार्य में भी गुणवता नही है। विभागीय पदाधिकारियों की अनदेखी से ग्रामीणों की प्यास नहीं बुझ रही है,जबकि इस वार्ड में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। जेठ माह बीत रहा है,भीषण गर्मी है। लेकिन व्यवस्था केवल दिखावे का रह गया है।
इस संबंध में रविवार को 2 बजकर 56 मिनटपर पीएचईडी विभाग के जेई प्यारेलाल मंडल के मोबाइल नम्बर 9199636016 पर सम्पर्क कर स्थिति को जानने का प्रयास किया,तो उन्होंने मोबाइल रिसीब करना भी मुनासिब नहीं समझा। ग्रामीणों ने घर घर जोडकर पेयजलापूर्ति व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग डीएम से किया है।
युवक के गुप्तांग पर वार कर बधार में फेंका, हालत गंभीर
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह थाना क्षेत्र सिउर पंचायत की काजीचक गांव के बधार में तड़के एक युवक को घायलावस्था में बिल्कुल नग्न पड़े देखा गया। उसकी पहचान गांव के ही हीरालाल सिंह के पुत्र राहुल कुमार के रूप में हुई है। घायल युवक के गुप्तांगों पर वार किया गया है और चेहरे पर चोट के निशान भी मिले हैं। युवक की हालत चिताजनक बताई जा रही है। स्वजन उसे इलाज के लिए रोह पीएचसी लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। फिर गंभीर हालत में उसे पटना रेफर किया गया है।
सड़क निर्माण में लगे पोकलेन को अज्ञात अपराधियों ने फूंका
युवक एक दिन पहले यानी शुक्रवार को सिउर के इंटर विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर पहुंचा था। वहां के कुछ लोगों ने बताया कि रात्रि करीब साढ़े नौ बजे सभी लोगों के साथ उसने बैठकर खाना खाया था। अगली सुबह शनिवार को सेंटर से करीब तीन किमी दूर खेत में उसे जख्मी हालत में पाया गया। युवक तीन दिन पहले चेन्नई से लौटा था। वहां से लौटने पर उसे इंटर विद्यालय के क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन में रहने के लिए भेज दिया गया था। युवक चेन्नई में मिठाई दुकान में रहकर काम करता था।
प्रेम-प्रसंग की बात आ रही सामने :
घटना के पीछे प्रेम-प्रसंग का मामला बताया जा रहा है। युवक राहुल कुमार का एक साल पहले गांव की ही एक महिला के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। उस समय युवक के स्वजनों व महिला के परिवार के बीच गांव में ही पंचायती लगी थी। पंचायत में युवक को दोषी ठहराया गया था। उसके बाद वह गांव छोड़कर चेन्नई भाग गया था। वहीं घटना के बाद युवक का सारा सामान, कपड़े व चप्पल गांव की ही एक महिला के घर के छप्पर व छत पर देखा गया। उक्त महिला से पुलिस ने पूछताछ भी की है। थानाध्यक्ष धर्मेद्र यादव ने बताया, महिला ने कहा है कि उसे घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
दीवार काट दुकान से चोरी, प्राथमिकी
नवादा : जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के खरांट मोड़ के समीप एक डेकोरेशन दुकान से हजारों की संपत्ति चोरी कर ली गई। चोरों ने देर रात दुकान के पिछले हिस्से की दीवार को काटकर घटना को अंजाम दिया। दुकानदार सुधीर कुमार वर्मा के मुताबिक चोरी की प्राथमिकी थाने में अज्ञात के विरुद्ध दर्ज कराई है।
थानाध्यक्ष दरबारी चौधरी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है।
बस के टायर में लग लगाने से मची अफरा-तफरी
नवादा : उड़ीसा से प्रवासी मजदूरों को लेकर आ रही बस के टायर में आग लग गई। घटना देर रात हिसुआ में राजगीर रोड बगोदर मार्केट के समीप हुई। आग लगते ही अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। प्रवासी मजदूर गाड़ी से कूदकर इधर-उधर भागने लगे। अगल-बगल के लोगों द्वारा आग पर काबू पाया गया। बताया गया कि उड़ीसा के सम्बलपुर थाना क्षेत्र स्थित सीता ईंट-भट्ठा से साहु ट्रेवल्स की दो गाड़ी से मजदूर बिहार पहुंचे थे। मजदूर दूसरे वाहन से गंतव्य के लिए रवाना हुए। चक्का में आग घर्षण के कारण लगा था।
ज़िले में आठ नए कोरोना पॉजिटिव की हुई पुष्टि,संख्या पहुंचा 58
नवादा : शनिवार की देर रात जिले के आठ और प्रवासियों में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि हुई है। इनमें नरहट के पांच, गोविंदपुर के एक, मेसकौर के एक व सिरदला प्रखंड के एक व्यक्ति शामिल हैं। हाल में ही सभी अन्य प्रदेशों से वापस गृह जिला लौटे थे। डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने आठ नए संक्रमितों के मिलने की पुष्टि की। सभी के सैंपल जांच के लिए पटना भेजे गए थे। जांच के बाद कोरोना स्रंकमण की पुष्टि हुई है। जिसके बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इस प्रकार नवादा जिले में अब संक्रमितों का आंकड़ा 58 पर पहुंच गया है।
जिले में प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरू होने के साथ ही कोरोना संक्रमितों की संख्या में वृद्धि होने लगी है। खासकर देश के हॉट स्पॉट वाले इलाके से लौट रहे प्रवासी संक्रमित पाए जा रहे हैं। जिससे जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और आमजनों की चिता बढ़ती जा रही है। जिले में संक्रमितों की संख्या को लेकर असमंजस की है स्थिति
कोरोना संक्रमितों की संख्या को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एक ओर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार को पहली रिपोर्ट में तीन नए कोरोना संक्रमितों की पुष्टि की। वहीं, जिला प्रशासन ने दो संक्रमितों की ही पुष्टि की है। ऐसे में किस आंकड़े को सही माना जाए, यह समझ पाना लोगों के लिए मुश्किल हो रहा है।
कोरोना से जंग जीत घर लौटे नौ प्रवासी
नवादा : कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफे के बीच शनिवार को जिले में राहत वाली एक बड़ी खबर आई है। एक साथ नौ संक्रमितों ने कोरोना से जंग जीत ली है। जिसके बाद उन्हें वापस घर भेज दिया गया है। एक साथ स्वस्थ होने वाले सभी नौ लोगों को कोरोना वॉरियर का प्रमाणपत्र और उपहार देकर विदा किया गया। दरअसल, 17 संक्रमितों के सैंपल जांच के लिए पटना भेजे गए थे। जिसमें नौ लोगों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हो गई है।
डीपीआरओ गुप्तेश्वर कुमार ने स्वस्थ हुए लोगों को सदर अस्पताल से विदा किया। अधिकारियों व कर्मियों ने ताली बजाकर हौसला आफजाई की। सभी को होम क्वारंटाइन की सलाह दी। स्वस्थ हुए लोगों में आठ रजौली व एक हिसुआ के निवासी हैं। ये सभी प्रवासी हैं। इस प्रकार जिले में अब तक 13 लोग कोरोना को हरा चुके हैं। अब जिले में 45 लोग संक्रमित हैं, जो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं।
घर भेजे गए लोगों की सूची
– पंकज यादव – रजौली
– पप्पू यादव – रजौली
– महेंद्र प्रसाद यादव – रजौली
– भारत प्रसाद – रजौली
– दीपू यादव – रजौली
– विनोद कुमार – रजौली
– राजेश पंडित – रजौली
– अभिषेक कुमार – रजौली
– पिटू कुमार – अचलपुर हिसुआ ।
पूर्व में चार लोगों को स्वस्थ होने पर भेजा जा चुका है घर
पूर्व में जिले के चार लोगों को स्वस्थ होने पर घर भेजा जा चुका है। 15 अप्रैल को नवादा नगर के कमालपुर का खुर्शीद मुस्तफा, 26 अप्रैल को मेसकौर प्रखंड के बहादुरपुर की मोसरत परवीन, 3 मई को मेसकौर प्रखंड के बहादुरपुर का मंसूर आलम और 15 मई को हिसुआ प्रखंड के उड़सा गांव की बेबी देवी स्वस्थ होकर घर लौट चुकी हैं।
दहेज के लिए एक बच्ची की मां की हत्या,साक्ष्य मिटाने के लिए शव को जलाया
नवादा : जिले के हिसुआ थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव में एक लाख रुपये बतौर दहेज नहीं मिलने पर बेबी देवी की शुक्रवार को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। साक्ष्य मिटाने के लिए शव को रात में ही जला दिया गया। इस बाबत मृतका के भाई अकबरपुर थाना क्षेत्र के काजी कटाय गांव के रविन्द्र कुमार ने हिसुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें पति रविन्द्र यादव, ससुर रामाशीष यादव, देवर योगेंद्र उर्फ योगी यादव, ननद सोनी कुमारी व सास को आरोपित बनाया गया है।
मृतका एक बच्चे की मां थी। साल 2017 में उसकी शादी हुई थी। गोद में एक वर्ष की बेटी थी। हिसुआ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने आये मृतका के भाई ने बताया कि शादी के बाद से एक लाख रुपये की मांग की जा रही थी। नहीं देने पर लगातार प्रताड़ना जारी थी। शुक्रवार की शाम उसकी पीट पीटकर हत्या कर दी गई। शव को रात में ही जला दिया गया। सूचना के बाद जब बहन के घर पहुंचा तो किसी ने कुछ नहीं बताया। बाद में जब पुलिस पहुंची तो बताया गया कि बीमारी से मौत हुई है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
सूरत से 500 प्रवासी मजदूरों को लेकर ट्रेन पहुंचा नवादा
नवादा : सूरत से 500 मजदूरों को लेकर ट्रेन सुबह नवादा रेलवे स्टेशन पहुंचा। उक्त ट्रेन में नवादा के साथ ही पङोसी जिले के मजदूर शामिल थे। जिला प्रशासन के अधिकारियों व रेलवे कर्मचारियों ने मजदूरों का जोरदार स्वागत किया ।सभी मजदूरों की जांच के बाद उन्हें भोजन का पैकेट उपलब्ध कराया गया । नाश्ता के बाद सभी को सुरक्षित वाहन से उनके लिए निर्धारित क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया। अपनी मातृभूमि में पहुंचे मजदूरों के चेहरे पर खुशी का भाव देखा गया । जिला प्रशासन की व्यवस्था से वे काफी खुश थे। यह तीसरा ऐसा मौका था जब ट्रेन से मजदूरों का जत्था वापस लौटा है।